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चाची को रात में चोदकर चाचा की कमी पूरी किया
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HOT Free XXX Hindi Kahani

हाय फ्रेंड्स मेरा नाम सरल मिश्रा है. मै झारखंड में रहता हूँ. घर में मै एकलौता लड़का हूँ. मेरे पापा सिर्फ दो भाई ही है. मेरे चाचा सुरेंद्र की शादी 2 साल पहले हुई थी. चाचा उनका शरीर बहुत ही गठीला है. मेरे को भी वी जिम में भेजकर मेरी बॉडी बनवा दी. मेरे बॉडी को देखकर सारे लोग तारीफ़ करने लगते हैं.


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जो लड़की मेरे तरफ कभी देखती नहीं थी। वो चुदवाने के लिए हमेशा तत्पर रहती है। मेरे चाचा जी तो हमेशा अपनी ड्यूटी पर ही रहते हैं. वो कभी कभी ही आते है. चाची बहुत परेशान रहती हैं. उनका नाम आयशा था. चाचा कुछ ही दिन में चाची का पूरा मजा ले लेते हैं. मेरा कमरा चाचा के कमरे के सामने ही है. पापा मम्मी नीचे रहते हैं. चाचा का और मेरा कमरा ऊपर है. रात को मै दरवाजे से कान सटाकर उनकी आवाजें सुनता था. चाचा एक बार घर पर आये हुए थे. चाची चुदने की ख़ुशी में फूली नहीं समा रही थी. चाची उस दिन कुछ ज्यादा ही सजी थी. शाम के करीब 7 बज रहे थे. चाची को देखकर मेरा लंड पहले भी खड़ा हो जाता था लेकिन आज चाची को इस रूम में देखकर मैं झड़ ही गया. वो लाल रंग की साडी पहने हुए थी। गालो पर क्रीम पाउडर लगाकर लाल लाल होंठो को सजाये हुए थी. चाचा की किस्मत ही खुल गयी थी इतनी झकास माल पाकर. दोनों लोग शॉपिंग करने गए. रात के 10 बजे तक घर आये. मै भी चाची की चुदाई की आवाज सुनने का इंतजार कर रहा था. 1 घंटे बाद चाचा चाची अपने रूम में आ गए.

कुछ ही देर में दोनों लोग शुरू हो गए. चाची की “हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ ….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी सी… हा हा हा.. ओ हो हो….” की आवाज लगभग 1 घंटे तक चली. दोनों लोग झड़ चुके थे. दोनों लोग आपस में बात कर रहे थे.
चाचा: तुझे छोड़कर जाने को मन नहीं करता. घर पर रहता हो रोज तुम्हे चोदता. तुम्हारे बड़े बड़े दूध को पीता
चाची: तुम्हारे जाने के बाद हर रोज मेरे को चुदने के लिए तड़पना पड़ता है.
चाचा: मुझे भी तो वहाँ तुम्हारी चूत की बहुत याद आती है
चाची: तुम तो हिला हिला कर मुठ मार कर काम चला लेते होंगे। मै क्या करूं??
चाचा: मेरा भतीजा है ना सरल उसी से अपनी चूत फड़वा लिया करो
चाची: उसका लंड में तुम्हारे इस 7 इंच लंड जितना दम थोड़ी न होगा
चाचा: उसका लंड मुझे अपने लंड से भारी लगता है
चाची: क्यों मजाक करते हो जी??
चाचा हँसने लगे. लेकिन ये बात मेरी चाची के दिमाग में घुस चुकी थी. मै दरवाजे के बाहर खड़ा अपना लंड हिलाकर मुठ मार रहा था. तभी चाची ने दरवाजा खोल दिया. वो मेरे को देखकर चौंक गयी. मै अपने हाथ में लंड पकडे हुआ था. चाची को देखकर मैंने पैजामे में घुसा दिया। वो सब जान गयी थी. लेकिन फिर भी सवाल पूँछकर फॉर्मेल्टी पूरा कर रही थी.

