मौसा और मौसी के साथ चुदाई का संगम

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 हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम ऋषभ है और में रायपुर का रहने वाला हूँ। दोस्तों आप लोगों की तरह मैंने भी बहुत सारी देसी गरम कर देने वाली कहानियाँ पढ़ी है और मुझे हिन्दी में लिखी हुई कहानियाँ बहुत ज़्यादा मज़ा देती है। उनको में बहुत ध्यान से पढ़कर उनका पूरा पूरा मज़ा लेता हूँ। दोस्तों आज में भी आप सभी को अपनी एक सच्ची चुदाई की घटना के बारे में बताने जा रहा हूँ। में इसको बस आप सभी के लिए इतनी मेहनत से लिख रहा हूँ और में उम्मीद करता हूँ कि इसको पढ़कर आप सभी को जरुर मज़ा आएगा, क्योंकि यह कोई फेक कहानी नहीं और मेरे जीवन का पहला सेक्स अनुभव है जिसके बाद में कभी नहीं रुका और चुदाई करता ही गया और आज भी कर रहा हूँ।
दोस्तों मेरी उम्र 28 साल है और में दिखने में ठीकठाक मेरा बदन गठीला और में बड़ा ही सुंदर लगता है। यह बात आज से करीब पांच साल पहले की है जब में 23 साल का था और में तब अक्सर अपनी मौसी के यहाँ पर कुछ दिन रहने के लिए चला जाता था, क्योंकि मुझे वहां पर खेलने मस्ती करने के लिए बहुत सारे दोस्तों के साथ साथ किसी भी तरह की अपनी मम्मी पापा का डर भी नहीं था इसलिए मेरा बचपन से से वहां पर हमेशा मन लग जाया करता था और इस वजह से में अपनी मौसी के घर पर बहुत दिनों तक रुका करता था और मेरे वहां पर रुकने से मेरी मौसी मेरे मौसाजी को भी किसी भी तरह की कोई भी परेशानी नहीं थी और वो भी मुझे देखकर बड़ा खुश होते थे और मेरी मौसी हमारे शहर के पास वाले एक दूसरे शहर में रहती है।
दोस्तों मेरी मौसी के फिगर का आकार 36-28-34 है और उनकी गांड और बूब्स दिखने में इतने सेक्सी है कि एक बार देखने से ही किसी के भी लंड का पानी निकल जाए और मेरे मौसा जी एक व्यापारी है और वो अक्सर अपने काम की वजह से हमेशा दूसरे शहर में जाते रहते है। उनकी दो लड़कियाँ और एक लड़का है और उनकी बड़ी वाली लड़की की उम्र करीब 22 साल और छोटी वाली लड़की की उम्र 20 साल और उनके लड़के की उम्र 16 साल है। दोस्तों मेरे मौसा जी उनकी पत्नी मतलब कि मेरी मौसी जी को बहुत प्यार करते है। में ऐसा इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि वो कई बार दिन के समय ही अपने कमरे का दरवाज़ा बंद करके मौसी की चुदाई करने लगते है और ऐसा मैंने बहुत बार महसूस किया था इसलिए में आप सभी को यह बात बता रहा हूँ। दोस्तों एक बार वो गर्मियों के दिन की बात है, में और मेरी मौसी के सभी बच्चे उनके मकान के ऊपर वाले कमरे में सो रहे थे और मेरी मौसी, मौसाजी उस समय नीचे वाले कमरे में सो रहे थे। फिर कुछ देर बाद मुझे बाथरूम जाने की इच्छा हुई जो नीचे उनके रूम के पास में था इसलिए में तुरंत उठकर नीचे आ गया, लेकिन तभी मुझे जब में उनके रूम के पास से निकल रहा था तो उस कमरे से कुछ आवाज़ सुनाई दी और मेरी अच्छी किस्मत से उस समय उनके कमरे की खिड़की थोड़ी सी खुली हुई थी। शायद उन दिनों ज्यादा गरमी होने की वजह से उन्होंने अपने कमरे की उस खिड़की को खोल दिया होगा। फिर मैंने उस खिड़की से कमरे के अंदर झांककर देखा तो मेरी आखें वो मस्त सेक्सी द्रश्य देखकर फटी की फटी रह गई, क्योंकि मेरी मौसी बिल्कुल नंगी होकर कुर्सी पर बैठी हुई थी इसलिए मुझे उसके गोरे बड़े आकार के बूब्स लटकते हुए और चूत भी साफ साफ नजर आ रही थी। मौसी अपनी उभरी हुई चूत को अपने एक हाथ से सहलाते हुए वो अपने मुहं से सिसकियों की आवाज भी बाहर निकाल रही थी, वो वाह क्या मस्त सेक्सी नजारा था और वो सब देखकर मेरा लंड तो उसी समय तनकर खड़ा हो गया। वो अब पूरी तरह से जोश में आ चुका था और उधर मौसा जी अपने पजामे का नाड़ा खींचकर उसको नीचे उतार रहे थे और नाड़े के खींचते ही उनका लंड उनकी अंडरवियर से बाहर साफ साफ दिखने लगा था। तभी मौसी ने कहा कि क्यों अब कितनी देर लगाओगे मुझसे ज्यादा देर रुकना अब बड़ा मुश्किल है अब आप जल्दी से मेरी इस आग को बुझा दो। फिर इस पर मौसाजी ने बिना देर किए अपना अंडरवियर भी निकालकर बेड पर दूसरे कोने में फेंक दिया और अब उनका पांच इंच का लंबा लंड देखकर मुझे अपने चार इंच के लंड पर बहुत तरस आने लगा था, क्योंकि वो उनके लंड से थोड़ा छोटा था, लेकिन मेरा लंड उनके लंड से मोटा कुछ ज्यादा था और अब मैंने देखा कि मेरे मौसा जी अपने लंड को अपने एक हाथ में लेकर उसको आगे पीछे करते हुए मौसी की तरफ आगे बढ़ने लगे थे और वहीं पास वाले स्टूल पर मौसाजी की सेविंग बनाने का सामान रखा हुआ था। फिर मौसाजी ने उसमे से सेविंग क्रीम निकालकर मौसी के दोनों पैरों को कुर्सी पर पूरा फैलाकर उसको उनकी चूत पर लगा दिया। उसके बाद अपने उस ब्रश को पानी में डालकर गीला करके वो ब्रश को उनकी चूत पर घुमाने लगे थे और देखते ही देखते अब उनकी चूत बहुत सारे झाग की वजह से पूरी तरह से ढक चुकी थी।
फिर वो सब देखकर मेरा लंड बार बार मेरी अंडरवियर में ज़ोर मार रहा था और वो द्रश्य देखकर तो मेरा मन हो रहा था कि में भी उनके पास उस कमरे के अंदर चला जाऊं और अपने मौसाजी को उनकी जगह से हटाकर में खुद ही अपनी मौसी की चूत से खेलना शुरू कर दूँ। अब मौसाजी ने रेज़र निकालकर मौसी की चूत के बालों को साफ करना शुरू कर दिया और इस बीच मौसी अपने बूब्स को लगातार दबाए जा रही थी और वो द्रश्य देखकर उफफफफफ्फ़ में तो बहुत ही गरम हो रहा था। फिर कुछ देर बाद बालों को काटने के बाद मौसाजी ने मौसी की चिकनी चमकदार चूत को अच्छी तरह टावल से साफ किया और अब मौसाजी बड़े आराम से ज़मीन पर नीचे बैठकर मौसी के दोनों पैरों पर और चूत पर किस करने लगे थे और उनकी जीभ लगातार मौसी की जांघो पर घूम रही थी। फिर उन्होंने मौसी के पेट को किस करना शुरू किया और उसके बाद अब उन्होंने चूत पर भी एक किस किया। अब उन्होंने अपनी जीभ को