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डॉक्टर ने मेरी बीबी को चेक करते करते चोद लिया
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इसलिए मैं भी यहाँ की रोज नही नही सेक्स कहानी पढकर मजे उठाता हूँ. पाठकों, मैं बहुत दिन से सोच रहा था की मैं भी आपको अपनी सेक्सी स्टोरी सुनायुं. ये घटना कुछ महीने पहले ही है. मेरी शादी से पहले ही मेरे रिश्तेदारों से बताया था की मेरी नये मिजाज की खर्चीली और बहुत ही फैशन परस्त बीबी इशिका अल्टर है और शादी से पहले ही कई लडकों से चुदवा चुकी है. पर जब मैं उसको देखने गया तो मेरे मुँह में इशिका को देखकर पानी आ गया.

वो बड़ी कटीला माल थी. मैंने सोच लिया की चाहे तो कितने की लौंडो से क्यूँ ना चुदवा चुकी हो, पर अब मैं उससे शादी कर लूँगा और बाकी ही जिन्दगी मस्ती से उसकी बुर मारूंगा. मैं इशिका से शादी कर ली. आखिर मेरी सुहागरात का दिन आ गया. आज इशिका जैसी मस्त माल को चोदने को मिलेगा. मैं उसे नंगा कर लिया. उसकी चूत किसी सीपी की तरह हाथ से खोली तो चूत काफी फटी हुई थी. निश्चित तौर पर इशिका के कई बॉयफ्रेंड होंगे जो उसे रोज चोदते होंगे. पर दोस्तों कुछ पाने के लिए कुछ खोना भी पड़ता है. मैं श्री राम का लेकर मैं भी लौड़ा लेकर इशिका के भोसड़े में कूद गया और खूब चोदा साली को. सुहागरात वाले दिन से १० दिन तक मैं उसे रात में सोने ही नही दिया. वियाग्रा खा खाकर मैं अपनी नई इश्कबाज बीबी इशिका को रात पर लेता रहता. उसे एक मिनट के लिए भी नही सोने देता. मैं उसे चोद चोदकर खूब मजे मारे. मेरी बीबी को और लडकों से शादी से पहले २ ४ बार चोद लिया तो क्या , अब बाकी की जिन्दगी तो मैं उसकी हसीन फुद्दी मारने वाला था. दोस्तों, ये सोच सोचकर मैं बहुत खुश था और फूले ना समाता था. मैंने ये शादी करके अपनी जिन्दगी का सबसे अच्छा फैसला किया था.

पर बाद में मेरी बीबी इशिका जब किसी और मर्द को देख लेती तो उसकी तरह फिसल जाती. जब सुबह अख़बार वाला, दूधवाला आता तो मेरी चुदासी जवान बीबी उससे देर देर तक बातें करती रहती. और लंड ढूंढा करती, कभी वो नौकर को लाइन देती तो कभी सब्जीवाले को. मेरी बीबी निश्चित तौर पर नये नये लंड तलाश करती. ये सब बात मुझे मेरे पड़ोसियों ने बताई “चंदू !! बाबू !! लाये तो बड़ा कटीला माल हो. पर इसको रोज पेलना. वरना तुम्हारे जाने के बाद ये छिनाल और मर्दों पर भी लाइन मारती है!!!..अगर इसे मौका मिला तो ये रंडी बाहरी मर्दों से तुरंत चुदवा लेगी” मेरे पड़ोसियों ने मुझे बताया. ये सुनकर तो मेरे कान खड़े हो गये. मैं अब अपनी चुदासी और लौड़े को प्यासी बीबी इशिका पर जादा नजर रखने लगा. की कहीं ये मौका मिलने पर बाहरी मर्द से चुदवा ना ले. अब मैं इशिका को रोज लेने लगा. क्यूंकि मैं उसको रोज खुराक नही देता तो वो जरुर किसी बाहरी मर्द की तरह चली जाती. बेडरूम में जाते ही मैं उसे किसी सस्ती बाजारू रंडी की तरह नंगा कर देता और खूब चोदता कुतिया को.

