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मैं प्राइवेट स्कूल में पढ़ाता हूं और मुझे वहां पढ़ाते हुए दो वर्ष हुए हैं, मैं घर पर काफी समय तक खाली था तो मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि मुझे क्या करना चाहिए लेकिन उस वक्त मेरे मामा ने मुझे कहा कि बेटा तुम कहीं पढ़ा क्यों नहीं लेते उन्होंने मुझे अपने दोस्त का नंबर दिया और कहा कि तुम इनसे बात करना यह जरूर तुम्हारी मदद करेंगे। उन्होंने ही मुझे उस स्कूल में भेजा और वहां पर मेरा सिलेक्शन हो गया, मैं अपने काम से बहुत खुश हूं और अपने काम के प्रति बहुत ईमानदार भी हूं मैं स्कूल में बच्चों के साथ बड़ा ही खुश रहता हूं मुझे अपने लिए ज्यादा समय तो नहीं मिल पाता था लेकिन जितना भी समय मिलता मैं उस समय में जरूर कुछ ना कुछ किया करता और जब एक दिन मैं अपने भैया के साथ बैठा हुआ था तो वह मुझे कहने लगे ललित हम दोनों की बात पहले जैसे नहीं हो पाती हम दोनों काम में कितना व्यस्त हो चुके हैं।

मैंने भैया से कहा भैया आप बिल्कुल सही कह रहे हैं हम दोनों काम में बहुत ज्यादा व्यस्त हो चुके हैं मुझे तो अब याद भी नहीं है कि हम लोगों ने कब साथ में अच्छा समय बिताया था, विजय कहने लगा हां तुम बिल्कुल ही सही कह रहे हो। मैंने अपने भैया से कहा भैया आपके लिए लड़कियों के रिश्ते आने लगे हैं क्या आपने किसी लड़की को अभी तक नहीं देखा, वह कहने लगे तुम्हें तो पता ही है कि मैं मम्मी पापा के खिलाफ कोई भी कदम नहीं उठा सकता और वह जो भी लड़की देखेंगे सब कुछ मेरे हिसाब से देखेंगे, मैंने भैया से कहा हां भैया आप ठीक कह रहे हैं। मैं काफी देर से अपने भैया के साथ बात करता रहा और जब मैं अपने रूम में आया तो मैंने उस वक्त सोचा कि अपने पुराने फेसबुक फ्रेंड से बात कर ली जाए क्योंकि कई लोगों का तो मेरे पास नंबर नहीं है, मैं अपने फेसबुक फ्रेंड से फेसबुक पर चैट कर रहा था मुझे फेसबुक पर चैट करना ज्यादा पसंद तो नहीं है लेकिन उस दिन मेरे पास समय था तो मैंने सोचा चलो आज अपने कुछ पुराने मित्रों से बात कर ली जाए मैं सबकी प्रोफाइल में देख रहा था तो मुझे बहुत अच्छा लग रहा था उस वक्त मैंने अपने ही दोस्त के प्रोफाइल में देखा उसके साथ में एक लड़की फेसबूक पर थी।