मौसी की चूत के दाने पर घुमाना शुरू कर दिया और इधर वो सब देखकर मेरा जोश की वजह से बड़ा बुरा हाल हो रहा था। में अब अपने लंड को एक हाथ में लेकर हिलाने लगा था कि तभी उसी समय मेरे हाथ से वो खिड़की का पल्ला पूरा खुल गया और उसी समय अचानक से मौसाजी की नज़र मेरे ऊपर पढ़ गयी। अब मेरा तो शरम और घबराहट से बड़ा बुरा हाल हो गया था। में वहाँ से वापस ऊपर जाने लगा था, लेकिन तभी मौसाजी ने मुझे आवाज़ दी और उन्होंने मुझे अपने कमरे में बुला लिया। मैंने देखा कि तब तक भी वो दोनों पूरे नंगे ही थे और उन दोनों को मुझे अपने सामने खड़ा हुआ देखकर भी थोड़ी सी भी शरम नहीं आ रही थी और जबकि शरम की वजह से मेरा लंड भी अब सिकुड़कर दो इंच का हो गया था। फिर मौसाजी मुस्कुराते हुए मुझसे बोले कि तुम इतना शरमाओ मत, मुझे पता है कि इस उम्र में यह सब सभी के साथ होता है किसी को छुपकर देखना अच्छा लगता है तो कोई बिना डर संकोच अपने मन की बात बताकर चुदाई के मज़े ले लेता है, क्या तुमने कभी किसी के साथ यह सब किया है? तो मैंने भी बिना डरे कहा कि नहीं मुझे ऐसा कोई मौका अब तक नहीं मिला जिसका में फायदा उठा सकता था। अब वो खुश होकर मुझसे पूछने लगे कि क्या तुम्हे यह सब करना है? में अब उनके कहने का कुछ भी मतलब नहीं समझा, लेकिन तभी उन्होंने मुझे बताया कि तुम्हारी मौसी और में खुद ही कोई ऐसा तीसरा आदमी हमारे साथ सेक्स करने के लिए ढूंढ रहे थे, जिसके साथ हम दोनों मिलकर पूरे पूरे मज़े ले सके और अब हम दोनों को तुमसे अच्छा और कौन मिलेगा? तुम्हारे साथ यह सब करने की वजह से किसी को बाहर पता भी नहीं चलेगा और हम तीनों का काम भी ठीक तरह से हो जाएगा, क्यों बोलो ना क्या तुम्हे यह काम करना है? अब मैंने शरमाते हुए कहा कि हाँ और फिर उन्होंने मेरी मौसी से मेरे लंड की इशारा करते हुए कहा कि देखो इसका लंड कैसे छोटा हो गया है? तुम इसको ज़रा बड़ा तो कर दो और मौसाजी के मुहं से इतना सुनकर मौसी अब उठकर मेरे पास चली आई।

फिर मैंने देखा कि उनकी चूत बाल साफ होने की वजह से एकदम साफ होकर चिकनी और वो बड़ी चमक भी रही थी। मौसी ने आगे बढ़कर मेरा लंड अपने हाथ में ले लिए और वो अब लंड को अपने मुलायम हाथ से आगे पीछे करने लगी थी। उनके ऐसा करने की वजह से मेरी साँसे तेज़ होने लगी थी और वो काम करते हुए उनका एक हाथ मेरी छाती पर भी घूमने लगा थी। फिर मैंने भी अब हिम्मत करके अपने दोनों हाथों को आगे बढ़ाकर मौसी को अपने बदन पर कस लिया। वो मेरी बाहों में थी इसलिए अब उनके वो एकदम गोल बूब्स मेरे छोटे आकार के निप्पल से छूकर दब रहे थे और ज़ोर से बाहों में भरने की वजह से मेरा लंड भी अब उनकी चिकनी चूत पर छू रहा था। में बहुत अच्छी तरह से मौसी की चूत की गरमी को अपने लंड से महसूस कर रहा था। तभी मौसाजी भी मेरे पीछे से आकर हम दोनों से चिपक गये। इसलिए उनका पांच इंच का लंड गरम होकर मेरे कूल्हों पर लग रहा