हरामी प्रिंसिपाल ने साँची को चोदा

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ये कहानी एक निर्दोष सी टीचर की हे जिसके ऊपर एक बड़े स्कुल के प्रिंसिपाल की आँखे लगी हुई थी. और वो इस टीचर की चूत को अपनी मर्जी से जब चाहे तब चोद के लंड को शांति देता हे. प्रिंसिपाल का नाम अनूप कुमार और मेडम का नाम साँची हे.

साँची २६ साल की, ब्राउन आँखों वाली, काले लम्बे बालवाली औरत हे. उसके बड़े बूब्स हे और गांड भी उभार वाली हे. ओवरओल ये टीचर सब स्टाफ में सेक्स बम हे. साँची १२वी में पढ़ाती हे और वो अपना काम बड़ी ही जिम्मेदारी के साथ करती हे. वो अपने काम में पूरा ध्यान देती हे. एक दिन उसने अपने क्लास के लडको का टेस्ट लिया. और उसने पेपर बड़ा ही टफ सेट किया था. ७०% बचे इस टेस्ट में फेल हो गए. साँची खुद भी परेशान हो गई क्यूंकि रिजल्ट उसे अपने प्रिंसिपाल कुमार साहब को दिखाना था. और वो जानती थी की अब वो उसे बहुत डांटेंगे!

साँची अगले दिन प्रिंसिपाल के पास जाने लगी सुबह में. उसने साड़ी पहन रखी थी ब्लेक कलर की जो थोड़ी सी ट्रांसपेरेंट थी. उसके बाल खुले हुए थे. और उसने अपनी आँखों में काजल भी लगाया हुआ था.

साँची: मे आई कम इन सर?

कुमार सर: कम इन, ओ यस साँची कम हेव अ सिट.

साँची: सर आप को एग्जाम का रिजल्ट दिखाना था जो परसों लिया था. वो सर ७० बच्चे १०० में से फेल हो गए हे.

साँची काफी लो आवाज में बोल रही थी.

प्रिंसिपाल: कैसे इतने सब लोग फेल हो गए? इसका मतलब तो यही हे की आप अपना काम ठीक से नहीं कर रही हो. आप को काम सही करना ही पड़ेगा मेडम, १२वी में बोर्ड एग्जाम होते हे और अगर इसमें ऐसा रिजल्ट आया तो मेनेजमेंट हम सब को मार डालेगा और ऊपर से स्कुल का नाम भी तो खराब होगा.

साँची: सोरी सर, मेरी कोई गलती नहीं हे सर ये बच्चे सही पढ़ते ही नहीं हे.

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प्रिंसिपाल: प्रॉब्लम ये नहीं हे, पप्रॉब्लम ये हे की आप सही तरह से पढ़ाते नहीं हो. आप एक काम करो, मैं मेनेजमेंट से बात करता हु और आप अपना सामन पेक करना स्टार्ट कर दीजिये हमें ऐसे टीचर्स नहीं चाहिए तो रिजल्ट नहीं ला सकते हे.

ये कह के प्रिंसिपाल फोन पर बात करता हे स्कुल के चेयरमेन से और साँची रो पड़ती हे.

प्रिंसिपाल एकदम फोन रख के: क्या हुआ रो क्यूँ रही हो.

साँची: सर मुझे इस जॉब की ज़रूरत हे, आई कांट अफोर्ड टू लूस इट.

प्रिंसिपाल खड़ा हुआ और वो साँची की चेयर के पीछे आके उसके शोल्डर्स पर रख के दबाने लगा. और वो बोला: आप रोना मत मैं देखता हूँ की मैं क्या कर सकता हूँ तुम्हारे लिए.

और ये कह के कुमार ने साँची के शोल्डर्स को दबाया और बोला: आप रिलेक्स करो और अगर आप ने अपना काम ढंग से किया होता तो ऐसा नहीं होता.

