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तीन लड़कियों का सहारा एक डिलडो
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HOT Free XXX Hindi Kahani

हाय दोस्तों, मेरा नाम अंजलि रजक है और मैं कोटा राजस्थान की रहने वाली हूँ | वैसे सबको पता है कोटा भारत में किस लिए जाना जाता है | यहाँ बहुत बच्चे आते है दूर दूर से है जो यहाँ है उनकी उनके घर वाले लिए रहते है | मैंने भी दो साल आई.आई.टी. की कोचिंग की और मुझे भी एक अच्छा सा कॉलेज मिल गया | कॉलेज का नाम नहीं बताउंगी लेकिन वो कॉलेज उत्तराखंड में है | मेरा एडमिशन हुआ और मैं उस कॉलेज के रहने में रहने चली गई | मेरे रूम में दो लड़कियाँ और थी सोनाली और कृतिका और दोनों ही बहुत अच्छी थी फिर बाद तो मेरा रूम चेंज हो गया लेकिन जब तक हम तीनो साथ थे बहुत मस्ती करते थे | तो आईये दोस्तों मैंने आपको अपने कुछ मस्त और रंगीन किस्से बताती हूँ |

कॉलेज में रैगिंग होती थी लेकिन जब हम सीनियर हुए थे तो बंद हो गई थी मतलब हमारी हो गई लेकिन जब हमारी करने की बारी आई, तो कमीनी सरकार ने बैन लगा दिया | मगर हमारी रैगिंग का किस्सा भी गज़ब था | रात के 8:30 बज रहे थे और हम सब खाना खाके फ्री हुए थे तभी हमारे दरवाज़े पे नॉक हुआ तो कृतिका ने दरवाज़ा खोला तो हमारी सीनियर मैडमें अन्दर घुस आई और हमारा लेने लगी इंट्रो | हम तीनो को कुछ कुछ करने को कहा जैसे मुझसे कहा चल नाच के दिखा और कृतिका से कहा गाना गाओ | कृतिका ने ऐसा गाना गाया कि उन्होंने कहा आज के बाद मत गाना और फिर आई सोनाली की बारी, तो उन्होंने कहा तेरे तो बड़े है रे चल टॉप उतार अपना | सोनाली सिर झुकाके खड़ी थी और डर भी रही थी, तो मैम ने कहा चल तू मत डर ये दोनों भी उतारेंगी और उन्होंने फिर मुझसे और कृतिका से भी अपना टॉप उतारने को कहा | हम तीनो थोड़ी देर सोचते रहे और फिर उनके फोर्स करने पर अपनी टॉप और ब्रा उतार दिए | मेरे और कृतिका के दूध छोटे थे लेकिन सोनाली के दूध बहुत सही लग रहे थे बड़े और गोल गोल और उनके बीच में गैप भी नहीं था |

फिर उन्होंने मुझे और कृतिका को उसके कहा चलो दबाओ और हम दोनों उसके दूध दबाने लगे | हमने उसके दूध दबाए और निप्पल भी खींचे और उसके बाद मैडमें वापस चली गई | फिर हम तीनो नार्मल हुए और बैठके बातें करने लगे कि तुम्हारे इतने बड़े कैसे हुए ? उसने कहा ये सब नेचुरल है लेकिन मुझे लग रहा था ये नेचुरल नहीं है इसमें बहुत से लड़कों की मेहनत है | एक दिन सोनाली नहा रही थी और मैं और कृतिका उसका मोबाइल चला रहे थे, तो हमने उसकी गैलरी खोली और देखने लगे, तो थोडा नीचे जाके हमें उसके बॉयफ्रेंड की फोटो मिली और थोडा और नीचे गए तो लड़के चेंज होते गए | हम समझ गए लड़की बहुत चालू है बस भोली भाली बनती है | एक दिन जब सोनाली ने अपना लगेज बैग खली किया और उसमें से अपने कपड़े निकाल के रखे तो एकदम से एक डिलडो गिरा | डिलडो तो आपको पता ही होगा और जिनको नहीं पता तो डिलडो एक नकली लंड होता है जो प्लास्टिक रबर या कांच का बना होता है | हम दोनों वहीँ बैठे थे और जैसे ही हमारी नज़र उसपर पड़ी हम दोनों ने औऔऔ करना शुरू कर दिया | तो सोनाली अब अपने असली रूप में आई, उसने कहा क्या औऔ, तो हमने कहा अच्छा तो ये है तुम्हारी पसंद, तो उसने कहा हाँ कोई प्रॉब्लम है तुम्हें या तुम्हें भी चाहिए | मैंने तो न कहा लेकिन कृतिका ने कहा दे देना हम भी मज़े कर लेंगे इसी बहाने |

