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किराएदार से अपनी चूत मरवाई तो मजा आ गया
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HOT Free XXX Hindi Kahani

मेरा नाम निकिता है मैं लखनऊ की रहने वाली हूं, मेरी उम्र 28 वर्ष है। मेरे माता-पिता भी लखनऊ में ही रहते हैं। मेरी शादी को 6 महीने हो चुके हैं और जब मेरी शादी हुई तो उसके बाद मैं और मेरे पति घूमने के लिए जयपुर गए थे। हम लोगों ने जयपुर में काफी अच्छा समय बिताया और मुझे मेरे पति सूरज के साथ समय बिता कर बहुत अच्छा लगा। जब सूरज और मेरी पहली मुलाकात हुई तो मुझे वह पहली मुलाकात में ही पसंद आ गए थे क्योंकि उनका व्यवहार मुझे बहुत अच्छा लगा। सूरज एक सरकारी नौकरी पर है और वह अच्छे पद पर हैं। जब सूरज और मेरी पहली मुलाकात हुई तो सूरज ने मुझसे पूछा था कि क्या कभी तुम इससे पहले रिलेशन में थी, मैंने सूरज को साफ-साफ बता दिया था कि मेरा कॉलेज के समय में एक लड़के के साथ रिलेशन था लेकिन उसके बाद से हम दोनों का कोई भी संपर्क नहीं है और सूरज ने भी मुझे अपनी पिछली जिंदगी के बारे में सब कुछ बता दिया था इसलिए मुझे सूरज बहुत पसंद आया। मुझे लगा कि सूरज से मैं शादी कर के बहुत खुश रहूंगी इसलिए मैंने सूरज के साथ शादी की और शादी के बाद हम दोनों बहुत अच्छे से रह रहे हैं। मुझे सूरज से कोई भी परेशानी नहीं है लेकिन धीरे-धीरे ना जाने उनका व्यवहार मेरे प्रति क्यों बदलने लगा और वह मुझसे अब कम ही बात करते हैं।

मैंने सूरज से इस बारे में पूछा तो वह कहने लगे कि मैं अपने काम में ज्यादा बिजी हो गया हूं इसलिए मैं तुम्हें समय नहीं दे पा रहा हूं। मैंने सूरज से कहा कि मुझे लगा शायद आप मेरी किसी बात को अपने दिल पर लगा कर बैठ गए हैं इसलिए मुझसे बात नही कर रहे हैं। सूरज मुझसे कहने लगे ऐसी कोई भी बात नहीं है तुम बेकार में अपने दिमाग में यह सब फितूर बैठा रही हो। सूरज के माता पिता भी हमारे साथ ही रहते हैं और सूरज के पिताजी अब रिटायर हो चुके है। हमारे घर में हमारे किराएदार रहते हैं, उनका नाम रमेश है और वह शादीशुदा है। उन्हें हमारे घर पर रहते हुए काफी समय हो चुका है इसलिए उनके साथ हमारा रिलेशन बहुत अच्छा है। मैं जब से अपने ससुराल आई हूं उससे काफी समय पहले से ही रमेश हमारे घर पर रहते हैं और उनका अक्सर हमारे घर पर आना जाना रहता है।

