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पड़ोसन की चूत की गर्मी
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HOT Free XXX Hindi Kahani

हाय गाइस, इट्स समी हियर ,आप सब मुझे शायद नहीं जानते होंगे क्युकी इस साईट पर में पहलीबार अपनी स्टोरी पोस्ट करता हूँ. उम्मीद रखता हूँ ही आप सबको ये स्टोरी बहुत पसंद आएगी आई होप यू विल एन्जॉय अस मच आई एन्जोयेड.

ये बात 2016 दिसम्बर की बात हे जब शारदीय सबका इम्तेहान ले रही थी. मेरे पडोश में एक लड़की रहती हे उसका नाम हे नेहा,रंग सावला हे साइज़ 32 क होंगे ,अच्छी दिखती हे .

वो हमारी कॉलोनी में करीब १ साल पहले नयी आई थी, तो सुरु से ही मुझे भैया बोलती हे. जब फर्स्ट टाइम उसे देखा तो कुछ खास नहीं दिखती थी छोटी बच्ची थी जो टीशर्ट और स्कर्ट पहना करती थी. वो लोग जब सिफत किये थे तो उस टाइम गर्मियों का महिना था. सो रात के टाइम में सब लोग सो रहे थे और लेटी नाईट वो बहिर कड़ी थी एंड सो मेने देखा की वो अकेले हे तो मेमने सोचा की कुछ बात करलू.

मेने हाय हेल्लो किया और उसकी बगल में खड़ा हो गया उस रात में बस उसके बूब्स और गांड पे ही नजर करता था. की कब में उसको चोदु एनीवे ये सिलसिला ज्यादा नहीं चला वो घर गयी क्युकी रात हो गयी थी में भी वापिस आ गया और उसकी याद में मुठ मार्के सो गया.

अगली सुबह वो मेरे घर आयी क्युकी मेरी बहेन उसी की स्कूल में पढ़ती थी. तो फ्रेंडशिप थी और कुछ दिन एसा चलने के बाद नेहा और मेरी बाते होने लगी. में और नेहा बस इसे ही टाइम पास कर्ट थे और अचानक एक दिन उसने मेरा पंजा लड़ने को बोला में रेडी हो गया.

उसी बहाने उसके हाथ छो रहा था वेसे तो गन्दी नियत तो मेरी उसपे पहले से ही थी. और गेम खेलने के दौरान में जानबूज कर उसके बूब्स पे अपना हाथ सटा रहा था. एक दो बार तो नहीं समज आया की क्या हो रहा हे. बस कुछ देर बाद वो जान चुकी थी में क्या चाहता हूँ सो उसने अपना हाथ थोडा ढीला कर दिया ताकि में उसके मुमो तक पहुँच सकू. और ये हरी झंडी मिल गयी. और उसके बूब्स को टच करने का परमिशन भी मिल गया.

उस दिन के बाद में उसके बूब्स पर डायरेक्ट हाथ मार देता हूँ. और उनको दबाने लगता हूँ. सुरु में उसकी चुचिया बहुत छोटी थी पर मेरी मेहनत ने उसके निम्बू जेसे गोल गोम्बस को तद्बूच बना ही डाला.

बहुत टाइम गुजर गया हम लोग छुप   छुप के मिलते थे और में उसे किस करता और उसके चूचो को दबाता और फिर मुठ मर लेता , कई बार मेने उसके ऊपर ही मुठ मर के सारा पानी गिरा दिया.

तो आता हूँ में प्रेजेंट में जब दिसम्बर का महिना चल रहा था उस दिन मेरे घर पर कोई नहीं था ,सब लोग शादी में गए हुए थे मेरे कोलेज में इंटरनल टेस्ट चल रहे थे सो में नहीं गया. उस रात को यादगार बनाने के लिए मेने उसे चुपके से आने के लिए बोला,और वो रात को आ गयी.

पहले हम लोग ने साथ डिनर किया और उसके बाद बस एक दुसरे को देखे हसे जा रहे थे,और डिनर करके रूम में हम लोग बाते करने लगे और अचानक मेने पास जाके बोला डर तो नहीं लग रहा हे न. ,वो बोली ;लग रहा हे न कही घर वालो को पता चला की में यहाँ हूँ तो प्रॉब्लम हो जायगी.

