तो दोस्तो तो ध्यान से पढ़ना मेरी यह स्टोरी मे जेकी (नाम बदला
हुआ) Hindi Sex Stories Antarvasna Kamukta Sex Kahani Indian Sex Chudai
मे गुजरात का रहने वाला हूँ मुझे आंटी ओर भाभी ज्यादा पसंद है क्योकि उनमे
कोई बड़ा टेन्शन नही होता है वो ज्यादा परेशान नही करती है मुझे
वेसे तो अक्सर आंटीया ही पसंद है ओर ज्यादातर टीचर्स पसंद. मे अब तक कम से
कम 8 टीचर के साथ नाइट बिता चुका हूँ ओर बहुत मजे किये है मे ज्यादा बात
ना करते हुये अपनी स्टोरी पर आता हूँ.
तो दोस्तो ये स्टोरी मेरी लाइफ में मेरे साथ अभी ही कुछ टाइम पहले
ही घटी थी. ये स्टोरी मेने फ्लेट रूम किराये पर लिया था ओर हम 3 दोस्त साथ
रहते थे हमारे फ्लेट मे एक मस्त कपल रहता था स्पेशली आंटी की तरह ही दिखती
थी यार मानो परी उतर आई है उनका फिगर 38-34-36 और उनके बूब्स तो मानो रुई
के गोले जेसे थे कसम से यार जो आंटी को एक बार देख ले मूठ मारे बिना नही रह
सकता है तो बात ऐसी हुई की मेरे कुछ दिन हुये थे उस फ्लेट मे ओर एक दिन मे
जब ऑफीस जा रहा था तो रूम से निकलते ही हमारी नीचे की मंज़िल पर वो आंटी
रहती थी ओर उस दिन मेने उनको पहली बार देखा था मे तो वही फिदा हो गया था उन
पर ओर उसी दिन सोच लिया था की यहा से जाने से पहले इस आंटी को एक बार तो
चोदना है धीरे धीरे दिन गुजरते गये.
मे हर रोज सुबह 9 बजे ऑफीस के लिये निकलता था ओर आंटी को रोज देखता
था ओर वो भी मुझे देखती थी कम से कम 10 दिन गुजरने के बाद एक दिन आंटी ने
मस्त स्माइल दी ओर मे तो वही मन ही मन खुश हो गया. अपनी तो निकल पड़ी यारो
ओर जेसे जेसे दिन निकलते गये आंटी से पहचान बनती गयी फिर तो मे हर रोज आंटी
गुड मॉर्निंग बोलता ओर वो भी स्माइल के साथ रिप्लाई करती एक दिन सुबह जब
मे जा रहा था तब आंटी को गुड मॉर्निंग बोला तो आंटी ने मुझे रोका ओर मुझसे
सब पूछने लगी की तुम्हारा ऑफीस टाइम क्या है और कब छुट्टी होती है ओर मेने
आंटी से उस दिन 10-15 मिनिट बात की ओर सारे जवाब दे के निकल गया.
उस दिन शाम को जब रूम पर वापस आया तो आंटी के बारे मे ही सोचता रहा
की आंटी ने मुझसे ये सब क्यों पूछा ओर आंटी के बारे सोचते सोचते मे सो गया
दूसरे दिन सुबह मे ऑफीस जा रहा था तो मुझे आंटी ने रोका ओर बोला की कभी
हमारे लिये भी थोड़ा टाइम निकाला करो तो मेने आंटी को बोला की आंटी आपके
लिये तो हम हाजिर है बताओ ना क्या काम है तो आंटी ने बताया की काम तो आपको
कुछ हो या कोई ज़रूरत हो तो बताना मे आपको आंटी के पति के बारे मे तो बताना
भूल ही गया उनके पति एक परमा कंपनी मे काम करते है ओर सुबह 8:30 निकल जाते
थे ओर शाम को 7 या 8 बजे घर आते थे आंटी ने मुझे उस दिन बोला की कभी टाइम
निकाल के हमारे घर के मेहमान बनो कभी चाय पानी के लिये आओ.
