advertisement
advertisement
लता भाभी की इच्छा
advertisement

advertisement
advertisement
HOT Free XXX Hindi Kahani

मेरा नाम आकाश है मैं गाजियाबाद में रहता हूं और गाजियाबाद में ही नौकरी करता हूं। मेरा घर वैसे पटना में है लेकिन मैं गाजियाबाद में पिछले दो सालों से रह रहा हूं, मेरी उम्र 27 वर्ष है। मैं जिस घर में रहता हूं, वहां के जो मकान मालिक हैं उनका नाम राजेश है। मैं जब से  गाजियाबाद आया हूं तब से मेरा उनके साथ बहुत अच्छा रिलेशन है और मुझे कभी भी कुछ आवश्यकता होती है तो मैं उनसे ही कहता हूं। मेरी जब से जॉब लगी है तब से मैं राजेश भैया के घर पर ही रह रहा हूं और उनके घर में मेरा बहुत अच्छे संबंध है। राजेश भैया की मां भी मेरे बारे में हमेशा पूछती रहती हैं। जब भी मैं ऑफिस जाता हूं तो उस वक्त वह मुझे दिखाई देती हैं। राजेश भैया की पत्नी का नाम लता है और उनके बच्चे भी स्कूल में पढ़ते हैं, उनका बड़ा लड़का दसवीं में पढ़ता है और छोटा लड़का सातवी में है। कभी-कबार वह हमारे साथ भी मेरे रूम में बैठ जाते हैं और हम लोग साथ में बैठकर ही शराब पीते हैं।

वह मुझसे खुल कर बात करते हैं। मैं जिस कंपनी में काम करता हूं वहां मैं मार्केटिंग का काम करता हूं, मैं शाम के वक्त ही घर लौटता हूं। मुझे एक बार अपने कंपनी के काम के सिलसिले में मुंबई जाना पड़ा क्योंकि हमारी कंपनी ने कोई नया प्रोडक्ट लांच किया था इसीलिए मुझे मुंबई जाना पड़ा। मैंने राजेश भैया से कहा कि मैं कुछ दिनों बाद लौट आऊंगा। मैं मुंबई में काफी समय तक रहने वाला था क्योंकि हमारी कंपनी ने काफी नये प्रोडक्ट बनाए थे जिसके बारे में हमें ट्रेनिंग भी देने वाले थे और उसे किस प्रकार से इस्तेमाल करना है वह भी हमें बताने वाले थे। मैंने अपनी मुंबई जाने की टिकट करवा ली और अब मैं मुंबई के लिए निकल गया। जब मैं मुंबई के लिए निकला तो कंपनी की तरफ से हमें एक होटल में रुकवाया गया। उस दिन मैं होटल में ही था, मैं उस दिन कहीं भी बाहर नहीं गया। अगले दिन जब मैं अपने कंपनी के हेड ऑफिस गया तो वहां पर हमें कंपनी के द्वारा नए प्रोडक्ट की जानकारी दी गई और उस प्रोडक्ट को उन्होंने हमें इस्तेमाल करना बताया और यह काफी समय तक चला। मैं इस वजह से मुंबई में ही रहा। एक दिन मुझे राजेश भैया का फोन आया और वह कहने लगे कि मेरा विदेश में किसी अच्छी कंपनी में हो गया है इसलिए मैं विदेश जाने वाला हूं।

मैंने उनसे पूछा कि आप कब जाने वाले हैं, वह कहने लगे कि मैं कुछ समय बाद ही चला जाऊंगा। मैंने उनसे कहा कि यदि मैं अपनी ट्रेनिंग पूरी कर के उस वक्त तक वापस आ गया तो आपसे मुलाकात कर लूंगा, वो कहने लगे कोई बात नहीं मैं लौटने के बाद तुमसे मिलूंगा। उस दिन हमने काफी देर तक बात की, उसके बाद मैंने फोन रख दिया। अब मैं ट्रेनिंग पर ही ध्यान दे रहा था, हमें अच्छे से ट्रेनिंग में सिखाया जाता था। जब हमारी ट्रेनिंग खत्म हो गई तो उसके बाद मैं गाजियाबाद चला गया।  जब मैं घर पर पहुंचा तो मैंने लता भाभी से पूछा की राजेश भैया कहां है, वह कहने लगी कि वह तो चले गए। लता भाभी मुझसे पूछने लगी क्या तुम्हारी बात उनसे नहीं हुई, मैंने उन्हें कहा कि हां मेरी बात राजेश भैया से हुई थी और वह कह रहे थे कि विदेश में उनकी किसी अच्छी कम्पनी में जॉब लग गयी है। मैंने उनसे पूछा कि वह कितने दिन पहले गए, वह कहने लगी कि उन्हें 3 दिन हो चुके हैं। मैंने लता भाभी से पूछा कि क्या उन्होंने आपको फोन भी किया, वह कहने लगे कि हां उनका मुझे फोन आया था और वह कह रहे थे कि वह अच्छे से पहुंच चुके हैं। लता भाभी मुझसे पूछ लगी की तुम भी तो मुंबई गए थे तुम्हारी कंपनी की ट्रेनिंग कैसी रही, मैंने उन्हें बताया कि मेरी कंपनी की ट्रेनिंग बहुत अच्छी रही और हमारी कंपनी ने कुछ नया प्रोडक्ट लॉन्च किया है, उसी के सिलसिले में मुझे वहां जाना पड़ा। उस दिन मैं घर पर ही था क्योंकि मैं बहुत थक गया था इसलिए मैं उस दिन ऑफिस नहीं गया और अपने कमरे में ही आराम करता रहा। मैं अपने कमरे में ही लेटा हुआ था और लता भाभी मेरे कमरे में आ गई,  वह कहने लगी कि आपने नाश्ता किया, मैंने उन्हें कहा कि नहीं मैंने नाश्ता नहीं किया। वह कहने लगी मैं तुम्हारे लिए नाश्ता बना देती हूं, मैंने उन्हें मना किया लेकिन वह कहने लगी कि कोई बात नहीं, मैं तुम्हारे लिए नाश्ता बना देती हूं। जब वह मेरे लिए नाश्ता बना रही थी तो मैंने सोचा की मैं नहा लेता हूं।