चाची: इतनी रात गए तुम यहां क्या कर रहे हो??
मै: चाची मेरे को प्यास लगी थी तो मैंने सोचा आपके पास होगा. वही लेने आया था
चाची: हंसते हुए अंदर चली गयी. कुछ ही देर में मेरे को पानी लाकर देकर चली गयी
मै अपने रूम में चला आया. मेरे को बहुत डर लग रहा था कहीं चाची सब जाकर चाचा को न बता दें. सुबह चाचा चाची के सामने खड़ा होने में बहुत शर्म आ रहा था. चाचा दो दिन बाद अपने ड्यूटी पर चले गए. चाची मुझे बहुत ही हवसी नजरो से देख रही थी. मेरे को बड़ा डर लग रहा था. चाची ने एक दिन शाम को मेरे को अपने रूम में बुलाई. रात के करीब 11 बज रहे थे.
मैं: चाची आपने मुझे बुलाया है??
चाची: हाँ मेरे को तुमसे एक काम करवाना है
मै: अब रात में कौन सा काम करना है?
चाची: रात का काम तो रात में ही किया जाता है

चाची उस रात बहोत ही जबरदस्त माल दिख रही थी. मेरे को उनका होंठ चूसने का मन करने लगा. पिंक कलर की साडी में वो बहोत ही जबरदस्त माल लग रही थी. उनकी गहरे ब्लाउज में बड़े बड़े मम्मे दिख रहे थे. चाची आज चुदासी लग रही थी. वो मेरा बड़ा मोटा लंड खाना चाहती थी. मेरा लंड उन्हें देखकर खड़ा हो गया. लोवर में मेरा लंड बहोत हो फूला हुआ लगने लगा. चाची ने मेरे को बिस्तर पर खींचकर अपने पास बिठाया. उसके बाद मेरे शरीर पर हाथ फेरकर मुझे जोश में लाने लगी.
मै: ये क्या कर रही हैं आप?
चाची: तू अपने चाचा चाची की बात सुन सकता है. तो मैं ये भी नहीं कर सकती. उस दिन मेरे मेरी चुदासी आवाज को सुनकर तो तुम मुठ मार रहे थे.

मै अपना सर नीचे किये था. चाची के हाथ लगाते ही मेरा लंड और भी तेजी से खड़ा हो गया. चाची ने मेरे लंड पर हाथ रख दिया. मेरा तो मन उनकी चूत फाडने को करने लगा.
मैं: चाची आप चाहती क्या हैं??
चाची: वही जो तुम्हारे चाचा ने कहा था?
मैने जाकर दरवाजे को कुण्डी लगा दी. वो पानी के बिना मछली जैसी तड़प रही थी. मैं बिस्तर पर जाकर लेट गया. बिस्तर पर पहुचते ही मेरे से चाची चिपक गयी. मेरे को दबाते हुए कहने लगी.
चाची: आज के बाद तेरे को रोज मेरे रूम में लेटना होगा. रात भर तुम्हे चोदना होगा. वादा करो तभी मै तुमसे आज अपनी चूत फड़वाऊँगी.
मै: मुझे मंजूर है लेकिन तुम्हे भी मेरा लंड चूसना पडेगा

चाची ने सिर हिलाकर हाँ कर दिया. अब क्या था मैंने अपनी टांग उठाकर उनके टांग पर रख दिया. चाची के मोटे मोटे गांड पर हाथ मार कर उन्हें गर्म करने लगा. वो मेरे को चूमने लगी. पहली बार मेरे को कोई लड़की अपने आप से पहले किस कफ रही थी. चाची के दोनों दूध को को छू कर दबाया. उन्होंने उस दिन डोरी वाला ब्लाउज पहना हुआ था. चुम्मे से मैंने शुरुवात कर दी। उनकी गुलाबी होंठो को चूसने का मजा ही कुछ और था. जिसका मुझे बहोत दिनों से इन्तजार था. उनकी होंठ को मैं खींच खीच कर चोद रहा था.

