दोस्त के कॉलेज की आइटम की चूत का मजा

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मेरा नाम अमन है मैं दिल्ली का रहने वाला हूं, मेरी उम्र 25 वर्ष है। मेरे घर की स्थिति खराब होने की वजह से मुझे काम करना पड़ा, नहीं तो मेरे जितने भी दोस्त हैं वह सब अभी भी कॉलेज में पढ़ रहे हैं। मैंने अपनी ग्रेजुएशन के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी, मैं अब अपने काम पर ही ध्यान देता हूं इसीलिए मेरी और मेरे दोस्तों की मुलाकात कम होने लगी लेकिन हम लोग हर शनिवार को मिलते थे परन्तु वह मिलना भी अब धीरे-धीरे कम होने लगा। एक दिन मैं शाम को ऑफिस से घर लौटा तो मुझे लगा कि मुझे अपने दोस्तों को फोन करना चाहिए, मैंने अपने सबसे अच्छे दोस्त रोहन को फोन किया, रोहन कॉलेज में पढ़ाई कर रहा है। मैंने जब रोहन को फोन किया तो रोहन मुझे कहने लगा अरे भाई तुम तो कहीं गायब ही हो गए हो ना तो तुम अब हम लोगों से मिलते हो और ना ही तुम्हारा कोई अता पता है। मैंने रोहन से कहा ऐसा नहीं है मैं आजकल काम में व्यस्त हूं इसलिए तुम लोगों से नहीं मिल पाता लेकिन तुम लोग भी तो अब शनिवार को मिलने नहीं आते और ना ही अब तुम्हारे फोन आते हैं।

रोहन मुझसे कहने लगा अब धीरे-धीरे सब लोग अपनी लाइफ के बारे में सोचने लगे हैं और अब हमारा यह कॉलेज का भी आखिरी वर्ष है इसके बाद तो हमें भी अपने जीवन की शुरुआत करनी है, अब तक तो जितनी मौज मस्ती करनी थी वह सब कर ली शायद इसीलिए अब सब लोग मिलने नहीं आते। मैंने रोहन से कहा मेरे पास तो सिर्फ शनिवार को ही समय होता है क्योंकि शनिवार और रविवार को मेरी छुट्टी होती है। मैंने उसे कहा कि क्या हम लोग इस हफ्ते मिल सकते हैं, रोहन मुझसे कहने लगा शनिवार को तो मेरा कॉलेज होगा तो तुम एक काम करना मेरे कॉलेज ही आ जाना हम लोग वहीं पर मिल लेंगे और हमारे कॉलेज के ग्राउंड में ही हम लोग बात कर लेंगे। मैंने उससे कहा ठीक है मैं इस हफ्ते तुम्हारे कॉलेज में आ जाता हूं। मैं जब रोहन के कॉलेज में गया तो वहां पर बहुत ही टाइट सिक्योरिटी थी, उन्होंने मुझसे पूछा कि तुम्हें कहां जाना है, मैंने उन्हें बताया कि मेरा दोस्त कॉलेज में पढ़ता है मुझे उससे मिलना है, उसके बाद उन्होंने मुझे जाने दिया। मैं जब अंदर गया तो मैंने रोहन को फोन किया, रोहन कहने लगा तुम कुछ देर वही बैठो मैं अपनी क्लास खत्म करके बस थोड़ी देर में तुम्हारे पास आता हूं।

मैं वहीं पर बैठा हुआ था मैंने जब अपने सामने देखा तो मेरे सामने से एक बड़ी ही सुंदर सी लड़की गुजर रही थी, उसे देख कर तो मैं एकदम से उस पर मोहित हो गया, मेरी नजरों से वह एक पल भी नहीं हटी, मेरा दिल उसे देखकर धड़कने लगा था और मैं वहीं बैठ कर उसे देखता रहा। जब वह चली गई तो रोहन ने मुझे फोन किया, रोहन जब मेरे पास आया तो मैंने रोहन को बताया कि मुझे एक लड़की बहुत ही पसंद आई और मेरी नजर उससे एक पल भी नहीं हटी। रोहन मुझे कहने लगा दोस्त हमारे कॉलेज में तो बहुत सारी लड़कियां हैं अब इतने बड़े कॉलेज में तुम्हें वह लड़की कहां मिलेगी। मैंने रोहन से कहा मिलने को तो सब मिल जाते हैं लेकिन आज वाकई में उसे देख कर मेरा दिल बहुत धड़कने लगा है, मुझे ऐसा लगा जैसे कि हम अपने स्कूल के दिनों की मस्तियां कर रहे हैं और लड़कियों का इंतजार कर रहे हैं। हम स्कूल में भी बड़ी मस्ती करते थे और जो भी लड़की हमें पसंद होती हम उसके पीछे जरूर जाते थे। मैंने रोहन से कहा यार उसे देखकर तो वाकई में मेरा दिल धड़कने लगा है, मैं उससे एक बार तो मिलना चाहता हूं  और उससे बात भी करना चाहता हूं। रोहन ने कहा ठीक है हम लोग यहीं उसका इंतजार करते हैं, तुम देख लेना कि वह कौन है और मुझे बताना। हम लोग अपनी बातें भी कर रहे थे, वह मुझसे कहने लगा मैं भी अब अपने फ्यूचर के बारे में सोचने लगा हूं क्योंकि मेरे पिताजी भी मुझे कहने लगे हैं कि अब तुम्हें अपने भविष्य के बारे में सोचना चाहिए। मैंने उसे कहा की तुम्हारा तो पोस्ट ग्रेजुएशन कंप्लीट हो गया है, तुम्हें तो कहीं भी अच्छी नौकरी मिल जाएगी तुम उसकी चिंता ना करो। हम दोनों काफी देर तक बैठकर इंतजार करते रहे, जब वह लड़की मुझे दिखाई दी तो मैंने रोहन को कहा कि यही वह लड़की है, रोहन ने मुझे कहा कि इसका नाम तो प्रियंका है और यह कॉलेज की सबसे सुंदर लड़की है लेकिन यह किसी को भी भाव नहीं देती, तुम्हारी भी यहां दाल नहीं गलने वाली, कोई फायदा नहीं होगा इसलिए तुम इसके बारे में ना ही सोचो तो ज्यादा अच्छा रहेगा।

