gaand chudai ki kahani, antarvasna chudai मेरा नाम कबीर है मेरी उम्र 32 वर्ष है, मेरी शादी को एक वर्ष हुआ है और मेरी पत्नी का नाम प्रियंका है। मैं अपने माता पिता के साथ ही रहता हूं, मेरे माता पिता मुझसे हमेशा ही बहुत खुश रहते हैं क्योंकि मैं उनकी बहुत सेवा करता हूं। मैं घर में एकलौता हूं, मेरी बहन की शादी को भी काफी वर्ष हो चुके हैं। वह विदेश में ही रहती है और वहां से वह हमेशा हमें फोन करती है। वह अब घर भी बहुत कम ही आ पाती है। मेरे माता-पिता की उम्र भी काफी हो चुकी है इसलिए वह लोग घर पर ही रहते हैं और जब कभी हमारे घर कोई रिश्तेदार उनसे मिलने आते हैं तो वह उनसे मिल लिया करते हैं लेकिन वह अब कहीं बाहर नहीं जाते, यदि उनका कभी मन होता है तो मैं ही उन्हें अपने साथ लेकर जाता हूं। मेरे मामा भी हमारे घर से कुछ दूरी पर ही रहते हैं इसलिए वह अक्सर हमारे घर पर हमारे हाल चाल पूछने आ जाते हैं। मेरी पत्नी का व्यवहार भी मेरे माता पिता के प्रति अच्छा है इसलिए मुझे घर की कोई चिंता नहीं होती और मैं अपने काम पर ही बिजी रहता हूं। एक दिन मेरी पत्नी ने मेरी मां से बहुत झगड़ा कर लिया और उस दिन मुझे उस पर बहुत ही गुस्सा आया। मैंने उसे कहा कि तुम्हें मेरी मां के साथ झगड़ा क्यों किया, वह कहने लगी कि तुम्हारी मां ने हीं मुझे गलत शब्द कह दिए थे इसलिए मुझे उन पर बहुत गुस्सा आ गया। मैंने उसे कहा कि क्या तुम्हें बड़ों से बात करने की तमीज नहीं है लेकिन वह मेरी बात बिलकुल भी सुनने को तैयार नहीं थी और कहने लगी कि मैं अपने मायके जा रही हूं। उस दिन वह गुस्से में अपने मायके चली गई। मैंने भी उसे रोका नहीं, मुझे उस पर बहुत गुस्सा आ रहा था। मैं अपनी मां के साथ ही बैठ गया और मैंने उससे पूरी बात पूछी। मेरी मां मुझे कहने लगी कि प्रियंका किसी के साथ फोन पर बात कर रही थी और जब मैंने उससे पूछा कि तुम किसके साथ फोन पर बात कर रही हो तो वह मुझे कहने लगी कि आप मुझ पर शक कर रहे हैं। मेरी मां मुझे कहने लगी कि मैंने तो प्रियंका से इस बारे में बिल्कुल भी बात नहीं की थी लेकिन ना जाने उसके दिमाग में यह बात कहां से आई और वह मुझे कहने लगी कि आप मुझ पर शक कर रहे हैं इसलिए मुझे उस पर गुस्सा आ गया और मैंने उसे गुस्से में डांट दिया। उसे मेरी बात का इतना बुरा लगा कि उसने भी मेरे साथ बत्तमीजी करनी शुरू कर दी, उसके बाद तुम आ गए। मुझे अपनी पत्नी के व्यवहार पर वाकई में बहुत गुस्सा आ रहा था इसलिए मैंने उसे कई दिनों तक फोन नहीं किया लेकिन मेरी मां ने ही मुझे कहा कि तुम प्रियंका से एक बार फोन पर बात कर लो और उसे घर ले आओ। मेरी मां के कहने पर मैंने अपनी पत्नी को फोन किया तो वह मुझ पर बहुत गुस्सा हो गई और कहने लगी कि तुम अपनी मां की ही तरफदारी कर रहे हो। मैंने उसे कहा कि मैं अपनी मां की तरफदारी नहीं कर रहा हूं, उन्होंने