बड़ी मुश्किल है लंड की बाबु

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मेरी कहानी पढने वाले लड़कों को मेरा अस्सलाम वालेकुम और जो लड़कियां ये कहानी पढ़ रही है उनको मेरे 6 इंच के लंड से सलाम | मेरा नाम है अली और मैं भोपाल का रहने वाला हूँ | मेरी हाइट 5 फीट 11 इंच है और रंग सांवला है | मेरा लंड एकदम काला है और बड़ा भी | मेरे घर में मेरे अम्मी अब्बू और मेरी दो बड़ी बहनें है और एक छोटा भाई भी | मेरी सबसे बड़ी बहन तो देखने में ठीक ठाक ही है लेकिन दूसरी बहन जिसका नाम है रुबीना वो तो गज़ब का पटाखा है | मैं कभी कभी उसको चोदने के बारे में सोचता रहता हूँ और कभी कभी तो उसके हलके से दूध दिख जाए तो मुट्ठ भी मार लेता हूँ | अब मैं आपको बताता हूँ की कैसे मैंने अपनी पटाखा बहन को चोदा |

एक बार की बात है रुबीना बाथरूम में नहा रही थी और मैं बाहर वाले कमरे में बैठ कर टी.वी. देख रहा था | तभी उसने मुझे आवाज़ लगाई कि बासिद तौलिया दे दो | मैंने तौलिया उठाई और बाथरूम के पास जाके उसको पकडाई | वो दरवाज़े के पीछे खड़ी थी और एक हाँथ बाहर निकला हुआ था | तभी मेरे दिमाग में मस्ती सूझी तो मैंने कहा दीदी नीचे कॉकरोच है | वो एकदम से डर गई और उसने दरवाज़ा छोड़ दिया जिसकी वजह से दरवाज़ा खुल गया और मुझे उसके पुरे नंगे बदन का दीदार हो गया | उसका बदन बेहद गोरा था दूध तो अच्छे थे ही लेकिन गांड बिलकुल गोल मटोल थी माशाल्लाह | उसके हुस्न पे मैं फ़िदा हो गया और थोड़ी देर बाद बाथरूम में जा कर, वही सब सोच सोच के मुट्ठ मरने लगा |

कुछ दिन बाद जब मैं छत पर गया तो वो मेरे पडोसी लड़के जावेद से बात कर रही थी | मुझे देखते ही उसने जावेद से कुछ बोला और नीचे चली गई | इसी तरह से मैंने उसे कई बार जावेद से बात करते देखा तो मेरे मन में शक पैदा हुआ | फिर एक बार मैंने दीदी का मोबाइल लिया ये कह कर कि मुझे किसी को कॉल करना है और फ़ोन लेकर बाहर आ गया | फिर मैंने फ़ोन की छानबीन करी तो पता चला कि दीदी का जावेद के साथ लफड़ा चल रहा है | वो लोग रोज बात करते थे और चुदाई की बातें भी करते थे | मैंने थोडा बहुत पढ़ा और अन्दर जा कर मोबाइल दीदी को दे दिया | कुछ दिन बाद मैंने फिर से जासूसी के लिए दीदी का मोबाइल लिया और फिर देखते देखते मैंने गैलरी खोल ली | जैसे ही मैंने गैलरी खोली तो उसमे दीदी की नंगी फोटोस पड़ी थीं | मैंने सारी फोटोस अपने मोबाइल में डाल ली और मोबाइल दीदी को दे दिया |

ये सारी फोटोस मुझे मुट्ठ मारने के काम में आती थी | अब मैं कभी कभी दीदी की ब्रा और पैंटी को सूंघ कर भी मुट्ठ मार लेता था | मेरा लगाव दीदी की ओर बढता जा रहा था और मैं रोज ही ये सोचता था की दीदी को कैसे चोदुं | फिर एक बार मैं घर के बाहर खड़ा था तो दीदी निकली और कहीं जाने लगी | कुछ ही देर में जावेद भी बाहर निकल कर जाने लगा और मुझे शक हुआ तो मैंने उनका पीछा किया | रुबीना दीदी जावेद के साथ उसकी गाड़ी पर बैठ कर कहीं जाने वाली थी | तभी मेरा एक दोस्त आया तो मैंने उससे कहा कि भाई गाड़ी देना अभी आता हूँ | फिर मैंने उनका पीछा किया तो उन लोग किसी होटल जा रहे थे | मैं फिर वहाँ से वापस आ गया क्यूंकि मुझे पता था कि वो दोनों अन्दर चुदाई ही करेंगे |

अब मैंने ठान लिया था कि दीदी के जावेद से नजयाज़ संबंध को अपना हथियार बना के मैं दीदी को ब्लैकमेल कर सकता हूँ और उसे चोद भी सकता हूँ | फिर कुछ दिन के बाद अम्मी अब्बू और बड़ी दीदी बाहर चले गए हमारे अब्बू के चाचा ख़त्म हो गए थे | इसलिए अब 4-5 दिन तक हम तीन ही घर पर अकेले थे | मेरा छोटा भाई तो स्कूल चला जाता था सुबह सुबह और शाम को कोचिंग जाता था और रात को 8:30 बजे आता था इसलिए वो घर पर कम ही रहता था | घर पर मैं और मेरी रुबीना दीदी ही रहते थी | मैं भी ज्यादातर बाहर ही घूमता रहता था अपने दोस्तों के साथ इसलिए अब घर पर दीदी ही अकेली होती थी | इसी बात का फायदा उठा कर जावेद मेरे घर आकर मेरी दीदी को चोदता रहता था | मैं एक बार अपने दोस्तों के साथ घूम रहा था तो मुझे अब्बू का फ़ोन आया और उन्होंने कहा कि घर पर रहा कर नलायक और दीदी की घर के काम में मदद कर जा के | मैंने भी फ़ोन रखा और घर की तरफ गाड़ी मोड़ ली |

