माँ ने ताऊ का लंड कबूल किया

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हैल्लो दोस्तों, आज में आपको मेरी माँ की चुदाई की एक ऐसी कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जो मैंने अपनी  लाईफ में पहली बार देखी है। मेरी माँ एक गोरी सुंदर और लंबी महिला है, मेरी माँ मेरे पापा से संतुष्ट नहीं होती है और उनकी नजर एक ऐसे मर्द पर रहती थी, जो उनको पूरी तरह से संतुष्ट कर सके। अब इस काम के लिए एक आदमी था और वो थे मेरे दूर के ताऊ जिनकी उम्र तो लगभग 60 साल की होगी। अब में आपको उस दिन की ओर ले चलता हूँ। दोस्तों उस दिन घर पर सिर्फ़ दो लोग ही थे, में और माँ। फिर ताऊ शाम को मेरे घर पर आए और अब माँ उनको देखकर बहुत खुश थी। फिर माँ ने रात में खाना बनाया, तो मैंने ताऊ को खाना खिलाया। फिर इसके बाद में माँ के साथ खाना खाने के लिए बैठा, तो कुछ देर के बाद मैंने माँ की चूत देखी। तो मुझे लगा कि माँ जानबूझ कर दिखा रही है, क्योंकि मुझे ऐसा लगा और ये जानने के बाद कि उनकी चूत दिखाई दे रही है, फिर भी उन्होंने कोई कदम नहीं उठाया।

फिर खाना खाने के बाद माँ घर का काम ख़त्म करने के बाद नहाने चली गयी। फिर उसी समय लाईट चली गयी। फिर माँ नहाने के बाद सिर्फ़ पेंटी और ब्रा पहनकर बाथरूम से बाहर निकली और इसके बाद माँ एक छोटे से डिब्बे में सरसों का तेल लेकर बरामदे में लगी हुई बेड पर लेट गयी और अपने ऊपर एक चादर डाल लिया। फिर मैंने देखा कि माँ डिब्बे से तेल निकालकर अपने बदन पर लगा रही थी। फिर माँ ने मुझसे बाहर का दरवाजा बंद करने को कहा, तो जब में दरवाजा बंद करके चाभी रखने के लिए उस रूम में गया, तो वहाँ ताऊ सोए हुए थे। फिर मैंने देखा कि ताऊ भी अपने लंड को बाहर निकालकर अपने दोनों हाथों से सहला रहे थे और मुझे देखते ही ढक लिया और फिर मुझसे पूछा कि क्या कर रहे हो? तो में बोला कि में बाथरूम जा रहा हूँ और फिर मैंने बाथरूम में जाकर दरवाजे को थोड़ा सा ज़ोर से बंद किया।

फिर ताऊ उठकर माँ के पास आए और फिर उन्होंने माँ की चादर को हटाया और अपने एक हाथ में माँ के एक हाथ को पकड़कर उठाया और दूसरे हाथ में तेल का डिब्बा लेकर अपने रूम में लेकर चले गये।  फिर रूम में जाने के बाद उन्होंने डिब्बे को रखने के बाद माँ की ब्रा और पेंटी को खोलकर हटा दिया।  फिर उन्होंने जाकर दरवाजा बंद किया और इसके बाद उन्होंने अपना तौलिया भी उतार दिया, तो माँ की नजर उनके लंड पर चली गयी। अब माँ उनके लंड को और ताऊ माँ की चूत को देख रहे थे। फिर ताऊ  माँ के पास आ गये और पास आकर ताऊ ने माँ की दोनों जांघो के बीच में अपने लंड को घुसा दिया, तो माँ ने अपनी आँखें बंद कर ली।

अब ताऊ ने माँ को अपनी बाँहों में भरकर उठा लिया था और उनको लेकर बेड पर चढ़ गये और बेड पर चढ़कर उन्होंने माँ को बेड पर लेटा दिया और माँ की दोनों जाँघो पर बैठ गये। फिर ताऊ ने माँ की चूत को अपने दोनों हाथों से फैलाया। अब माँ थोड़ा सा विरोध कर रही थी, लेकिन उनके विरोध में उनकी हाँ साफ दिख रही थी। फिर ताऊ ने अपने लंड पर थोड़ा तेल लगाया और कुछ तेल माँ की चूत पर भी लगाया और इसके बाद ताऊ ने माँ की चूत पर अपना लंड सटाकर हल्का सा अपनी कमर को धक्का लगाया, तो माँ के मुँह से आहह की आवाज निकल गयी। अब में समझ गया था कि माँ की चूत में ताऊ  का लंड चला गया है। फिर ताऊ ने अपनी कमर को झटका देना शुरू किया और अब ताऊ जब-जब ज़ोर से झटका लगाते थे, तो माँ के मुँह से आआआअहह की आवाज सुनाई पड़ती थी। फिर कुछ देर के बाद जब ताऊ ने माँ की चूचीयों को मसलना शुरू किया, तो उनका जोश और बढ़ गया। अब एक तरफ ताऊ माँ की चूत में ज़ोर-जोर से झटके लगाने लगे थे, तो दूसरी तरफ माँ की चूचीयों को मसलने लगे थे।