एक सेकेंड भी उसे मैं चड्ढी नही पहनने देता. पूरी रात उसकी बुर को ढीला करता रहता. अब मैं इशिका पर जादा नजर रखता. उसे गैर मर्द से नही मिलने देता. कुछ दिन बाद इशिका को माहवारी आना बंद हो गयी. उसने मुझे बताया.

“सुनिए जी !! आप ने मुझे एम् सी में जो सारी रात पेला था, उसके बाद से मेरी माहवारी नही आई है. डॉक्टर को दिखाऊँ क्या???’ इशिका बोली. मैं अभी बच्चे पैदा करने के मूड में नही था. क्यूंकि बच्चे होते तो मैं इशिका को ठोंक नही पाटा. उसका मेरी तरफ लगाव कम हो जाता. इसलिए मैंने एक दिन अपने ऑफिस से छुट्टी ले ली, बाइक पर उसे बिठाकर मैं डॉक्टर रस्तोगी के पास ले गया. वो एक तरह से मेरे फॅमिली डॉक्टर थे. मेरे घर के पास थे. फिस भी कम लेते थे. इलाज भी अच्छा करते थे. इसलिए मैं उसने ही दवा लेता था. मेरा नम्बर आते ही मैं इशिका को लेकर उनके चैम्बर में गया. डॉक्टर रस्तोगी बहुत ही मिलनसार आदमी थे. मुझे देखते ही मुस्कारने लगे.

“हेलो मिस्टर चंदू! कैसे है आप??….बताइये क्या दिक्कत है??’ डॉक्टर रस्तोगी हसंते हुए बोले

“डॉक्टर साहब ये मेरी बीबी है इशिका. इसे इस हफ्ते माहवारी नही आई है. ठीक से चेक कर लीजिये!’ मैंने कहा. जैसे ही डॉक्टर रस्तोगी ने मेरी कटीली छमिया इशिका को देखा उनका लौड़ा तुरंत हरकत करने लगा. १० मिनट तक तो वो मेरी बीबी के रूप को आँखों से पीते रहे. सायद और मर्दों की तरह इशिका उनको एक नजर में भा गयी थी. मेरी औरत के सामने यही दिक्कत थी. जो मर्द उसे एक बार देख लेता था, वो उसे बार बार देखता था और मन ही मन में मेरी जवान माल बीबी इशिका को चोदने लग जाता था. ठीक ऐसा ही डॉक्टर रस्तोगी के साथ हुआ. मेरी बीबी की खूबसूरती का जादू उनपर पहली ही नजर में चल गया. उनका लंड भी तुरंत खड़े हो गये. मेरी बीबी इशिका तो पहले से ही गैर मर्दों को देखकर फिसल जाती थी. वो भी आँखों ही आँखों में डॉक्टर रस्तोगी को ताड़ने लगी. सायद वो भी डॉक्टर साहब से चुदवाना चाहती थी.

“ठीक है चंदू जी , आप बाहर वेट करिए. मैं अच्छे से आपकी बीबी का चेकअप कर लेता हूँ. मैं उठकर बाहर चला गया. मेरी बीबी का दिल डॉक्टर रस्तोगी पर पूरी तरह से आ गया था. डॉक्टर ने उसे अपने पास वाली कुर्सी पर बिठा लिया और आले उककी पीठ, सीने, और पेट में लगाने लगे. मेरी चुदासी और सीटियाबाज बीबी हसने लगी. धीरे धीरे डॉक्टर साहब उसे यहाँ वहां छूने लगे. इशिका मजे अच्छे मजाकिया मूड में थी. वो भी हाथ उठा उठाकर डॉक्टर साहब को अपना कटीला और तीखा बदन दिखाने लगी. धीरे धीरे दोनों चुम्मा चाटी करने लगे. मैं किसी चूतिया की तरह बाहर वेटिंग रूम में बैठ के फेसबुक चला रहा था. यहाँ डॉक्टर के चेम्बर में मेरी बीबी इश्कबाजी कर रही थी. धीरे धीरे डॉक्टर रस्तोगी मेरी चुदासी छिनाल बीबी के मम्मे दबाने लगे. इशिका मजे से दबवाने लगी. दोनों में तुरंत दोस्ती हो गयी. क्यूंकि आवारा औरतों को बड़े आराम से आवारा मर्द भी मिल जाते है. ठीक यही हुआ था मेरे साथ.

