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पता नहीं कैसे हुयी चुदाई
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हाय दोस्तों मैं हूँ मिलील और मैं पुरानी दिल्ली का रहने वाला हूँ | आपको तो पता ही है दिल्ली के लोग बड़े दिल वाले है और कुछ के तो इतने बड़े होते है कि उसमें कितने भी लोग समां जाते है | जैसे की यहाँ के लोगों के दिल बड़े है वहीँ बहुत सी औरतों और लड़कियों की चूत बहुत बड़ी है जिसे कोई मार सकता है और इसी से जुडी है मेरी कहानी | मैं अभी कॉलेज में हूँ फर्स्ट ईयर में और जो कहानी मैं आपको बताने जा रहा हूँ वो कहानी है मेरे स्कूल की | तो आईये मैं आपको अपनी कहानी बताता हूँ |

तो ये बात है साल भर पहले कि जब मैं स्कूल में पढता था और देखने में बहुत क्यूट लगता था | मैंने काफी लड़कियों से बात सुनी थी इसलिए मुझे लगता है मैं क्यूट लगता हूँ लेकिन बहुत से लड़कों ने भी मुझे ऐसा कहा है लेकिन लड़कों की बात कौन मानता है | तो मैं क्यूट था और बात भी बहुत प्यार से करता था इसलिए लड़कियां मुझसे बहुत बात किया करती थी और मैं भी बहुत मज़े से उनसे लगा रहता था | तो मेरे पास लड़कियों की कोई कमी नहीं थी और मुझे ये पता था कि लड़कियां मुझे पसंद करती हैं लेकिन ये नहीं पता था कि औरतें भी पसंद करती है | ऐसा नहीं है कि मैंने कभी चुदाई नहीं की थी क्योंकि मेरी पहले भी गर्लफ्रेंड बन चुकी थी और मैं उनको चोद चुका था लेकिन मैंने कभी अपनी उम्र से बड़ी लड़की या औरत को नहीं चोदा था |

मैं उस वक़्त 12वीं में था तभी मेरी हिंदी टीचर रिटायर हो गई और मेरे स्कूल ने एक अस्थायी टीचर नियुक्त कर लिया और वो हमें पढ़ाने आ गई | मैडम देखने में अच्छी थी और उनकी उम्र लगभग 35 साल होगी लेकिन वो बहुत अच्छी लगती थी और उनका नाम सुनीता था | गोल सा चेहरा गोरा रंग थोडा चर्बी भरा बदन और वो ज्यादातर बैकलेस ब्लाउज पहना करती थी इसलिए उनकी गोरी पीठ दिखती रहती थी जब भी वो बोर्ड पर लिखने के लिए पीछे घूमती थी | मैं तो उनकी पीठ देखकर ही मचल जाया करता था लेकिन मुझे क्या पता था किस्मत मुझे इससे भी ज्यादा कुछ देगी | जैसा की मैंने बताया मैं लड़कियों और औरतों का चहेता था इसलिए मैडम ज्यादातर क्लास में मुझसे ही सवाल किया करती थी लेकिन मैं सवालों के जवाब नहीं दे पाता था | तो एक दिन मैडम ने मुझसे कहा तुम स्कूल के बाद रुका करो और मैं पढ़ाऊंगी वरना तुम्हारा रिजल्ट खराब हो जायेगा |

अब मैंने स्कूल के बाद रुकना शुरू कर दिया और मैडम क्लास में आकर मुझे अकेले पढ़ाने लगी | मैडम बार बार मेरे गाल खीचा करती और मेरा हाँथ पकड़ कर रखती थी | मुझे लगता था मैडम शायद मुझसे मज़ाक करती हो और यूँही ऐसा करती लेकिन मामला तो कुछ और ही था | एक दिन मैडम मुझे पढ़ा रही थी तभी एक बुढा सा आदमी आया और मैडम से कहा चलो चलना नहीं है तो मैडम ने मुझे कहा चलो सलिल बाकी कल पढेंगे तुम घर जाओ | तो मैं घर चला गया लेकिन ये बात मेरे दिमाग में खटकती रही वो वो आदमी कौन था शायद उसके पापा या ससुर हो ? तो जब अगले दिन स्कूल के बाद मैडम मुझे पढ़ा रही थी तो मैंने मैडम से पूछा वो अंकल कौन थे जो कल आये थे ? तो मैडम ने कहा मेरे पति है वो |

ये सुनके मुझे अपने कानों पर भरोसा नहीं हुआ तो मैं मैडम से कहा मैडम आप इतनी सुन्दर और जवान हो और आपका पति बुड्ढा | तो मैडम ने कहा नहीं वो बुड्ढ़े नहीं हैं बस उनके बाल सफ़ेद हो गए है | तो मैंने कहा हाँ लेकिन अंकल आपको खुश रख पाते हैं क्या ? ये सुनकर मैडम शांत हो गई और मैं भी | अब मैं सिर नीचे झुकाके ये सोचने लगा कि ये मैंने क्या बोल दिया | फिर मैंने मैडम से नज़रें मिलाई तो मैडम ने कहा बहुत बड़े हो गए हो | अब मुझे डर लगने लगा कि मैडम कहीं मुझे मार न दे लेकिन मैडम ने ऐसा कुछ नहीं किया बल्कि मैडम ने मुझसे पूछा अच्छा तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है तो मैंने कहा नहीं तो मैडम ने कहा कभी हुई है तो मैंने कहा हाँ | तो मैडम ने पूछा अच्छा तुम उसको कैसे खुश रखते थे तो मैं शांत हो गया तो मैडम ने कहा बता भी दो अब इतना बोल दिया है तो थोडा बहुत और सही | तो मैंने अपना मुंह फाड़ना शुरू किया और कहा मैं उसके साथ रोज़ करता था |

