पत्नी की प्रेगनेंसी के दौरान नौकरानी को चोद दिया

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मेरा नाम गोविंद है और मेरी उम्र 32 वर्ष है, मैं भोपाल का रहने वाला हूं। मेरी शादी को भी काफी वर्ष हो चुके हैं और मैं उसके तुरंत बाद ही विदेश में नौकरी करने के लिए आ गया। मुझे यहां पर नौकरी करते हुए काफी समय हो चुका है और मैं कभी-कभार अपने घर पर फोन कर दिया करता हूं। मेरे घर में मेरी पत्नी, मेरे छोटे भाई बहन और मेरे पिताजी रहते हैं। मेरी मां का देहांत काफी समय पहले ही हो गया था और मेरी पत्नी ही घर का सारा काम संभालती है। मेरे भाई बहन अभी कॉलेज में पढ़ रहे हैं इसीलिए मैं उनके कॉलेज का खर्चा उठाता हूं और उन्हें समय पर पैसे भेज दिया करता हूं।

मैं अपनी पत्नी के अकाउंट में ही पैसे ट्रांसफर करता हूं और वही घर का सारा खर्चा चलाती है। मेरे पिता भी एक सरकारी नौकरी से रिटायर हुए हैं, उसके बाद से वह घर पर ही रहते हैं। रिटायरमेंट के बाद वह पॉलिसी का काम करते हैं और लोगों की पॉलिसीया करवाते हैं। उनका इसमें ही समय बीत जाया करता है और इसी वजह से वह पॉलिसी का काम करते हैं। उन्होंने हमारे घर में ही एक छोटा सा ऑफिस खोल रखा है उनके पास बहुत सारे लोग आते हैं क्योंकि उनके पुराने जितने भी मित्र हैं, उनकी पॉलिसिया उन्होंने ही करवाई हैं। मेरी पत्नी घर का सारा काम देखती है। मैं भी बहुत कम घर जाता हूं और मेरा कई वर्षों में घर जाना होता है। मैं पिछले दो सालों से घर नहीं गया हूं और मैं इस बार सोच रहा था कि मैं घर चला जाऊं लेकिन मुझे छुट्टी नहीं मिल पा रही इसी वजह से मैं घर नहीं जा पाया और मैं उनसे फोन पर ही बात करता रहता हूं। जब मैं उन्हें फोन करता हूं तो वह लोग बहुत ही खुश होते हैं और हमेशा ही मेरी बहन मुझसे पूछती रहती है कि तुम घर कब आने वाले हो, मैं उन्हें कहता हूं कि कुछ समय बाद मैं घर आ जाऊंगा लेकिन मुझे अब छुट्टी ही नहीं मिल रही थी। मैंने अपनी कंपनी में छुट्टी के लिए अप्लाई किया था, उसके बावजूद भी मुझे छुट्टी नहीं मिल पा रही थी। मैं अपनी कंपनी में कई बार बोल रहा था कि मुझे काफी समय हो चुका है और मुझे घर जाना है लेकिन वह लोग मुझे घर नहीं भेज रहे थे। मैंने अब सोचा कि क्यों ना मैं अपने घर चला ही जाऊं इस वजह से मैंने उस कंपनी से रिजाइन दे दिया और उसके कुछ समय बाद ही मैं घर लौट गया। जब मैं अपने घर आया तो मेरे घर में सब लोग खुश हैं और वह कहने लगे कि आप तो हमें बिना बताए ही आ गए।