बाहर बैठकर मैं तू सोच रहा था की मेरी बीबी चेकअप करवा रही है. पर वो तो छिनालपन का सुख उठा रही थी. बहनचोद डॉक्टर कभी मेरी बीबी का दिल चेक करता कभी सीना. वो धीरे धीरे उसके ३६” के दूध दबाने लगा. इशिका को भी मजा मिलने लगा. फिर वो मेरी बीबी का गोरा उज्जर उज्जर नर्म खाल वाला पेट साडी के नीचे से चूमने लगा. फिर उसने इशिका को अचानक पकड़ लिया और गाल , गले और ओंठो पर बेतहाशा चुम्मा चाटी करने लगा. इशिका भी बड़े दिनों ने किसी बाहरी मर्द का लौड़ा खाना चाहती थी. डॉक्टर रस्तोगी के मिलकर इशिका को भी बहुत अच्छा लगा. उसका बाहरी लंड खाने का काम भी बन गया.

“डॉक्टर साहब , अगर मुझे चोदने का मन हो तो चोद लीजिये!! ये राज सिर्फ आपके और मेरे बीच रहेगा” इशिका ने अपनी चूत डॉक्टर रस्तोगी को ऑफर कर दी. वो तो किसी नई चूत मारने के मूड में तो था ही.

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“हाँ ! इशिका जी. मैं आपका इलाज फ्री में कर दूंगा. और मुझे आपकी चूत जरूर मारनी है. क्यूंकि आपके जैसा मस्त सामान रोज रोज कहाँ खाने को मिलता है” बहनचोद रस्तोगी बोला.  दोनों चैम्बर में किसी लैला मजनू की तरह इश्क फरमा रहे थे. गांडू रस्तोगी ने मेरी चुदासी छिनाल चरित्रहीन औरत को सीने से लगा लिया और खूब चूमने लगा. फिर इशिका के बूब्स दबाते हुए उसके रसीले ओंठ पीने लगा. दोनों अपना अपना जबड़ा चला चला कर एक दुसरे के ओंठ पीने लगा. फिर दोनों बहुत जादा किसी लोहे की तरह गर्म हो गये.

“इशिका जी ! चलिए कुर्सी पर तो आपको मैं चोद नही पाऊंगा. चलिए चेकअप टेबल पर चलिए!! वही आपकी गुलाबी बुर में मैं आपको अपना लौड़ा दूंगा और कसके चोदूंगा’ बहनचोद रस्तोगी बोला. और मेरी छिनाल अल्टर बीबी इशिका को चुमते चुमते चेक अप वाली लम्बी मेज पर ले आया. फिर उसने पर्दा खीच दिया जिससे उन दोनों की करतूत कोई देख ना पाए. रस्तोगी बिलकुल इशिका पर फ़िदा हो गया और जोर जोर से उसके दूध दाबने लगा. फिर इशिका ने खुद अपने ब्लाउस के एक एक बटन खोल दिए. रस्तोगी ने ब्लाउस निकाल फेका और मेरी बीबी की ब्रा भी निकाल दी. अब इशिका रस्तोगी के सामने नंगी थी. वो इसका के बूब्स को देखकर पागल हो गया और जोर जोर से अपने डॉक्टर वाले हाथो से मेरी बीबी के दूध दाबने लगा. फिर मुँह लगाकर पीने लगा. दोनों आधे घंटे तक यही सब मजा मारते रहे. डॉक्टर रस्तोगी अपने तेज दांतों से जोर जोर से इशिका जैसी हसीन माल के दूध दांत से काट काटकर पी रहा था और पूरा मजा ले रहा था.