था। दोस्तों मुझे अब लग रहा था कि कुछ देर तक अगर ऐसा ही चलता रहा तो में अभी ही झड़ जाऊंगा और इसलिए में उन दोनों के बीच से निकलने की कोशिश करने लगा था और अब मैंने अपने मौसा जी से कहा कि पहले आप मुझे मौसी की चूत मारकर दिखाए जिसे देखकर में वो सब करना सीख जाऊँगा और फिर में भी आपकी तरह मौसी की मस्त चुदाई करूंगा। अब उन्होंने मुझसे कहा कि में तो तुम्हे ऐसे ही सब कुछ अच्छी तरह से करना सिखा दूँगा। फिर मुझसे यह बात कहकर उन्होंने मौसी को इशारा करके बेड पर लेटने के लिए कहा और फिर मुझे वो मेरी मौसी की चूत को चूसने के लिए कहने लगे। दोस्तों में उनके कहने पर अब अपनी मौसी की चूत के पास अपने मुहं को ले जाकर ठीक वैसा ही करने लगा था, लेकिन मुझे वो काम करना शुरू में थोड़ा सा अजीब लगा, लेकिन जब मैंने कुछ देर चूत को ऊपर से चाटने के बाद जब अपनी जीभ को मैंने उनकी चूत के अंदर डाला तो मुझे ऐसा करने में बहुत मस्त मज़ा आया। में चूत को चूसता रहा और मौसी जोश में आकर सिसकियाँ भरने लगी थी। उनके मुहं से ऊऊहहह्ह्ह आह्ह्हह्ह हाँ बेटे और ज़ोर से चूस ऊफ्फ्फ्फ़ वाह मज़ा आ गया हाँ तुम ऐसे ही करते रहो तुम बहुत अच्छा कर रहे हो। दोस्तों मैंने देखा कि अब मौसी के दोनों पैरों को मौसाजी ने पूरा फैलाकर पकड़ रखा था और उनका लंड मौसी के माथे पर छू रहा था। मेरा तो जोश की वजह से बड़ा बुरा हाल था इसलिए अब मैंने अपने एक हाथ से मौसी के बूब्स को दबाना भी शुरू कर दिया था, जिसकी वजह से पूरे कमरे में मौसी की वो सिसकियों की आवाज़ गूंजने लगी थी, वो आअहह उह्ह्ह्ह हाँ ज़ोर से दबाकर तू इनका दूध निकाल दे, दबा इनको ज़ोर से स्स्सीईईइ वाह मज़ा आ गया तू बहुत अच्छा है हाँ ऐसे ही करता चल मुझे मस्त मज़ा आ रहा है। दोस्तों मेरा लंड अब और नहीं रुक सकता था, इसलिए में अब वो सब काम छोड़कर उनकी चूत को अपने एक हाथ से फैलाकर में अपने लंड को चूत के मुहं पर रखकर अंदर डालने लगा था। फिर मुझे यह सब करता हुआ देखकर मौसाजी खुश होकर मुझसे बोले कि वाह शाबाश बेटा तू तो बड़ा ही होशियार निकला, अब तू चोद दे अपनी मौसी को और इसके जिस्म की आग को बुझा दे। यह तुझे और भी ज्यादा मज़ा देगी। फिर मैंने एक जोरदार धक्का देकर अपना पूरा लंड एक ही बार में अंदर डालकर तेज तेज धक्के देने लगा था और में इधर मौसी की चुदाई करने में इतना व्यस्त था कि मुझे कुछ भी पता नहीं था और उधर मेरे मौसाजी मेरे पीछे आकर खड़े हो गये और उन्होंने अपना लंड मेरी गांड पर सटाकर वो उसको घुमाने लगे थे। उनके ऐसा करने से तो मेरी बैचेनी अब और भी ज्यादा बढ़ने लगी थी।