मेने आंटी को बोला की आज शाम मे 100% आउँगा. ओर उस दिन मे ऑफीस मे
कुछ काम पर मन नही लगा पा रहा था हर वक्त आंटी के बारे मे ही सोचता था की
आज तो शाम को आंटी के घर जाना है ओर उनके पति तो लेट आते है तो आंटी से कुछ
रोमांटिक बाते करूँगा ओर उनको अपनी ओर आकर्षित करुगां मुझे थोडा थोड़ा समझ
तो आ गया था की आंटी सेक्स की भूखी है यानि उनके पति से उनके झगड़े होने
की रात को उनके घर से आवाज़ सुनाई देती थी उस दिन मे ऑफीस से थोड़ा जल्दी
घर आ गया ओर फिर फ्रेश हो कर सीधा आंटी के घर चला गया मेने डोर बेल बजाया
आंटी ने डोर ओपन किया मुझे अन्दर बुलाया मे जा कर सोफे पर बेठा ओर आंटी
मेरे सामने बेठ गयी ओर इधर उधर की थोड़ी बाते की फिर आंटी चाय बनाने चली
गयी मे मन ही मन सोचने लगा की आज तो आंटी से काम बनाना ही है.
उतने मे आंटी चाय ले कर आई ओर मेरे साथ आ कर बेठ गयी ओर हम बाते
करने लगे ओर मेने आंटी को पूछा की आंटी आप बुरा ना मानो तो एक बात पूछु
आपसे तो आंटी ने बोला की आपकी कोई बात मुझे बुरी नही लगेगी तो मेने पूछा की
आंटी रोज रात को मुझे आपके घर से झगड़े की आवाज़ सुनाई देती तो क्या
प्रोब्लम है तो आंटी की आँखे भर आई ओर मुझे बोली की काश तुम मेरी हालत को
समझ सकते तो मेने आंटी को बोला की आंटी आप प्लीज मुझे बताओ मे कोई हेल्प कर
संकू तो आंटी ने मुझे बताया की हमारे बीच रोज झगड़े होने का कारण मेरे पति
है. वो काम से आ कर थक जाते है ओर मेरी सेक्स की भूख अधूरी रह जाती है तो
मेने ज्यादा देर ना करते हुये आंटी को अपनी बाहो मे ले लिया ओर बोला आंटी
आप चिंता मत करो तो मे आपकी हेल्प करुगा तो आंटी बोली की तुम केसे कर पाओगे
तुम तो जॉब पर जाते हो ओर जब आते हो तो शाम हो जाती है.
मेने आंटी को बोला की मे कल ऑफीस नही जाऊगा ओर दोपहर को जब फ्लेट
मे शांति हो जायेगी तो मे आपके घर आ जाऊगा तो आंटी बोली की अगर तुम मेरी ये
हेल्प कर दोगे तो मे तुम्हे ज़िंदगी भर नही भूलूंगी ओर इतना कहते ही मेने
आंटी को बाहो मे जकड़ते हुये लीप किस करने लगा ओर उनके बूब्स दबाने लगा ओर
10-15 मिनिट के बाद वहा से निकल गया ओर रूम पर जा कर आंटी के नाम की मूठ
मारी इस घटना के बारे मे मेने मेरे दोस्तो को कुछ नही बोला ओर उनको बता
दिया की मे कल ऑफीस नही जाने वाला हूँ क्योकि मुझे एक काम है ओर रात को बस
आंटी के बारे मे ही सोच रहा थी कल तो मेरी जन्नत निकलने वाली है ओर दूसरे
दिन सुबह हुई मेरे सब दोस्त अपने काम पर निकल गये.