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ये हिंदी सेक्स कहानी आप HotSexStoriesPictures.Com पर पढ़ रहें हैं|

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मेने मामला हेंडल करते हुए उसको प्यारी सी स्माइल दे के लिप को लिप किस दिया, और वो शर्मा के मुह छुपा ने लगी. मेने पूछा क्या हुआ बाबु वो बोली भैया मुझे शर्म आ रही हे मेंने बोला और तुम्हे कुछ स्पेशल देना हे आज,बस वेट करो तो वो हा बोली और मेने किस करना सुरु किया, किस करते करते मेने उसके बूब्स को मेने ऊपर से दबाया, वो अब गरम हो रही थी. और मेरा लैंड तो इसे भी अन्दर से दहाड़ मार रहा था.

थोड़ी देर बाद हम लोग एक दुसरे को पागलो की तरह चाटने लगे और मेने उसे बहुत सारा लव बाईट दिया. उसकी बॉडी पूरी लाल हो गयी और वो उत्तेजना से पागल हो रही थी. मेने धीरे धीरे उसके सारे कपडे उतार दिए पहले उसकी कुर्ती और फिर उसका सलवार, और बस वो मेरे सामने अपनी टेप और पैंटी में थी.

उसको देख के मेरा लंड जींस में दर्द करने लगा और मेने अपना पेंट और टीशर्ट उतार कर चड्डी में आ गया, अब तो वो एक दम से शर्मा गयी और अपने आप को हाथ से छुपाने लगी.

मेने फिर से किस किया और उसका टेप उतार दिया, अब वो एक दम से शर्मा ने लगी और बोली भैया अब आप क्या करोगे , सारी चीजे खोल दी ,अब बाकी हे वो भी उतार दू, ये सुनके मेरा लैंड झोस में आ गया. और मेने उसके बूब्स को पूरा झोर झोर से चुसना सुरू कर दिया. में उसके निपल्स को डाट से काट भी रहा था. और जेसे जेसे में हल्का हल्का डाट काटता वो सिसकरिया देने लगती. . . . . ,आह्ह्ह्ह. . . . . . aaammmmm. . . ऊउह्ह्ह्ह. . . . . ऊउम्मम्म. और मजा आने लगता .

कुछ देर एसा करने के बाद मेने उसके बूब्स को पूरा ताकत लगा के दबा ने लगा और वो दर्द और मस्ती में झोमने लगी और झोर झोर से मोइनिंग करने लगी. आम्मन्न्न आम्मन्न्न की आवाज़ मेरे कण में घुंज रही थी. मेने धीरे से उसकी नावेल पर किस किया और उसमे थूक दिया और ऊँगली से सहलाने लगा वो तो मजा में बेहाल थी.

और फिर मेने निचे आके उसकी पेंटी उतारी जेसे ही उसकी ब्लैक पेंटी उतरी मेरा लंड बेकाबू हो गया ,१८ साल की नेहा की एक दम गोरी और फूली हुई चूत देख के में तो हिल गया. ,मख्खन जेसे सॉफ्ट और हलके ब्राउन कलर के उसके रोवे , एक डीएम सॉफ्ट सॉफ्ट उसकी झांट में तो बेहाल हो गया उसकी चूत देख के. . . . जो के पहले से ही गीली पड़ी थी.

पहले मेने उसकी चूत के ऊपर किस किया तो वो झटके से हिल पड़ी और सिसकरिया मरने लगी मेने पहले कपडे से उसकी चूत को पूछा और फिर उसकी गुलाब जेसी चूत पर फिर से किस किया,वो तो पागल हो गयी थी किस करने से. फिर धीरे से मेने उसकी चूत का मुह खोला और अपनी झिब से छुवा तो वो उछल पड़ी ,और आह्ह्ह्ह आह्ह्हह्ह की आवाज करने लगी.

ये सबसे मेरा लंड तो एकदम बेहाल हो गया और में बस चूत को चाट रहा था और वो मेरा बाल पकड़ के और झोर झोर से दबा रही थी. मेने अपनी झिब को चूत के एक दम घुसाने का ट्राय किया. तो वो उछल पड़ी. और सिसकरिया मरने लगी. मेने चूत को चाटा और थोड़ी देर में वो अकाड ने लगी और मेरे सर को झोर से दबा दिया और उसने फूर्र से अपना बूर का सारा रस गिरा दिया.

