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विधवा होने का फायदा उठाया मेरा बेटा
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Category: माँ बेटा,

Tags:vidhva, hone, ka, faida, uthaya, mere, bete, ne,

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मैं 38 साल की हु, मनोरमा मेरा नाम है, मेरे पति फ़ौज में थे पर अब इस दुनियां में नहीं है, वो मुझे तभी छोड़ गए जब राहुल सिर्फ ११ साल का था आज राहुल २१ साल है. मैं अपने गाँव में रहती हु, अपने बेटे के साथ. आज मैं आपके सामने एक ऐसी कहानी ले के आई हु, जिससे आपको भी लगेगा की क्या ऐसा भी होता है, दोस्तों मेरे साथ यही हुआ, पर आज मैं आपके सामने अपनी पूरी कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे लिख रही हु, मैं कोई लेखिका नहीं हु, मैं बस अपनी दिल के बात जो किसी को कह नहीं सकती मैं आपके सामने रखने की कोशिश कर रही हु.

दोस्तों आप ये समझिये की जिसका पति 28 साल में ही छोड़ कर चला जाये उसका क्या हाल होता होगा, शायद आपने कभी किसी के दिल को टटोल कर कभी समझने की कोशिश नहीं की, दोस्तों मुझे पता है की तन्हाई क्या होती है, आपको तो पता है विधवा को ऐसे भी लोग शक की नजर से देखते है, तो मैंने कभी किसी मर्द से खुलकर बात नहीं की, क्यों की मुझे रंडी बनाने में सामाज को जरा भी टाइम नहीं लगेगा, इसलिए मैं अपने मन मार कर अपनी जवानी के कुछ साल को ऐसे ही बिता दिया, जब तक की मेरा बेटा जवान नहीं हुआ, अब तो मेरा बेटा राहुल बहूत ही हॉट और बॉडी बिल्डर हो गया है, उसके हाथ मेरे जिस्म में पड़ते ही मैं सीसे की तरह टूट जाती हु, और मैं उसके लंड को लेने के लिए पागल हो जाती हु, दोस्तों आज मैं आपको अपनी एक कहानी लिख रही हु, जो की राहुल के साथ पहली चुदाई की कहानी है, आज मैं आपको दिल खोल कर बताउंगी की उस दिन क्या हुआ था की वो मुझे चोदने और मैं चुदने के लिए तैयार हो गई थी.

दोस्तों एक दिन रात को मैं खाना खाकर सोने गई और राहुल बाहर टीवी देख रहा था, मैं उस दिन कुछ अलग ही मूड में थी, क्यों की वासना की गर्मी को कब तक दबा कर रखु, मैं अपने बेड पर लेट कर दरवाजा को सटा दी और अपने चूचियों को मसल रही थी, और अपने चूत को सहला रही थी, मैं पुरे जोश में थी और अपनी आँखे बंद कर के अपने चूत को सहला रही थी और चूत में ऊँगली डाल कर चूत की पानी निकाल कर चाट रही थी, मुझे चूत का पानी बहूत ही रसीला लगता है, तभी मुझे किसी के आने की आहट हुई और मैं दंग रह गई, राहुल मेरे सामने खड़ा था और मेरी ऊँगली चूत में थी, चूचियां हवा में लहरा रही थी, राहुल को मैंने कहा तू ऐसे अंदर आ गया? तो राहुल बोला मोम मैं तो रोज रोज परदे के पीछे से खड़ा होकर देखता हु, आज अंदर आ गया तो क्या हुआ? मुझे बहूत गुस्सा आया मैंने कहा ऐसी तेरी हिम्मत की तू अपनी माँ को चुपके चुपके देखता है. तुझे शर्म नहीं आती. मैं वही पड़े बेडशीट से अपने तन को ढक ली, राहुल बोला माँ मुझे पता है की आप ऐसा क्यों करती हो, अगर पापा होते तो आप ऐसा नहीं करती.

मुझे पता है, एक विधवा का क्या हाल होता होगा. मैं पढ़ा लिखा इंसान हु, मैं आपको फीलिंग्स को समझ सकता हु, मैंने कहा तुम चले जाओ मेरे कमरे से, मुझे अकेला छोड़ दो. और वो चला गया, सुबह जब मैं सो कर उठी और कमरे से बाहर गई तो वो कमरे के बाहर ही खड़ा मिला और मुझमे लिपट गया, मैं समझी की बेटा को माँ पर प्यार आ गया है, पर उसका हाव भाव ठीक नहीं था, वो समझ गया था की मैं अभी बिन पानी मछली हु, उसके हाथ मेरे पीठ पर ऐसे थे जैसे की मेरे जिस्म को टटोल रहा था और मेरी चूचियों को अपने सीने से चिपका कर मजा ले रहा था, क्यों की उसका लंड उसके पेंट में तंबू बना रहा था, मैं समझ गई थी की उसको भी आग लग चुकी है वासना का, ऐसा लग रहा था वो रात भर नहीं सोया था, वो मेरी यादों में ही खोया था.

