कपल लाइव सेक्स कहानी में एक रात कुछ आवाज से मेरी नींद खुली तो मैं छत पर बाहर निकला. सामने वाले घर से आवाजें आ रही थी. देखा तो उनका दरवाजा खुला था और भैया भाभी को चोद रहे थे.
दोस्तो, मेरा नाम अमित है. मेरी उम्र अभी 20 साल है और अभी मैं बीएससी की पढ़ाई कर रहा हूं.
मेरा घर यूपी के एक छोटे से गांव में है.
मेरी ये Couple Live Sex कहानी एकदम सच्ची है, जो कि मेरे ही घर के सामने की एक पड़ोस की भाभी की है.
दोस्तो, मैं जिन भाभी की बात यहां कर रहा हूँ, उनका घर मेरे घर के सामने ही है.
उनके परिवार के साथ मेरे घर वालों की बहुत अच्छी बनती है. हमारा और उनका घर एकदम पास होने के कारण मेरा भी उनके घर आना जाना रहता है.
भाभी मेरी अच्छी दोस्त भी हैं.
एक दिन रात को मैं सो रहा था अचानक से मेरी आंख खुल गई.
मैं फिर से सोने की कोशिश करने लगा.
पर पता नहीं क्यों मुझे नींद नहीं आ रही थी, तो मैं मोबाइल में वीडियो देखने लगा.
अचानक से मुझे कुछ आवाज सुनाई दी, तो मैं अपने कमरे से बाहर निकल आया.
दरअसल मेरा घर दो मंजिला है. मेरे घर की ऊपरी मंजिल पर कमरे के आगे खुली छत है.
उस वक्त गर्मियों का मौसम था तो मैं छत पर अकेला ही सोता हूँ, पर उसे कमरे में सोया था.
जब मैं कमरे से बाहर छत पर आया तो आवाज को सुनने की कोशिश करने लगा कि यह आवाज कहां से आई थी.
कुछ देर मुझे फिर से वही आवाज आई, तो मुझे समझ आ गया कि यह आवाज किसी और की नहीं बल्कि पड़ोस वाली भाभी की थी और वे शायद सिसक रही थीं.
मुझे तो कुछ देर तक तो लगा कि भाभी शायद बीमार हैं और उनको दर्द हो रहा है.
यह सोचते ही मुझे लगा कि मुझे अपने घर वालों को और उनके घर वालों को जगाना चाहिए.
पर मैंने थोड़ी देर इन्तजार करना ठीक समझा.
फिर अचानक से भाभी ने रोना बन्द कर दिया और अब उनकी सेक्सी आवाज निकलने लगी ‘अह अउह अआह अह उह उह उहउ!’
यह मादक ध्वनि सुनते ही मेरे तो पैरों तले से मानो जमीन खिसक गई कि अच्छा हुआ जो मैंने किसी को जगा कर यह सब बताया नहीं, वर्ना आज इज्जत के लौड़े लग जाते.
आप लोग ये सोच रहे होंगे कि मैं कैसे दूसरे के घर की बात की सुन सकता हूँ और वह भी रात को सेक्स करते हुए!
तो दोस्तो, मैं आपको बता देना चाहता हूँ कि जिन भाभी की मैं बात कर रहा हूँ, उनका कमरा हमारी छत के ठीक सामने है और उसमें दरवाज़ा भी नहीं है.
उनके कमरे के सामने हमारी छत का एक कोना है, जिधर कुछ कबाड़ रखा रहता है और उधर एक बांस की जाली लगी है.
दूसरी तरफ भाभी के कमरे में बस एक पर्दा लटका रहता है, जिसमें से सब दिखता है. ऊपर से भाभी अपने कमरे की लाइट भी चालू रखती हैं.
उस रात भी सब कुछ साफ दिख रहा था कि भैया उनको चोद रहे हैं!
तो मैं भी आराम से आवाज न करते हुए एकदम पास चला गया और भाभी और भैया की चुदाई देखने लगा.
मैंने देखा कि भैया ने एक बार भाभी को चोद कर अपना माल उनकी चुत में ही गिरा दिया था इसलिए भाभी उनको डांट रही थीं. क्योंकि अभी उनकी एक साल की ही बच्ची है और वे फिर से प्रेगनेन्ट नहीं होना चाहती थीं.
भाभी अपने पति को धमकी भी दे रही थीं कि यदि आप ऐसा करेंगे तो मैं मायके चली जाऊंगी.
