हनी भाभी की चुदाई की और गांड मारा

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दोस्तों में नीरज आपको एक बहुत ही मजेदार सेक्स कहानी सूना रहा हु, आशा करता हु, की आपको मेरी ये कहानी बहुत हॉट लगेगी, ये कहानी सच्ची कहानी है, मैंने एक जवान और टाइट औरत की चुदाई कल ही की है उन्ही के बारे में ये कहानी है,

मेरी उम्र २१ साल की है और हनी भाभी मेरी पड़ोसन है, वो अपने हसबैंड के साथ रहती है, पर उनका हस्बैंड किसी गलत काम में फस गया और उसी को छुड़ाने के मुंबई जाना पड़ा, हम दोनों शाम को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से मुंबई के लिए रवाना हो गए, वो बहुत ही चिंता में थी, की पता नहीं क्या होगा, मेरा एक दोस्त है मुंबई में उसके पापा एक बहुत ही अच्छे वकील है, मैंने उनको फ़ोन किया तो वो मुझे दूसरे दिन १० बजे बुलाये, मैं और हनी भाभी उनके दफ़्तर में ११ बजे पहुंच गए क्यों की ट्रैन थोड़ी लेट हो गई थी, फिर सारा पेपर उन्होंने बनाया, और फिर हमलोग सारे कागजात जमा करवाये, उनको छूटने में तब भी ७ दिन लग जाता, दिन भर इधर उधेर का चक्कर काटते हुए शाम हो गया,

मैंने हनी भाभी से कहा भाभी अब हमलोग कही होटल ले लेते है, और रात बिता के कल सुबह ही हम दोनों दिल्ली चले जायेंगे, अभी तो सात दिन लगेंगे तो यहाँ रहने से कोई फायदा नहीं, सारा काम हो गया है, तो वो बोली हां ठीक है, फिर हा दोनों ने खाना खाया और बगल में ही एक होटल था वही कमरे में किराये के लिए गए, मैंने कहा की दो कमरा चाहिए, क्यों की मुझे अच्छा नहीं लग रहा था की मैं एक अकेली औरत के साथ एक ही होटल के कमरे में रहू, कही भाभी के हसबैंड को पता चलेगा तो अच्छा नहीं होगा. तो हनी भाभी ही बोली अलग अलग कमरा क्यों ले रहे हो, एक ही ले लो बस बेड अलग अलग होनी चाहिए, तो मैंने कहा देख लीजिये मुझे कोई आपत्ति नहीं पर भैया? तो बोली क्यों ज्यादा पैसा खराब करना रात तो ही काटनी है, भैया को पता चलेगा तब तो मैं उन्हें कह दूंगी की अलग अलग कमरे में थे, ऐसे भी आप मेरे लिए इतना कर रहे हो ये क्या काम है क्या?

तो मैंने कहा नहीं नहीं भाभी ये तो मेरा फ़र्ज़ है, मैंने एक पडोसी होने के नाते आपको मैं इस तरह से अकेला नहीं छोड़ सकता, फिर हम दोनों होटल के कमरे में शिफ्ट हो गए, वह जाकर फ्रेश हुए, पर हनी भाभी बहुत ही ज्यादा चिंता में थी, पर मैंने समझाया की अब आपको चिंता करने की कोई बात नहीं है, सब ठीक हो जायेगा, फिर वो थोड़ी नार्मल हुई, बोली की नीरज एक काम करते है, एक तो दिन भर का थकावट है और मुझे काफी टेंशन हो रही है, आप बाहर जाके एक बोतल व्हिस्की ले आओ, मैंने कभी कभार पि लेती हु, आज तो लगता है इसकी जरूरत है.

मैंने कहा भाभी आप पीती हो तो बोली नहीं नहीं हमेशा नहीं कभी कभी पीते है, आज तो सर फटा जा रहा है, आज तो हो ही जाये, मैं तुरंत ही बाहर गया क्यों की उस होटल में शराब परोशने पे पाबन्दी थी, फिर क्या था मैं तुरंत ही बाहर गया और एक बोतल व्हिस्की और फ्राइड चिकन ले आया, जब वापस आया तो देखा भाभी एक पिंक कलर की नाईटी में थी, वो बहुत ही ज्यादा खूबसूरत और हॉट लग रही थी, मैंने तो उनको देखा तो देखते ही रह गया क्यों की उनके बाल खुले थे, उनकी चुचिया बड़ी बड़ी हिल रही थी क्यों की वो ब्रा अंदर नहीं पहनी थी, जब वो घूम रही थी तो उनकी चूतड़ पे मेरी निगाह थी क्यों की पेंटी जिधर से होक चूतड़ पे गया वो दिख रहा था क्यों की नाईटी ही स्लेक्स की पतली सी थी, क्या बताऊँ दोस्तों बोतल तो मेरे हाथ में था पर नशा चढ़ गया था दारु का नहीं बल्कि हनी भाभी का.