तो सोनाली ने कहा चल अभी कर ले, तो मैंने कहा तुम दोनों कितनी कमीनी हो आपस में ही शुरू हो जाती हो | तो सोनाली ने कहा अब देख कृतिका का कोई बॉयफ्रेंड है नहीं और तेरा भी नहीं है और रही बात मेरी तो मुझे तो मिल जाते है लेकिन अभी कुछ दिनों से मुझे भी कोई नहीं मिला इसलिए यही काम आता है जब कुछ नहीं मिलता | तो मैंने कहा ठीक है तुम दोनों को जो करना है करो लेकिन मुझे ये सब ठीक नहीं लगता, तुम दोनों ही करो और मैं उठने लगी | तो कृतिका ने मुझे रोक लिया और कहा अरे एक बार करके देख न मज़ा आएगा | तो सोनाली ने मुझसे पूछा अच्छा बता कभी सैक्स किया है ? तो मैंने कहा हाँ मेरा एक बॉयफ्रेंड था स्कूल में और हमने बहुत बार किया है | तो उसने कहा ठीक है तो इससे तुझे और मज़ा आएगा | फिर कृतिका ने मुझे समझाना शुरू किया और तभी सोनाली मेरी पैंट उतारने लगी | तो मैंने उसके हाँथ पकड़े और कहा अरे क्या कर रही हो ? तो कृतिका ने मेरा हाँथ पकड़ा और कहा अरे करने दो अच्छा लगेगा और हम भी तो है साथ में और फिर सोनाली ने खींच के मेरी पैंट उतार दी | सोनाली मेरी पैंटी के ऊपर से मेरी चूत सहलाने लगी और उसके एहसास से मेरी आँखें बंद होने लगी | मैं आँखें बंद करके आनंद ले रही थी तभी मेरे होंठों पर किसी के होंठ आ गए और मुझे किस करने लगे | मैं भी किस करने लग गई और किस करती रही | फिर हम रुके और मैंने आखें खोली तो देखा कि कृतिका ने मुझे किस किया था |