साँची: सर मैंने प्रेक्टिस के लिए पेपर टफ सेट किया था.

प्रिंसिपाल: आप को किस ने कहा था पेपर ऐसा टफ निकालने के लिए.

कुछ देर तक ऐसे ही प्रिंसिपाल शोल्डर्स दबाता रहता हे. और अब वो धीरे से साँची की स्किन को भी टच कर रहा था. नेक के ऊपर हाथ बढे तो साँची बोल पड़ी.

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साँची: सर आप ये क्या कर रहे हो?

प्रिंसिपाल: कुछ नहीं जस्ट थोडा मसाज दे रहा हु शोल्डर्स और नेक को ताकि आप रिलेक्स कर सको.

ऐसे ही दबाते दबाते स्किन टच करते प्रिंसिपाल ने एक बार साँची के बोबे को भी दबा दिया. ऐसा होने से साँची थोड़ी अनकम्फर्टेबल सी हो गई थी. लेकिन प्रिंसिपाल बोबे को अब बार बार टच कर रहा था. फिर उसने कहा: आप को पता हे न की अब मैं आप के लिए क्या कर सकता हूँ. आप ने सपोर्ट किया तो जॉब रहेगी वरना जा भी सकती हे.

साँची: यस सर.

प्रिंसिपाल: लेकिन आप घबराओ मत मैं आप के साथ ही और आप का पूरा ध्यान रखूँगा..

साँची: ओके सर, पर आप ऐसे टच करते हो टी थोडा अजीब सा लगता हे.

लेकिन प्रिंसिपाल टच करता गया और अब तो वो बूब्स को जोर जोर से मसलने लगा था.

साँची: सर मुझे जाने दीजिये प्लीज़.

प्रिंसिपाल: चले जाना इतनी जल्दी क्या हे अभी हम तुम्हारी जॉब के लिए डिसकस कर रहे हे, चली जाओगी फिर मैं जॉब कैसे बचाऊंगा आप ककी.

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दीजिये ना.

प्रिंसिपाल पीछे हटा तो साँची जाने के लिए खड़ी हुई. तभी प्रिंसिपाल ने उसे पीछे से पकड़ के दरवाजे के साथ चिपका दिया और उसके पीछे चिपक के उसके ब्लाउज की डोरी को खोल दी. और वो अपने गरम होंठो से साँची के नेक के ऊपर किस करने लगा. उसके बाद प्रिंसिपाल ने साँची को सीधा किया और फ़ोर्स के साथ हाथ पकड़ के किस करने लगा. लम्बे लम्बे समुच देते हुए वो साँची के बड़े बूब्स को मसल रहा था.

साँची को भी कुछ कुछ होने लगा था लेकिन वो अभी भी मना कर रही थी. लेकिन उसकी एक भी नहीं चली प्रिंसिपाल के फ़ोर्स के आगे. प्रिंसिपाल ने उसकी साडी का पल्लू पकड के उसे खींचने लगा. साँची हाथ ऊपर कर के घुमने लगती हे और देखते ही देखते उसकी साडी कमरे में एक कौने में पड़ी हुई थी.

साँची: आप क्या कर रहे हो आप ने साडी क्यूँ उतारी मेरी?

प्रिंसिपाल: बस कुछ नहीं अपनी प्यास को बुझा रहा हु. और ये कह के प्रिंसिपाल उसके गोरे बदन को पागलो की तरह चूम रहा था. वो पुरे बदन को लिक करने लगा था साँची के.

प्रिंसिपाल उसकी ब्रा को तोड़ के साँची के बोबो को हाथ से मसलने लगा. साँची की गांड पर प्रिंसिपाल का लंड महसूस हो रहा था.

अब प्रिंसिपाल झुक के साँची की कमर को चूम रहा था और जोर से उसके बूब्स को मसलने लगा जोर जोर से.