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और ढीली पाड और ट्राय किया तो वो उछल पड़ी और सिसकरिया मारने लगो. मेने चूत को चाटा और थोड़ी देर में वो अकाड  ने लगी और मेरे सर को झोर से दबा दिया. और उसने फुर्र से अपना सारा रस गिरा दिया. और ढीली पड  गयी.

मेने अपनी एक ऊँगली से उसकी बूर में उंगलिया करी और वो फिर से गरम हो गयी. और सिसकरिया भरने लगी. अब तो वो पुरे झोस में थी मुझे ऊपर खिचे और बेड पर लिटा दिया और मेरी चड्डी खोलने लगी. एक दम से उसके सामने गोर रंग का ७ इंच का लम्बा और ३ इंच का मोटा एनाकोंडा बिना कंडोम के दिखा वो तो जेसे डॉ गयी और पीछे हट गयी.

मेने पूछा नेहा क्या हुआ तो बोली भैया ये क्या हे इन्सान का लैंड हे या हाथी का, मेने समजते हुए बोला नेहा तू बेकार में डर  रही हे कुछ नहीं होता और उसे किस करने लगा. और बूब्स को फिर से डाट से काटा अब वो फुल टाइट थी और मेरे लंड सहलाने लगी. अब तो वो लंड को किस करती थी और मेरे प्रेचुम को चाट रही थी और मेरे अन्डो को मुह में लेके दबा रही थी.

हम लोग ने ६९ किया हुआ था मेरा लंड अब वो चूस रही थी और में उसकी बूर को चाट रहा था. उसने अचानक मुह से लंड निकला और बोली भैया प्लीज अब चोदना सुबह हो जाएगी. जल्दी से लैंड को बूर के अंदर दाल दो ना. मेने बिना देर किये उसको बेड से सीधा लेता दिया. और उसकी गांड के निचे एक पिलो दाल दिया,और उसकी दोनों टांग उठाके कंधो पर रख लिया एक डीएम देसी वाला स्टाइल.

फिर एक डीएम ढेर सारा थूक निकाल के अपने लंड में मल दिया और उसकी चूत में भी थूक दिया. अब बारी थी फाईनली उसने की. मेने उसको बोला एक पिलो मुह में लेलो तो वो लेली और और मेने बोला आँखे बंद कर लो तो वो बोली अरे भैया आप टेंसन मत लो बस मुझे जल्दी से चोदना , देखो न मेरी चूत कितनी प्यासी हे आपका लंड लेने के लिए. बिचारी कितनी मासूम चूत हे और आपको कोई परवाह नहीं.

ये सुनके मेने एक डीएम से पाने लंड सेट किया और उसके बूर के दरवाज़े पर दस्तक मारा. जेसे ही पहले धक्का दिया लंड ऊपर सरक गया और फिसल गया,वेसे उसको दर्द हल्का महसूस हुआ फिर भी नहीं कुछ बोली. अबकी बार में लैंड एक डीएम बूर के छेद में सेट हो गया और एक झटके में ३ इंच का लोडा अंदर चला गया. उतना लंड जाना था की नेहा उतना झोर से चीलाई की में डर गया.

वो पूरा रोने लगी और रिक्वेस्ट करने लगी प्लीज़ भैया लंड निकालो बहुत दर्द हो रहा हे. मेने नहीं सुना कुछ और वेसे ही रहा वो मेरे आगे हाथ झोडने लगी. और रोने लगी की लंड बहार करदो.

में नहीं माना वो बोली भैया बोलती हूँ आपकी बहेन हु न प्लीज़ निकाल दो आपको आपकी बहेन की कसम ये सुनके मेने एक झटका झोर से मारा और पूरा का पूरा ७ इंच का लंड साली की बूर में घुसा दिया और वो अब तो बिना पानी के मछली जेसे छटपटाने लगी क्यू की वाकई में नेहा की बूर एक दम कमसिन थी. इतनी टाइट बूर थी की मेरा लंड में दर्द होने था. लगता था की साला कोई झोर से मुठी में बंद करके रख्खा हे.

