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मेरा नाम संतोष है और मैं पानीपत का रहने वाला हूं, मेरी उम्र 30 वर्ष है। मेरी शादी को 3 वर्ष हो चुके हैं लेकिन मैं अपनी शादी से बिल्कुल भी खुश नहीं हूं क्योंकि मेरे और मेरी पत्नी के बीच में बहुत ज्यादा झगड़े होते हैं इसी वजह से मैं बहुत ही ज्यादा तनाव में रहने लगा हूं, मैंने अपना काम भी छोड़ दिया था। अब मैं कुछ भी काम नहीं करता और घर पर ही रहता था। मेरे पापा मुझे बहुत डांट देते और कहते थे कि जब से तुम ने शादी की है उसके बाद से ही तुम्हारी स्थिति बहुत ही बुरी हो गई है। मेरी पत्नी से मेरी लव मैरिज हुई थी। हम एक-दूसरे को कॉलेज में पसंद करते थे इसीलिए हम दोनों ने लव मैरिज कर ली। जब हमने लव मैरिज की तो मेरे पापा उस वक्त ही मेरी शादी के खिलाफ थे और कहने लगे कि तुम्हें यह शादी नहीं करनी चाहिए क्योंकि उन्हें पता था कि यदि  मैं यह शादी में करूंगा तो मैं बर्बाद हो जाऊंगा क्योंकि मेरी पत्नी के घरवालों की इमेज बहुत ही खराब थी।

वह लोग भी पानीपत में ही रहते हैं परंतु उन लोगों की बिल्कुल भी इज्जत नहीं है उसके पिताजी बहुत ज्यादा शराब पीते हैं और वह बहुत ही बदनाम है, इसी वजह से मेरे पिता ने मुझे मना कर दिया और कहा कि तुम बहुत ही गलत कर रहे हो लेकिन उसके बावजूद भी मैने शादी कर ली और जब मैंने शादी की तो मेरे पिताजी ने कई समय तक मुझसे बात नहीं की। जब उन्होंने मुझसे बात नहीं की तो मुझे भी बहुत बुरा लगने लगा लेकिन धीरे-धीरे वह समझ गए और मैं भी उनसे बात करने लगा था। मेरी मां मुझसे बहुत ज्यादा गुस्सा थी। वह भी मुझसे बिल्कुल बात नहीं कर रही थी लेकिन अब वह लोग मुझसे बात करने लगे थे परंतु मेरी स्थिति बहुत ही बुरी हो गई क्योंकि मैं अंदर से पूरी तरीके से टूट चुका था। जब से मेरे झगड़े मेरी पत्नी से शुरू हुए, तब से मैं घर में भी किसी से बात नहीं करता और सिर्फ शराब ही पीता रहता था। यह बात मेरे पिताजी को बहुत ही बुरी लगती थी और वह मुझे हमेशा कहते रहते थे कि यदि मैं जिंदा नहीं होता तो तुम्हारा खर्चा कौन उठाता, क्योंकि मेरे पिता एक अच्छे पद से रिटायर थे और उन्हें पेंशन मिलती थी इसीलिए हमारे घर का खर्चा चल पा रहा था। मेरी बड़ी बहन की भी शादी को हुए काफी समय हो चुका है, वो जब भी हमारे घर आती है तो मुझे देखकर बहुत ही दुखी हो जाती है और कहती है कि तुमने अपना यह क्या हाल बना लिया है।