फिर भैया ने मना लिया और दूसरे राउंड के लिए उनके ऊपर चढ़ गए थे.
शायद अभी भाभी का पानी नहीं निकला था तो वे भी उन्हें मना नहीं कर रही थीं.
भईया एक हाथ में भाभी की एक चूची लेकर मसल रहे थे तो अपने दूसरे हाथ से भाभी की चुत में उंगली कर रहे थे.
भाभी भी भरपूर मस्ती से उनका साथ दे रही थीं.
मैं देख रहा था कि भाभी भी उनका लंड हाथ में लेकर हिला रही थीं और साथ में उन दोनों का किस भी चल रहा था.
यह सब देख कर मैंने भी अपना लंड बाहर निकाल लिया था और मैं भी हिला रहा था.
कोई 5 मिनट तक किस करने और चुत में उंगली करने के बाद भैया ने भाभी की चुत पर अपना मुँह रखा और भाभी की चुत को चाटने लगे.
भाभी तो जैसे जन्नत में थीं, मीठी मीठी सिसकारियां ले रही थीं.
वे ‘अह अह … उहउ … इह …’ कर रही थीं और भैया कर सर अपनी चुत पर दबाए जा रही थीं.
फिर जब भैया ने अपना लंड भाभी को मुँह में लेने को बोला, तो वे नखरे दिखा रही थीं और भैया को गाली दे रही थीं.
‘भोसड़ी वाले साले चुत चाट मादरचोद!’
अब भैया ने भी गाली दी और 69 में आ कर अपना लंड भाभी के मुँह में मुँह में पेल दिया.
वे दोनों 69 का मजा लेने लगे.
भैया ने करीब 5 मिनट तक भाभी के मुँह में लंड पेला होगा कि अब भाभी से रहा नहीं गया.
उन्होंने अपनी पोजीशन बदली और वे भैया के ऊपर चढ़ गईं.
भैया को अपने नीचे ले कर भाभी खुद ही लंड की सवारी करने लगीं.
कुछ मिनट के बाद भाभी थक गईं और वे झुक गईं.
भैया उनके दूध चूसने लगे और नीचे से गांड उठा कर भाभी की चुत चोदने लगे.
फिर भाभी नीचे लेट गईं.
अब भैया ने उनके ऊपर चढ़ कर अपना लंड चुत पर सैट कर दिया और रगड़ने लगे.
फिर एक ही झटके में अपना पूरा 6 इंच का लंड अन्दर पेल दिया, जिससे भाभी को हल्का सा दर्द हुआ.
भैया ने जोश जोश में दस बारह धक्के मार दिए तो भाभी भी मजा लेने लगीं.
थोड़ी देर बाद वे दोनों मस्ती से चुदाई का मजा लेने लगे थे.
इधर मेरे लंड का हाल खराब हो गया था और मैं अपने लंड को जोर जोर से हिलाए जा रहा था.
मुझे डर भी लग रहा था कि कहीं कोई मुझे देख न ले. फिर भी मैं हिम्मत करके उनकी चुदाई देख रहा था.
करीब दस मिनट तक चुदाई चलने के बाद शायद भाभी झड़ने वाली थीं. उन्होंने नीचे से जोर लगाना शुरू कर दिया और ऊपर से भैया की गांड पर अपने हाथ से जोर जोर भैया को दबाए जा रही थीं.
ऐसा लग रहा था कि वे पूरा लंड अपनी चुत की जड़ तक अन्दर ले लेना चाहती थीं.
साथ में सिसकारियां लेती हुई भाभी बोल रही थीं कि आह मैं झड़ने वाली हूँ आह और जोर जोर से करो!
भईया भी जोर जोर से चोद रहे थे.
करीब दो मिनट बाद भाभी अचानक से झड़ गईं और शांत होकर लेट गईं.
पर भैया अभी भी झड़ने का नाम ही नहीं ले रहे थे. वे लगातार भाभी को चोदते जा रहे थे.
चूंकि भाभी झड़ चुकी थीं इसलिए उनकी चुत में पानी होने के कारण पूरे कमरे में फच फच की आवाज हो रही थी.
शायद इसी वजह से भैया को और जोश चढ़ रहा था और वे और जोर जोर से चुत में लंड बजा रहे थे.
करीब 5 मिनट बाद भाभी का फिर से मौसम बन गया और वे फिर से भैया का साथ देने लगीं.