फिर मैंने उनसे पूछा कि कहीं आपका मेरी गांड मारने का इरादा तो नहीं है? अब वो हंसकर बोले कि नहीं बेटा, में तो सिर्फ़ तुझे बैचेन करूँगा, जिसकी वजह से तेरा यह लंड तनकर खड़ा रहे और तू बहुत देर तक जमकर अपनी मौसी की चुदाई कर सके। दोस्तों में मौसी की चूत में लगातार तेज गति से धक्के मार रहा था। फिर कुछ देर बाद मुझे महसूस हुआ कि अब मौसी ने भी नीचे से अपने कूल्हों को उछालना शुरू कर दिया था और उनके बूब्स मेरे हर एक धक्के के साथ हिल रहे थे जो मुझे बहुत मस्त मज़ा दे रही थी ऊफफफफ्फ़ वाह क्या मनमोहक द्रश्य था? तभी मुझे लगा कि में अब झड़ने वाला हूँ इसलिए मैंने कहा कि मौसाजी मुझे ऐसा लगता है कि में अब झड़ जाऊंगा, आप ही मुझे बताए कि में क्या करूं। तो वो मुझसे कहने लगी कि तुम आज अपनी मौसी के मुहं पर ही झड़ जाओ, मुझे ऐसे बड़ा मज़ा आएगा और फिर उसी समय बिना देर किए मैंने अपना लंड उनकी चूत से बाहर निकालकर उनके मुहं पर अपने लंड का पूरा पानी निकाल दिया आअहह ऊओह्ह्ह्ह मेरे ऐसा करने से वो बहुत खुश नजर आ रही थी, लेकिन वो अभी तक झड़ी नहीं थी और इसलिए मौसाजी ने अपना लंड उनकी चूत में डालकर अपनी तरफ से धक्के लगाने शुरू कर दिए। लंड बड़ी ही आसानी से चूत के अंदर बाहर हो रहा था, जिसकी वजह से सारे रूम में अब फच फच की आवाज आ रही थी और मेरा लंड यह चुदाई का द्रश्य देखकर एक बार फिर से तनकर खड़ा होने लगा था। में अब अपने मौसाजी के पीछे आकर उनकी गांड पर अपना लंड घुमाने लगा था, जिसकी वजह से मेरा लंड भी अब धीरे धीरे सख्त होने लगा था और मौसाजी लगातार धक्के मार रहे थे। फिर मौसी ने भी अब अपनी गांड को उठाकर एक थोड़ा ज़ोर का धक्का मारा जिसकी वजह से मेरा लंड मौसाजी की गांड में चला गया। तभी वो मुझसे कहने लगे कि अब तुम इसको बाहर मत निकालना नहीं तो मुझे बहुत दर्द होगा बेटा तुम अब मुझे लगातार धक्के मारते रहो और मुझे भी अपने लंड का दम दिखाओ। मैंने अब उनके कहने पर अपनी तरफ से तेज स्पीड से धक्के मारने शुरू कर दिए और कुछ देर बाद मेरा लंड बड़ी आसानी से गांड के अंदर बाहर होने लगा था, लेकिन कुछ देर बाद में अपने मौसाजी की गांड में ही झड़ गया और इस बार हम तीनों ही एक साथ झड़ गए जिसकी वजह से हम सभी को पूरा मज़ा आया और हम तीनों वहीं बेड पर ही थककर नंगे लेटे रहे। दोस्तों में अपनी मौसी के जिस्म से खेल रहा था। में उनके बूब्स के साथ साथ चूत को भी सहला रहा था और उनकी चूत में अपनी ऊँगली को डालकर धीरे धीरे अंदर बाहर करके चूत की गहराई को नाप रहा था और मेरे मौसाजी मेरे लंड को सहला रहे थे और मेरी मौसी के हाथ में उनके पति का लंड था जिसको हिलाकर नींद से जगाने का प्रयास कर रही थी।
अब मौसा जी ने मुझसे कहा कि तुमने चुदाई करने से पहले कहा कि तुम्हे यह सब करना नहीं आता, लेकिन तुम तो इस काम में बहुत अनुभवी और बहुत देर तक तेज दमदार धक्के देकर चुदाई के मज़े देने वाले निकले, तुमने तो हमारी उम्मीद से भी ज्यादा हम दोनों को वो चुदाई का मज़ा दिया जिसके बारे में हमें बिल्कुल भी विश्वास नहीं था और तुम्हे इस काम का बहुत अच्छा अनुभव है और तुम्हारी चुदाई से कोई भी प्यासी चूत एक ही बार में ठंडी हो सकती है, देखो आज कितने दिनों के बाद तुम्हारी