वो जब रोने लगी तो अब मेंने थोडा आराम से उसको रोने दिया और बातो में उजारने लगा. बहेन का नाम मत लेना. वरना मेरे को बहेनचोद बन्ने में टाइम नही लगेगा. अब वो मुझे गाली देने लगी साला बहेनचोद. भैया बोलती थी तेरे को और अपनी बहेन को चोद दिया. साला इतनी गर्मी हे तेरे लंड में. मेने बोला साली रंडी छिनाल तेरे जेसी बहेन हो तो एसा करना पड़ता हे. आखिर किसी न किसी से तो कभी न कभी चुद्वाती ही तो ही मेने आज ही तेरा खाता खोल दिया.

और अब वो थोडा कंट्रोल में थी बस अब मेरा एनाकोंडा भी अपना खाना खाने लगा, मेने धीरे धीरे लंड को हिलाया और आगे पीछे होने लगा . अब तो रोने वाली आवाज कम और मजे वाली सिसकरिया ज्यादा बहार आ रही थी. अब तो वो हल्का हलका गंद का रेस्पोंस दे रही थी. हर शोर्ट का जवाब दे रही थी.

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और मेने अब स्पीड बढाई और माखन वाली चूत को भोसड़ा बनाने का काम करने लगा. में चोदे जा रहा था. और वो आह्ह्ह्ह आःह्ह्ह के साथ गलिय दे रही थी बहेनचोद बहेनचोद . . . . . . ,भेन का लौड़ा और में एक दम झोर से शोर्ट मरता अब तो उसे भी पूरा मजा आ रहा था. ,तो वो बोली साले तेरी इतनी ही औकात हे क्या मर्द के जेसे चोदना भी, लंड में डीएम नही क्या.

ये सुनके मेने उसके टंगे को उतार दिया और बूर को और टाइट कर दिया और बोला साली हरामजादी अब देख मादरचोद तू बाप बाप बोलेगी और मेने झोर झोर से पाना लंड पेलना चालू कर दिया. और वो चिल्लाने लगी और आःह्ह्ह आआअह्ह्ह. . . . . . . . . ईईए. . ऊऊम्म्म्म आआअह्ह्ह की आवाज करने लगी और अपनी माँ को याद करने लगी आःह्ह म्माआआअ मर गयी ,. . . . . आह्ह्ह. .

इस तरह से मेने उसको लगातार १५ मिनट तक जैम के चोदा और मेरा पूरा लंड उसकी बूर में डालके अपनी पिचकारी छोड़ दी. और इस बिच वो २ बार झड़ चुकी थी. . जेसे ही मेने पानी निकाला में एक झोर की आह के साथ उसके ऊपर लेट गया और लंड अंदर दाल के छोड़ दिया. और उसके बूब्स पर लव बाईट देने लागा.

उस रात मेने रात के १ बजे से सुबह के ३ ४ बजे तक मस्ती से उसकी ४ बार चुदाई की और उसको एक आईपील खिला दिया और सुबह होने से पहले उसको बैकडोर से उसके घर घुसा दिया.

दुसरे दिन वो मेरा घर नहीं आई और २ दिनों के बाद आई और सबसे पहले आके जोरसे हग की और रोने लगी की भैया चूत में बहुत दर्द हो रहा हे. चलना बहुत मुस्किल हे मम्मी पूछ रही थी क्या हुआ पेरो में चोट लगी हे क्या. . . ? मेने झूट में पट्टी बाँध लिया हे. . . जब कही बैठती हूँ तो लगता हे चूत फट जाएगी, और अब तो टॉयलेट भी जाने से डर लगता हे बहुत दर्द होता हे.

तो मेने उसको बोला रात को आना में दवाई दे दूंगा , और में मेडिकल से मेडिसिन और क्रीम लाया और फिर उसकी पेंट उतारी और टांगे हलके हलके फेलाए तो देखा चूत एक दम लाल दिख रही हे तो मेने प्यार से उसको पहले किस किया और चूत मे क्रीम लगा दिया और उसको दवाई खाने को बता दिया और वो घर चली गई.


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