किसी और के माल को चोदने में बड़ा मजा आया

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मेरा नाम अखिल है, मैं कुछ समय पहले तक क्रिकेट खेलने का शौक रखता था लेकिन अब मैंने क्रिकेट खेलना छोड़ दिया है। मेरे पिताजी मुझे कहते हैं कि तुम कभी भी एक काम को पूरा नहीं करते हो, कुछ समय तक तो तुम क्रिकेट खेलोगे और कुछ समय बाद तुम्हारे अंदर कुछ नया शौक पैदा होने लगोगे। मुझे दो तीन महीने पहले डांस सीखने का बड़ा शौक चढ़ गया और मैंने डांस अकैडमी भी ज्वाइन कर ली, मेरे मम्मी और पापा मुझसे हमेशा ही परेशान रहते हैं,  वह कहते है कि तुम कभी भी एक काम को पूरा क्यों नहीं करते। मेरे बड़े भैया ने भी मुझे समझाया और कहने लगे तुम हमेशा ही आधे अधूरे में काम छोड़ देते हो यह बिल्कुल भी अच्छा नहीं है, मैंने उन्हें कहा भैया ऐसा बिल्कुल भी नहीं है मैं चाहता हूं कि मैं जो भी करूं वह मुझे अच्छा लगे, मुझे क्रिकेट खेलना अच्छा नहीं लग रहा था इसलिए मैंने क्रिकेट खेलना छोड़ दिया। मैं कॉलेज में पढ़ता हूं और मेरे साथ के जितने भी लड़के हैं उन्हें डांस का बहुत शौक है इसीलिए मैंने भी डांस क्लास जॉइन कर ली थी।

मैं जिस डांस क्लास में जाता था उसमें काफी बच्चे आते थे,  वह बहुत अच्छा डांस करते थे, मैं भी थोड़ा बहुत डांस सीखने लगा था और मेरे अंदर भी पहले से ज्यादा कुछ करने की इच्छा जाग उठी थी, मैंने सोच लिया था कि मैं सिर्फ डांस ही करूंगा और अब इसमें ही अपना  फ्यूचर बनाऊंगा। मेरे परिवार वाले हमेशा ही मुझे कहते रहे थे कि तुम एक जगह पर अपना ध्यान केंद्रित करो तभी तुम भविष्य में कुछ कर पाओगे परंतु मैंने ठान ली थी इसलिए मैंने भी डांस अकैडमी में अपना पूरा समय देना शुरू कर दिया था। मैं  जिस डांस अकैडमी में जाता था वहां पर सब लोग बहुत ही अच्छे से डांस करते थे और मेरे अंदर भी थोड़ी बहुत डांस सीखने की ललक बढ़ने लगी थी, मैं भी अब अच्छा डांस करने लगा था। हमारे अकैडमी में काफी बार डांस  प्रतियोगिताएं होती रहती थी और मैं भी सब डांस प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेता था। डांस करने के दौरान ही मेरी मुलाकात रूपल से हुई, रूपल और मेरी मुलाकात इतनी अच्छी रही कि हम दोनों एक दूसरे के संपर्क में ज्यादा रहने लगे।

जब हमने एक दूसरे के संपर्क में रहते तो हम दोनों को एक दूसरे की काफी सारी चीजें पता भी चलने लगी थी। मैंने उसे अपने बारे में भी बताया कि मैं ज्यादा समय तक एक चीज पर अपना ध्यान केंद्रित नहीं रख पाता हूं इसीलिए मैं हमेशा ही कुछ अलग करने के बारे में सोचता हूं परंतु मुझे अब भी समझ नहीं आता कि क्या मुझे कुछ अलग करना चाहिए या फिर डांस को लेकर ही अपने जुनून को आगे बढ़ाना चाहिए। रूपल ने उसमें मेरा बहुत साथ दिया और उसकी वजह से ही मैं डांस में ही अब अपना भविष्य आगे बनाना चाहता था। एक दिन मैं और रूपल साथ में बैठे हुए थे, मुझे रूपल के बारे में जितना भी पता था उससे मुझे की रूपल एक अच्छी लड़की है और वह सिर्फ मुझे खुश देखना चाहती है। हम दोनों की मुलाकात एक प्रतियोगिता के दौरान हुई थी इसीलिए उसके बाद मैं और रूपल एक दूसरे को ज्यादा जानने लगे थे, रूपल बहुत ही बेहतरीन डांसर है और वह बहुत अच्छा डांस करती है। मुझे कई बार वह डांस को लेकर भी मदद कर देती है और वह काफी कम उम्र से ही डांस कर रही है इसीलिए उससे मुझे बहुत ही मदद मिल जाती है। एक बार मैंने रूपल को अपने घर पर बुलाया था तो मैंने उसे अपने परिवार के सदस्यों से मिलवाया, उनसे मिलकर वह बहुत खुश हुई और उसने काफी समय मेरे परिवार के साथ भी बिताया जिससे कि वह लोग भी रूपल को अच्छे से पहचान पाये और रूपल भी उनके बारे में जान गयी। रूपल और मेरी अच्छी दोस्ती हो चुकी थी इसीलिए हम दोनों एक दूसरे से अपनी हर बात शेयर किया करते थे, रूपल ने मुझे अपने बॉयफ्रेंड से भी मिलवाया। मैं जब उसके बॉयफ्रैंड से मिला तो मुझे उससे पहले दिन ही मिलकर कुछ अच्छा सा नहीं लगा क्योंकि वह बहुत ही शक्की किस्म का लड़का था और वह रूपल के साथ जिस प्रकार से व्यवहार करता था वह मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं था लेकिन मैं यह बात रूपल से नहीं कह सकता था इसलिए मैंने उससे यह बात नहीं कही, यह बात मेरे दिल में ही रह गई। जब भी रूपल का उसके साथ झगड़ा होता तो वह हमेशा ही बहुत परेशान रहती, वह सबसे ज्यादा मेरे ही करीब थी इसलिए वह मुझसे ही अपनी हर एक बात करती थी, मुझसे बात करके उसे काफी हल्का महसूस होता था। रूपल और मेरी काफी बातों में समानताएं थी तो वह भी मुझे हमेशा ही कहती की तुम्हारी और मेरी काफी बातें एक दूसरे से मिलती हैं और जितना तुम मुझे समझते हो शायद उतना मुझे और कोई भी नहीं समझता, वह मुझे अपना सबसे अच्छा दोस्त समझती।