मुझे समझ नहीं आया कि वह लड़की आखिर कौन है जो मेरे साथ भी फेसबुक फ्रेंड लिस्ट में है मैंने तुरंत उसे मैसेज कर दिया उसका भी मुझे रिप्लाई आ गया और हम दोनों मैसेज चैट में बात करने लगे, मैंने उस दिन उससे चैट के माध्यम से ही बात की उसका नाम रागिनी है। मेरी और उसकी बात काफी देर तक हुई मुझे उससे मैसेज चैट करने में बड़ा अच्छा लगा और हम दोनों की काफी देर तक बात भी हुई रात भी काफी हो चुकी थी तो मैंने रागिनी से कहा कि अब मैं सो जाता हूं कल मुझे सुबह स्कूल पढ़ाने भी जाना है, वह कहने लगी ठीक है हम लोग दोबारा कभी और बात करेंगे। मुझे उस दिन उससे बात करके काफी अच्छा लगा, मैंने उसे अगले दिन जब दोबारा से मैसेज किया तो उसका कोई भी जवाब नहीं आया काफी दिनों तक उसका मुझे कोई मैसेज रिप्लाई नहीं आया लेकिन एक दिन उसका मुझे मैसेज आया और वह कहने लगी कि सॉरी मैं तुम्हें रिप्लाई नहीं कर पाई मैं काफी बिजी थी, उस रात को भी हमारी चैट पर बात हुई। मैंने उससे पूछा कि तुम आखिरकार कहां पर बिजी थी, वह कहने लगी मेरी मौसी की तबीयत काफी खराब थी इसलिए मैं और मेरी मम्मी मेरी मौसी के घर गए हुए थे और कुछ दिनों तक हमें वहां पर ही रुकना पड़ा, मैंने उसे कहा अब तुम्हारी मौसी की तबीयत कैसी है? वह कहने लगी अब तो पहले से बेहतर है लेकिन हम लोग बहुत ज्यादा घबरा गए थे। मैंने कहा चलो कोई बात नहीं है अब वह ठीक हो जाएंगे और उस दिन भी हम दोनों की मैसेज पर रात भर बात हुई मैं जब पता नही कब सो गया जब मैं उठा तो मैंने देखा मुझे रागिनी के काफी मैसेज आए हुए थे लेकिन मेरी आंख लग चुकी थी इसलिए मुझे कुछ पता ही नहीं चला, मैंने उसे मैसेज किया और कहा कि सॉरी मैं कल सो गया था इसलिए तुम्हारे मैसेज का मैं कोई रिप्लाई नहीं दे पाया उसका कोई भी रिप्लाई नहीं आया और उसने मुझे अपना नंबर कुछ दिनों बाद मैसेज कर दिया, मैंने जब उस नंबर पर फोन किया तो उसने मेरा फोन उठाते हुए कहा कि आप कौन बोल रहे हैं।

मैंने उसे कहा मैं ललित बोल रहा हूं वह कहने लगी हां ललित बोलो मैंने उसे कहा उस दिन मेरी आंख लग गई थी इसलिए मैं आपसे ज्यादा देर तक बात नहीं कर पाया लेकिन मुझे आपसे बात करके बहुत अच्छा लगा, वह मुझे कहने लगी कि वैसे तो मैं किसी के साथ भी ज्यादा चैट नहीं करती लेकिन आप मुझे बड़े अच्छे लगे इसलिए मैंने आपसे बात की। हम दोनों एक ही शहर में रहने के बावजूद भी कभी मिल नहीं पाए थे लेकिन मेरी उत्सुकता बड़ने लगी थी और मैं रागिनी से मिलना चाहता था क्योंकि वह जब भी मुझसे बात करती तो मुझे उससे बात कर के एक अलग ही अनुभूति होती है और उससे बात करना मुझे बहुत अच्छा भी लगता। मैंने रागिनी से कहा कि मैं तुमसे मिलना चाहता हूं तो वह कहने लगी लेकिन मैं तो घर से बाहर नहीं जाती, मैंने उसे कहा फिर भी तुम कोशिश कर के देख लो यदि तुम मुझसे मिल पाओ तो मुझे बड़ा अच्छा लगेगा। मैंने रागिनी से जब यह बात कही तो वह कहने लगी कि हम लोग मिलकर क्या करेंगे, मैंने उसे कहा मुझे तुमसे एक बार तो जरूर मिलना है और वह समय भी आ गया जब हम दोनों की मुलाकात हो गई, मैं जब उससे पहली बार मिला तो मैंने कभी कल्पना नहीं की थी कि उसके चेहरे पर एक अलग ही रौनक होगी  मैंने कभी इस बारे में नहीं सोचा था, मैंने जब उसे देखा तो उसने अपने बालों को खुला किया हुआ था वह बड़ी सुंदर लग रही थी, मैं रागनी को देखते ही खुश हो गया और मैं उसे देखता ही रहा। वह कहने लगी आप मुझे ऐसे क्या देख रहे हैं, मैंने उसकी सुंदरता की तारीफ की तो वह कहने लगी आप मेरी इतनी भी तारीफ ना कीजिए।