मैंने उन्हें कहा कि मैंने उस कंपनी से रिजाइन दे दिया है क्योंकि मुझे वह लोग छुट्टी नहीं दे रहे थे इसी वजह से मैंने वहां से रिजाइन कर दिया है और अब दूसरी कंपनी के लिए मैंने अपना रिज्यूम फॉरवर्ड कर दिया है। कुछ दिनों बाद ही मुझे वहां इंटरव्यू के लिए जाना है। मैं भी अपने घर में आकर बहुत खुश था और मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं कितने वर्षों बाद अपने घर पर आया हूं इसीलिए मैं उनके साथ बहुत ही अच्छे से समय बिता रहा था और मेरे पिता भी बहुत खुश है, कि मैं इतने समय बाद घर आया हूं। वह मुझसे पूछने लगे कि तुम्हारा काम कैसा चल रहा है। मैंने उन्हें बताया कि मेरा काम तो बहुत ही अच्छा चल रहा था लेकिन मैंने अब उस कंपनी से रिजाइन दे दिया है और दूसरी कंपनी में मैंने  जॉइनिंग करने के लिए अप्लाई किया हुआ है। मैं अपने घर पर ही था और मेरा समय कब बीता जा रहा है मुझे पता ही नहीं चलता। मैं सुबह अपने पापा के साथ ही मॉर्निंग वॉक पर जाया करता था। मेरे भाई और बहन दोनों कॉलेज के लिए तैयार होते है और वह दोनों अपने कॉलेज के लिए निकल जाते थे क्योंकि उनका कॉलेज काफी दूर है इसलिए उन्हें कॉलेज की बस में ही जाना पड़ता है। अब मैं अपनी पत्नी के साथ बहुत बते करता था। मेरी पत्नी ने जब मुझे बताया कि उसकी तबीयत कुछ ठीक नहीं चल रही तो मैं उसे डॉक्टर के पास ले गया। डॉक्टर ने कुछ टेस्ट लिख दिए। जब हमने उन टेस्टो को करवाने के बाद डॉक्टर को रिपोर्ट दिखाई तो वह कहने लगे कि आप की पत्नी प्रेग्नेंट हो चुकी हैं। जब यह बात मैंने सुनी तो मैं बहुत ही खुश हो गया और जब मैंने अपने घर में अपने पिताजी को यह बात बताई तो वह भी बहुत खुश थे और कहने लगे यह तो बहुत ही खुशी की बात है।

मेरी पत्नी प्रेगनेंट थी इस वजह से वह घर का काम नहीं कर सकती थी, तो मैंने सोचा क्यों ना मैं किसी को घर पर काम के लिए रख लूं। मैंने जब अपने पुराने दोस्तों से इस बारे में बात की तो वह कहने लगे हम तुम्हारे घर पर किसी को काम के लिए भेज देंगे। मेरे एक दोस्त ने मेरे घर पर एक महिला को भेज दिया। जब वह महिला मेरे पास आई तो उन्होंने मुझे बताया कि मुझे रवीश ने भेजा है। मैंने जब उनसे पूछा कि आपका नाम क्या है तो उन्होंने अपना नाम बताया उनका नाम लता है। मैंने लता को सारी चीजें समझा दी और कहा कि मेरी पत्नी प्रेग्नेंट हो चुकी हैं और तुम्हें ही घर का सारा काम देखना है क्योंकि वह पहले घर का सारा काम देखती थी लेकिन अब वह यह सब नहीं कर सकती। उसे आराम की जरूरत है और तुम्हें ही अब सारा काम संभालना पड़ेगा। वो कहने लगी की आप बिल्कुल भी चिंता मत कीजिए मैं घर का सारा काम संभाल लूंगी। जब उसने मुझे आश्वासन दिया तो मैं अब संतुष्ट हो चुका था क्योंकि पिताजी की तबीयत भी ठीक नहीं रहती थी और उन्हें भी समय पर खाना चाहिए होता था, जिससे कि वह अपनी दवाइयां ले सकें और अब सरिता को भी आराम बहुत जरूरत था। उसी दौरान मुझे मेरी कंपनी से इंटरव्यू का ऑफर आ गया। जब मैं इंटरव्यू देने के लिए मुंबई गया तो कुछ दिन मैं मुंबई में ही रुका हुआ था और मैं अपने घर में फोन कर दिया करता था। जब मैं घर में फोन करता तो मैं अपने पिता से सरिता के बारे में पूछ लेता कि उसकी तबीयत कैसी है, वह कहते कि वह तो ठीक है।

