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मेरी वर्जिन चूत से खून की धार निकली
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मेरा नाम शांति है मैं अहमदाबाद की रहने वाली हूं, मेरी उम्र 24 वर्ष है। मैंने पिछले वर्ष एक कंपनी ज्वाइन की है और उसी कंपनी में मेरी मुलाकात राज के साथ हुई, राज और  मेरे रिलेशन को 6 महीने हो चुके हैं। पहले हम दोनों अच्छे दोस्त थे लेकिन जब हम दोनों को लगा कि हम दोनों को एक साथ में रिलेशन में रहना चाहिए तो राज ने मुझे एक दिन हमारे ऑफिस की कैंटीन में प्रपोज कर दिया, उसने मुझे एक रिंग दी।  वह रिंग देख कर मैं बहुत खुश हो गई और मैंने भी राज को झट से हां कह दी क्योंकि मेरे दिल में भी उसके लिए पहले से ही प्यार था। हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे लेकिन अब हम दोनों अपने जीवन को आगे बढ़ाना चाहते थे इसलिए हम दोनों एक दूसरे पर बहुत भरोसा करते हैं। इन 6 महीनों में मुझे कभी भी राज के साथ कोई दिक्कत नहीं हुई और हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ही कंफर्टेबल हो कर रहते हैं, मुझे उसके साथ समय बिताना भी अच्छा लगता है।

मेरे ऑफिस में एक लड़की है उसका नाम कविता है, कविता और मेरी भी बहुत अच्छी दोस्ती है। कुछ दिनों पहले ही उसने मुझे कहा कि क्यों ना हम लोग कहीं घूमने के लिए चलते है, मैंने उसे कहा कि इस बारे में मुझे राज से बात करनी पड़ेगी क्योंकि मैं हर चीज राज से पूछा करती थी और यदि वह मुझे किसी चीज के लिए मना करता तो मैं वह चीज कभी नहीं करती। मैंने कविता से कहा तुम राज को फोन कर लेना और उसे अपने फ्रेंड के बारे में बता देना, कविता कहने लगी ठीक है मैं राज से बात कर लूंगी और अपने फ्रेंड के बारे में उसे बता दूंगी। मैंने कविता से पूछा कि हमारे साथ और कोई भी चल रहा है क्या, वह कहने लगी हां मेरा बॉयफ्रेंड भी हमारे साथ चलेगा। यह बात उसने मुझे पहली बार बताई, मुझे उसके बॉयफ्रेंड के बारे में कोई भी जानकारी नहीं थी। मैंने उसे कहा तुमने मुझे कभी भी अपने बॉयफ्रेंड के बारे में नहीं बताया, वह कहने लगी तुमने मुझसे कभी इस बारे में पूछा ही नहीं और ना ही कभी हमारी इस बारे में चर्चा हुई। कविता राज से कम ही बात करती है और जब उसने राज से बात की तो राज ने भी कहा ठीक है हम लोग घूमने के ले चल पड़ेंगे।

राज ने भी हामी भर दी थी और मैं भी बहुत खुश थी। कविता ने मुझे अपने बॉयफ्रेंड गौरव से मिलवाया, गौरव का नेचर बहुत ही अच्छा था और वह दिखने में भी काफी हैंडसम था। मैंने कविता से पूछा हम लोग घूमने के लिए कहां जाने वाले हैं, वह कहने लगी हम लोग घूमने के लिए दुबई चलते हैं, मैंने कहा फिर तो हमें लंबी छुट्टियां लेनी पड़ेगी, वह कहने लगी नहीं मैंने अपने ट्रैवल एजेंसी वाले से बात कर ली है वह कह रहा है कि 10 दिनों में आप लोग आप आ जाओगे, मैंने कहा ठीक है मैं राज से भी इस बारे में बात कर लेती हूं। राज से भी मैंने इस बारे में बात कर ली, हम ने ऑफिस से छुट्टी ले ली और अब हम लोगों ने तैयारियां कर ली। जिस रात को हमें जाना था उस दिन राज ने मुझे फोन किया और कहने लगा तुमने अपना सारा सामान तो रख लिया है, मैंने उसे कहा हां मैंने अपना सारा सामान रख लिया है और मैं बहुत ही एक्साइटेड हूं। वह कहने लगा मैं भी पहली बार ही दुबई जा रहा हूं इसलिए मैं भी बहुत खुश हूं। अगले दिन हम लोग एयरपोर्ट पहुंच गए और जब हम लोग दुबई पहुंचे तो हम लोग बहुत ही खुश थे। गौरव और राज की बात भी होने लगी थी, मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था हम चारों ही बहुत खुश थे। हम लोगों को एयरपोर्ट पर टैक्सी ने रिसीव किया और हम लोग वहां से अपने होटल चले गए। जब हम लोग अपने होटल में पहुंचे तो मैं और कविता एक रूम में ही फ्रेश हो रहे थे, राज और गौरव दूसरे रूम में फ्रेश हो रहे थे। जब हम लोग फ्रेश हो गए तो उसके बाद थोड़ी देर में ही होटल का एक कर्मचारी आया और वह कहने लगा क्या आप लोग तैयार हो चुके हैं,  नीचे टैक्सी आप का वेट कर रही है, वह आपको आज कुछ जगह घुमा देगा। हम लोग तैयार हो चुके थे, कुछ देर बाद हम लोग होटल के मेन एंट्रेंस पर खड़े हो गए, वहां पर हम लोग कार में बैठ गये और उस दिन हम लोग थोड़ी बहुत जगह ही घूम पाये। जब हम लोग होटल पहुंचे तो हम लोग बहुत ही खुश थे, मैं राज के साथ बात कर रही थी और उसे बता रही थी यहां मुझे बहुत अच्छा लग रहा है, राज और मेरी प्लानिंग होने लगी कि हम लोग दुबई में ही रहेंगे लेकिन यह सिर्फ एक कल्पना थी, यह संभव नहीं हो सकता था क्योंकि हम लोगों ने अभी अपनी जॉब शुरू की है।