उस दिन हम लोगो ने एक साथ काफी अच्छा समय बिताया और समय के साथ साथ हम दोनों की नजदीकियां भी बढ़ती चली गई, मैंने अब रागिनी के साथ अपना जीवन बिताने की सोच ली थी और यह बात मैंने रागिनी से की तो वह कहने लगी कि मुझे अभी कुछ और वक्त चाहिए, मैंने उसे कहा कि लेकिन तुम्हें किस चीज के लिए वक्त चाहिए, उसने मुझे अपने जीवन के बारे में सब कुछ बता दिया वह कहने लगी मैं एक लड़के से प्रेम करती हूं लेकिन हम दोनों के बीच कुछ समय से झगड़ा चल रहा है और मैं नहीं चाहती कि मैं उसके सिवा किसी और से शादी करूं, मैंने उसे कहा ठीक है तुम्हे जो भी अच्छा लगे तुम वह फैसला ले सकती हो लेकिन मुझे तो तुमसे ही शादी करनी है और तुम्हारे साथ ही जीवन बिताना है। रागिनी को भी मैं अच्छा लगता था लेकिन उसके दिल में शायद मेरे लिए जगह नहीं थी और वह मुझसे शायद यह बात नहीं कह पा रही थी, वह मुझसे फोन पर भी बात किया करती मुझे तो कुछ समझ में नहीं आ रहा था हम दोनों की मुलाकात भी अब अक्सर होने लगी थी और हम दोनों साथ में भी समय बिताने लगे थे।। मुझे यह बात नहीं पता था कि रागिनी पैसों की बहुत लालची है उसने जब मेरे सामने अपने पैसों को लेकर डिमांड रखनी शुरू कर दी तो मैंने उसे कहा क्या हम लोग एक दिन एक साथ समय बिता सकते हैं।

वह कहने लगी मैं इस बारे में आपको सोच कर बताऊंगी लेकिन उसके दिल में तो पहले से ही खोट था उसे इन सब चीजों से कोई परहेज नहीं थी। हम दोनों ने एक साथ रूकने का फैसला कर लिया उस दिन हम दोनों मेरे एक दोस्त के घर पर रुके उसके घर पर उस दिन कोई भी नहीं था। मुझे यह बड़ा ही अच्छा मौका मिल गया रागिनी और मैं एक ही कमरे में लेटे हुए थे जैसे ही मैंने अपने हाथ को रगिनी के ऊपर रखा तो वह मुझसे चिपक गई। उसका गदराया हुआ शरीर मुझसे टकराना लगा मुझे बड़ा अच्छा महसूस होने लगा उसके शरीर की गर्मी से मैं बहुत ही ज्यादा उत्तेजित हो गया। मैंने जब उसकी चूत को चाटना शुरू किया तो उसके अंदर एक गर्मी पैदा होने लगी। मैंने अपने लंड को तुरंत उसकी चूत में घुसा दिया उसकी चूत बडी ही टाइट थी मुझे बड़ा मजा आ रहा था। मैंने उसे  धक्के देना शुरु किया वह मेरा पूरा साथ दे रही थी उसने अपने दोनों पैरों को चौड़ा कर लिया था। मैं उसे अच्छे से धक्के दिए जा रहा था मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा था वह मेरा पूरा साथ देती वह अपने दोनों पैरों को चौड़ा कर लेती ताकि मैं उसकी चूत के मजे उठा पाऊं।

मैंने जब उसके स्तनों को चूसना शुरू किया तो उसके अंदर और भी अधिक गर्मी पैदा होने लगी। मैंने जैसे ही उसक होंठो को अपने होठों में लिया तो हम दोनों के अंदर एक अलग ही उत्तेजना पैदा होने लगी। रागिनी मुझे कहने लगी मुझे अब आपसे अपनी चूत मरवाने में बड़ा मजा आ रहा है आप ऐसे ही मुझे धकके देते रहिए। रागिनी ने कहा मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करने में बहुत अच्छा लग रहा है हम दोनों एक दूसरे के साथ बड़े अच्छे से संभोग कर रहे थे जैसे ही मेरा वीर्य रागिनी के पेट पर गिरा तो वह कहने लगी आपके साथ मुझे संभोग करने का मजा आ गया। मैंने उसे कहा यह तो बहुत अच्छी बात है आज के बाद हम दोनो हमेशा एक दूसरे के साथ संभोग करेंगे उसे जब भी कुछ खरीदना होता तो वह मुझसे कहती। मैं उसकी हर एक खुशी को पूरा कर दिया करता उसे अब भी यह समझ नहीं आ रहा था आखिरकार उसे क्या करना चाहिए उसके दिल और उसके दिमाग पर उसके बॉयफ्रेंड की तस्वीरें थी लेकिन वह मेरे साथ बड़े ही मजे से सेक्स करती। मुझे तो मेरे सपनों को पूरा करने का मौका मिल ही रहा था।

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