दिन में जब मैं बाथरूम में नहाने गई, तो मुझे महसूस हुआ की वो बाथरूम के दरवाजे में जो छेद था उससे वो मुझे निहार रहा था, जब मैं साडी पहन रही थी अपने बेडरूम में तब भी वो बरामदे से ही झांक कर मुझे देख रहा था, अब उसकी निगाहें मेरे जिस्म पर थी. दोस्तों, धीरे धीरे मुझे भी ऐसा लगने लगा की वो मुझे चोद कर ही छोड़ेगा. पर मैं थोड़ा वक्त लेना चाहती थी, मैंने उसको अपना दूध पिलाया था अब फिर दूध पिलाऊंगी पर वो धुंध पीना और ये दूध पीना में काफी अंतर था. दोस्तों तीन चार दिन बाद ही, वो एक रात को पार्टी से आया था, वो शराब पिया हुआ था. मैं अपने कमरे में कपडे चेंज कर रही थी, मेरा ब्रा का हुक मेरे बाल में फॅस गया था, मैं निकालने की कोशिश कर रही थी. तभी वो आ गे और, लड़खड़ाते हुए आवाज में बोला “माँ आज आपको ब्रा की जरूरत नहीं है, आज आप मेरे साथ सोओगे वो भी बिना ब्रा के.

माँ मैं आपसे प्यार करता हु, मैं आपको पापा का वियोग देख नहीं सकता, मैं चाहता हु, की आप खुश रहो, मैं आपको हरेक सुख देना चाहता हु, चाहे वो शारीरिक सुख ही क्यों ना हो. और वो मेरे पीछे से मेरे बड़ी बड़ी टाइट चूचियों को मसलने लगा और अपना लंड मेरे गांड में सटाने लगा. मैं भी उसको कुछ बोले बिना मजे लेने लगी. आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है. उसके बाद मैं उसके तरफ ही घूम गई और बोली आई लव यू माय डार्लिंग. आज से हम दोनों के ज़िन्दगी का नया अध्याय शुरू होगा, आज से हमारे रिश्ते कुछ और भी होंगे. तो राहुल बोला माँ मैं इस दिन का कब से इंतज़ार कर रहा हु, और हम दोनों एक दूसरे को चूमने लगे. राहुल के मुह से शराब की बू आ रही थी. मैंने राहुल से कहा राहुल कल से तुम अगर मेरे जिस्म को पीना चाहते हो तो शराब छोड़ना पड़ेगा, राहुल बोला मम्मी मैं आपको चूत की शराब को पीना चाहता हु, वो नमकीन बाला जिसको आप रोज ऊँगली से चाटती हो, तो मैंने कहा ये तो मैं तुझे आज ही पिलाऊंगी.

राहुल मुझे गोद में उठा लिया, और पलंग पर लिटा दिया, दोस्तों उसने मेरे पेटीकोट खोल दिया, मेरा दोनों पैरों को अलग अलग कर दिया, और मेरे चूत को चाटने लगा. थोड़े देर में ही मेरे चूत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया, वो मजे से चाट रहा था, मैंने कहा राहुल क्या तुम्ही मजा लोगे या मुझे भी मजा दोगे, राहुल बोला माँ मैं 69 के पोजीशन में हो जाता हु, जो मैं डॉट कॉम पे पढ़ा था और वो अपना लंड मेरे मुह में और मैं अपना चूत उसके मुह के सामने हो गया और हम दोनों एक दूसरे के चाट रहे थे. राहुल भी झड़ चूका था मैं भी झड़ गई थी. थोड़े देर बाद राहुल का लंड फिर से खड़ा हो गया, और बंजर खेत में जुताई करने लगा.

दोस्तों राहुल उस दिन मुझे रात भर चोदा, दोस्तों उसने मुझे चोदा ही नहीं बल्कि दो बार गांड भी मारा, आप ही बताओ की अगर मैं विधवा नहीं होती तो क्या मुझे चोद पाता, उसने विधवा होने का फायदा उठाया, था उस दिन उसके बाद तो दोस्तों मैं राहुल की और राहुल मेरा हो गया है. अब तो हम दोनों माँ बेटे सा नहीं बल्कि पति पत्नी के तरह से रह रहे है.

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