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मैं अपनी मम्मी के साथ अपने ननिहाल गया, मेरे मामा जी की तबीयत खराब थी इसलिए मुझे अपनी मम्मी के साथ जाना पड़ा, मैं जब अपने मामा से मिला तो उनकी तबीयत वाकई में काफी खराब थी और उस वक्त उन्हें देख कर मुझे बुरा लग रहा था, हम लोग दो-तीन दिनों तक उन्हीं के घर पर रुक गए उनकी तबीयत काफी खराब थी इसलिए डॉक्टर उन्हें देखने के लिए घर पर ही आते थे। दो-तीन दिनों के दौरान तो वह थोड़ा बेहतर महसूस करने लगे थे, उस दौरान उनके पड़ोस में रहने वाली निकिता से मेरी बातचीत हो गई निकिता भी मेरी ही उम्र की थी लेकिन हम लोगों की सिर्फ बात ही हो पाई थी और जब मैं अपने घर चला गया तो मेरे दिमाग से निकिता का ख़्याल भी उतर चुका था इस बात को काफी समय हो चुका था, मैं काफी समय बाद अपने मामा के घर उनसे मिलने के लिए गया उस वक्त मेरी नौकरी को लगे हुए एक महीना ही हुआ था, मैं जॉब जब करने लगा था और मेरी एक अच्छी कंपनी में नौकरी भी लग गई थी।

मैंने जब निकिता को देखा तो मुझे उसे देख कर बहुत अच्छा लगा, उसने मुझसे पूछा तुमने तो जैसे मुझे भुला ही दिया, मैंने निकिता से कहा नहीं ऐसी बात नहीं है मैं अपनी पढ़ाई में व्यस्त हो गया था और उसके बाद मेरी अब जॉब भी लग चुकी है, उसने मुझे कहा चलो तुम्हारी जॉब लग चुकी है उसके लिए मैं तुम्हें बधाई देती हूं। वह बहुत ही खुश थी उस दिन निकिता ने मेरा नंबर ले लिया, मैं पहले उसे अपना नंबर नहीं देना चाहता था लेकिन उसने जबर्दस्ती मेरा नंबर मुझसे ले लिया, मैंने जब उसे अपना नंबर दिया तो उसके बाद वह अक्सर मुझे फोन करने लगी, पहले तो मैं उसे टाल दिया करता था क्योंकि मुझे उससे बात करने का ज्यादा मन नहीं होता था लेकिन धीरे-धीरे मुझे भी एहसास होने लगा कि वह मेरे लिए कुछ ज्यादा ही सीरियस होने लगी है इसलिए मैं अब उससे फोन पर बातें करने लगा था उस दौरान मेरी ऑफिस में काम करने वाली एक लड़की से मेरा अफेयर भी शुरू हो गया लेकिन यह बात मैंने निकिता को नहीं बताई थी, निकिता और मेरे बीच में ऐसा कुछ भी नहीं था हम दोनों सिर्फ एक अच्छे दोस्त हैं और ना ही मैं उसे इस बारे में बताना चाहता था।

मेरा जिस लड़की से अफेयर चल रहा था उसका नाम सुमन है मेरे और उसके बीच में काफी समय तक रिलेशन चला लेकिन एक दिन उसने मुझे कहा कि अब मेरी सगाई हो चुकी है इसलिए तुम मुझे भूल जाओ। मुझे तो कुछ समझ ही नहीं आया, मैंने कभी उम्मीद नहीं की थी लेकिन सुमन ने मेरे साथ बहुत बड़ा धोखा किया जिससे कि मुझे कुछ दिनों तक तो बुरा लगा लेकिन मेरे पास उस वक्त निकिता का सहारा था उसके बाद निकिता से मैं बातें करने लगा था, हम दोनों ने एक दूसरों को फोन पर ही प्रपोज किया था। मैं निकिता से मिलने के लिए कभी कबार चले जाता था लेकिन ज्यादातर समय मैं अपने ऑफिस में ही होता था, एक दिन निकिता मुझे कहने लगी तुम मुझे बिल्कुल भी समय नहीं दे पाते हो, मैंने निकिता से कहा ठीक है हम लोग जिस दिन मेरी छुट्टी होगी उस दिन मुलाकात करते हैं, निकिता बहुत ही एक्साइटेड थी कि वह मुझसे मिलने वाली है और मैं भी उससे मिलने के लिए बहुत खुश था, मैं जब निकिता को रिसीव करने में उसके घर पर गया तो वह उस दिन पटियाला सूट पहन कर आई थी वह उसमें बहुत ही सुंदर लग रही थी, मेरी नजर तो उससे हट ही नहीं रही थी और मैं उसे देखता ही जा रहा था। जब निकिता मेरे पास आई तो मैंने निकिता से कहा आज तो तुम कुछ ज्यादा ही सुंदर लग रही हो और मेरा तुमसे नजर हटाने का मन ही नहीं कर रहा, वह कहने लगी आज तक तुमने कभी मुझे ऐसे देखा ही नहीं है इसीलिए तो तुमने कभी मेरी सुंदरता को इतने ध्यान से नहीं देखा, मुझे लगा वाकई में निकिता बहुत ज्यादा सुंदर है।