फिर जब माँ की चूत में ताऊ का लंड आधे से ज़्यादा चला गया, तो माँ के मुँह से आआआहह नहीं,  आआईसस्स्स्सस्स, ससईइ, आअहह की आवाजे आने लगी। अब ताऊ ने माँ के होंठो को चूसना शुरू कर दिया था। फिर लभगग आधे घंटे तक चोदने के बाद ताऊ ने अपना वीर्य माँ की चूत में ही गिरा दिया और अब माँ बहुत ही खुश थी। फिर कुछ देर के बाद ताऊ ने अपना लंड बाहर निकाल लिया और माँ 5-10 मिनट तक चुपचाप लेटी रही और थोड़ी देर के बाद उठकर जाना चाहा। फिर ताऊ ने उनको रोक लिया और माँ से कहा कि कहाँ जा रही हो? यहीं सो जाओ और माँ को अपने पास लेटा दिया। फिर माँ भी उनके साथ ही सो गयी और फिर में भी सोने चला गया। फिर सुबह जब मेरी नींद खुली तो में फिर से उसी जगह पर गया, जहाँ से मैंने रात में माँ की चुदाई को देखा था। फिर जब में वहाँ पर गया तो मैंने देखा कि माँ और ताऊ एक दूसरे से चिपककर सोए हुए थे।

फिर अचानक से ताऊ की नींद खुली तो उन्होंने माँ की कमर पर से अपना हाथ हटाया। अब माँ भी जाग गयी थी। फिर ताऊ ने माँ के गाल पर एक चूमा लिया और माँ को दूसरी तरफ़ घूमने के लिए बोला,  तो माँ ने उनकी तरफ अपनी पीठ कर दी। फिर ताऊ उठकर बैठ गये और फिर उन्होंने डिब्बे में से तेल निकालकर माँ की गांड पर लगा दिया। अब माँ अपनी गर्दन पीछे करके सब देख रही थी। फिर ताऊ ने थोड़ा सा तेल निकालकर अपने लंड पर लगाया और थोड़ा तेल लगाने के बाद लेट गये और माँ की गांड पर अपना लंड रखा और अपनी कमर को पकड़कर एक जोरदार झटका मारा। फिर माँ के मुँह से आआह की आवाज़ निकलते ही में समझ गया कि माँ कि गांड में ताऊ का लंड चला गया है। फिर ताऊ ने अपनी कमर को हिलाना शुरू किया और कुछ ही देर में अपना पूरा लंड माँ की गांड में घुसा दिया। फिर ताऊ माँ की गांड को लगभग 10 मिनट तक मारने के बाद जब धीरे-धीरे शांत पड़ गये, तो में समझ गया कि माँ की गांड में ताऊ का वीर्य गिर गया है। दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।

फिर थोड़ी देर के बाद ताऊ ने अपने लंड को बाहर निकाल लिया और सिगरेट पीने के बाद उठकर अपनी लुंगी पहनकर बाहर पेशाब करने चले गये और फिर पेशाब करके जब वो वापस रूम में गये, तो माँ उसी तरह लेटी हुई थी। फिर ताऊ ने दरवाजा बंद करने के बाद अपनी लुंगी को खोलकर अलग कर दिया और बेड पर जाने के बाद माँ को सीधा करके माँ की जाँघ पर बैठ गये और माँ के दोनों पैरो को थोड़ा सा फैला दिया, क्योंकि माँ ने अपने दोनों पैरो को पूरा चिपका रखा था। फिर ताऊ ने माँ की चूत को देखा और डिब्बे में से थोड़ा तेल लेकर माँ की चूत पर लगाया और इसके बाद अपने लंड पर भी थोड़ा तेल लगाया और तेल लगाते समय माँ से पूछा कि पेशाब नहीं करोगी? तो माँ ने अपनी गर्दन हिलाकर कहा कि  नहीं। फिर ताऊ ने जैसे ही अपने लंड को माँ की चूत के ऊपर सटाया तो माँ ने अपने दोनों हाथों से अपनी चूत को फैला दिया। अब ताऊ ने अपने लंड के अगले भाग को माँ की चूत में डाल दिया था और माँ की चूचीयों को पकड़कर एक जोरदार झटके के साथ अपने लंड को पूरा अंदर घुसा दिया। फिर माँ के मुँह से आअहह, ऊफफफफ्फ, थोड़ा धीरे-धीरे, आआअहह कर रही थी। अब ताऊ पर उनकी इस बात का कोई असर नहीं हो रहा था और अब वो हर 4-5 छोटे-छोटे झटके देने के बाद एक ज़ोर का झटका दे रहे थे।

फिर जब उनका लंड आधे से ज़्यादा अंदर चला गया, तो माँ ने ताऊ से कहा कि अब और अंदर नहीं डालना वरना मेरी चूत फट जाएगी। फिर ताऊ ने कहा कि अभी तो आधा बाहर ही है, तो माँ ने यह समझ लिया कि आज उनकी गोरी चूत फटने वाली है। अब ताऊ माँ की हर कोशिश को नाकाम करते हुए अपने लंड को माँ की चूत के अंदर ले जा रहे थे। फिर माँ ने जब देखा कि अब बर्दाश्त से बाहर हो रहा है तो उन्होंने ताऊ से कहा कि में आपसे बहुत छोटी हूँ आअहह प्लीज, आअहह नहीं, उईईईईई आअहह। अब ताऊ ने लगातार कई जोरदार झटके मारकर अपने पूरे लंड को माँ की चूत में घुसा दिया था और माँ की चूचीयों को मसल रहे थे। अब माँ को भी मज़ा आने लगा था और शायद माँ को इसी का इंतजार था। फिर ताऊ ने अपने लंड को माँ की चूत में पूरी तरह से सटा दिया और इस तरह से उन्होंने पूरे 35 मिनट तक माँ की लगातार चुदाई की। फिर इसके बाद माँ और ताऊ शांत पड़ गये, तो तब में समझ गया कि माँ की चूत में ताऊ का वीर्य गिर गया है, अब वो दोनों पूरी तरह से थक चुके थे। फिर ताऊ ने अपने लंड को बाहर निकाल दिया और माँ के बगल में लेट गये। फिर थोड़ी देर के बाद माँ ने भी उठकर अपनी पेंटी ब्रा पहनी और दरवाजा खोलकर बाथरूम में चली गयी ।।