रंडी को दिखाई औकात

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हेल्लो दोस्तों कैसे हो आप सब मैं उम्मीद करता हूँ कि आप सब बढ़िया होगे और अपनी मस्ती में होंगे | हाँ दोस्तों तो मेरा नाम अविनाश शर्मा | मेरा काम कुछ भी नहीं है मैं बस यहाँ वहां फिरता रहता हूँ पागलों की तरह | मेरा दिनभर में काम कुछ नहीं करता बस यहाँ वहां सिगरेट पीता रहता हूँ और दस रुपये में पूरी सब्जी खाके गुज़ारा करता हूँ | मैं जब चलता हूँ तो लगता है हवा मुझे हिला रही है झुला रही है | मैं एकदम नल्ला हूँ और मेरे दोस्त के यहाँ पड़ा रहता हूँ | मुझे एक कमरा दिया हुआ और मैं वहीँ गर्मी में सड़ता रहता हूँ | मेरे कपड़ों में पसीना भरा रहता है पर मैं नहाता भी नहीं हूँ | मुझे पता नहीं मैं जिंदगी में क्या करना है | और तो और मेरे दीदी और जीजाजी भी मुझसे कोई मतलब नहीं रखते और मैं बस ऐसे ही मंडराता रहता हूँ | मेरे दोस्त समझते हैं मैं हैकर हूँ पर उन्हें कौन बताये मैं कुछ नहीं करता हूँ बस अपनी लाइफ अपने तरीके से जीता हूँ | मैंने यहाँ एक चीज़ सीखी है बने रहो पगला काम करेगा अगला | अब दोस्तों मैं आपको अपनी जिंदगी की दास्तान बताता हूँ |

दोस्तों मैं ओड़िसा का हूँ और मेरे पिताजी का स्वर्गवास हो गया है पर वो मेरे लिए बहुत कुछ छोड़ के गए हैं जैसे लॉज और होटल | मेरी माँ और मैं सब संभाल रहे थे | पर एक बार मेरी गांड में चुल्ल हुई कि मुझे बैंगलोर जाकर वहां कंप्यूटर की पढ़ाई करनी है और मैंने अपनी माँ से कहा माँ मुझे जाना है और आप मेरा खर्चा झेल लेना | पैसे की कमी नहीं थी इसलिए माँ ने भी मुझे भेज दिया और मैं वहां गया और पढ़ाई करके वापस आ गया पर मुझे वहां दारु और गांजा पीने की आदत हो गयी थी | मेरी माँ को यह बात पता ना थी इसलिए मैं वहां ये सब छुपके करता था अपने दोस्तों के साथ | एक बार मेरी दीदी ने मुझे फ़ोन किया और कहा सुन तेरे जीजाजी का काम बहुत बढ़ गया है अब तू उनका काम सम्भाल ले और मेरी भी मदद हो जाएगी | मैंने कहा ठीक है दीदी मैं कल ही यहाँ से निकल जाऊँगा | मेरे जीजाजी का कोचिंग का काम है और वो होशंगाबाद में रहते हैं जो कि मध्य प्रदेश में है |

मैं वहां पहुँच गया और मेरी ग्रेजुएशन डिग्री नहीं थी इसलिए मैंने सोचा जीजाजी से बोलके कोई जुगाड़ लगवा लेता हूँ | मैंने कहा जीजू मेरी डिग्री करवा दो तो उन्होंने कहा ठीक है तुम यहाँ तीन साल तक रुक जाओ और बस पेपर देने जान बाकी पास मैं करवा दूंगा | मैंने कहा ठीक है जीजाजी मैं यहीं रुक जाता हूँ और उसके बाद मैं उनके साथ काम में हाथ बटाने लगा और वो भी मुझे हमेशा अपने साथ रखते थे | दीदी भी बहुत खुश रहती थीं इस बात से और मुझे भी परिवार की कमी नहीं खलती थी | मैं वहां काम करता और मस्त घूमता फिरता रहता | उसके बाद मुझे कई बार्व जीजू के काम से बाहर भी जाना पड़ता तो मेरा आना जाना ज़्यादातर भोपाल ही होता था | मैं भी ख़ुशी से जाता क्यूंकि वहां पे माल बहुत मिलते हैं और एक से एक लड़कियों से बात करने को मिलती है | जीजू सब को पढ़ने के लिए वहां बुलाते क्यूंकि उनकी कोचिंग बहुत आगे बढ़ रही थी और मैं भी उनकी बहुत मदद कर रहा था | वो इससे बहुत खुश थे क्यूंकि हर महीने मैं उन्हें एडमिशन देता था और उनकी कमी मस्त चल रही थी |