सूरज उन्हें भैया कह कर बुलाते हैं, उनके और सूरज की बहुत अच्छी बातचीत है। एक दिन सूरज ने मुझे अपने ऑफिस से फोन किया और कहने लगे कि तुम तैयार हो जाना, मैं आज जल्दी घर आ जाऊंगा। मैंने उन्हें कहा ठीक है वह कहने लगे कि हमें किसी रिश्तेदार के घर पर जाना है उन्होंने एक छोटी सी पार्टी रखी है और उन्होंने हमें इनवाइट किया है। मैंने उन्हें कहा कि आपने मुझे यह सब पहले क्यों नहीं बताया, वह कहने लगे कि मुझे भी उन्होंने अभी कुछ देर पहले ही फोन किया और कहा कि हम लोगों ने ज्यादा बडा अरेंजमेंट नहीं किया है। मैं अब जल्दी तैयार होने लगी और उसके बाद सूरज घर आ गए लेकिन मैं अभी भी तैयार नहीं हुई थी और सूरज मुझसे कहने लगे कि मैंने तुम्हें इतने समय पहले ही फोन कर दिया था परंतु तुम उसके बावजूद भी अभी तक तैयार नहीं हुई हो। मैंने सूरज से कहा कि तैयार होने में समय लगता है मैं घर का काम कर रही थी और मुझे बिल्कुल भी समय नहीं मिल पाया इसीलिए मैं तैयार नहीं हुई। मैं जल्दी जल्दी तैयार हो रही थी लेकिन सूरज मुझ पर बहुत गुस्सा हो गए और वह कहने लगे यदि तुम्हें ज्यादा समय लग जाएगा तो हम लोग वहां लेट से पहुंचेंगे। मैंने सूरज से कहा कि तुम मुझे कुछ वक्त दो मैं जल्दी से तैयार हो जाती हूं और उसके बाद हम लोग वहां चल पड़ेंगे, लेकिन सूरज मुझ पर बहुत गुस्सा हो गया और उसके बाद जब हम लोग उनके घर पहुंचे तो हमें काफी लेट हो चुकी थी। वह लोग पूछने लगे कि तुम लोग काफी लेट आ रहे हो, सूरज ने उन्हें कहा कि हमें रास्ते में आने में बहुत देर हो गई क्योंकि रास्ते में बहुत ट्रैफिक था इसी वजह से हम लोग लेट हो गए। अब हम लोग उनकी पार्टी में बैठे हुए थे और सूरज मुझसे बिल्कुल भी बात नहीं कर रहे थे क्योंकि वह मुझ पर गुस्सा थे। मैंने उनसे बात की तो वह कहने लगे की तुम हमेशा ही इस प्रकार से करती हो। मैंने उन्हें कहा कि मैंने जानबूझकर ऐसा नहीं किया मुझे लेट हो गई क्योंकि घर का बहुत काम था लेकिन थोड़ी देर बाद सूरज का मूड ठीक हो गया और वह भी मुझसे बात करने लगे। हम दोनों ही अब बात कर रहे थे और कुछ देर बाद सूरज और मैं डांस भी कर रहे थे।

हमने कुछ देर तक डांस किया और उसके बाद जब पार्टी खत्म हो गई तो हम लोग अपने घर आ गए। जब हम लोग घर आ रहे थे तो उस वक्त मैंने सूरज से उसका फोन ले लिया और जब मैंने सूरज का फोन देखा तो सूरज ने किसी लड़की के साथ अपनी फोटो अपने मोबाइल में डाली हुई थी। मैंने उस वक्त सूरत से कुछ भी नहीं कहा लेकिन कुछ दिनों बाद मैंने जब सूरज से इस बारे में पूछा तो सूरज मुझे कहने लगे कि वह मेरी दोस्त है, मैंने उन्हें कहा कि आज तक कभी भी आपने मुझे उसके बारे में नहीं बताया। सूरज कहने लगे कि मैं हर चीज तुम्हें बताकर नहीं करूंगा और वह मुझ पर बहुत गुस्सा हो गए। उस दिन वह मुझ पर इतना गुस्सा हो गए कि उन्होंने आज से पहले कभी भी इस प्रकार से मुझसे बात नहीं की थी लेकिन उस दिन उन्होंने मुझसे बहुत ही बदतमीजी से बात की। मुझे भी बहुत बुरा लगा लेकिन मेरे दिमाग में अब यह बात बैठ चुकी थी कि सूरज का किसी और महिला के साथ रिलेशन है इसीलिए मैं हमेशा ही सूरज से इस बारे में पूछती थी लेकिन वह मुझे कभी भी नहीं बताते थे।

