पडोस की बुआ को चोदा करता था

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 हेल्लो दोस्तो, आज मैं आपको एक अपनी एक पड़ोस की बुआ के विषय में कुछ सुनाने के लिए जा रहा हूँ | मेरी एक तेल की दुकान है | जहा पर लोग तेल लेने के लिए आया करते थे | एक दिन जब एक पड़ोस वाली बुआ मेरे घर पर तेल लेने के लिए आई हुई थी तब मैंने बहाना बनाकर उस पड़ोस वाली बुआ को चोदा था | चलो अब मैं सुनाता हूँ की मैंने उस पड़ोस वाली बुआ को क्या बहाना बनाकर चोदा था | मेरी दुकान पर लोग तेल लेने के लिए आया करते थे | मेरे पड़ोस में एक बुआ रहा करती थी | जब मेरे घर पर कोई नही रहता था तब मैं अपने पड़ोस वाली एक बुआ को पटाने में लगा रहता था | एक दिन मौका पा कर मैंने उस बुआ को चोद डाला | मेरे शहर पर मेरा मकान है | मैं अपने मकान पर अकेला रहा करता था | मेरी एक दुकान थी लेकिन मुझे बुआ को चोदना था इसलिए मैंने एक नया फैसला किया था की मैं अब से अपने घर पर तेल बेचा करूँगा |

मैंने अपने घर से तेल बेचने की सविधा शुरु कर दिया था | लोग मेरे घर से ही अब तेल लेना शुरु कर दिए थे | जो लोग मेरे घर के पास रहते थे वो लोग मेरे घर ही आजाते थे और मुझ से तेल खरीदकर चले जाते थे | एक दिन मैं बुआ के घर के पास से गुजर रहा था तभी मैंने बुआ को देखा और फिर मैंने उनसे कहा की मैंने अब घर से ही तेल देना शुरु कर दिया है | तब जब बुआ को मालूम चल गया की मिटटी का तेल अब मेरे घर से वो ले सकती है तब उसने मुझ से कहा की मैं अब तुम्हारे घर पर आकर मिटटी का तेल लेने के लिए आ सकती हूँ | एक दिन जब बुआ मेरे घर पर मिटटी का तेल लेने के लिए आई हुई थी | तब मैंने उन्हे अपने घर के अन्दर आने के लिए कहा | फिर बुआ मेरे घर के अन्दर बैठ गयी | मैंने उनकी खातिरदारी में कुछ कमी नही छोड़ा ताकि मैं उन्हे अपने चुदाई वाले तरकीब के लिए तयार कर सकू | जब वो मेरे घर पर अकेली आई हुई थी तब मैंने बुआ से कहा की आप पहेली दफा मेरे घर पर आये हो इसलिए मैंने आपके लिए एक खास पकवान लाया हूँ और फिर मैंने बुआ को दिया | बुआ को पकवान खिलने के बाद फिर मैंने बुआ से कहा की मैं आपके लिए चाय बना रहा हूँ | इसलिए आप मेरी बनाई हुई चाय अवस्य पी कर जाना |

जब बुआ मेरे सोफे पर बैठी हुई थी तब मैंने बुआ के लिए चाय बनाकर लाया | फिर मैंने बुआ को चाय पीने के लिए दिया | जब बुआ चाय पी रही थी तब मैंने उनके विषय में पूछा की उनके घर पर कौन रहता है | बुआ ने मुझे बताया की उसकी एक भांजी और भांजा उसके घर पर रहते है | फिलहाल फूफा घर पर नही रहते है वो शहर से बाहर रहते है | क्योकि फूफा कार्य के सिलसिला से शहर के बाहर गये हुए थे | जब घर पर कोई नही था तब बुआ को चोदने का मौका मुझे मिला हुआ था | उस दिन मैंने बुआ को चाय पिलाने के बाद फिर मैंने उनकी चुदाई करने का फैसला कर लिया था | चुदाई करने से पहले मैंने बुआ से कहा की आप मेरे पड़ोस में रहती हो इसलिए आपके लिए मेरे घर पर एक साडी रखी हुई है जिसे कोई नही पहनता है इसलिए अगर आपको लेना है और वो साडी नई है |