भईया ने फिर से भाभी को पोजीशन बदलने के लिए बोला और उन्होंने भाभी को घोड़ी बना दिया.
भईया पीछे से आए और भाभी की चुत में लंड लगा दिया और उनकी कमर को पकड़ कर एक ही बार में पूरा लंड पेल दिया.
भैया का लंड भाभी की चुत के अन्दर तक घुसता चला गया.
इस बार भाभी को जरा सा भी दर्द नहीं हुआ क्योंकि भाभी की चुत बेहद गीली थी.
करीब 5 मिनट तक भैया ने भाभी को इसी पोजीशन में चोदा.
उस दौरान वे भाभी की दोनों चूचियों को अपने दोनों हाथों से मसल रहे थे.
भाभी की चुत से निकला हुआ माल उनकी चुत से नीचे टपक रहा था जो कि उस माहौल को और भी सेक्सी बना रहा था.
फिर अचानक से भैया ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और कुछ ही झटकों के बाद भैया ने फिर से अपने लंड का शीरा भाभी की चुत के अन्दर ही गिरा दिया.
वे हांफते हुए भाभी के ऊपर ही ढेर हो गए.
इस बार भाभी भी भैया को चुत में रस गिराने के लिए कुछ नहीं कह रही थीं.
क्योंकि शायद उनको भी खूब मजा आया था.
इसी बीच मैंने भी अपना माल गिरा दिया था और मैं वहां से बिना आवाज किये चुपके से निकल गया.
मैंने उस वक्त घड़ी में देखा तो एक बजे का टाइम हो गया था.
मैंने टाइम इसलिए देखा क्योंकि मुझे भी अब रोज इनकी चुदाई देखनी थी.
अब मैं वैसे ही करने लगा.
मैं रोजाना एक बजे उठ जाया करता था और मुझे उनकी चुदाई देखने को मिल जाया करती थी.
एक दिन तो उन्होंने हद ही कर दी.
मैं रोज की तरह उनका चुदाई देखने के लिए उठा तो देखा कि भैया भाभी सेक्स को लेकर ही झगड़ा कर रहे थे.
भाभी झगड़ा करती हुई बाहर आ गईं तो भैया भी बाहर आ गए.
उस रात वही समय हुआ था, मुझे लगा कि भाभी भैया की चोदने को नहीं दे रही थीं.
मगर भैया जी उन्हें पटा रहे थे.
अचानक भैया ने भाभी को बाहर ही छत पर पटक दिया और अपना लंड उनकी चुत में पेल कर जोर जोर से चोदने लगे.
भाभी दबी हुई आवाज में कराहने लगीं- साले हरामी, अन्दर चल कर चोद ले मादरचोद … खुली छत पर कहीं कोई देख न ले.
भईया उन्हें चोदते हुए बोले- जो देखे उसकी मां की चुत … साला मुठ ही तो मारेगा … अपना क्या नुकसान होगा!
भाभी हंसने लगीं और मस्ती से टांगें हवा में उठा कर चुदवाने लगीं.
करीब दस मिनट चोद लेने के बाद भैया ने अपना माल भाभी की चुत में ही गिरा दिया और वहां से उठकर कमरे में चले गए.
वे अपने बिस्तर पर लेट गए.
भाभी ने बाहर ही अपनी टांगें चौड़ी की और चुत दिखाते हुए उन्होंने चुत को एक कपड़े से पौंछ कर साफ किया.
मुझे उनकी भोसड़ी की अन्दर तक की फिल्म दिख रही थी, एकदम लाल लाल गुफा थी.
चुत पर झांटों का पहरा था.
मैंने भी कपल लाइव सेक्स देखकर अपने लंड की आखिरी पिचकारी मारी और खुद को साफ़ करके भाभी के कमरे में जाने का इंतजार करने लगा.
जब भाभी अन्दर चली गईं तब मैं दबे पाँव अपनी छिपने की जगह से निकला और अपने कमरे में आकर सो गया.
दोस्तो, यह सिलसिला अभी भी चलता है और मैं भाभी की बेशर्म चुदाई का मजा आज भी मस्ती से लेता हूँ.
मैंने उनकी चुदाई की वीडियो भी बनाई है.
जिस दिन उन दोनों की चुदाई नहीं होती है, उस दिन मैं उनकी चुदाई की वीडियो देख कर लंड सहला लेता हूँ.
आपको मेरी कपल लाइव सेक्स कहानी पर क्या कहना है, प्लीज जरूर कहें.
[email protected]