साँची: आह सर आआराम से, सर मुझे पता नहीं क्या हो रहा हे मुझे, सर प्लीज़ अह्ह्ह्हह आह्ह्ह ह्ह्हह्ह्ह्ह.

प्रिंसिपाल ने साँची के पेटीकोट को उतार के उसे सोफे पर धक्के देने लगा. अब उसका हाथ साँची की देसी चूत पर था. कुछ एक मिनिट हाथ से चूत को सहला के चूत को चाटना भी चालू कर दिया. साँची की चूत पर सलाईवा लगा के लिक करने लगा और उसके ऊपर के दाने को अपने दांतों तले दबाने लगा.

साँची ने पहली बार अपने प्रिंसिपाल के सर पर हाथ फेरा और उसे दबा दिया अपनी चूत के ऊपर, और अब उसके मुह से भी सिसकियाँ निकल रही थी… आह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह अआराम से सरररररर.

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प्रिंसिपाल बहोत ही पागल सा हो गया था. वो फटाफट अपने कपडे उतार के अपना लंड साँची की चूत में डाल के ज़टके देने लगा.

साँची के मुह से चीख निकल पड़ी, कोरा बिना ल्यूब्रिकेशन का लोडा चूत में घुसने से, आह हाह आआआआआअ!

प्रिंसिपाल तो ऐसे अन्दर डाल के साँची के गोरे बूब्स को चूसने लगा. कभी वो पुरे बोबे को मुह में भर रहा था तो कभी सिर्फ निपल्स को अपने मुहं में भर के चूस रहा था. वो दोनों बूब्स के बिच के क्लेवेज को भी अपनी जबान से चाट रहा था.

अब प्रिंसिपाल खड़े हो के एकदम गन्दी तरह से साँची को चोदने लगा.

चूत के अन्दर लंड की लड़ाई चालू हो गई थी फच फच फच पुच पुच पुच, आह आह आह आआअ उईई आआआह, और बिच बिच में प्रिंसिपाल साँची को चांटे भी लगा रहा था.

अब साँची की चूत की मस्ती भी चढ़ चुकी थी, आह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह फक मी सर आह्ह्ह्ह आह चोदो मुझे चोदो मुझे, आआह्ह्ह्ह आह्ह्ह्हह्ह ओह्ह्ह ओह्ह्ह. और ऐसा कहते हुए वो अपने बोबे और गांड को हिला रही थी.

थोड़ी देर में प्रिंसिपाल का हो गया तो उसने अपना पानी साँची की चूत में ही रिलीज़ कर दिया. पूरा स्पर्म रिलीज करने के बाद निकाल लिया उसने अपने लंड को. और वो अपनी चड्डी ढूंढने लगा. साँची सोफे पर लेती हुई बोली, सर आप ने बड़ा मज़ा ले लिया मेरे बदन का आज तो.

प्रिंसिपाल उसके पास आया और उसे चूमने लगा. बहोत देर तक चूमने के बाद प्रिंसिपाल ने अपना लंड साँची के मुह के पास ला के रख दीया. साँची ने लंड को चूसा तो वो फिर से खड़ा हो गया.

साँची की सलाइवा लगने से लंड में जान आ गई. प्रिंसिपाल ने उसके बाल पकड़ के मुहं को जोर जोर से चोदा. और फिर साँची को सोफा पकड़ के कुतिया बना दिया. फिर पीछे से अपना लंड चूत में डाल के बोला, रंडी अभी तो तेरी चुदाई चालु हुई हे. अब मिसिसी रंधावा की जगह तू लेगी. वो मेरी वाइस प्रिंसिपाल हे लेकिन मेनोपोज की वजह से उसकी चूत का नशा चला गया हे. अब तू मेरी रंडी बनेगी और बहुत जल्दी मैं तुझे वाइस प्रिंसिपाल भी बना दूंगा!

और फिर वो सोफे पकड के ही साँची की गांड को भी प्रिंसिपाल ने अपने लंड के पानी से गंदा कर दिया.