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होली पर भाभी के साथ मस्ती
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HOT Free XXX Hindi Kahani

हेल्लो दोस्तों, कैसे हैं आप लोग? आशा है की मस्त होंगे और अपने लंड को हाथ में लेकर हिला रहे होंगे | दोस्तों आज मैं आपको अपनी सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ | आशा है की आप लोगों को पसंद आएगी |

ये बात पिछले साल की है जब मैं होली पर गाँव गया हुआ था | मेरे पड़ोस में एक भैया रहते हैं जिनकी अभी अभी शादी हुई है | वो बाहर नौकरी करते हैं और अक्सर बाहर ही रहते हैं | होली के टाइम भी उन भैया को छुट्टी नही मिल पाई इसीलिए वो आ नही पाए | उनकी बीवी यानि की मेरी भाभी का नाम मालती था | मालती भाभी की उम्र मेरे बराबर ही होगी और वो काफी खुबसूरत थीं | उनके होठ ऐसे थे की देखते ही चूमने का मैन करने लगे और उनकी गांड मस्त थी | जब भी मैं उनकी गांड देखता था, मैन करता था की सीधा पकड लूं और दबा दूं | चलिए अब मुद्दे पर आता हूँ |

होली का दिन था और मेरा खड़ा था | मेरे गाँव में ज्यादा दोस्त नही हैं इसीलिए मैंने सोचा की क्यूँ न मालती भाभी के साथ ही खेल लूं | मैंने गुलाल लिया और उनके घर की तरफ चल दिया | भाभी किचन में थी और कुछ बना रही थी | मैंने आवाज़ दो तो वो आईं | मैंने बोला किचन से थोडा वक़्त निकाल कर मुझे भी दे दो | वो मुस्कुरा पड़ी | मैंने बोला अभी तो बस वक़्त दे दो, बाद में कुछ और भी डौगी तो बुरा नही मानूंगा और ये कहके मैंने आँख मार दी | भाभी शरमा पड़ी और हस भी दी | मैं समझ गया की सिग्नल रेड तो नही है | मैंने बोला की अब रंग बताओ कहाँ लगाऊं ? वो बोलीं सब तुम्हारा ही है, जहाँ मर्जी लगा दो | मैंने बोला चली फिर कमरे में, अच्छे से लगाता हूँ | वो बोली चलो |

फिर हम दोनों उनके कमरे में आ गये | अब मैंने उनके गालों पर गुलाल लगाना शुरू कर दिया | उनके गोरे गालों पर गुलाल बहुत अच्छा लग रहा था | मैंने शरारत में कहा- कहीं और भी लगा दूं? वो बोलीं – मैंने तो बोला की सब तुम्हारा ही है, जहाँ मन लगा लो | मैं समझ गया | मैंने अब गर्दन पर लगाना शुरू किया और धीरे धीरे ब्लाउज के अन्दर लगाने लगा | वो शरमा रही थीं लेकिन मना नही किया | उनके बूब्स को टच करके मजा आ गया मुझे | उनके मस्त बूब्स थे | मैंने बोला जरा ढंग से लगाने दो, देख देख के | वो बोलीं – पहले दरवाजा तो बंद कर लो | अब तो मैं पक्का समझ गया की आज मुझे मेरी सपनों की चुदाई का मौका मिलने वाला है | मैंने दरवाजा बंद किया और उनके ब्लाउज को उतार दिया | अब मैंने बता भी उतार दी और गुलाल को साइड में रख के उनके बूब्स दबाने लगा | वो बोलीं – इरादा रंग लगाने का था लेकिन काम तो कोई और हो रहा है | मैंने कहाँ – जिस काम में ज्यादा मजा आये वो ही करना चाहिए | वो हंस पड़ी | अब मैंने उनको कमर से पकड़ा और उनके होठों पर अपने होठ रख दिए | मैंने उनको ढंग से किस करने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगीं |

किस करते करते मैं उनकी गर्दन की तरफ जाने लगा और उनकी गर्दन को चूमने लगा | उनकी गर्दन को चुमते हुए मैंने उनको बेड पर गिरा लिया और उनके ऊपर आ गया | अब मैंने फिर से उनकी गर्दन को चूमना शुरू कर दिया | मैं अब उनके बूब्स को चूसने लगा | वो मस्ती में मेरा सर पकड़ कर आह ओह  हह हह ह हह ह हह हह ह ह आराम से.. आह्ह हह ह हह ह ह हह ह हह ह ह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह ह हह ह ह ह हह ह ह ह ह ह ह्ह्ह ह हह ह ह्ह्ह ह ह ह्ह्ह हह ह हह ह ह हह ह ह करने लगीं | मैंने अब उनके एक दूध को चुसना और दुसरे को दबाना शुरू कर दिया | थोड़ी देर बाद फिर दुसरे वाले को चुसना और पहले वाले को दबाना शुरुर कर दिया | वो भी मजे से आआअह्ह हह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह हह ह हह हह ह ह ह ह हह ह हह ह ह ह हह ह ह हह ह ह्ह्ह ह ह हह ह हह ह हह ह ह ह ह हह ह ह करते हुए मेरा साथ दे रही थीं |