फिर मैं बैठके सोनाली को देखती रही और वो वैसे ही मेरी चूत को सहलाती रही | फिर कृतिका ने मेरी चूत सहलाना शुरू किया और सोनाली ने मुझे किस करना शुरू कर दिया | किस करते समय कृतिका ने मेरी पैंटी भी उतार दी थी और मेरे पैर फैला के मेरी चूत में ऊँगली करने लगी | तो किस करने के बाद मेरे मुँह से सिसकियाँ निकलने लगी अहह म्मम्मम ह्ह्ह अह्ह्ह अह्ह्ह उममम ऊम्म्म्म उम्म्म अम्मम्म उम्म्म्म अह्ह्ह अह्ह्ह्ह अम्मम्म | फिर मैंने सोनाली का टॉप पकड़ा और उतार दिया फिर उसके दूध चूसने लग गई और अब कृतिका ने भी उसके दूध चूसना शुरू कर दिया | मैं और कृतिका सोनाली के एक एक दूध चूस रहे थे और सोनाली दीवाल से टिक कर बैठी थी | फिर कृतिका ने सोनाली का पजामा उतारा और उसकी पैंटी भी और उसकी चूत चाटने लग गई | मैंने नीचे देखा तो कृतिका उसकी चूत चाट रही थी और सोनाली की चूत बिलकुल शेव की हुई थी और मेरी चूत में जबकि कुछ बाल थे | मैंने फिर से सोनाली के दूध चूसना शुरू कर दिया और कृतिका तो उसकी चूत चाट ही रही थी और सोनाली अह्ह्ह अह्ह्ह उममम ऊम्म्म्म उम्म्म अम्मम्म उम्म्म्म अह्ह्ह अह्ह्ह्ह अम्मम्म य्ह्ह्हह य्ह्ह्हह कर रही थी | मैं रुक गई और जाके कृतिका का पजामा उतारने लगी और उतारने के बाद उसकी पैंटी भी उतारी और उसकी चूत में ऊँगली करने लगी | कृतिका की चूत में भी बाल थे वो भी मेरी चूत से ज्यादा | अब मैं कृतिका की चूत में ऊँगली कर रही थी और कृतिका सोनाली की चूत चाट रही थी |

फिर कृतिका रुक गई और अब हम तीनो एक दूसरे को देखने लगे, तो सोनाली ने कहा तुम लोग बाल साफ़ नहीं करते क्या ? तो मैंने कहा नहीं, कैसे बनाए ? तो सोनाली ने अपना रेजर दिया और जाओ बना लो फिर और मस्ती करते है | मैं और कृतिका बाथरूम में गए और अपना चूत के बाल बनाने लगे | पहले कृतिका ने अपना बाल साफ़ किये और उसके बाद मैंने और दोनों ने अपनी चूत धोई और बाहर निकले, तो हमने देखा कि सोनाली बिस्तर पर बैठकर अपनी चूत में डिलडो डाल रही है और सिस्कारियां ले रही है | हम दोनों उसके पास गए और कृतिका ने उसका डिलडो पकड़ा और अब कृतिका उसकी चूत में डिलडो अन्दर बाहर करने लगी | अब सोनाली की सिस्कारियां तेज़ होने लगी अह्ह्ह अह्ह्ह उममम ऊम्म्म्म उम्म्म अम्मम्म उम्म्म्म अह्ह्ह अह्ह्ह्ह अम्मम्म य्ह्ह्हह य्ह्ह्हह | डिलडो के दोनों तरफ लंड था और फिर कृतिका ने भी अपनी चूत में डिलडो डाला और अब दोनों आगे पीछे होके चुदने के मज़े लेने लगे और मैं देखती रही और अपने ही हाँथ से अपनी चूत मालती रही | फिर दोनों ने अपना मन भरने तक मज़े लिए और उसके बाद मुझे पकड़ लिया और मेरी टांगे फैला दी | मैं फिर दीवाल से टिक के बैठ गई और दोनों ने मेरी एक एक टांग पकड़ के फैलाई और मेरी चूत में डिलडो डाल दिया | जब वो चूत में गया तो मुझे बहुत दर्द हुआ और मेरी चीख भी निकली तो सोनाली ने मेरा मुँह बंद कर दिया और मेरी चूत में डिलडो अन्दर बाहर करने लगी | थोड़ी देर तक वो ऐसे ही मेरी चूत में डिलडो अन्दर बाहर करते रहे और फिर सोनाली ने मेरे मुँह से हाँथ हटा दिया | थोड़ी देर बाद मेरी चूत से पानी निकल गया और फिर हम तीनो वहीँ लेट गए | उसके बाद तो हमने कई बार डिलडो का इस्तेमाल करके मज़े लिए लेकिन फिर हम अलग हो गए मतलब हमारे रूम बदल गए लेकिन आज भी जब मौका मिलता है तो मज़े उठा लेते है |

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