थोड़ी देर में मैं घर पहुंचा और अन्दर गया तो मुझे किसी के सिसकियाँ लेने की आवाजें आ रही थी | तो मैं दबे पैर अन्दर जाने लगा और यहाँ वहाँ देखने लगा | जैसे ही मैंने अन्दर वाले कमरे में देखा और जो देखा उससे मेरे पैर के नीचे की ज़मीन हिल गई | जावेद बिस्तर पर रुबीना दीदी को पीछे से चोद रहा था | मैंने सोचा कि अभी ऐसे ही चला गया तो कोई फायदा नहीं होगा | तो मैंने अपना मोबाइल निकला और उनका चोदते हुए वीडियो बनने लगा | मैंने करीब 5 मिनिट का वीडियो बनाया और फिर मोबाइल बंद करके दरवाज़े पे खड़ा हो गया | उनकी फ़ौरन मेरे पे नज़र पड़ी तो मुझे देख कर जावेद दुसरे दरवाज़े से भागने लगा | मैं जैसे ही उसके पीछे जाने को हुआ तो रुबीना दीदी ने मुझे पकड़ लिया और जावेद भाग खड़ा हुआ | फिर मैं पलटा और देखा कि दीदी बिलकुल नंगी मेरे सामने खड़ी है | मैंने जैसे तैसे खुद को रोका और कहा कि ये सब क्या है दीदी ?

तो दीदी बोली मैं और जावेद एक दुसरे को बहुत पसंद करते हैं और निकाह करना चाहते है | फिर दीदी मुड़ी और कपडे उठाकर पहनने लगी | तो मैंने कहा कि ये सब निकाह के पहले अच्छा नहीं लगता और अब्बू को पता चला तो वो ये निकाह नहीं होने देंगे | उन्होंने कहा कि उनको कौन बताएगा ? तुम | मैंने कहा हाँ मैं ज़रूर बताऊंगा | दीदी ने कहा कि वो तुम्हारी बात मानेंगे, तो मैंने कहा कि क्यों नहीं मानेंगे | तो दीदी ने कहा की अब्बू तुम्हारी बात क्यों मानेंगे तुम्हारे पास कोई सबूत है क्या ? फिर मैंने अपना हथियार वो वीडियो दिखाया | दीदी बोली तू कितना कमीना है रे बासिद तूने अपनी दीदी को भी नहीं छोड़ा | तो मैंने बोला कि छोड़ दूंगा लेकिन तुम्हें मुझ से चुदवाना होगा | तो दीदी ने मुझे चांटा मार दिया और मुझे गुस्सा आ गया | मैंने कहा कि ठीक है अब अब्बू से बात करना तुम और बाहर वाले कमरे में चला गया |

थोड़ी देर बाद दीदी मेरे पास आई और कहा कि तुम अब्बू को कुछ नहीं कहोगे | फिर दीदी ने कपडे उतारे और कहा कि बदले में तुम मेरे साथ जो करना चाहते हो कर लो | दीदी का नंगा बदन देख कर मुझ से कंट्रोल नहीं हुआ और मैं दीदी पर टूट पड़ा | मैंने दीदी को सोफे पे बैठा दिया और उनके दूध चूसने लगा | मैंने उनके दूध को खूब चूसा लेकिन दीदी के मुंह एक आवाज़ नहीं निकली | फिर मैंने दीदी को किस करना चाहा तो दीदी ने किस नहीं किया | फिर मैंने सोचा छोड़ो किस और पैन्ट उतार कर अपना लंड दीदी के मुंह के पास ले गया और कहा चुसो | दीदी ने मुझे देखा तो उनकी आँखें भरी हुई थी लेकिन फिर भी उन्होंने मेरा लंड पकड़ा और मुंह में डाल लिया | मुंह में डाल कर दीदी धीरे धीरे मेरा लंड चूसने लगीं | तो मैंने दीदी का सिर पकड़ा और उनके मुंह में अन्दर तक लंड डालने लगा | फिर मेरा मुट्ठ उनके मुंह में ही निकल गया और दीदी ने मेरा मुट्ठ थूक दिया |

फिर मैंने दीदी को सोफे पे लेटा के उनकी चूत चाटने लगा | मैं बड़े मज़े से दीदी की चूत चाट रहा था कि मुझे याद आया की इस चूत को तो अभी जावेद चोद रहा था | मुझे बड़ा ही अजीब सा लगा और मैंने चूत चाटना छोड़ दिया और उसकी चूत में ऊँगली डालने लगा | अब दीदी हलकी हलकी सिस्कारियां लेने लगी तभी मैंने दीदी की तरफ देखा तो उसने अपनी नज़रें घुमा ली | फिर मैंने उसकी चूत में अपना लंड डाला और उसको चोदने लगा | दीदी अब आहाहाह आहाह्हा अह्ह्ह्ह की आवाजें निकालने लगी | मैंने दीदी को और जोर से चोदना शुरू किया और फिर उसे घोड़ी बना दिया और पीछे से लंड डाल के उसकी चूत मारने लगा | अब दीदी को भी मज़ा आ रहा था | फिर थोड़ी देर बाद मैं दीदी की चूत में ही झड गया और दीदी बिना कुछ बोले ही अन्दर चली गई | फिर मैंने कई बार उसी वीडियो से ब्लैकमेल करके दीदी को खूब चोदा और गांड भी मारी जो की बहुत टाइट थी |