चाची मेरा साथ दे रही थी. मैने 10 मिनट तक किस करते हुए उनके होठ काट रहा था. वो “……अई…अई….अई……अई….इसस्स् स्स्स्…….उहह्ह्ह्ह…..ओह्ह्ह्हह्ह….” की आवाज को निकाल रही थी. मैंने होंठ चुसाई बंद करके गालो को चूमते हुए गले को चूमने लगा. गले पर होंठ लगाते ही वो बहोत ज्यादा उत्तेजित होने लगी. मेरे को पता चल गया कि चाची का सबसे फेवरेट अंग गला है. बार बार उनके गले को चूमते हुए चूस रहा था. धीरे धीरे एक एक करके उनकी ब्लाउज का बटन भी खोल रहा था. चाची के दोनों बूब्स गुलाबी रंग की ब्रा से चिपके थे. मैने उनके ब्लाउज के साथ ब्रा भी उतार दी. दोनों बूब्स फ्री थे. चाची उन्हें उछल उछल के हिला रही थी.
मै: चाची आपके दूध तो बाहर बहुत बड़ा है. पीने में बहुत मजा आएगा
चाची: आज से तुम्हारे लिए ही तो है. तुम ही तो आज से बने नए राजा हो. पी लो मेरा दूध निचोड़ लो सारा रस आओ चूसो मेरा दूध!!

मैंने तुरंत ही अपना मुह लगा दिया. उनके दूध जैसी गोरे मम्मो पर भूरे रंग के निप्पल को मुह में भरकर चूसने लगा. दोनों निप्पल को काट काट कर चूस रहा था। एक निप्पल को चूसता तो दूसरे को अपने अंगुलियों से मसल रहा था. वो सीं… सी…सीं… की आवाज को निकाल रही थी. कुछ देर तक दूध पीने के बाद उनकी पेटीकोट सहित साडी को ऊपर उठा दिया. 

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चाची की टाँगे पैंटी सहित दिख रही थी. उन्होंने मेरे को अपने ऊपर से हटाया. मेरा लोवर नीचे सरका कर निकाल दिया. अंडरबियर में मेरा लंड खड़ा था. धीरे से अंडरबियर को सरकाते हुए निकाल रही थी. मेरा लंड आजाद होते ही झटके मारने लगा. चाची मेरे लंड को कपडे से साफ़ करके अपने मुह में लेकर चूसने लगी. चाची अपना मुह आगे पीछे करके चूस रही थी. मेरा लंड और भी मोटा भयानक होता जा रहा था. घोड़े जैसा लंड देखकर चाची भी हैरान रह गयी. वो जितना ही चूस कर मुठ मारती उतना ही बड़ा मोटा होता जा रहा था. मेरा लंड कडा हो चुका था. चाची मेरे सुपारे को चाट रही थी. जीभ की रगड़ से मेरा सुपारा लाल लाल हो गया. चाची ने जीभ से चाट चाटकर मेरी पिचकारी निकाल दी. मै उनके मुह पर ही झड़ गया। वो मेरे माल को पी गयी. कुछ देर तक तो चुदाई का मन ही नहीं किया। फिर अचानक से मौसम बनने लगा. चाची की साडी को निकाल दिया. पेटकोट सहित पैंटी को निकाल कर मैने उनकी चूत का दर्शन किया. चाची अपनी दोनों टाँगे खोलकर मेरे को चूत चाटने को कहने लगी. मैंने उनकी टांगो लार हाथ रखकर चूत चाटने लगा. वी मेरे को चूत में दबा कर चटवा रही थी. मेरा लंड भी धीरे धीरे खड़ा होकर चूत में घुसने को तैयार खड़ा था. उनकी चूत में जीभ घुसाकर मैंने उन्हें गर्म कर दिया. चाची की चूत में मेरी जीभ रगड़ रगड़ कर चाची की सिसकारी निकाल दिया. वो जोर से “..अहहह्ह्ह्हह स्सीईईईइ….अअअअअ….आहा …हा हा हा” की सिसकारी भर रही थी.

