नौकरानी को पैसे देकर उसकी सील पैक चूत मारी

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मेरा नाम सागर है मैं इंदौर का रहने वाला हूं, मेरी उम्र 32 वर्ष है और मेरी शादी को अभी कुछ ही समय हुआ है। मेरी पत्नी का नाम गरिमा है, गरिमा स्कूल में पढ़ाती है और मेरे माता-पिता भी जॉब करते हैं। इसी वजह से हम सब लोग सिर्फ अपनी छुट्टी के दिन ही एक दूसरे से अच्छे से बात कर पाते है। मेरी बड़ी बहन की शादी भी अभी कुछ समय पहले ही हुई है। हम लोगों ने उसकी शादी में बहुत खर्चा किया और शादी में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं होने दी। हमारे सारे रिश्तेदार उस वक्त हमारे घर पर आए हुए थे वह बहुत ही खुश थे। हम सब लोगों को अपनी जिंदगी में बिल्कुल भी फुर्सत नहीं है। मैं भी एक अच्छी कंपनी में नौकरी करता हूं इसीलिए मुझे भी ज्यादा समय नहीं मिल पाता। मैं अक्सर अपने काम के सिलसिले में शहर से बाहर ही रहता हूं और मेरे माता-पिता के पास भी वक्त नहीं होता इसीलिए हमने घर पर एक काम करने वाली महिला को रखा है लेकिन वह काम में बहुत आलस करती है और बिल्कुल भी अच्छे से काम नहीं करती।

हम लोगों ने कई बार इस बारे में बात भी की लेकिन हमें कोई और दूसरी महिला नहीं मिल रही थी जो घर का काम अच्छे से संभाल पाए, इसीलिए हम लोग उससे बहुत ही परेशान हो गए थे। वह घर की साफ-सफाई भी अच्छे से नहीं करती थी और बहुत ही गंदगी रखती थी। मैंने इस बारे में अपने ऑफिस में भी अपने दोस्तों से बात की और उनसे कहा कि यदि तुम्हारी नजर में कोई महिला हो, जो हमारे घर पर काम कर सके तो तुम मुझे उसके बारे में बता देना और मेरी पत्नी ने भी अपने स्कूल में इस बारे में बात की थी, परंतु हमें कोई भी महिला नहीं मिली थी जो हमारे घर पर काम कर सके। कुछ दिनों बाद उसने हमारे घर से काम छोड़ दिया और हमें बहुत दिक्कत होने लगी थी। हमें घर का काम खुद ही करना पड़ रहा था और ऑफिस भी जाने में मुझे भी कई बार लेट हो जाती थी। हमारे ही मोहल्ले में एक दुकान है मैंने उनसे कहा कि यदि आप किसी को पहचानते हैं जो हमारे घर पर काम कर सके तो आप मुझे बता देना, वह कहने लगे हां कुछ दिनों पहले एक लड़की हमारे पास आई थी और वह पूछ रही थी। मैंने उन्हें कहा कि यदि वह दुबारा आये तो आप उसका नंबर ले लीजिएगा और मुझे उसका नंबर दे देना।

वह कहने लगे ठीक है मैं उस लड़की का नंबर ले लूंगा और आपको दे दूंगा। कुछ दिनों बाद मैं उनके पास गया तो उन्होंने मुझे उस लड़की का नंबर दे दिया और जब मैंने उसे फोन किया तो उसने मुझे कहा कि मैं आपके घर पर ही आकर आपको मिलती हूं। मैंने उसे घर का पता दे दिया और उसके बाद वह हमारे घर पर आ गई। उसकी उम्र मुश्किल से 20  25 वर्ष की रही होगी। जब मैंने उससे उसका नाम पूछा तो उसने अपना नाम शालू बताया। मेरी मां उससे पूछने लगी कि क्या तुमने पढ़ाई भी की है, वह कहने लगी नहीं मैंने पढ़ाई नहीं की क्योंकि हमारे घर की स्थिति ठीक नहीं थी, इस वजह से मुझे स्कूल भी आधे में ही छोड़ना पड़ा और मैं काम कर के ही अपने घर का खर्चा चलाती हूं और मेरे पिताजी की तबीयत बिल्कुल ठीक नहीं रहती इसलिए वह घर पर ही रहते हैं और मेरे भाई अभी छोटे हैं इसलिए वह काम नहीं कर सकते, इसी वजह से मुझे काम करना पड़ रहा है। हम लोगों ने उसे सब कुछ समझा दिया। शालू कहने लगी कि मैं कल से आपके घर पर आ जाऊंगी और कल से आपके घर का काम करना शुरू कर दूंगी। हमने उसे तनख्वाह भी बता दिया और उसके बाद वह अपने घर चली गई। अगले दिन सुबह से वह काम पर आने लगी और काम वह बहुत ही अच्छे से करती थी, उसके काम में हमें कोई भी शिकायत नहीं थी और वह बहुत ही अच्छे से काम कर रही थी। मेरी पत्नी कहने लगी कि शालू बहुत ही अच्छे से काम करती है और सुबह का नाश्ता वही बनाती है। वह खाना भी बहुत अच्छा बनाती है। शालू ने घर का सारा काम संभाल लिया था और अब हम लोग सब निश्चिंत हैं। हम सब लोग अपने काम पर समय पर चले जाते थे और शाम को ही घर लौटते थे। एक दिन मैं अपने काम के सिलसिले में दिल्ली जाने वाला था। मैंने अपनी पत्नी और अपने माता पिता को बता दिया कि मैं दिल्ली जा रहा हूं और तीन-चार दिनों में वहां से मेरा लौटना होगा।