अगर आपको लेना है तो आप उस साडी को ले सकते हो | फिर बुआ ने मेरी दी हुई साडी को ले लिया | जब बुआ ने मेरी दी हुई साडी को लिया तो वो खुस हो गयी | जब वो खुस हो गयी तब मुझे लगा की अब बुआ को चोदना सरल हो गया है | फिर कुछ समय तक मैं उनकी बड़ाई करता रहा | मुझे मालूम था अगर मैं उनको मिटटी की तेल पहले दे देता तो वो मिटटी का तेल लेकर चली जाती | इसलिए मैंने उन्हे खातिरदारी करने के बहाने रोक लिया था | उनकी खातिरदारी करते हुए मुझे करीब काफी देर हो चूका था | फिर मैं बुआ से हसी मजाक करने लगा | हसी मजाक करने के दौरान फिर मैंने बुआ को अपनी बाहो में ले लिया | जब मैंने बुआ को अपनी बाहो में ले लिया | फिर उसके बाद मैंने बुआ के दूध को दबाने शुरु कर दिया | बुआ के दूध के साइज़ काफी बड़े थे इसलिए उसके दूध को मैं काफी देर तक दबाता रहा | दूध को दबाने के बाद फिर मैंने उनके दूध को पीना शुरु कर दिया | दूध को पीने के बाद फिर मैंने उनकी साडी को खोल दिया |

जब मैंने उनकी साडी को खोल दिया था | तब मुझे मौका मिला था की मैं बुआ की चूत के अन्दर अपना लंड घुसेड सकता था | फिर मैं अपने लंड को अपनी पेन्ट से बाहर निकाल दिया | फिर मैं अपने लंड को जब बाहर निकाल दिया था तब मैंने अपने लंड को बुआ के मुह के अन्दर डाल दिया | फिर बुआ मेरे लंड को चूसने लगी | कुछ समय तक मैं अपना लंड बुआ से चुसवाता रहा | चूत को चुसवाने के बाद फिर मैंने अपने लंड को उसकी चूत के अन्दर डाल दिया | फिर मैं अपना लंड उसकी चूत के अन्दर डालकर हिला रहा था | कुछ देर तक चली इस चुदाई के बाद फिर मैंने बुआ से कहा की आप मुझ से मिलने के लिए आते रहने | बुआ ने मुझ से कहा की मैं तुम से मिलने के लिए अवस्य आ सकती हूँ लेकिन जब मेरे पास फुर्सत का समय रहेगा | जब बुआ मुझे छोडकर जा रही थी तब उनसे मैंने कहा की कल मैं आपके घर पर आ सकता हूँ | तब बुआ ने मुझ से कहा की हा तुम कल मिटटी का तेल देने के बहाने घर पर आ सकते हो | फिर मैं कल मिटटी का तेल देने के बहने उनके घर पर पहुच गया |

जब मैं मिटटी का तेल देने के लिए उनके घर पर पहुच गया था तब उन्होने मुझे उनके घर के अन्दर आने के लिए कहा | फिर मैं घर के अन्दर घुस गया और कुछ समय तक घर के अन्दर बैठा हुआ था | फिर बुआ ने मेरे लिए चाय बनाकर लाई | तब मैंने देखा की उनकी एक भांजी और उसका भाई वहा पर मुझ से मिलने के लिए आया हुआ था  | मुलाकात के दौरान मेरा परिचय उसकी भांजी और भांजे से हो गया था | एक दिन उसकी बुआ ने उसकी भांजी को मेरे घर पर घुमाने के लिए ले कर आई हुई थी | जब बुआ उस दिन उसकी भांजी को मेरे घर पर लेकर आई हुई थी तब मैंने उसकी भांजी की खातिरदारी करने में कोई कसर नही छोड़ा था | उसकी भांजी मेरे व्यवहार से खुस हो गयी थी | इसलिए अब मेरे पास एक मौका था की मैं बुआ के बाद उसकी भांजी को सरलता से चोद सकता था |