मैं उसे कहता कि मैं अब अंदर से पूरी तरीके से टूट चुका हूं क्योंकि मेरी पत्नी का अफेयर किसी और के साथ चल रहा है। जब से मुझे मेरी पत्नी के अफेयर के बारे में पता चला तब से मैं अंदर ही अंदर घुट रहा था, यह बात सिर्फ मैंने अपनी बहन को ही बताई थी और मैंने यह बात किसी को भी नहीं बताई क्योंकि यदि मैं किसी को यह बात बताता तो सब लोग मेरा ही मजाक उड़ाते, वह कहते की तुमने लव मैरिज की है उसके बावजूद भी तुम अपने घर को नहीं संभाल पा रहे हो, इसीलिए मैं यह बात किसी को भी नहीं बताना चाहता था। मैं अंदर ही अंदर से टूटता जा रहा था, मुझे भी ऐसा लग रहा था कि मैंने बहुत ही गलत किया जो अपनी पत्नी से शादी कर ली, यदि मैंने अपने पिता की बात मान ली होती तो शायद आज यह नौबत ना आती। मुझे वाकई में अपने आप पर अफसोस हो रहा था क्योंकि मेरा सब कुछ खत्म हो चुका था। मेरी जितनी भी सेविंग थी वह भी मैंने खत्म कर दी थी और मेरे पास कुछ भी नही बचा था, जिससे कि मैं अपना खर्चा चला संकू। मुझे अपने पिताजी से पैसे मांगे पढ़ते थे और अब वह भी मुझे पैसे नहीं देते थे। मुझे भी अपने आप पर शर्म आती थी और कई बार ऐसा लगता था कि मैं यह क्या कर रहा हूं मुझे अपने पिताजी से पैसे मांगने पढ़ रहे हैं लेकिन मैं इतना ज्यादा तनाव में था कि मैं यह बात किसी को भी नहीं बता पा रहा था। मेरी पत्नी मेरे सामने अपने बॉयफ्रेंड को फोन करती थी और मुझे बहुत ही बुरा लगता था, वह मुझसे छुपा देती कि मैं अपने घर में बात कर रही हूं।

मैं जब भी उसे इस बारे में बात करता तो वह कहती कि तुम मुझ पर  शक क्यो करते हो लेकिन मैंने उसे अपनी आंखों से देखा था इसलिए मैं उससे इस बारे में बात करता था, मैं बेवजह उस पर शक नहीं कर रहा था। मुझे यह बात मालूम थी कि उसका किसी और से अफेयर चल रहा है। मेरे जितने भी दोस्त हैं उन सब से मेरा संबंध टूट चुका था क्योंकि मैं किसी के भी संपर्क में नहीं था और यदि मैं किसी के सम्पर्क भी रखना चाहूं तो वह मुझसे बात करना भी पसंद नहीं करते थे और मुझे देखकर वह अपना रास्ता ही बदल लिया करते थे। मुझे यह बात बहुत ही बुरी लगती थी क्योंकि मैंने हमेशा ही अपने दोस्तों की मदद की लेकिन जब मुझे किसी की मदद की आवश्यकता थी तो किसी ने भी मेरी मदद नहीं की और ऐसे ही मेरा समय बीत रहा था लेकिन मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि मुझे क्या करना चाहिए और इस वक्त क्या चीज सही रहेगी जो मेरे लिए अच्छी होगी। मुझे कुछ भी समझ नहीं आता और मैं सिर्फ शराब के नशे में हूं डूबा रहता था। मैं कई दिनों तक घर पर भी नहीं आता था, मेरी मां मेरी पत्नी से झगड़ा करती थी और कहती थी कि तुमने हमारे लड़के की जिंदगी खराब कर दी है, वो कहती थी कि मैंने तुम्हारे लड़के की जिंदगी खराब नहीं की बल्कि उसने ही मेरी जिंदगी बर्बाद कर रखी है, मुझे उसने क्या क्या सपने दिखाए थे और अब वह घर पर ही बैठा रहता है, वह ना ही कुछ काम कर रहा है और ना ही मुझे खुश रख पा रहा है, मुझे बहुत बुरा लगता है जब वह घर पर ही रहता है। जब यह बात मेरी मां ने सुनी तो उन्हें भी बहुत बुरा लगा और वह कहने लगी कि वह तुम्हारी वजह से ही बर्बाद हुआ है यदि तुम्हारे लक्षण अच्छे होते तो तुम इस प्रकार से कभी भी उसे बर्बाद ना होने देती।

