माया आंटी 40 साल की प्यारी और भोली औरत

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परिचय –  माया आंटी 40 साल की शादी शुदा औरत है, माया का फिगर बहुत सेक्सी है – बड़े स्तन , पतली कमर और मोटी चूतड़। माया बहुत प्यारी और भोली है, माया के पति का नाम राजेश है, राजेश एक सरकारी नौकरी करते है राजेश की उम्र 44 है। राजेश और माया दोनों उत्तरप्रदेश के एक छोटे से शहर में रहते है, दोनों की एक बेटी है जिसका नाम कविता है, कविता 18 साल की है, कविता बिल्कुल अपनी माँ जैसी खूबसूरत और सेक्सी है। माया की अपनी पड़ोसियों से बहुत अच्छी बनती है, माया का आना जाना सभी के घर होता रहता है और सभी माया को बहोत प्यार करते है।

कहानी की शुरुआत –  माया की बेटी 12th की पढाई कर रही है उसकी परीक्षा खत्म हुई और वो अपने नाना – नानी के घर छुट्टिया मनाने गयी है।
घर पर माया और उनके पति राजेश है राजेश सुबह काम पर 10 बजे चले जाते है और माया दूसरी औरतों की तरह घर पर अपने काम में लगी होती है। माया के घर की डोर बेल बजती है माया दरवाजा खोलती है, दरवाजे पर पड़ोस की सरला आयी हुई है सरला माया की बहुत अच्छी सहेली है। माया सरला को अंदर बुलाती है और बैठने के लिए बोलती है।

माया – सरला और बताओ कैसे आना हुआ ?
सरला – माया मेरी माँ की तबियत ख़राब है और मुझे अपनी पति से साथ अचानक जाना पड़ रहा है आने जाने में 3-4 दिन लग जायँगे। 
माया – सरला तुम जाओ यहाँ की फ़िक्र मत करो। 
सरला – लेकिन माया मेरे बेटे विक्की की कॉलेज की परीक्षा चल रही है, मैं अकेले मायका जा नहीं पाऊँगी और विक्की को हम लोग यहाँ अकेला छोड़ नहीं सकते।
माया – ठीक है सरला तुम विक्की को हमारे यहाँ छोड़ दो। कुछ दिन की बात है हम लोग उसका ख्याल रख लेंगे। 
सरला – हा माया मैं भी यही सोच कर तुमसे बात करने आयी थी, मेरे पति मोहन राजेश से बात कर लिए है राजेश पहले ही तैयार है, मैं तुमसे एक बार पूछना चाहती थी। 
माया – ठीक है सरला तुम विक्की को बोल देना वो हमारे यहाँ अपना सामान ले कर आ जायेगा। 
सरला – ठीक है माया मैं चलती है, माँ के घर पहुँच कर तुम्हे कॉल करुँगी।

सरला चली जाती है और माया अपने घर के काम में व्यस्त हो जाती है। 1 घंटे बाद माया के घर की डोर बेल फिर से बजती है। माया दरवाजा खोलती है।

माया – आओ विक्की बेटा
विक्की – हेलो माया आंटी कैसी हो आप ?
माया- मैं ठीक हूँ विक्की बेटा, तुम्हारे एग्जाम कैसे चल रहे है ?
विक्की – एग्जाम अच्छा जा रहा है आंटी जी। 
माया- आओ मैं तुम्हे तुम्हारा कमरा दिखा देती हूँ। 
विक्की माया के साथ जाता है और अपना सामान कमरे में रख देता है। 
माया – विक्की मैं खाना लगा लेती हूँ दोनों साथ में खाते है। 
विक्की – ठीक है आंटी मैं हाथ मुँह धो कर आता हूँ, आंटी बाथरूम कहा है ?
माया – बेटा घर में एक ही बाथरूम है आओ मैं दिखा देती हूँ।

विक्की बाथरूम चला जाता है और फ्रेश होने लगता है तभी उसकी नजर निचे पड़ती है। 
विक्की – अरे ये क्या है ? लगता है माया आंटी की ब्रा पेंटी है। आज पहले दिन ही खजाना हाथ लग गया। इसे उठा कर देखता हूँ सायद माया आंटी की चूत और चूचियों की खुशबू मिल जाये। उम्मम्मम्म क्या मस्त खुशबू है ब्रा की, पेंटी देखता हूँ – अरे वाह आंटी की पेंटी बड़ी सेक्सी। 
विक्की माया की ब्रा और पेंटी चूमने और सूंघने लगता है। विक्की 19 साल का जवान और शरारती लड़का है, विक्की मोहल्ले के दूसरे लड़कों की तरह माया का दीवाना है और माया के साथ होने का विक्की को ऐसा पहला सुनहरा अवसर मिला है।

माया – विक्की जल्दी से आओ खाना निकल गया है 
विक्की – हा आंटी आ गया , क्या बनाई हो आज खाने में बहोत अच्छी खुशबू आ रही है। 
माया – दाल, चावल, बैगन की सब्जी और रायता
विक्की और माया दोनों खाना खाते है उसके बाद माया विक्की को आराम करने को बोल कर किचन में बचा हुआ काम करने लगती है। विक्की अपने कमरे में चला जाता है।

विक्की- आज तो हीरा हाथ लग ही गया माया आंटी की पेंटी में उनकी चूत का एक बाल आज मेर हाथ लग ही गया। इसे सूंघ कर देखता हूँ, उम्मम्मम वाह क्या सुगंध है।

विक्की माया के चूत की एक बाल बड़ी मुस्कील से उसकी पेंटी से खोज कर निकाल लिया है और उसे सूंघ कर मजे ले रहा है, कभी वो उस चूत के बाल को मुँह में लेकर चूसता और कभी अपने लंड के टोपे को खोल कर उसके अंदर डाल लेता। ये सब विक्की के लिए बहोत ही मजेदार था। आप ये स्टोरी