मैंने रोहन से कहा मैंने आज तक कभी भी हार नहीं मानी चाहे वह मुझे मना कर दे परंतु मैं उससे एक बार तो जरूर बात करना चाहता हूं, रोहन ने कहा ठीक है तुम देख लो यदि तुम्हे उससे बात करनी है तो तुम बात कर सकते हो। मैं भी दौड़ते हुए प्रियंका के पास चला गया, मैं जब उसके पास गया तो मैंने उससे बात की, मैंने प्रियंका से कहा मुझे तुम्हे देख कर ऐसा लग रहा है जैसे कि मैं तुम्हें बरसों से जानता हूं। मैंने उसे यही पुराने डायलॉग मारे लेकिन उसने भी मुझसे बात कर ली, ना जाने उसे मुझ में ऐसा क्या दिखा कि उसने मुझसे झट से बात कर ली और उसने मुझे अपना नंबर भी दे दिया। जब मैंने रोहन को उसका नंबर दिखाया तो रोहन भी ताज्जुब में पड़ गया और कहने लगा प्रियंका तो किसी से सीधे मुह बात नहीं करती लेकिन ना जाने शायद आज तुम्हारी किस्मत अच्छी थी या फिर पता नहीं क्या हुआ लेकिन चलो उसने तुम्हें अपना नंबर दिया तो अब तुम्हारे आगे की भी बातें हो ही जाएंगे।

मेरी बात प्रियंका से होने लगी थी, मैं उससे हमेशा फोन पर बात करता लेकिन मैं उससे मिल नहीं पा रहा था। एक रात हम दोनों के बीच बड़ी ही अश्लील बातें होने लगी, मैं उस दिन कुछ ज्यादा ही उत्तेजित हो गया। मैंने उस रात प्रियंका के नाम की मुट्ठी मार ली, प्रियंका और मेरे बीच में बात होने लगी थी। एक दिन मैंने उसे कहा मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करना है, वह भी अपने आप को नहीं रोक पाई, मैंने उसे अपने घर बुला लिया। जब वह मेरे घर आई तो उसने उस दिन टाइट ब्लैक कलर की जींस पहनी थी उस दिन मेरे घर पर कोई भी नहीं था, उसने एक फुल स्लीव का टीशर्ट पहनी हुई थी जिसमें कि उसके स्तन साथ दिखाई दे रहे थे और उसकी बड़ी गांड उसके जींस के बाहर झाक रही थी। जब वह मेरे पास बैठी तो मैंने उसे कसकर पकड़ लिया और अपनी बाहों में ले लिया। जब मैंने उसे अपनी बांहो में लिया तो वह मुझे कहने लगी तुम आज मेरी चूत मारकर मेरी इच्छा पूरी कर दो। मैंने प्रियंका से कहा तुम्हारा बदन तो बड़ा ही सॉलिड है और तुम देखने में भी एक नंबर की आइटम हो। उसने अपने कपड़े उतारे तो उसने अंदर से ब्लैक कलर की पैंटी और ब्रा पहनी हुई थी, वह उसके गोरे बदन पर सज रही थी मैं अपने आप को बिल्कुल भी नहीं रोक पाया। मैंने जब उसके गुलाब होठों को चुमा तो उसके होठों ने जवाब दे दिया था वह मुझसे चुदना चाहती है। जब मैंने उसकी योनि के अंदर अपनी उंगली डालने की कोशिश की तो मेरी उंगली उसकी योनि में नहीं जा रही थी लेकिन वह मुझसे चुदने को तैयार बैठी थी। मैंने जैसे ही उसकी योनि के अंदर अपना काला लंड डाला तो वह चिल्लाने लगी और कहने लगी अब तो मुझसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं हो रहा, तुम ऐसे ही मुझे धक्के देते रहो। उसकी योनि से खून भी निकलने लगा था और जिस प्रकार से उसका गोरा बदन था, मैं उसे चोद कर अपने आप को संतुष्ट महसूस कर रहा था। उसके बड़े स्तनों को मैं मुंह में लेकर चूसता तो वह ज्यादा उत्तेजित हो जाती और कहती तुम मुझे इसी प्रकार से धक्के देते रहो ताकि मैं अपने आपको और भी चुदने के लिए उत्तेजित कर पाऊं। मैंने उसे बड़ी तेजी से झटके देना शुरू कर दिया था, मैंने उसकी लंबी टांगों को अपने कंधों पर रखा तो वह और भी ज्यादा मूड में हो गई। मैंने जैसे ही उसे तेज तेज धक्के मारे मेरा वीर्य उसकी योनि के अंदर जा गिरा, वह  संतुष्ट हो गई। वह मुझे कहने लगी आज तो तुमने मेरी इच्छा पूरी कर दी लेकिन मेरा मन नहीं भरा था, मैंने उसकी बड़ी सी गांड को चाटा और जब मैंने उसकी योनि के अंदर अपने लंड को डाला तो वह चिल्ला रही थी। मैंने उसके साथ 10 मिनट तक संभोग किया और अपने वीर्य को मैंने उसके मुंह के अंदर डाला वह और भी खुश हो गई।