ही मुझे कहा है कि मैं तुम्हें फोन करू, नहीं तो मुझे तुम पर बहुत गुस्सा आ रहा है और मैं तुम्हें कभी भी फोन नहीं करता परंतु मेरी मां के कहने पर ही मैंने तुम्हें फोन किया। उस दिन उसने मेरा फोन काट दिया और उसके बाद मैंने भी उसे फोन नहीं किया। अब मैं अपने काम में ही बिजी था और काफी दिनों बाद उसका ही मुझे फोन आया और कहने लगी कि मुझे भी अपनी गलती का एहसास हो गया है, मुझे तुम्हारी मां से गलत तरीके से बात नहीं कहनी चाहिए थी, मुझे उस दिन उन पर बहुत गुस्सा आ गया, मैं बिल्कुल भी अपने गुस्से पर काबू नहीं कर पाई और मैंने उन्हें गलत शब्द कह दिये। उसे अपनी गलती का एहसास था लेकिन मुझे उसकी बदतमीजी बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं थी। उसने मेरी मां को भी फोन किया और उनसे भी माफी मांग ली लेकिन मैं उसे उसके घर लेने नहीं गया, वह खुद ही घर वापस लौट आई। वह घर आई तो उसने मेरी मां से माफी मांगी और कहने लगी कि मुझसे गलती हो गई थी। मेरी मां ने उसे समझाया कि मैंने सिर्फ तुमसे यही पूछा था कि तुम फोन पर किससे बात कर रही हो और तुमने उस बात को बहुत ज्यादा गलत मतलब में ले लिया। मेरी मां ने उसे माफ कर दिया था और वह उनसे अच्छे से बात करने लगी थी। मैंने भी प्रियंका को समझाया और कहा कि यदि तुम इसी प्रकार से गुस्सा होती रहोगी तो शायद तुम मेरे माता-पिता को कभी भी अपना नहीं पाओगी, उसने मुझसे माफी मांगी और कहने लगी कि मैं आज के बाद कभी भी इस प्रकार का व्यवहार नहीं करूंगी। मैंने भी उससे कहा कि यदि तुम इस प्रकार का व्यवहार ना ही करो तो यह तुम्हारे लिए भी अच्छा रहेगा और हमारे घर के लिए भी अच्छा रहेगा। मैं नहीं चाहता कि सब लोग मुझ पर उंगली उठाए और कहे की अभी शादी को ज्यादा वक्त नहीं हुआ है और अभी से तुम लोग झगड़े करने लगे हो इसीलिए मैंने साफ शब्दों में प्रियंका से कह दिया और उसके बाद वह भी मेरी बात को समझ गई। उसने उसके बाद कभी भी मेरी मां से झगड़ा नहीं किया। अब वह घर का काम अच्छे से करती थी। मैं भी अपने काम में ही बिजी रहता था इसलिए मैं ज्यादा वक्त नहीं निकाल पा रहा था क्योंकि मुझे ऑफिस का बहुत ज्यादा काम था और मुझे वह जल्दी से जल्दी पूरा करना था। जब मेरा काम खत्म हो गया तो उस दिन मैं घर पर ही था क्योंकि मैंने उस दिन ऑफिस से छुट्टी ले ली थी। प्रियंका मुझसे पूछने लगी कि क्या आज आप ऑफिस नहीं जा रहे हैं, मैंने उसे कहा कि नहीं आज मैं ऑफिस नहीं जा रहा, आज मैं घर पर ही हूं। उस दिन मैं घर पर ही था और मेरी पत्नी साफ सफाई कर रही थी। मैंने उसे अपने पास बुलाया और कहा कि तुम मेरे पास बैठ जाओ। जब वह मेरे पास आकर बैठी तो मैंने उसे अपने नीचे दबोच लिया। वह कहने लगी तुम यह क्या कर रहे हो मैंने उसे कहा कि आज मेरा तुम्हें चोदने का बहुत मन है। मैंने अपने लंड को बाहर निकाला तो उसने