मेरी पत्नी को भी यह सब मालूम था कि उसी की वजह से सारे घर की स्थिति खराब हुई है। मेरे पिताजी तो मुझसे बिल्कुल भी बात करना पसंद नहीं करते थे और यदि मैं उनसे बात भी करता था तो वह मुझसे ज्यादा बात नहीं किया करते थे। जब उन्हें कुछ काम होता तो उसी वक़्त वो मुझसे बात किया करते हैं क्योंकि मैं ज्यादा नशे की हालत में ही रहता था इसी वजह से वह मुझसे बिल्कुल भी बात करना पसंद नहीं करते थे। अब ऐसे ही समय बीत रहा था और मैं बहुत ज्यादा शराब पीने लगा। एक दिन मैंने इतनी ज्यादा शराब पी ली की मैं रास्ते में ही लेट गया और मुझे कुछ भी होश नहीं था, ना जाने कहां से मेरा दोस्त गौतम आया और वह मुझे अपने साथ अपने घर ले गया। जब मुझे होश आया तो मैंने गौतम को देखा,  उसने मुझे देखते ही कहा कि तुमने अपनी यह क्या हालत बना ली है। मैंने उसे कहा बस मेरी पत्नी से मेरे झगड़े होते हैं और मैं बिल्कुल भी उससे बात नहीं करता इसी वजह से मैं शराब पीता हूं। उसे भी मेरी स्थिति के बारे में पता था क्योंकि मेरे दोस्तों ने उसे सब जानकारी दे दी थी। जब मैं गौतम के घर में था तो उसकी पत्नी भी घर पर थी और उसकी मम्मी भी घर पर थी। वह लोग बहुत ही गुस्सा हो रहे थे पर फिर भी वह मुझे घर ले आया था। उस दिन बहुत रात हो चुकी थी इसलिए मैं उनके घर पर ही रुका हुआ था। जब मैंने गौतम को अपनी सारी कहानी बताई तो उसे भी बहुत बुरा लगा। उसकी पत्नी भी उसी के बगल में बैठ कर सब सुन रही थी और वह भी बहुत दुखी थी। उसकी पत्नी का नाम सरिता है और वह नेचर की बहुत ही अच्छी है।  गौतम ने उस दिन मुझे अपने घर पर ही रुकवाया और हम लोग खाना खा  चुके थे। मेरा पास सरिता आई वह मुझसे कहने लगी कि मुझे आपसे बहुत ही हमदर्दी है। मैंने उसे पूछा कि गौतम कहां है वह कहने लगी कि गौतम सो चुका है जब सरिता मेरे बगल में बैठी हुई थी तो उसने पतली सी मेक्सी पहनी हुई थी जिसमें उसके बड़े बड़े स्तन दिखाई दे रहे थे और उसकी गांड का पूरा सेप बाहर आ रखा था। उसने जैसे ही मेरे हाथ पर अपने हाथ को रखा तो मुझे बहुत अच्छा लगने लगा मैं बहुत ही खुश हो गया। मैंने उसके स्तनों को दबा दिया जैसे ही मैंने उसके स्तनों को दबाया तो उसने मुझे तुरंत ही किस कर लिया और उसने मेरे होठों को बहुत अच्छे से चुमना शुरू कर दिया।

मैंने भी उसे कसकर पकड़ लिया उसके होठों से मैंने खून निकाल दिया मैंने उसे बिस्तर में लेटाते हुए उसकी मैक्सि को ऊपर किया तो उसकी योनि में हल्के हल्के बाल थे। मैंने जैसे ही उसकी योनि पर अपनी जीभ लगाई तो उसकी उत्तेजना बहुत ज्यादा बढ़ गई  वह पूरे मूड में आ गई। मुझसे भी बिल्कुल नहीं रहा गया और मैंने भी अपने लंड को बाहर निकालते हुए सरिता के मुंह के अंदर डाल दिया। वह मेरे लंड को बहुत ही अच्छे से चूसने लगी मेरे लंड से पानी निकलने लगा था। मैंने जैसे ही उसकी योनि में अपने लंड को लगाया तो उसने अपने दोनों पैर चौडे कर लिए मेरा लंड उसकी योनि के अंदर तक जा चुका था जैसे ही मेरा लंड उसकी चूत में गया तो वह चिल्लाने लगी और उसके मुंह से बड़ी तेज चीख निकल गई। मेरा लंड कई दिनों से चूत का भूखा था इसलिए मैंने उसे बड़ी तेजी से धक्का मारना शुरू कर दिया। मैंने उसे इतनी तेज तेज झटके मारे की उसका पूरा शरीर हिलने लगा और मेरा लंड उसकी योनि से रगड़ने लगा मुझे भी बड़ा मजा आ रहा था और वह भी पूरे मूड में आ चुकी थी। मैंने उसके दोनों पैरों को अपने कंधे पर रखते हुए बड़ी तेजी से धक्का मारा जिससे कि मेरे लंड से कुछ ज्यादा ही गर्मी बाहर आने लगी। मैंने उसे 200 झटके मारे और उसके बाद मेरा वीर्य पतन उसकी योनि के अंदर ही हो गया मुझे बहुत अच्छा महसूस हुआ जब मैंने उसे चोदा।

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