दीदी ने तो कह दिया था तू अब यही रेहजा और तेरी शादी करवा देती हूँ और तूने पैसे कमा ही लिए हैं तो एक घर भी खरीद ले | पर मैं ये नहीं चाहता था क्यूंकि मुझे अपनी पसंद की कोई लड़की चाहिए थी | इसलिए मैंने सोचा क्यूँ ना कोचिंग से ही किसी को पटा लिया जाए | मैंने पूरी कोचिंग में देखा और मुझे एक लड़की दिखी पूजा जो कि बाहर से पढने आई थी और वो दिखने में मस्त भी थी | वो शायद कॉमर्स पढने आई थी यहाँ क्यूंकि जीजू से अच्छा टीचर और कहीं नहीं था | मैंने सोचा चलो इसी को लाइन में लाता हूँ | इसलिए मैं वहां रोज़ जाने लगा और जीजू से कहा आप मुझे कोचिंग में कुछ समय रहने दो | उन्होंने कहा ठीक है यार सब तेरा ही है संभाल ले | मैंने सब कुछ अपने अंडर में ले लिया और उसके बाद उसे ना चाहते हुए भी मेरे पास आना पड़ता था और कई चीज़ें पूछनी पड़ती थीं | मैंने तो सोच ही लिया था कि इसको पटा के इससे शादी करूँगा पर उसकी हरकतों से ऐसा लग नहीं रहा था मुझे | वो साली कमीनी थी क्यूंकि हर मस्त और अमीर लड़के से उसकी दोस्ती थी |

मैंने सोचा चलो कोई बात नहीं इसको मेरी ज़रूरत अगले महीने पड़ेगी जब दूसरा बैच ख़त्म हो जाएगा और पुराने बैच के लड़के चले जाएँगे | मैंने पूरा प्लान बना लिया था बस अगले महीने तक का इंतज़ार करना था | जब ये सब हो गया तो उसके पास पैसे नहीं थे फीस भरने के क्यूंकि खर्चा तो वो लौंडो का करवाती थी | फीस वाले दिन वो मेरे पास आई और कहा सुनिए मेरे पास फीस नहीं है क्या अगले महीने दे सकती हूँ मैं | मैंने कहा ऐसा होता नहीं पर ठीक है तुमाहरे लिए बात कर सकता हूँ | उसने कहा ठीक है पर जैसे ही वो जाने लगी तो मैंने कहा अगले महीने भी वो लड़के नहीं आएँगे सब ख़त्म हो गया है | उसने मेरी तरफ अजीब सी नज़र से देखा और फिर क्लास में चली गयी | अब वो हर दिन मुझसे बात करने लगी और मुझे अपने गियर में लेने लगी जैसे मुझे कुछ पता ना हो | मैं भी उसकी हाँ में हाँ मिलाने लगा पर जानता तो मैं पहले से ही सब कुछ था बस नाटक कर रहा था |