मैं वहां से दिल्ली चला गया और अपने काम पर ही बिजी था। मैंने वहां से अपनी पत्नी को भी फोन किया और उसे बता दिया कि तुम मम्मी पापा को बता देना कि मैं दिल्ली पहुंच चुका हूं, उसके बाद मैं अपना काम कर के जब लौटने वाला था तो मैंने अपनी पत्नी को फोन कर दिया और कहा कि मैं सुबह तक घर पहुंच जाऊंगा। वह कहने लगी उस वक्त तो हम लोग अपने काम पर जा चुके होंगे इसलिए तुम नाश्ता कर के आराम कर लेना। मैंने उसे कहा ठीक है मैं यहां से निकलते ही तुम्हे फोन करूंगा। जब मैं ट्रेन में बैठा था तो मैंने अपनी पत्नी को फोन कर दिया था और उसने मेरे माता-पिता को भी बता दिया, जब मैं सुबह घर पहुंचा तो उस वक्त सब लोग जा चुके थे और मैं ही घर पर था। शालू ने मेरे लिए नाश्ता बनाया था और वह भी अपने काम पर लगी हुई थी। मैं भी फ्रेश होने के लिए चला गया। मैं जब नहा कर बाहर निकला तो मैं नाश्ता कर के कुछ देर अपने कमरे में ही बैठा हुआ था। जब मैं अपने कमरे में बैठा हुआ था तो शालू भी मेरे पास आकर बैठ गई और वह मुझसे पूछने लगी कि आप का सफर कैसा रहा। मैंने उसे कहा कि मैं तो बड़े आराम से आया वह मेरे पास ही बैठी हुई थी। ना जाने उसे देख कर मेरा क्यों मूड खराब होने लगा और मैंने उसे कहा कि क्या तुमने कभी किसी का लंड अपनी योनि में लिया है। वह कहने लगी नहीं मैंने आज तक किसी का भी लंड अपनी योनि में नहीं लिया।

मैंने उसे कहा कि मैं तुम्हें कुछ पैसे दूंगा और तुम मुझे उसके बदले अपनी चूत मारने दो। वह कहने लगी ठीक है अब वह तैयार हो गई और मैंने उसे कुछ पैसे दे दिए। मैंने जब अपने लंड को बाहर निकाला तो उसने मेरे लंड को अपने मुंह में समा लिया और बड़े अच्छे से सकिंग करने लगी। वह बहुत अच्छे से मेरे लंड को चूस रही थी और मुझे भी बड़ा मजा आ रहा था। उसके बाद मैंने उसके छोटे छोटे स्तनों को अपने मुह मे ले लिया और उसे भी बड़ा मजा आ रहा था जब मैं स्तनों को अपने मुंह में ले रहा था। काफी देर तक मैंने ऐसा किया उसके बाद वह पूरे मूड में आ गई तो उसकी योनि से पानी बाहर निकलने लगा था। मैंने जैसे ही अपने लंड को शालू की योनि के अंदर डाला तो उसकी खून की पिचकारी निकल पडी वह बड़ी तेजी आवाज मै सिसकिया ले रही थी और मुझे बड़ा मजा आ रहा था मैं उसे तेजी से धक्के दे रहा था। वह मुझे कह रही थी कि आप मुझे बड़े अच्छे से चोद रहे हैं। मैंने काफी देर तक उसे ऐसे ही चोदा जब मेरा वीर्य उसकी योनि में गिर गया तो उसने अपनी योनि को साफ किया। कुछ देर तक वह मेरे लंड को चूसती रही। उसके बाद मैंने उसे घोड़ी बना दिया और घोड़ी बनाते ही मैंने उसकी योनि के अंदर अपने लंड को डाल दिया। जैसे ही मेरा लंड उसकी योनि में गया तो वह चिल्लाने लगी उसकी चूतड लाल हो गई थी। वह अपनी बड़ी बड़ी चूतडो को मुझसे टकरा रही थी और मेरा पूरा साथ दे रही थी। मैंने भी उसे बड़ी तेज तेज धक्के मारे और उसकी चूतडे जब मेरे लंड से टकराती तो उनसे अलग ही प्रकार की आवाज निकल रही थी। उसकी योनि से खून बड़ी तेजी से निकल रहा था और वह मुझे कह रही थी आप मुझे बड़े ही अच्छे से चोद रहे हैं मुझे बहुत आनंद आ रहा है। वह अपनी चूतडो को इतनी तेजी से मुझसे मिला रही थी कि मुझे मजा आ रहा था। जब वह झड़ गई तो उसकी योनि उसके बाद कुछ ज्यादा ही टाइट हो गई और मैं भी ज्यादा समय तक उसकी चूत की गर्मी को बर्दाश्त नहीं कर पाया और जैसे ही मेरा वीर्य उसकी चूत मे गिरा तो उसे बहुत मजा आया उसके बाद मैं शालू को हमेशा ही चोदता हूं।