मैंने चाची को बहुत तड़पाया. वो अब लंड डलवाने को तड़प रही थी. मैंने उनकी चूत पर अपना लंड रगड़ कर उनकी चूत को गर्म करने लगा. वो मेरे लंड को अपने हाथ से पकड़ कर चूत में घुसाने लगी. मैंने उनकी चूत के छेद पर लंड लगाकर जोर से धक्का मारा. मेरा आधा लंड उनकी चूत में घुस गया. वो जोर से “…….उई. .उई..उई…….माँ….ओह्ह्ह्ह माँ……अहह्ह्ह्ह ह…” की चीख निकाल रही थी. मैंने धक्कम धक्का मार कर अपना पूरा लंड घुसा दिया. वो कुछ देर तक चीख कर चीखना बंद कर दिया. अपनी कमर उठा उठा कर चाची ने चूत चुदाई करवानी शुरू कर दी. चाची की कुछ देर तक चूत चुदाई उनको लिटाकर किया. उसके बाद मैंने लेटकर चाची को अपने लोहे की सलाखों जैसे लंड पर बिठा लिया. वो उछल उछल कर चुदने लगी. मैं भी अपना कमर उठा उठा कर चोद रहा था. वो बहुत मजे ले लेकर चुदवा रही थी . चाची की चूत में अपना पूरा लंड पेलकर चाची को मजे दे रहा था.
चाची: तू तो अपने चाचा से भी अच्छी चुदाई कर लेता है. कहाँ से सीखी??
मैं: चाची मैंने बहोत लोगो की चूत फाड़ी हैं. आपकी तो पहले से ही फटी थी.
चाची: तो फाड़ डाल और अच्छे से मेरी चूत! ज़रा मै भी तो देखूँ तेरे लंड में कितना दम है
मैंने उनकी चुदाई की रफ़्तार बढ़ा दी. 

जोर जोर से उनकी चीखे निकलवाने लगा. वो जोर जोर से चीखने लगीं. लगभग 5 ही मिनट की जोरदार चुदाई से उ नकी चूत का बुरा हाल हो गया. उन्होंने भी अपनी पिचकारी छोड दी. मेरा लंड और तेज से उनकी चूत में धमाल मचा रहा था. मेरे को उनकी चूत में अब मजा ही नहीं आ रहा था. मुझे अब उनकी टाइट गांड चोदने का मन कर रहा था. चाची की चूत के माल से भीगा मेरा लंड बाहर आ गया. ढेर सारी क्रीम से मेरा लंड सफ़ेद हो गया था. मैंने चाची को कुतिया बनाया. वो झुक कर कुतिया बनी हुई थी.

मैंने अपना घुटना बैंड किया और अपना क्रीमी लंड उनकी गांड में घुसा दिया. वो जोर जोर से “ओह्ह माँ….ओह्ह माँ…उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….” की आवाज निकालने लगी. धीरे धीरे करके उनकी जोरदार गांड चुदाई शुरू कर दी. वो जोर जोर से चिल्ला कर चुदवाने लगी. मै उनकी कमर को पकड़ कर जोर जोर से अपना लंड घुसाने लगा. लप लप मेरा लंड अंदर बाहर होकर चुदाई कर रहा था. चाची को भी बहुत मजा आ रहा था. चाची की दोनों बूब्स दबाते हुए कुत्ते की तरह जल्दी जल्दी चोद रहा था. चाची भी अपनी गांड हिलाकर चुदवाने में मस्त थी. मै उनकी गांड पर जोर से हाथ मार मार कर चुदाई कर रहा था। चाची की टाइट गांड से ज्यादा रगड़ खाकर मेरा लंड भी पिचकारी छोड़ने वाला था.


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मैंने चाची के गांड में ही स्खलन कर दिया। 1 मिनट बाद मैंने अपना लंड उनकी गांड से निकालने लगा. मेरा लंड अब सिकुड़ने लगा. चाची की गांड से बूंद बूंद करके मेरा वीर्य गिरने लगा. मै लेट गया चाची भी मेरे लंड को साफ़ करके मेरे से चिपक कर लेट गयी। रात में कई बार चुदाई करके संतुष्ट किया. अब हर दिन चाची को चोदता हूँ. चाचा के आने के बाद मुझे मुठ मार कर काम चलाना पडता है.

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