एक दिन मैं अपनी चार से मस्त सूट बूट डाल के ऑफिस गया और वहां पर वो खड़ी थी फीस लेकर | मैंने कहा अरे ये पैसे कहाँ से लायी हो तुम तो उसने कहा पापा का रुका हुआ पैसा मिल गया है इसलिए उन्होंने मुझे दे दिया | मैंने कहा तुमाहरी हालत देखके तो ऐसा नहीं लग रहा | उसने कहा क्या तो मैंने कहा चलो तुम्हे घुमाने ले चलता हूँ | साली पूजा नाम की लडकियां होती ही मादरचोद हैं | मेरे साथ वो चलने को तैयार हो गयी | मैंने उसे एक बड़े होटल में ले जाने का फैसला किया जहाँ का किराया ३०००० से शुरू होता है | मैं उसे लेकर गया और वहां का मैनेजर मेरा दोस्त था इसलिए रूम मिल गया | हम रूम में आये और उसने कहा आप यहाँ क्यूँ लाए हो वैसे ये जगह हैं बड़ी अच्छी | मैंने कहा अभी तुम फटेहाल कमरे में चुद के पैसे लायी हो और अब यहाँ आलीशान जगह चुद के पैसे दे जाओ | उसने कहा फीस मैं दे चुकी हूँ | मैंने कहा तीन हज़ार रुपये दिए हैं कोचिंग की फीस बढ़ के दस हज़ार हो गयी है |

उसने कहा देखो ऐसा मत करो मैं तैयार हूँ पर पैसे मत मांगो | मैंने कहा ठीक है चलो तो उसने अपने क्लाप्दे उतार दिया और कहा मुझे चुदने में कोई शर्म आती बस कोई प्यार से बोले आगे से ऐसा मत करना चोदना है तो मुंह पे बोलना | मैंने भी अपने कपडे उतार दिए और उससे कहा मेरे लंड को पकड़ के चूस | वो मेरे लंड को चूस चूस के खड़ा करने लगी और मैं आआह्हह्हह ऊऊउह ऊऊउम्म्म्म आआह्हह्हह ऊऊउह ऊऊउम्म्म्म आआह्हह्हह ऊऊउह ऊऊउम्म्म्म आआह्हह्हह ऊऊउह ऊऊउम्म्म्म करने लगा क्यूंकि मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था | फिर मैंने उसको बिस्तर पर लेटा दिया और उसके दूध को चूसने लगा और वो भी मुझे चूमने लगी | मैंने उसके निप्पल्स को चूस चूस के लाल कर दिया था और वो आआह्हह्हह ऊऊउह ऊऊउम्म्म्म आआह्हह्हह ऊऊउह ऊऊउम्म्म्म आआह्हह्हह ऊऊउह ऊऊउम्म्म्म आआह्हह्हह ऊऊउह ऊऊउम्म्म्म कर रही थी | उसके बाद मैंने उसकी चूत में ऊँगली डाली और जोर जोर से रगड़ने लगा तो वो आआह्हह्हह ऊऊउह ऊऊउम्म्म्म आआह्हह्हह ऊऊउह ऊऊउम्म्म्म आआह्हह्हह ऊऊउह ऊऊउम्म्म्म आआह्हह्हह ऊऊउह ऊऊउम्म्म्म करने लगी जोर से | पर मैंने उसपर दया नहीं की और उसकी चूत को बेरहमी से ऊँगली से ही चोद दिया और उसकी चूत से पानी की धार बहने लगी |

फिर मैंने अपना खड़ा लंड उसकी चूत में टिकाया और एकदम से अन्दर पेल दिया और वो चिल्लाने लगी तो मैंने उसके मुंह पे हाथ लगाया और कस के चोदने लगा | थोड़ी देर बाद वो आआह्हह्हह ऊऊउह ऊऊउम्म्म्म आआह्हह्हह ऊऊउह ऊऊउम्म्म्म आआह्हह्हह ऊऊउह ऊऊउम्म्म्म आआह्हह्हह ऊऊउह ऊऊउम्म्म्म करने लगी और आराम से चुदने लगी | फिर उसने कहा मेरी गांड मारो तो मैंने उसकी गांड को भी बेरहमी से चोदा उसके बाद करीब आधे घंटे कजी चुदाई हुयी और कोचिंग में भी मैं उसकी मारने लगा | पर शादी और पूजा रंडी से कभी नहीं |