थोड़ी देर तक ऐसे ही उनके बूब्स के मजे लेने के बाद मैंने उनकी साड़ी ऊपर कर दी | उनकी पैंटी गुलाबी रंग की थी | मैंने वो भी निकल दी | अब उनकी झांटों वाली चूत मेरे सामने थे | बहुत ज्यादा नही लेकिन थोड़े से बाल थे उस पर | चूत कसी हुई लग रही थी देखने से | मैंने उनकी चूत पर अपना एक हाथ फेरा | उनकी चूत गीली हो चुकी थी | मैंने एक ऊँगली उनकी चूत में डाल दी | वो दर्द से आआअह्ह्ह्ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह ह हह ह ह हह ह हह ह ह हह ह ह ह ह हह ह ह हह ह ह आराम से. अह्ह्ह्हह्ह ह ह ह हह हह ह ह हह ह ह ह हह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह ह ह हह ह करने लगीं | मैंने अब अपनी ऊँगली को अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया | थोड़ी देर बाद मैंने उनकी चूत को अपनी ऊँगली से जोर जोर से चोदना शुरू कर दिया | वो मस्ती में जोर जोर से आआ आअ आआह्ह्ह ह हह ह ह हह ह ह ह हह ह ह ह हह ह हह ह्ह्ह ह उ ऊ ऊऊ ऊ उ उ ऊ उ उ ई इ ई इ इ ई इ इ इ इ ई इ इ ई ई इ ईई ई इ ई ईई ई इ इ ई इ ऊ उ उ उ ऊ उ उ ऊऊअ आःह ह ह हह ह ह ह हह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह ह ह्ह्ह हह ह ह्ह्ह ह हह हह हह ह ह्ह्ह हह ह ह ह ह करने लगीं |

मैंने अब और देर करना सही नही समझा | मैंने झट से अपनी पैंट निकाली और अपना लौड़ा उनकी चूत पर टिका दिया और एक जोर का झटका दिया | वो दर्द से बिलख थी और रोने लगी | मैंने एक और जोर का धक्का दिया और इस बार मेरा लंड पूरा घुस गया | वो दर्द से उई इ ई इ इ ई इ ईई ई इ इ ई इ इ इ ईई ई इ इ मर गयीई ई इ इ ई इ इ ई इ इ ई इ इ ई इ ई ईई ई इ ईई ई इ ईई इ ईईइ इ ईई ई ईई ई ई इ इ ईई इ इ इ आःह हह ह ह ह हह ह ह्ह्ह्ह ह ह्ह्ह ह्ह्ह्हह ह ह्ह्ह्हह ह ह्ह्ह्हह ह ह्ह्ह्ह ह ह्ह्ह्हह ही हह ह ह हह ह ह हह ह हह ह ह हह ह हह ह ह हह ह हह ह ह ह ह हह ह ह ह हह ह ह ह्ह्ह ह हह ह ह ह ह्ह्ह्हह ह ह हह हह ह ह हह ह करने लगीं | मैं थोड़ी देर रुका और फिर उनकी चूत को अपने लौड़े से चोदना शुरू कर दिया | शुरुआत में तो उन्हें ज्यादा दर्द हुआ लेकिन थोड़ी देर बाद वो मजे लेने लगी और आराम से आःह ह हह ह ह हह ह हह ह ह हह ह ह हह ह ह ह ह ह हह .. चोद दो मुझे.. आःह ह ह हह ह ह हह ह हह ह ह हह ह ह हह ह हह ह ह हह हह ह ह हह  बुझा दो मेरी प्यास.. ऊ उ उ ऊ ऊ उ ऊ उ ऊऊ ऊ ऊऊ उ उ ई ईई इ ईई इ ईई इ ईईइ इ ईई ई इ इ ई इ इ इ और जोर से चोदो.. आःह्ह ह हह ह ह हह ह हह ह ह ह हह ह ह हह ह हह ह ह हह ह ऊ उ ऊऊ इ इ इ इ ई इ इ इ ईई ई इ इ इ ई इ इ ई इ इ इ ईई ई इ इ ई इ इ इ ई इ इ ई ईई इ इ इ इ ई इ इ ई इ उ ऊ उ ऊऊ ऊ ऊऊउ उ उ ऊ ऊऊउ उ उ उ उ करने लगीं |

लगभग बीस मिनट की जोरदार चुदाई के बाद जब मेरा निकलने वाला हुआ तो मैंने अपना लंड उनकी चूत से निकाल कर उनके पेट पर अपना माल झाड दिया |

ये थी मेरी कहानी | आशा है आप लोगों को पसंद आई होगी |

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