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बैंक मैनेजर का वह गुलाबी सूट
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मेरा नाम मनन है मैं दिल्ली का रहने वाला 32 वर्षीय युवक हूं, मैंने अपनी पढ़ाई दिल्ली से ही पूरी की है। मेरे पिताजी बैंक में कार्यरत है और वह भी दिल्ली में ही है, मेरी मम्मी घर का काम करती हैं और वह घर की सॉरी देखभाल करती हैं। मेरी एक छोटी बहन है जो कि बहुत ही स्वार्थी और शैतान है, वह हर बात पर मुझे परेशान करती है,  वह मुझे बहुत ही ज्यादा तंग करती है। एक बार मैं अपने ऑफिस में काम कर रहा था तो उसने मुझे एक अन्य नंबर से फोन कर दिया, मैं उसकी आवाज को नहीं पहचान पाया मुझे लगा कि शायद वह मेरी पुरानी गर्लफ्रेंड है जिससे कि मेरा ब्रेकअप काफी साल पहले हो चुका है। मेरी छोटी बहन पायल को यह बात अच्छे से मालूम थी क्योंकि पायल भी उससे मिली थी और उसने मुझे उस दिन ऑफिस में बहुत ही परेशान कर दिया। मैं उससे बात करता रहा, मुझे बिल्कुल भी पता नहीं चला कि वह तो मेरी बहन पायल है। उसने मुझे कुछ भी आभास नहीं होने दिया कि वह मुझे फोन कर रही है, मुझे लगा शायद पायल ही है।

मैं जब घर पर आया तो मैं बहुत ही दुविधा में था और मैं अपने बेडरूम में बैठा हुआ था, मैं यह सोच रहा था कि यदि मेरी गिरलफ्रेंड दोबारा से मेरी जिंदगी में आ जाए तो मुझे भी एक सहारा मिल जाएगा क्योंकि मेरे जीवन में भी कोई लड़की नहीं थी और ना ही मेरी शादी हुई थी इसलिए मैं भी चाहता था कि मुझे भी किसी का सपोर्ट मिले और जो मुझे समझ पाए। जब मैं बैठा हुआ था तो मेरी बहन पायल बेडरूम में आई और वह मेरे पास आकर बैठ गयी, जब पायल मेरे पास आकर बैठी तो पायल ने मुझसे पूछा भैया आप क्या सोच रहे हैं, मैंने उसे कहा कुछ भी तो नहीं सोच रहा, मैं तो सिर्फ बैठा हुआ था। वह मुझे कहने लगी नहीं कुछ तो आप सोच रहे हैं, आप मुझे बताने में संकोच कर रहे हैं लेकिन आपके दिमाग में कुछ तो चल रहा है, मैंने उसे नहीं बताया लेकिन जब उसने मुझ पर दबाव डाला तो मुझे उसे बताना पड़ा, मैं उससे काफी देर तक यह बात कर रहा था और उसे समझा रहा था कि मेरे जीवन में कितना अकेलापन हो गया है, मैं भी चाहता हूं कि मेरी पुरानी गर्लफ्रेंड मेरी जिंदगी में दोबारा से आ जाए क्योंकि जितना बेहतर वह मुझे समझती थी उतना शायद ही मुझे कोई समझ पाया है।

पायल मेरे सामने बैठी हुई थी और वह अंदर से खुश हो रही थी, मैं काफी देर तक उसके चेहरे के हाव-भाव को नहीं पढ़ पाया परंतु जब मुझे लगा कि शायद पायल मुझसे कुछ कहना चाहती है तो मैंने उससे पूछा कि मुझे लग रहा है शायद तुम्हारे दिल में कुछ चल रहा है लेकिन तुम मुझे बताना नहीं चाह रही हो, पायल ने उसके बाद भी मुझे नहीं बताया। मेरे काफी बोलने पर उसने मुझे कहा कि आपको मुझ पर बहुत ही गुस्सा आएगा यदि मैं आपसे एक बात कहूंगी इसलिए यह बात आप जाने ही दे तो ज्यादा बेहतर होगा, मैंने उससे कहा कि मैं तुम पर बिल्कुल भी गुस्सा नहीं करूँगा तुम मुझे बताओ कि आखिरकार हुआ क्या है जो तुम मुझसे इतना डर रही हो। पायल ने मुझे बताया कि वह फोन मैंने ही आपको किया था और मैंने ही आपको परेशान किया है। जब उसने मुझसे यह बात कही तो मैं बहुत ही दुखी हो गया, मैं पायल के साथ ही बैठा हुआ था तो मैंने उसके हाथ को पकड़ते हुए कहा कि क्या तुम्हें मुझसे यह सब मजाक करने में मजा आता है, कभी तुम सीरियस भी हो जाया करो। मुझे थोड़ा बहुत गुस्सा भी आ रहा था लेकिन मुझे अपने ऊपर भी हंसी आ रही थी और मैं भी बहुत जोर से हंसने लगा,  पायल मुझे कहने लगी मैं आपको सॉरी कहती हूं मेरी वजह से आप बहुत ज्यादा परेशान हो गए थे, मैंने उसे कहा छोड़ दो बाबा तुम जाने दो लेकिन तुम्हें यह शरारत क्यों सूजी, तुमने मेरे साथ इतना बड़ा छलावा किया और मैं बहुत ज्यादा ही सीरियस हो गया था। मैं अपने आपको कई बार बहुत अकेला महसूस करता हूं इसी वजह से मुझे लगा कि शायद अब मेरी लाइफ में वह वापस पर आ जाएगी। पायल और मैं काफी देर तक बात करते रहे और जब पायल अपने रूम में चली गई तो मैं भी अपने रूम में आराम कर रहा था। अगले ही दिन मुझे बैंक में काम था क्योंकि मेरे कुछ पैसे आने वाले थे लेकिन वह मेरे अकाउंट में नहीं पहुंचे थे इसीलिए मैं अपने होम ब्रांच में चला गया। जब मैं वहां पर पहुंचा तो वहां के कर्मचारी से मेरी बहुत ज्यादा झड़प हो गई और मैं बहुत ज्यादा गुस्से में हो गया क्योंकि उन्होंने मुझसे बहुत ही बदतमीजी से बात की थी। वह मुझे कहने लगे कि आप हमसे गलत बात कर रहे हैं, मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था।