तो मैडम ने कहा अच्छा और वो तुमसे कितनी बड़ी थी तो मैंने कहा मेरे साथ की ही थी | तो मैडम ने कहा अच्छा तुमने कभी अपनी उम्र से बड़ी लड़की से सैक्स किया है | मैडम की ये बात सुनकर मैं दंग रह गया और बिलकुल शांत हो गया | तो मैडम ने कहा बोलो ना मुंह में दही जमा रखा है क्या ? तो मैंने कहा नहीं | तो मैडम ने पूछा करोगे तो मैंने कहा किसके साथ तो मैडम ने मुझे प्यार से चांटा मारा और कहा यहाँ तुझे और कौन दिख रही है | तो मैं समझ गया मैडम की भावना समझ गया और कहा यहाँ पर अभी कोई आ गया तो ? तो मैडम ने कहा यहाँ नहीं टॉयलेट में ऊपर वाली | ये ऊपर वाली लेडीज टॉयलेट बिलकुल के कोने में बनी थी जहाँ पर कोई मुश्किल से जाया करता था इसलिए अगर किसी को चुदाई करनी हो तो वो वहां पर आराम से चुदाई कर सकता था और वैसे भी स्कूल छूट चुका था इसलिए कोई डर की बात नहीं थी |

मैं मैडम के साथ वहां पहुंचा और आस पास देखने लगा कि कहीं कोई है तो नहीं | तभी मैडम ने मुझे टॉयलेट के अन्दर खींच लिया और मुझे कसकर पकड़ लिया तो मैंने भी अपना बाहुबल दिखाते हुए मैडम की कमर में हाँथ डाला और कसकर पकड़ लिया और मैडम की आँखों में देखने लगा | फिर मैडम धीरे से अपना मुंह मेरे पास लाई और मेरे होंठों को चूमने लगी तो मैंने भी उनको जवाब में दबाकर किस कर दिया | मैंने मैडम को किस करता जा रहा था और मेरी पकड़ और मजबूत होती जा रही जिससे मैडम के दूध मेरे सीने छू रहे थे जिससे मेरा जोश और बढ़ता जा रहा था | मैंने मैडम को थोड़ी देर तक किस किया और उनको दबाकर पकड़ा रहा |

फिर मैं रुका और मैडम को छोड़ दिया और मैडम नीचे अपने घुटनों के बल बैठ गई और मेरी पेंट के ऊपर से मेरा लंड सहलाने लगी | फिर मैडम ने मेरी पेंट खोली और चड्डी भी नीचे कर दी और मेरे लंड को पकड़कर हिलाने लगी और मेरे लंड के उपरी हिस्से को चूमने लगी | फिर मैडम ने मेरा लंड चाटा और चूसना शुरू कर दिया | मैडम मेरा लंड बहुत मज़े से चूस रही थी और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था | फिर थोड़ी देर में मेरा मैडम के मुंह में ही झड गया और मैडम ने सारा माल पी लिया | फिर मैडम खड़ी हो गई और मैंने मैडम के ब्लाउज के हुक खोले लेकिन मुझसे खुले नहीं तो मैडम ने खुद ही हुक खोले और ब्रा सहित उतार दिया | अब मैडम के बड़े बड़े दूध मेरे सामने थे और मैं अपने हाँथ धीरे धीरे दूध की तरफ बढ़ाने लगा और फिर उनके दूध पकड़ लिए | उनके दूध बहुत गोरे और सॉफ्ट थे और निप्पल काले |

फिर मैंने मैडम के दूध चुसना शुरू किया और निप्पल से दूध चूसने लगा | मैं थोड़ी देर तक उनके दूध चूसता रहा और फिर मैंने उनकी साड़ी उठाई और खड़े खड़े उनकी चूत में ऊँगली करने लगा | मैंने आस पास देखा कहीं भी बैठने की कोई व्यवस्था नहीं थी इसलिए मैंने खड़े होकर चुदाई करने का फैसला लिया | तो मैंने मैडम का एक पैर उठाया और उनकी चूत में लंड डालके ऊपर नीचे करने लगा | मैडम की ज्यादा टाइट नहीं थी और मेरा लंड एक बार में अन्दर चला गया | फिर मैं मैडम को थोड़ी देर तक ऐसे ही चोदता रहा और मैडम आह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह ऊह्ह्ह्हह ऊह्ह्ह्हह्ह इस्स्स्सस इस्स्स्स करती रही | फिर मैंने मैडम को घुमाया और झुकाके खड़ा कर दिया और साड़ी उठाके आगे कर दी | फिर मैंने मैडम की गांड में लंड डालना शुरू किया और मुझे वो थोडा टाइट लगी तो मैंने मैडम की गांड मारना शुरू कर दी |

मैं लगातार मैडम को झटके मारे जा रहा था और मैडम आह्ह्हह्ह अह्ह्हह्ह्हा ह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्ह उह्ह्हह्ह उह्ह्हह्ह ईह्ह्हह्ह्ह्ह करे जा रही थी | फिर मेरा मुट्ठ निकला और मैंने सारा मुट्ठ मैडम की गांड में ही छोड़ दिया और उनके ऊपर लेट गया | फिर मैंने अपने कपडे पहने और मैडम ने भी अपना ब्रा और ब्लाउज पहना और हम चले गए | फिर जब तक मेरा स्कूल ख़त्म नहीं हो गया हम दोनों आये दिन चुदाई किया करते थे और अब मेरी उससे बात बंद हो गई है |

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