रूपल कुछ दिनों के लिए अपने पापा मम्मी के साथ अपने फैमिली टूर पर गई हुई थी, उस दौरान मैंने रूपल को बहुत मिस किया और उस वक्त मुझे एहसास हुआ कि मेरे दिल में रूपल के लिए काफी जगह है,  उसके बिना शायद मैं अधूरा हूं और अपने आप को काफी अकेला महसूस कर रहा था, मैं रूपल को बहुत मिस कर रहा था। रूपल का जब मुझे फोन आया तो मैंने उसे कहा मैं तुम्हें बहुत मिस कर रहा हूं और मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैं काफी दिनों से अकेला बैठा हूं तुम जल्दी से आ जाओ तो हम लोग कहीं चलते हैं, वह कहने लगी बस मैं कुछ दिनों बाद ही आ जाऊंगी। जब वह वापस आई तो मैं उससे मिलकर बहुत खुश हुआ। मैं  रुपल से मिलकर इतना खुश हुआ, मैंने उसे अपने गले लगा लिया। उसने एक पतली सी ड्रेस पहनी हुई थी और उसके होंठ गुलाबी थे। मैंने जब उसके होठों को अपने होठों में लेकर चुमा तो मुझे बड़ा अच्छा महसूस हुआ। रुपल भी मेरे लिए तड़प रही थी जब मैंने उसके होठों को अपने होठों से छुआ तो वह मेरी हो चुकी थी, वह अपने यौवन को मुझे ही सौंपना चाहती थी। उसने मुझसे कहा मैं तुम्हें बहुत मिस कर रही थी हम दोनों एक दूसरे के साथ संभोग करने के लिए तैयार हो गए।

मैंने भी बिल्कुल देरी नहीं की मै रुपल को एक जगह पर ले गया वहां पर रूपल  असहज महसूस कर रही थी लेकिन मैंने उसे भरोसा दिलाया तो वह मुझसे चिपक कर बैठ गई। मैने रूपल के गर्म होठों को अपने होठों में लिया तो उसकी गर्म सांसे मेरी नाक से टकरा रही थी, वह बड़ी उत्तेजित हो रही थी। मुझसे भी ज्यादा देर तक सब्र नहीं हुआ मैंने रूपल के होठों को चूसना शुरू कर दिया मैं बहुत देर तक उसके होठो को चूसता रहा। जब वह पूरे मूड में आ गई तो उसने खुद ही मेरे लंड को बाहर निकालते हुए अपने मुंह में लेकर सकिंग करना शुरू किया। रूपल को पहले भी सकिंग का बहुत  अच्छा अनुभव था इसलिए उसने कोई कमी नहीं रखी। वह बडे ही शानदार तरीके से मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर लेकर सकिंग कर रही थी, मुझे बड़ा अच्छा महसूस होता काफी देर तक उसने मुझे सकिंग का मजा दिया। मैंने भी ज्यादा देरी नहीं की और उसके बदन से सारे कपड़ों को उतार दिया। मैंने उसके बदन के सारे कपड़े उतारे तो उसकी योनि मैं एक भी बाल नहीं था, वह पानी छोड़ रही थी। मैंने जब उसकी चूत के पानी को देखा तो मैंने तुरंत अपनी जीभ को उसकी योनि पर लगाते हुए चाटना शुरू किया। जब वह पूरी चिपचिपी हो गई तो मैंने भी अपने कड़क लंड को उसकी योनि के अंदर प्रवेश करवा दिया। जब मेरा  लंड उसकी योनि में प्रवेश हुआ तो उसे थोड़ा दर्द महसूस हुआ उसने अपने दोनो पैरों को खोल लिया। मैंने भी उसे बड़ी तीव्र गति से झटके दिए जिससे कि उसके मुंह से जो मादक आवाज निकल रही थी वह मुझे अपनी ओर आकर्षित करती। मुझे अंदर से आवाज आती इसे और भी तेजी से धक्के दो इसीलिए मैंने उसके दोनों पैरों को कसकर पकड़ लिया और बड़ी तेज गति से उसे चोदना शुरू किया। मेरे झटके इतने तेज होते कि मेरे अंडकोष भी उसकी योनि से जाकर टकराते। मै 10 मिनट तक रूपल के साथ संभोग का आनंद ले पाया और जब मेरा सफेद तरल पदार्थ रूपल की योनि में गया तो वह चेहरे से बहुत खुश प्रतीत हो रही थी और उसके चेहरे पर एक अलग ही रौनक नजर आ रही थी। मैं भी उससे अपने आप को बहुत ही अच्छा महसूस कर रहा था।