मौसी इस लंड की चुदाई की वजह से कैसे खिल उठी है, तुम्हे उसके चेहरे की चमक को देखकर उसकी ख़ुशी का अंदाजा हो जाएगा कि उसको तुम्हारी चुदाई की वजह से कितनी संतुष्टि आज बड़े दिनों के बाद मिली है और फिर उन्होंने मुझे किसी को बताने के बारे में मना किया, लेकिन मेरा मन तो कुछ और ही था। दोस्तों में उनकी बड़ी वाली लड़की जिसका नाम सविता है, में उसको भी एक बार चोदना चाहता था और फिर मैंने थोड़ी सी हिम्मत करके उनसे कहा कि मुझे सविता की भी चुदाई करनी है। फिर वो दोनों मेरे मुहं से यह शब्द सुनकर एकदम चकित हो गये जिसकी वजह से उनकी आखें और मुहं मेरे मुहं से यह बात सुनकर फटा का फटा रह गया और अब मौसी मुझसे समझाते हुए मुझसे बोली कि बेटा, लेकिन वो तो तेरी बहन है तू कैसे उसके साथ यह सब कर सकता है और अगर तुझे इतना ही चुदाई का जोश चड़ा है तो तू जब भी तेरा मन करे मेरी चूत में अपने लंड को डालकर तेरे इस लंड को ठंडा कर लेना में तुझसे इस काम के लिए कभी मना नहीं करूंगी और ना ही तेरे से तेरे मौसाजी कुछ कहेंगे, तेरी मर्जी पड़े वैसे तू मेरी चूत मार, चाहे मेरी गांड मार लेना तुझे यहाँ पर रोकने वाला कोई भी नहीं है और में भी तुझे चुदाई के बहुत सारे नये नये तरीके बताकर तुझे और भी ज्यादा अनुभवी बनने में तेरी पूरी मदद करूंगी। अब में उनसे बोला कि हाँ मौसी मेरी जान में अब तुम्हारी चुदाई तो समय समय पर करता ही रहूँगा, क्योंकि एक बार में मेरा मन नहीं भरा है, लेकिन तुम भी तो मेरी मौसी हो और जब मैंने तुम्हे ही चोद लिया और तुम्हारे सामने मौसाजी की गांड भी मार ली तो अब सविता की चुदाई करने में ऐसा क्या बुरा है, में उसकी चुदाई क्यों नहीं कर सकता? दोस्तों वो दोनों मेरे मुहं से वो सभी बातें सुनकर थोड़ा सा सोच में पड़ गए, क्योंकि मैंने उनको एकदम सही बात कही थी, लेकिन अब हो भी क्या सकता था? इसलिए मौसी ने कुछ देर सोचने के बाद मुझसे कहा कि हाँ ठीक है कोई अच्छा मौका देखकर हम तुझे एक बार चुदाई के लिए सविता की चूत भी दिलवा देंगे, लेकिन यह सभी बातें हमारे अलावा किसी को पता नहीं चलनी चाहिए। अब में ख़ुशी से पागल होकर झूम उठा और में बोल पड़ा कि हाँ ठीक है मौसी में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ मौसाजी आप बहुत अच्छे हो और मेरी तरफ से आप दोनों को कोई भी शिकायत का मौका नहीं मिलेगा, सविता की चुदाई के लिए हाँ कहने के लिए मेरी तरफ से आप दोनों को बहुत बहुत धन्यवाद।
फिर में ख़ुशी ख़ुशी उनके कमरे से अपने कपड़े ठीक करके वापस बाहर आकर बाथरूम जाकर दोबारा अपनी जगह पर पहुंचकर अब में सविता की चुदाई के सपने देखता हुआ ना जाने कब गहरी नींद में चला गया। फिर दोस्तों इस तरह मैंने उस रात को अपनी चुदक्कड़ मौसी की चूत और मौसाजी की गांड मारने के बाद उनकी बेटी सविता की चुदाई के बारे में भी उन दोनों से बात करके अब उसकी चुदाई के सपने देखने लगा था ।।
धन्यवाद