गौरव और कविता ने भी एक दूसरे का हाथ पकड़ा हुआ था। हम लोग जब होटल के लिफ्ट में थे तो हम लोग बहुत ही खुश नजर आ रहे थे, वहां पर हमारी मुलाकात कुछ और लोगों से हुई, उनके साथ भी हमारी अच्छी बातचीत हो गई थी और वह लोग भी उसी होटल में रुके हुए थे। कविता और मैं हमारी फोटो देख रहे थे क्योंकि कैमरा कविता का ही था इसलिए उसी के पास सारी फोटो थी। मैंने उसे कहा तुम यह फोटो मेरे लैपटॉप में डाल दो। हम दोनो साथ में बैठे हुए थे, राज और गौरव सोफे पर बैठे हुए थे। कविता ने वह सारी फोटो मेरे लैपटॉप में डाल दी। जब हम लैपटॉप में अपनी फोटोए डाल रहे थे तो उसमें मुझे कविता और गौरव की कुछ नगी फोटो दिखाई दे गई मेरा मूड अपनी चूत मरवाने का हो चुका था। मैं कुछ देर बाद दूसरे रूम में चली गई मैंने राज को मैसेज कर दिया। राज  रूम में आ गया वह जब रूम में आया तो मैं पूर मूड में थी। मैंने राज को किस कर लिया जब मैंने राज को किस किया तो वह मुझे अच्छे से किस कर रहा था। वह इतना ज्यादा जोश मे आ गया कि उसने अपने लंड को बाहर निकाल लिया। जब उसका मोटा और तगड़ा लंड मैने देखा तो मैंने उसे अपने मुंह में ले लिया।

मैं भी ज्यादा समय तक अपने आप को नहीं रोक पाई और मैंने भी बड़े जोश में उसके लंड को अपने मुंह के अंदर तक लेना शुरू कर दिया, उसका लंड जब मेरे मुंह के अंदर तक जाता तो वह पूरे मूड में आ जाता मेरी योनि का भी पानी निकलने लगा था। जब मुझे राज ने नंगा किया तो उसने मेरी गांड को बडे जोर से दबाया। उसने मेरी पैंटी के अंदर से मेरी योनि के अंदर उंगली डाल दी जिससे कि मेरी योनि से पानी निकलने लगा। हम दोनों ही एक दूसरे की गर्मी को नहीं बर्दाश्त कर पा रहे थे हम दोनों नंगे थे राज मेरे ऊपर से लेट गया। राज ने मेरे स्तनों को अपने मुंह में ले लिया वह मेरे स्तनों का रसपान बड़े अच्छे से कर रहा था। वह भी पूरे मूड में था और मैं भी पूरी उत्तेजित हो गई थी कुछ देर बाद जब मेरी योनि से ज्यादा ही पानी निकलने लगा तो राज ने अपने लंड को मेरी मुलायम योनि में डाल दिया। उसने जब मेरी वर्जिन चूत में अपने लंड को डाला तो मैं भी उसके लंड को बिल्कुल नहीं झेल पा रही थी मेरी चूत से खून की धार उसके लंड पर जाकर गिरने लगी। अब वह समझ चुका था कि मैं बिल्कुल फ्रेश माल हू इसलिए उसने भी बिल्कुल भी देरी नहीं की और बड़ी तेजी में उसने मेरी चूत के अंदर अपने लंड को डालना शुरू कर दिया। जब उसका लंड मेरी योनि के अंदर बाहर होता तो मेरी गर्मी भी पूरी तरीके से निकल जाती और मेरी योनि से खून और मेरी चूत का पानी बड़ी तीव्र गति से निकाल रहा था। वह उतनी ही तेजी से मुझे चोद रहा था। कुछ देर में राज ने मुझे अपने ऊपर लेटा दिया और मेरी योनि के अंदर उसने अपने मोटे लंड को डाल दिया। वह बड़ी तेज गति से मुझे चोदने लगा मुझे वह इतनी तेज गति से झटके मारने लगा, वह झड़ने वाला था। उसने मुझे झटके से अपने नीचे लेटा दिया मेरी योनि के अंदर अपने माल की धार को गिरा दिया। जब उसका माल मेरी योनि के अंदर गया तो मुझे बहुत ही गर्म महसूस हुआ। हम दोनों ने ही अपने कपड़े पहन लिए मैंने राज के साथ पहली बार ही संभोग किया था इसलिए मुझे अच्छा लगा।

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