हम दोनों साथ में मूवी देखने के लिए चले गए, जब हम दोनों साथ में बैठकर मूवी देख रहे थे तो मैं सिर्फ निकिता के चेहरे की तरफ देख रहा था और उसे ही मैं निहार रहा था, उसे भी मेरे साथ मूवी देखना बहुत अच्छा लग रहा था हम दोनों ने उस दिन एक साथ बहुत अच्छे से समय बिताया और मुझे भी उस दिन निकिता के साथ समय बिता कर बहुत अच्छा लगा, अब मेरे दिल में निकिता के लिए और भी ज्यादा प्यार बढ़ चुका था और उस दिन मैंने उसकी सुंदरता को बड़े ध्यान से देखा उसके बाद तो मैं निकिता का दीवाना हो चुका था, निकिता के बिना मैं एक पल भी नहीं रह सकता था मैं उससे शादी करना चाहता था लेकिन मेरे घर में मेरे बड़े भैया भी है जिनकी शादी अभी तक नहीं हुई है इसीलिए शादी का ख्याल तो मुझे अपने दिमाग से निकालना ही पड़ा। हम दोनों एक दूसरे को अब बहुत ज्यादा समय देने लगे थे और मुझे भी निकिता के साथ समय बिताना बड़ा अच्छा लगता था। निकिता और मेरे बीच में कभी भी सेक्स नहीं हुआ था एक दिन मैंने पोर्न मूवी देख ली उस दिन मेरे लंड से पानी बाहर निकलने लगा और उसी वक्त निकिता का भी फोन आ गया। मैंने उसके साथ फोन सेक्स का मजा लिया उसने उस दिन मुझे फोन सेक्स के पूरे मजे दिए परंतु अब मैं उसे जल्दी से चोदना चाहता था। जिस दिन मेरी छुट्टी थी उस दिन निकिता को मैं अपने घर पर ले आया हम दोनों मेरे घर पर बैठे हुए थे। मेरे घर में भी निकिता के बारे में सबको पता चल चुका था मैंने निकिता के होठों पर चुमना शुरू किया तो वह भी मुझसे बड़े अच्छे से अपने होठों को मिला रही थी हम दोनों एक दूसरे के होठों को काफी देर तक चूसते रहे। जब हम दोनों का शरीर गर्म होने लगा तो तभी मेरी मम्मी भी आ गई मेरी मम्मी जब आई तो हम दोनों एक दूसरे से थोड़ा दूर होकर बैठ गए लेकिन मेरा लंड खड़ा हो चुका था इसलिए मैंने अपने लंड पर तकिया रख लिया जिससे कि मेरी मम्मी को पता ना चले।

जैसे ही मेरी मम्मी गई तो मैंने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया मैं जब निकिता के ऊपर लेटा तो मैंने उसके सारे कपड़े एक ही झटके में उतार कर फेंक दिए, मैं उसके कपड़े उतार चुका था मुझे उसके बदन को चाटने में बड़ा मजा आ रहा था उसके गोरे बदन को मैं ऊपर से लेकर नीचे तक चाट रहा था जब मैंने अपनी जीभ को उसकी चूत पर सटाया तो उसकी चूत ने पानी बाहर की तरफ छोड़ना शुरू कर दिया उसकी चूत बाहर की तरफ पानी छोड़ रही थी मुझे भी अच्छा महसूस हो रहा था। मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर सटाया तो वह थोड़ा घबरा सी गई निकिता मुझे कहने लगी मुझे डर लग रहा है। जब उसने यह बात कही तो मैंने भी ज्यादा देर नहीं की और एक ही झटके में अपने लंड को धक्का देते हुए उसकी चूत के अंदर घुसा दिया उसकी चूत से खून निकल चुका था मेरा लंड उसकी योनि में अंदर तक प्रवेश हो चुका था उसको दर्द हो रहा था उसकी सिसकियो से मुझे और भी मजा आ रहा था मेरे लंड में भी दर्द हो रहा था लेकिन मैं उसे तेज गति से धक्के दे रहा था। मेरा लंड उसकी चूत के अंदर बाहर हो रहा था जब वह अपने मुंह से सिसकियां लेती तो मेरे अंदर और भी ज्यादा जोश पैदा हो जाता मैंने उसे इतनी तेज गति से धक्के दिए कि मेरे लंड मे भी दर्द होने लगा था परंतु जैसे ही मेरा वीर्य पतन निकिता की योनि में हो गया तो मैंने उसे गले लगा लिया और उसे गले लगाकर मैं उससे लिपट कर लेटा रहा। हम दोनों एक दूसरे की बाहों में 10 मिनट तक लेटे रहे मेरा लंड भी उतना ही कड़क था और उसकी चूत भी उतनी ही गरम थी लेकिन मुझे उसे छोड़ने का बिल्कुल मन नहीं कर रहा था। निकिता मुझसे कहने लगी अब तुम मेरे ऊपर से उठ जाओ मुझे बहुत ज्यादा दर्द होने लगा है तब जाकर मैंने अपने लंड को उसकी योनि से बाहर निकाला। जब मैंने अपने लंड को उसकी योनि से बाहर निकाला तो उसने मुझे कसकर पकड़ लिया और कहने लगी आज तो तुमने मुझे जन्नत की सैर करवा दी यह कहते हुए उसने अपनी लाल रंग की पैंटी को पहना और उसके चेहरे पर एक अलग ही मुस्कान थी। मुझे भी उसे चोदकर बड़ा मजा आया जब वह घर से जा रही थी तो मेरी मम्मी कहने लगी निकिता तुम्हारे लिए बहुत अच्छी लड़की है मैंने कुछ जवाब नहीं दिया मैं सिर्फ मन ही मन मुस्कुराता रहा।