मेरे लंड को चूसना शुरू कर दिया। उसे मेरा लंड चूसना बहुत अच्छा लगता है और वह मेरे लंड को अपने गले तक लेने लगी मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा था जब वह मेरे लंड को अपने गले तक उतारने लगी। मैंने जब उसे नंगा किया तो मैंने उसकी गांड को चाटना शुरू कर दिया और कुछ देर बाद में उसके स्तनों को भी चूसने लगा। मैंने उसके स्तनों को अपने मुंह में लेकर अच्छे से चूसा जिससे कि उसके स्तनों से दूध बाहर आने लगा। मैंने उसकी योनि के अंदर अपने लंड को डाल दिया। मैंने उसे बड़ी तेज तेज धक्के मारे और वह चिल्लाने लगी मै अपने लंड को उसके अंदर बाहर कर रहा था। वह मुझे कहने लगी आज आप बड़े जोश में दिख रहे हैं मैंने उसे ऐसे ही धक्के मारने जारी रखें वह खुश होने लगी वह मेरा पूरा साथ दे रही थी और मुझे भी बहुत मजा आने लगा। मैंने काफी देर तक उसे धक्के मारे जिससे कि मेरा वीर्य उसकी योनि में गिर गया। उसने मेरे माल को अपनी चूत से साफ किया और मैंने उसे घोड़ी बना दिया। मैंने अपने लंड पर सरसों का तेल अच्छे से लगा दिया जिससे कि मेरा लंड पूरा चिकना हो चुका था और मैंने थोड़ा सा तेल प्रियंका की गांड के अंदर डाल दिया। जैसे ही मेरा लंड उसकी गांड मे गया तो वह चिल्लाने लगी और मुझे बहुत अच्छा महसूस होने लगा। मैंने उसे बड़ी तेजी से धक्के मारे जिस से कि उसकी गांड का छेद पूरा खुल चुका था और वह अपनी गांड को मुझसे मिलाने पर लगी हुई थी। मैंने उसकी गांड पहली बार मारी थी इसलिए मुझे बड़ा मजा आ रहा था। प्रियंका की गांड बहुत बड़ी है उसकी गांड मुझे बहुत पसंद है और जब मैं उसकी गांड मे झटके मार रहा था तो वह भी अपनी गांड को मुझसे मिलाने पर लगी हुई थी। वह मुझसे कहने लगी आज आप मुझे बड़े अच्छे से धक्का मार रहे हैं मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। मैंने उसकी गांड के घोड़े खोल कर रख दिए और उसका छेद पुरा चौड़ा हो चुका था। मैंने उसकी गांड को पूरा लाल कर दिया और उसकी गांड से इतना तेज खून निकला कि मुझे भी मजा आने लगा। मेरा लंड छिल चुका था लेकिन मैं उसे बड़ी तेजी से धक्के देने पर लगा हुआ था मेरा माल प्रियंका की गांड मे इतनी तेज गया और मैं प्रियंका की गांड में लंड डाल कर ही उसके ऊपर लेट गया।
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की और डेविड 20 साल का था, उनके डैडी का नाम फ्रैंक था, वो एक मछुआरे थे और
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हेलो दोस्तों, मेरा नाम रवि है और यह कोई स्टोरी नहीं मेरी रियल लाइफ है, यह कहानी पढ़ने के बाद आप लोग खुद समझ जाओगे.
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हैल्लो भाइयों और उनकी सैक्सी बहनों मेरा नाम है दीपक और मैं वड़ोदरा का
रहने वाला हूँ | मैं 5 फीट 10 इंच लम्बा हूँ और दिखने में भी स्मार्ट हूँ |
जब भी ...