फिर मे नीचे गया काम से ओर जाते वक्त आंटी को बताते गया की मे जल्द
ही वापस आता हूँ आप सब काम निपटा लेना ओर 2 घंटे बाद बाजार से कन्डोम ले
कर ओर कुछ काम ख़त्म करके वापस आ गया ओर आंटी के घर की डोर बेल बजाई आंटी
मस्त पीले कलर की साड़ी मे थी उन्होंने डोर खोला ओर मुझे अंदर बुलाया मे
अंदर गया आंटी ने मुझे पानी पिलाया ओर ठंडा दिया फिर ठंडा पी के मेने आंटी
को अपनी ओर खीच लिया ओर भूखे शेर की तरह उन पर टूट पड़ा. मेने उनकी साड़ी
खीच के निकल दी यार उस दिन आंटी क्या लग रही थी फिर मेने आंटी को लीप किस
किया ओर एक हाथ से उनके बूब्स कपड़ो के उपर से ही दबा रहा था.
करीब 15 मिनिट के बाद मेने आंटी का ब्लाउज फाड़ दिया ओर ब्रा निकाल
दी ओर उनके निपल देख कर मे मस्त हो गया यार मस्त बूब्स ओर उस पर मस्त
गुलाबी निपल यार मेरी तो लॉटरी लग गयी फिर आंटी ने मुझे अपने कपड़े उतारने
को बोला तो मेने कपड़े उतार के सिर्फ़ अंडरवेयर मे हो गया ओर वापस से आंटी
के बूब्स चूसने लगा करीब 20 मिनिट के बाद मेने आंटी को पूरा नंगा कर दिया
ओर उनकी पूरी बॉडी पर किस करने लगा आंटी को फिर मे मेरा बाबूराव चूसने को
बोला तो आंटी यार एक ब्लू फील्म की हिरोइन की तरह मेरा बाबूराव मुँह मे
लेने लगी मे तो सातवे आसमान पर था करीब 10 मिनिट के बाद मेने आंटी को बेड
पर लेटा दिया ओर उनके उपर चड गया ओर मेने अपना बाबूराव उनकी चुनमुनिया पर
रगड़ते हुये एक ज़ोर का झटका मारा तो मेरा 8 इंच का बाबूराव का टोपा अन्दर
घुस गया ओर आंटी ज़ोर से चिलाने लगी ओर उसवक्त मुझे एहसास हो गया की आंटी
सच मे सेक्स की भूखी है क्योकि उनकी चुनमुनिया एकदम टाइट थी.
फिर मे थोड़ा शांत हो गया क्योकि आंटी दर्द के मारे रोने लगी थी
थोड़ी देर इन्तजार करके मेने 1 ओर झटका मारा तो मेरा पूरा बाबूराव उनकी
चुनमुनिया मे घुस गया तो वो ज़ोर ज़ोर से चिलाने लगी ओर रोने लगी फिर थोड़ी
देर के बाद गांड उछाल उछाल कर मेरा साथ देने लगी ओर मेने तेज झटके मारना
शुरू कर दिया. करीब 40 मिनिट तक चुदाई करने के बाद मेरा निकलने वाला था तो
आंटी को बोला तो आंटी ने बोला की अन्दर ही डाल दो ओर इस बीच आंटी 3 बार झड़
गयी थी यार क्या मज़ा आ गया जेसे मेरा सबसे बड़ा सपना पूरा हो गया उस दिन
ओर फिर थोड़ी देर आराम करने के बाद मेने वापस आंटी को तैयार किया.
इस बार मेने आंटी को घोड़ी बना कर उनकी गाड़ मारी ओर जेसे मेने
उनकी गांड मारना शुरू किया वो जाने मर सी गयी दोस्त मेने उस दिन आंटी के
साथ 3 बार चुदाई की ओर फुल मज़े लिये ओर आंटी को खुश किया ओर मे भी खुश हो
गया ओर मे वहा 3 महीने से ओर अब तक आंटी की कई बार चुदाई की है हम कोई मोका
नही छोड़ते है चुदाई का तो दोस्तो ये थी मेरी स्टोरी.