जब हम दोनों का झगड़ा हो रहा था तो उसके कुछ देर बाद मैनेजर मेरे पास आई मैनेजर की बातों से तो मुझे वह बहुत ही शालीन प्रतीत हो रही थी, उनका नाम राधिका था। उन्होंने मुझे अपना परिचय दिया और कहा कि आप मेरे कैबिन में आकर बैठिए आपकी जो भी समस्या है वह आप मुझसे कहें, मैं पूरी कोशिश करूंगी कि आपकी समस्याओं का मैं निवारण कर पाऊं। मैं अब राधिका के साथ बैठा हुआ था तो मैंने उसे सारी बात बताई और कहा कि मेरे कुछ पैसे आने वाले थे लेकिन वह पैसे अभी तक मेरे अकाउंट में नहीं पहुंचे हैं, जिन्होंने वह पैसे भेजने थे वह कबके पैसे भेज चुके हैं और उनके अकाउंट से भी पैसे कट चुके हैं, मैं इसकी जानकारी के लिए यहां पर आया था लेकिन आपके स्टाफ के व्यक्ति बहुत ही बदतमीजी से मुझ से बात कर रहे थे इसलिए मुझे भी बहुत गुस्सा आया। राधिका ने मुझसे उसके लिए क्षमा भी मांगी। उनका बात करने का अंदाज मुझे बहुत पसंद आया मैं उनके साथ बातें करने लगा। वह शादीशुदा महिला थी लेकिन वह बहुत ज्यादा सुंदर थी। उनका जिस प्रकार का ड्रेसिंग सेंस था उसका तो कोई जवाब नही था मैंने जब उनकी तारीफ की तो वह भी अपनी तारीफ सुनकर मेरी तरफ आकर्षित हो गई।

मुझे उनकी आंखों में एक हवस की आग दिखाई दे रही थी, मैंने उनके गुलाबी सूट से उनके स्तनों के ऊभार को देख लिया था वह मेरी तरफ आकर्षित हो गई थी। ना जाने उनके दिल में क्या चल रहा था वह मेरे पास आकर बैठी, उन्होंने मेरे हाथ को पकड़ते हुए मेरे हाथों को चुम लिया। मैं उनके इरादे समझ चुका था, उन्होंने मेरे हाथो को पकड़ा तो मैं पूरा उत्तेजित हो गया। वह मुझे अपने केबिन के अंदर एक रूम में ले गई वहां पर उन्होंने मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया। मैंने तो यह कल्पना भी नहीं की थी लेकिन जब वह मेरे लंड को चूस रही थी तो मैं भी सातवें आसमान पर था। उन्होंने मेरे लंड को चूस कर छिल दिया था जब मैं पूरे मूड में हो गया तो उन्होंने भी उनकी सलवार को नीचे कर दिया उनकी गांड मेरे सामने थी। मैने उनकी योनि के अंदर अपनी उंगली डाल दी जब मैंने उनकी योनि के अंदर अपनी उंगली डाली तो उनकी चूत गिली हो चुकी थी, मैंने उसके अंदर अपने मोटे और कड़क लंड को डाला तो वह चिल्लाने लगी। मैं बड़ी तेज गति से झटके दे रहा था मुझे बड़ा आनंद आने लगा और वह भी पूरी तरीके से मजे में थी मैं बड़ी तेजी से उनकी योनि के अंदर बाहर अपने लंड को कर रहा था। वह इतनी तेज गति से अपन चूतडो को मिला रही थी कि उनकी चूतडो से जो आवाज निकल रही थी वह मेरे कानों में जा रही थी, उनकी चूतडे लाल रंग की हो गई थी। मैने उनकी चूतडो को कसकर पकड़ लिया और बड़ी तेज गति से उन्हें झटके देने शुरू किए। मेरा लंड उनकी योनि के अंदर बाहर होता तो वह भी बड़ी उत्तेजित हो जाती और मुझे कहती तुम और भी ज्यादा तेज गति से मुझे चोदो जिससे की मेरी खुजली आज मिट जाए क्योंकि काफी दिनों से मेरे पति ने मेरी चूत का रस नहीं पिया है और वह अब बिल्कुल भी काम के नहीं रहे। मैंने भी उन्हें 10 मिनट तक चोदा जैसे ही मेरा गाढ़ा वीर्य उनकी योनि के अंदर गया तो वह मुझे कहने लगी तुम्हारे साथ संभोग करके तो मुझे बड़ा ही अच्छा महसूस हुआ। उसके बाद तो मेरे बैंक में कई चक्कर लगने लगे मेरा कोई भी काम होता तो वह वह झट से कर देती लेकिन उनके गुलाबी सूट की याद अभी मेरे दिमाग में है और मैं कई बार तो मुठ भी मार लेता हूं।

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