भाभी बोली ए मिस्टर क्या देख रहे हो. मैं अकबका गया, बोला नहीं नहीं भाभी जी कुछ भी नहीं बस यूं ही, और वो मुस्कराने लगी, सच तो ये है की हनी भाभी की उम्र २३ साल है उनके कोई बच्चे भी नहीं है, और भरपूर जवानी से वो तर बतर है, आप ये कहानी http://hindisexkahani.in/ पे पढ़ रहे है, उसके बाद मैंने दो ग्लास लेके सोडे के साथ मैंने मिक्स किया और चिकन रखा, फिर पग पे पग लेने लगे, करीब आधे घंटे तक हम दोनों पीते रहे और फिर हनी भाभी को काफी नशा आ गया, और वो कहने लगी, क्या बताऊँ नीरज, मैं बहुत ही बड़े घर की हु, काफी पढ़ी लिखी भी हु, पर मैंने ये जो लव मैरिज किया है, उससे मैं खुश नहीं हु, आये दिन कुछ ना कुछ प्रॉब्लम होते ही रहता है , अब सोचती हु की काश मेरे माँ पापा मेरी शादी करते तो ज़िंदगी कुछ और होती,

फिर थोड़े देर बाद बोली चल यार छोड़, आज की प्रॉब्लम को समाप्त करते है, और कुछ एन्जॉय करते है, पर एक प्रोमिस करनी है आपको, ये बात आज किसी को भी मत बताना, मैंने कहा क्या बात है भाभी? तो बोली आज मैं तुमसे सेक्स करना चाहती हु, मै तो खुद ही मूड में था, मैंने कहा आपकी जो आज्ञा, मैं कैसे टाल सकता, आप चिंता ना करो मैं किसी को बताऊंगा भी नहीं, और वो नाईटी उतार दी, मेरे सामने वो सिर्फ पेंटी में थी, ओह्ह्ह्ह संगमरमर का बदन लग रहा था उसपर से टाइट टाइट चूचियों बीच में पिंक और ब्लैक का मिक्स कलर निप्पल, ओह्ह्ह्ह क्या बताऊँ मैं तो टूट पड़ा उनके चूच पे, वो भी आराम से लेट गई, और मैंने उनके चूच को चाभने लगा, क्या सीन था मेरे दोस्त. पेट सुराही के तरह लग रहा था, जांघे गोल गोल, मैंने पेंटी उतार दी, चूत के पास जाकर देखा तो पूरा एरिया पानी पानी हो गया था.

पहले तो मैंने खूब उनको किश किया और फिर अपना लैंड उनके मुह में और उनका चूत मेरे मुह में 69 की पोजीशन में दोनों आ गए और जम कर एक दूसरे के प्राइवेट पार्ट को चाटे, उसके बाद तो हनी भाभी के चूत से हनी निकलने लगा पर वो मीठा नहीं बल्कि नमकीन था, उसके बाद हनी भाभी बोली अब बर्दास्त नहीं हो रहा है मेरे चूत में घुसाओ अपना मोटा काला लंड, फिर मैं भाभी को चोदने लगा, हम दोनों फुल नशे में थे, करीब ३० मिनट तक चूत चोदने के बाद मैंने उनको उलट दिया और गांड में लंड डाल दिया थोड़ा सा थूक लगा के, फिर रात भर करीब गांड मारे करीब चूत, यही होते रहा. आज शाम को हम लोग दिल्ली पहुंचे है और मैंने ये कहानी लिखी है, आपको मेरी ये कहानी कैसी लगी जरूर रेट करें, कल मैं हनी भाभी के घर फिर जाऊंगा, और जो भी आगे होगा मैं फिर से http://hindisexkahani.in/ पे बताऊंगा, तो कल आना नहीं भूलियेगा, आपका बहुत बहुत धन्यवाद.