मैंने एक दिन रमेश जी से इस बारे में पूछा और कहा कि यदि आपको इस बारे में कुछ पता है तो आप मुझे बता दीजिए, वह कहने लगे कि मुझे इस बारे में कुछ भी नहीं पता, सूरज मेरे पास आता जरूर है लेकिन मुझे इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं है क्योंकि जब भी सूरज घर आते तो वह रमेश जी के साथ ही बैठा करते थे और उन्हीं के साथ वह काफी बात करते थे इसलिए मुझे लगा कि मुझे उनसे इस बारे में बात करनी चाहिए। जब उन्होंने मुझे मना किया तो उसके बाद मैंने एक दिन सूरज का फोन चेक किया और उस दिन भी उसके फोन में उसी लड़की के साथ उसकी फोटो थी। सूरज मुझसे बिल्कुल भी बात नहीं करता था और वह मुझे कहता कि तुम मुझ पर शक करती हो, मैंने उन्हें कहा कि मैं तुम पर बिल्कुल भी शक नहीं करती। मुझे भी यह आभास हो चुका था कि सूरज का किसी अन्य महिला के साथ चक्कर चल रहा है इसलिए मैंने उसे अब बिल्कुल भी बोलना छोड़ दिया था। एक दिन रमेश जी घर पर ही थे और उस दिन मैं उनसे सूरज के बारे में पूछने लगी, वह मुझे कहने लगे कि मुझे इस बारे में वाकई में नहीं पता लेकिन उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या तुम दोनों के रिलेशन में कुछ परेशानियां चल रही है, मैंने उन्हें सब कुछ बता दिया और वह कहने लगे कि तुम्हें इस बारे में सूरज से ही बात करनी चाहिए। मैंने उन्हें कहा कि मैं सूरज से इस बारे में कई बार बात कर चुकी हूं लेकिन वह हमेशा ही बात को घुमा देते हैं और मुझसे बिल्कुल भी इस बारे में बात नहीं करते। वह कहने लगे कि मैं इस बारे मे सूरज से बात करूंगा और उसे समझा लूंगा। मैंने उन्हें कहा कि आपकी बात यदि वह मान जाए तो मेरा रिश्ता टूटने से बच जाएगा क्योंकि अब हम दोनों के बीच में बिल्कुल भी प्यार नहीं बचा है। मेरी शादी को ज्यादा समय नहीं हुआ है। रमेश जी कहने लगे कि तुम बिल्कुल भी चिंता मत करो, मैं इस बारे में सूरत से जरूर बात करूंगा।रमेश जी मुझे कहने लगे कि आप बाहर की खड़ी है आप अंदर आकर बैठ जाइए। मै उनके साथ उनके कमरे में चली गई और जब मैं कमरे में गई तो मै उनके बिस्तर पर बैठी हुई थी और वह मेरे सामने वाली चेयर पर बैठे हुए थे। हम दोनों ही आपस में बात कर रहे थे कुछ देर बाद मुझे ऐसा प्रतीत हुआ कि उनका लंड खड़ा है।

मैंने जब उनके लंड पर अपना हाथ रखा तो मुझे भी बड़ा अच्छा महसूस होने लगा। उसके बाद उन्होंने अपने लंड को बाहर निकाल लिया और मैंने जैसे ही उनके लंड को देखा तो मुझे बहुत अच्छा लगा। मैंने उनके लंड को अपने मुंह के अंदर समा लिया और उनके लंड को अपने गले के अंदर तक ले लिया। मुझे बहुत मजा आ रहा था जब मैं उनके लंड को अपने मुंह के अंदर ले रही थी। काफी देर तक मैंने उनके लंड को ऐसे ही चूसा उसके बाद उन्होंने मेरे सारे कपड़े खोल दिए मुझे नंगा कर दिया। जब उन्होंने मेरे स्तनों को चूसा तो मुझे बड़ा अच्छा लगा उन्होंने मेरे स्तनों पर अपने दांत के निशान भी मार दिए। मेरी योनि से कुछ ज्यादा ही पानी बाहर की तरफ आने लगा था और जैसे ही मेरी योनि मै उन्होंने अपने लंड को डाला तो मैं चिल्ला उठी और मैं अपने पैरो को चौड़ा करने लगी। मैंने अपने दोनों पैरो को चौडा कर लिया वह बड़ी तेज गति से मुझे झटके दे रहे थे मुझे बहुत आनंद आ रहा था वह जिस प्रकार से मुझे धक्के दे रहे थे। मैं अपने मुंह से मादक आवाज निकाल रही थी और उन्हें बहुत अच्छा लग रहा था। उन्होंने भी मेरे दोनों हाथों को कसकर पकड़ लिया और मैंने अपने दोनों पैरो को चौडे किए हुए थे उनका लंड मेरी चूत के पूरे अंदर तक जा रहा था मुझे बड़ा अच्छा  लग रहा था। काफी देर उन्होंने ऐसा किया उसके बाद उन्होंने मुझे उल्टा लेटा दिया और मेरे ऊपर से उन्होंने जैसे ही अपने लंड को मेरी योनि के अंदर डाला तो मुझे बड़ा दर्द महसूस हुआ लेकिन कुछ देर बाद मुझे अच्छा महसूस होने लगा। मैं भी अपनी चूतडो को उनकी तरफ उठा रही थी और वह मुझे बड़ी तेजी से धक्के दे रहे थे। वह कह रहे थे मुझे तुम्हें चोदने में बहुत मजा आ रहा है मुझे भी उनका  लंड अपनी योनि में लेकर बड़ा अच्छा लग रहा था लेकिन हम दोनों ही एक दूसरे की रगडन को झेल नहीं पाए और उनका वीर्य मेरी योनि में गिर गया।

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