फिर वो दूसरा दूध पीने लगा. फिर रस्तोगी ने मेरी बीबी की साड़ी उपर उठा दी. उसे इशिका की काली रंग की पेंटी मिल गयी. गांडू रस्तोगी ने एक सेकंड में मेरी छिनाल बीबी की पेंटी निकाल दी और मुँह लगाकर उसकी बुर पीने लगा. उसको बिलकुल मौज आ गयी थी. आज कितने दिन बाद उसे एक नई चूत चोदने और पीने को मिली थी. डॉक्टर रस्तोगी मस्ती से मेरी बीबी की बुर पीने लगा लगाकर मजे से चाटने लगे. ये दृश्य बड़ा मनोरंजक था. फिर उन्होंने अपनी डॉक्टरी वाली सफ़ेद शर्ट निकाल दी. सफ़ेद पैंट की बेल्ट खोल दी. अंडरविअर को नीचे खिसका दिया. उसका लौड़ा कबसे मेरी अल्टर बीबी की चूत मारने को बेचैन था. डॉक्टर रस्तोगी ने तुरंत अपना हाट्टा कट्टा लौड़ा मेरी बीबी इशिका के लाल भोसड़े में दे दिया और उसे चोदने और कूटने लगे. इशिका ने अपनी दोनों टाँगे पकड़ ली और जादा फैला दी. जिससे डॉक्टर रस्तोगी उसे गहराई से चोद पाएं. अपने चैम्बर में बने चेकअप टेबल पर मेरी चरित्रहीन बीबी चुद रही थी और मैं बाहर वेटिंग रूम में बैठकर अख़बार पढ़ रहा था और फेसबुक चला रहा था. मैं कितना बड़ा गांडू और चूतिया था. रस्तोगी मेरी बीबी को धाये धाये चोद रहा था. अपना बड़ा सा मोटा लौड़ा मेरी बीबी के भोसड़े में डालकर उसकी बुर की मासा सीना धापा कर रहा था और मैं सोच रहा था की अंदर चेकअप चल रहा है. गांडू रस्तोगी बड़ी देर तक मेरी बीबी को चोदता रहा. फिर उसके भोसड़े में भी झड़ गया. जब बड़ी देर तक मेरी चुदासी बीबी इशिका रस्तोगी के चैम्बर से नही निकली तो मैं पता करने लगा.

तब तक इशिका एक बार चुदवा चुकी थी. फिर अपनी साड़ी ठीककरके और ब्लाउस पहनकर मरीज वाली कुर्सी पर बैठ गयी थी. मैं अंदर गया. बहनचोद रस्तोगी ने मुझे देखा.

“हाँ मिस्टर चंदू !! बात काफी सेरिअस है. मुझे इसी समय एक जाँच करनी पड़ेगी. इसलिए आधा घंटा और लग जाएगा. आपको कोई छोटा मोटा काम हो तो निपटा लीजिये. इस जांच में १ घंटा भी लगा सकता है” बहनचोद रस्तोगी बोला. मुझे अपना सरकारी बिजली का बिल जमा करना था. मैंने सोचा की लाओ खाली वक़्त में यही काम निपटा लूँ. मैंने इशिका से कहा की तुम मैं अभी एक घंटे में आता हूँ. ये कहकर मैं बाहर चला गया. मेरे जाते ही मेरी चुदासी और लौड़े की प्यासी बीबी फिर से डॉक्टर से इश्क लड़ाने लगी. मैं तो बाइक लेकर बिल जमा करने चला गया, इधर फिर से चुदाई शुरू हो गयी. बहनचोद रस्तोगी ने मेरी बीबी को चेकअप टेबल पर फिर से लिटा दिया और उसके सारे कपड़े निकाल दिए. रस्तोगी ने मेरी औरत इशिका को खालिस नंगा कर दिया. उसके जिस्म पर एक भी कपड़ा नही था. रस्तोगी ने जब पहली बार इशिका के भोसड़े में ऊँगली डाली तो वो उछल पड़ी.