मैंने उनसे पूछा की लता घर का काम अच्छे से कर रही है या नहीं, वह कहते कि वह घर का बहुत ही अच्छे से काम कर रही है। अब मैं बिल्कुल ही निश्चिंत हो चुका था और कुछ दिनों बाद मैं भी घर लौट के गया था। मैंने देखा कि लता बहुत ही अच्छे से काम कर रही है और वह समय पर ही सबके लिए खाना बना देती है। मैंने उससे कहा कि तुम घर का बहुत ही अच्छे से काम कर रहे हो और मैं तुम्हारे काम से बहुत ही खुश हूं। जब मैं मुंबई से लौटा तो मैंने उसे लौटते ही उसकी एक महीने की तनख्वाह दे दी थी क्योंकि उसे हमारे घर पर काम करते हुए एक महीने से ऊपर हो गया था। अब हमारे घर में ऐसे ही चल रहा था और उसी दौरान मुझे मेरी कंपनी से फोन आ गया और वह लोग कहने लगे कि आपको अगले महीने हमारी कंपनी में ज्वाइन करना है और वहां पर मुझे बहुत ही अच्छी सैलरी भी मिल रही थी। जब यह बात मैंने अपनी पत्नी को बताई तो वह खुश हो गई और कहने लगी कि यह तो बहुत ही अच्छी बात है कि आपका दूसरी कंपनी में अच्छी सैलरी पर हो गया है। मुझे इस बात की बहुत ही खुशी है और कहीं ना कहीं मैं भी अंदर से बहुत ही खुश था। मुझे भी बहुत खुशी हो रही थी कि मुझे दूसरी जगह पर नौकरी मिल गई है क्योंकि मुझे उम्मीद नहीं थी कि इतनी जल्दी मुझे दूसरी जगह नौकरी मिल जाएगी। लता हमारे घर पर अच्छे से काम कर रही थी और वह मेरे पिता का भी ध्यान रखती थी इसी वजह से मैं बिल्कुल निश्चिंत था। मेरी पत्नी भी अब प्रेगनेंट हो चुकी थी और मैंने कई दिनों से किसी को भी चोदा नहीं था मेरा मन उस दिन कुछ ज्यादा ही कर रहा था तभी मेरे कमरे में लता आ गई। मैं अपनी कुर्सी में बैठा हुआ था और लता पोछा मार रही थी उसके स्तन मुझे दिखाई दे रहे थे। उसके बड़े बड़े स्तन देखकर मेरा मूड खराब होने लगा। मैंने उसे अपने पास बुलाते हुए कहा कि मैं तुम्हें कुछ पैसे दूंगा और तुम्हें मुझे खुश करना है जब मैंने उसे पैसे दिए तो वह बहुत खुश हो गई और मेरे साथ सेक्स करने के लिए तैयार हो गई। मैं उसे अपने गेस्ट रूम में ले गया और मैंने अपने लंड को बाहर निकालते हुए उसके मुंह में डाल दिया वह बहुत ही अच्छे से मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर बाहर कर रही थी।

मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था जब वह मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर समा रही थी। काफी देर ऐसा करने के बाद मैंने उसके कपड़े उतार दिए और उसके बड़े बड़े स्तनों को मैंने अपने हाथ में लिया तो मुझे बहुत अच्छा लगा। मैंने अब उसके स्तनों को अपने मुंह में लेकर चूसना शुरू कर दिया मैं उसके स्तनों को अपने मुंह में लेकर चूसता तो लता की भी उत्तेजना पूरे चरम सीमा पर पहुंच जाती। मैंने अब उसकी योनि को भी चाटना शुरू कर दिया। उसकी योनि से ज्यादा ही पानी बाहर निकलने लगा तो मैंने तुरंत ही अपने लंड को उसकी योनि में डाल दिया। जब मैंने अपने लंड को उसकी योनि में डाला तो वह चिल्लाने लगी और मैंने उसके दोनों पैरों को कसकर पकड़ लिया। मैं उसे बड़ी तीव्र गति से धक्के मार रहा था जिससे कि उसका पूरा शरीर हिल रहा था और मैं उसके स्तनों का रसपान करता जाता। मैंने उसे इतनी तेज झटके मारे कि मेरा लंड पूरी तरीके से छिल चुका था क्योंकि मैंने बहुत समय से अपनी पत्नी के साथ सेक्स नहीं किया था। जब मेरा लंड उसकी चूत के अंदर बाहर होता तो वह बड़ी तेज मादक आवाज निकालने  लगी। मैंने उसे 20 मिनट तक ऐसे ही धक्के मारने जारी रखा उसके बाद मेरा वीर्य गिरने वाला था तो मैंने अपने लंड को उसके मुंह के अंदर डाल दिया। उसने मेरे लंड इतने अच्छे अपने मुंह के अंदर लिया कि मेरे माल उसके मुंह के अंदर ही गिर गया और उसने वह सब अपने अंदर ही समा लिया।