मैं बाथरूम में चला गया और जब मैं नहा कर बाहर निकला तो लता भाभी भी मेरे लिए नाश्ता लेकर आ गई थी और वह मेरे कमरे में ही बैठी हुई थी। मैंने लता भाभी से पूछा कि आपको तो काफी बुरा लग रहा होगा, वह कहने लगी कि हां मुझे थोड़ा दुख तो हो रहा है लेकिन उन्हें अच्छी नौकरी मिल गई है इसलिए उन्हें जाना ही था। लता भाभी थोड़ा उदास लग रही थी और मैं अब नाश्ता करने लगा। वह मेरे साथ ही बैठी हुई थी  और मुझसे बात कर रही थी। मैं भी उनकी बात सुन रहा था और बीच-बीच में उनसे भी मैं बात कर रहा था। जब मैंने नाश्ता कर लिया तो उसके बाद मैं उनसे बात करने लगा और हम दोनों ही साथ में बैठ कर बात कर रहे थे। मैंने लता भाभी से पूछा कि आंटी की तबीयत कैसी है, वह कहने लगी कि अब उनकी तबीयत थोड़ा ठीक है क्योंकि उनकी तबीयत भी खराब थी और यह बात मुझे राजेश भैया ने भी बताई थी। मैं लता भाभी के साथ ही बैठा हुआ था और उनसे बात कर रहा था। मैंने उनसे पूछा कि आपको तो भैया की बहुत याद आ रही होगी। वह कहने लगी हां याद तो बहुत आ रही है लेकिन उन्हें भी अच्छी नौकरी मिल गई इसलिए उन्हें जाना पड़ा।

मैने लता भाभी से पूछा कि आपको जब भैया की याद आएगी तो क्या उन्हें फोन किया करेंगे। वह कहने लगी उन्होंने मुझसे कहा कि मैं ही तुम्हें फोन कर लिया करूंगा। बात करते करते मैंने भाभी की जांघ पर हाथ रख दिया और जब उनकी मोटे मोटे जांघ पर मैंने अपने हाथ को रखो तो मुझे बड़ा अच्छा महसूस होने लगा और मैं उनकी जांघ को सहलाने लगा। उन्हें भी बहुत अच्छा लग रहा था वह भी पूरे मूड में थी। उन्होंने भी मेरे लंड को पकड़ लिया और दबाना शुरू कर दिया। उन्होंने मेरे लंड को हिलाना शुरू कर दिया और हिलाते हिलाते अपने मुंह में ले लिया और बड़े अच्छे से सकिंग करने लगी। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था जब वह मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर चूस रही थी। काफी देर तक उन्होंने ऐसे ही मेरे लंड को सकिंग किया जिससे कि मेरा पूरा मूड खराब हो गया। मैंने भी उन्हें नंगा कर दिया मैंने जब उनके शरीर को देखा तो मुझे बड़ा अच्छा लगने लगा और मैंने भी उनके स्तनों को बड़े अच्छे से चूसा। उनके स्तनों पर भी मैंने अपने दांत के निशान मार दिए मैंने उन्हें अपने बिस्तर पर लेटा दिया। मै जब उनकी चूत मे अपनी उंगली को डालता तो मुझे बहुत अच्छा लगता। उनकी चूत में हल्के हल्के भूरे कलर के बाल थे। मैंने जब उनकी चूत पर अपने लंड को लगाया तो उन्हें भी बहुत अच्छा महसूस हो रहा था। मैंने उनकी योनि के अंदर अपने लंड को डाल दिया और मुझे बड़ा अच्छा लगा। वह अपने पैरो को चौडा कर लेती मुझे अच्छा महसूस हो रहा था। जब मैं उन्हें बड़ी तेज गति से चोद रहा था तो उन्हें मज़ा आ रहा था इसलिए वह अपने दोनों पैरों को चौड़ा कर रही थी। वह मुझे कह रही थी मुझे बड़ा अच्छा लग रहा है जब तुम मुझे चोद रहे हो तुमने मेरे पति की कमी को पूरा कर दिया है और मैं आज के बाद तुमसे ही अपनी चूत मरवाऊंगी। जब यह बात उन्होंने मुझसे कहीं तो मैंने उन्हें बड़ी तेज झटके मारे जिससे कि उनके गले से भी आवाज निकलने लगी थी। मैंने उनके दोनों पैरों को चौडा कर लिया और जब मैंने उन्हें धक्के मारे तो वह चिल्ला रही थी और मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था। वह जिस प्रकार से अपने मुंह से सिसकिया ले रही थी और मुझे अपनी तरफ आकर्षित करती जाती मुझे वह बड़ा अच्छा लग रहा था। मैंने उन्हें इतनी तेजी से झटके मारे की मुझसे उनकी चूत की गर्मी बर्दाश्त  नही हो पा रही थी मेरा माल जैसे ही उनकी योनि में गिरा तो उन्हें बड़ा अच्छा महसूस होने लगा।

advertisement

advertisement
advertisement
advertisement
advertisement
advertisement
advertisement
advertisement