“अओउचच !! डॉक्टर साहब जरा आराम आराम से करिए. वरना मेरे पति को शक हो जाएगा की मैं कहीं से फक करके आई हूँ” इशिका बोली. रस्तोगी अब मेरी बीबी के फटे भोसड़े में आराम आराम से ऊँगली करने लगा. फिर उसने ऊँगली में तेल भी लगा दिया. अब मेरी बीबी की चूत को वो आराम आराम से फेट पा रहा था. गांडू रस्तोगी बड़ी देर तक इशिका के लाल लाल भोसड़े में ऊँगली करता रहा. फिर लौड़ा डालकर चोदने लगा. इशिका मादरचोद !! अपनी कमर उठने लगी. “आह आह ओह्ह्ह्हह….कितना म्जाआआआआ आ रहा है !! चोदिये डॉक्टर साहब !! मुझे जोर जोर से चोदिये!!’ इशिका ऐसा बकने लगी. रस्तोगी और भी अधिक जोश में आ गया और हचक हचक के मेरी औरत को चोदने लगा. रस्तोगी के ताबड़तोड़ धक्कों से मेरी बीबी की बुर बिलकुल फट गयी. और मुँह खोलकर गर्म गर्म सासें छोड़ने लगी. और मजे से चुदवाने लगी.

रस्तोगी मेरी बीबी इशिका को कोई घर के माल की तरह पेल रहा था. जैसे अपनी बीबी की चूत ले रहा हो. इसी दौरान इशिका की चूत से उसका माल बहने लगा. रस्तोगी इसे देखकर बहुत खुश हो गया. वो आर जोर जोर से मेरी बीबी को चोदने लगा. मैं इधर सरकारी बिजली के ओसिफ में लाइन में लग गया था. क्यूंकि कोई १०० लोग लाइन में लगे हुए थे. मैं धूप में खड़े होकर मर रहा था, उधर मेरी बीबी डॉक्टर रस्तोगी से मरा रही थी. रस्तोगी ने मेरी औरत को खूब चोदा, उठा उठाकर पटक पटक कर उसकी बुर ली और इतना पेला की इशिका के लाल भोसड़े से पानी बहने लगा. इधर इसका को बड़े दिन तक गैर मर्दों को पटाने के बाद आखिर एक बाहरी लंड खाने को मिल गया था. इशिका कमर उठा उठाकर मजे से चुदवा रही थी. रस्तोगी अपने लौड़े से मेरी बीबी की चूत पर धुंआधार बैटिंग कर रहा था. मेरी बीबी इशिका बिलकुल स्वर्ग का मजा मार रही थी. इसी दौरान बहनचोद रस्तोगी एक बार फिर से मेरी बीबी की बुर में झड़ गया. दोनों हांफने लगे और अलग अलग हो गये.

फिर रस्तोगी ने मेरी बीबी को दोनों घुटनों और सर के बल कुतिया बना दिया. पीछे से आकर मेरी बीबी की गांड पीने लगा. फिर उसने अपना हट्टा कट्टा लौड़ा इशिका की गुलाबी गांड में डाल दिया और गांड चोदने लगा. मैं तो कभी अपनी बीबी की गांड लेता ही नही था. क्यूंकि मैं धार्मिक आदमी थी. गांड लेना वैदिक रीति रिवाजों के खिलाफ होता है. इसलिय मैं इतने सालों में एक बार भी इशिका की गांड नही ली. पर रस्तोगी तो डॉक्टर ता. साइंस का चेला था. वो जानता था की औरत की गांड भी उतना ही मजा देती है जितना चूत. वो मजे से मेरी औरत इशिका की गांड लेने लगा. उसने खूब मजा मारा और मेरी औरत को किसी रंडी की तरह चोदा. दोस्तों जब एक घंटे बाद मैं बिजली का बिल जमा करके लौटा तो रस्तोगी २ बार मेरी बीबी अल्टर इशिका की गांड ले चूका था और ३ बार फिरसे उसकी बुर ले चूका था. मैं कुछ जान नही पाया और मेरी नाक के निचे मेरी बीबी चुद गयी.

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