एक दिन मैंने बुआ से कहा की आप केवल घर का कार्य करती है तब बुआ ने मुझे बताया की मेरी भांजी घर का कार्य करने में मेरी सहायता करती है | एक दिन मैं उस लड़की को पटाने के लिए उसके घर बुआ से मिलने के लिए गया | बुआ मुझे उनके घर का सदस्य बना चुकी थी क्योकि मैं उनका खर्च उठाया करता था | एक दिन मैं बुआ से मिलने के लिए उनके घर पर गया हुआ था तब मैंने समोसा और आलू बंडा खरीदा हुआ था | मैंने फिर उनको खाने के लिए समोसा और आलू बंडा खाने के लिए दिया | मैं मौके का फायदा उठाने में कोई कसर नही छोड़ा करता था | जब मैं बुआ के घर समोसा और आलू बंडा ले कर जाता था तो इस तरीके से मेरी पहचान उस लड़की के सामने खास बनने लगती थी | पहेले वो लड़की मुझ से खुलकर बात नही करती थी लेकिन समोसा के बहाने जब मैं उससे मिलने के लिए जाता था तो कुछ महीने के बाद वो लड़की मुझ से खुलकर बात करने लगी | जब वो लड़की मुझ से खुलकर बात करने लगी तब मैंने एक दिन मैंने बुआ के सामने उस लड़की से कहा की तुम मेरे घर पर तेल लेने आ सकती हो | फिर वो लड़की एक दिन मेरे घर पर आई हुई थी क्योकि बुआ ने उसे मिटटी का तेल लेने के लिए भेजा था | उस दिन मुझे एक सुनहरा मौका मिला था की मैं उस बुआ की भांजी को सरलता से चोद सकू | पहेले मैंने उस लड़की को एक सोफे पर बैटने के लिए कहा | जब वो सोफे पर बैठ गयी तब मैंने उस लड़की को चाय , नमकीन और बिस्कुट खाने के लिए दिया |

जब उस लड़की ने चाय और बिस्कुट खा लिया था तब मैंने उस लड़की से कहा की तुम मेरे घर पर कभी भी आ सकती हो | फिर मैंने उस लड़की से पूछा की क्या आप सरबत पी सकती हो क्योकि मुझे सरबत पीना है | उस लड़की ने भी फिर मुझे सरबत के लिए हा कह दिया | फिर मैं किचन के अन्दर गया और उस लड़की के लिए सरबत बनाकर लेकर आया | फिर मैंने उस लड़की को सरबत पीने के लिए दिया | उस लड़की को सरबत पिलाने के बाद फिर उस लड़की से हसी मजाक करने लगा | हसी मजाक करने के दौरान मैंने उस लड़की के गाल को चूमने लगा | जब मैंने उस लड़की के गाल को चूमा तो वो हसने लगी | फिर मैंने उस लड़की से कहा की क्या तुम मुझे तुम्हारा बॉयफ्रेंड बना सकती हो | तब उस लड़की ने मुझ से कहा की हा मैं आपको अपना बॉयफ्रेंड बना सकती हूँ | जब वो लड़की मेरी गर्लफ्रेंड बन चुकी थी | तब मैंने उस लड़की से कहा की आज मेरे घर पर कोई नही और वैसे मेरे घर पर कोई नही रहता है सब लोग शहर से बाहर रहते है | तब उस लड़की को शर्म आ गया और वो हसने लगी | मुझे अब उस लड़की को चोदने की सफलता मिल गयी थी |

जब वो लड़की मुझे देखकर हसने लगी तब मैंने उस लड़की को गले लगाया और उसके बाद उस लड़की के होटो को चूमने लगा | उस लड़की के होटो को चूमने पर उस लड़की ने मुझे कसकर गले लगा लिया | इसके बाद फिर मैंने उस लड़की के कपडे खोलने लगा | मैं उस लड़की के कपडे खोलकर उसे नंगा कर चूका था | वो मेरे सामने नंगी हो कर खड़ी थी | जब मैं उस लड़की को नंगी कर चूका था तब मैंने एक शानदार नजारा देखा | वो लड़की की चूत पर झाटो की बाल लगी हुई थी | फिर मैंने उस लड़की की चूत को चोदने के लिए अपना लंड उसकी चूत के अन्दर घुसेड दिया | मेरे लंड की गर्मी कुछ समय के बाद बाहर निकलकर आने लगी एक सफेद तरल के रूप में | फिर मैंने अपने लंड से निकल रहे सफेद तरल को अपने लंड के उपर लगा लिया | ताकि मेरे लंड को चिकनाई मिल सके | मेरा लंड को चिकनाई मिलने लगी थी तब फिर मैंने उस लड़की की गाड के अन्दर अपना लंड घुसेड दिया | ये मेरे लिए एक शानदार लम्हा था जब मैं कुछ ऐसा कर सकता था जो की कभी मुझे नही मिल सकता था | कुछ समय चली इस चुदाई से मेरे लंड की गर्मी बाहर निकलकर आ गई |