मैं बचपन से ही एक प्रतिभाशाली लड़की थी मेरा नाम आकांक्षा है। सभी लोगों को मुझसे बड़ी उम्मीदें थी और मैं उन सबकी उम्मीदों पर खरा भी उतर रही थी। बचपन से ही मेरे स्कूल में जितने भी कंपटीशन होते थे सब मैं प्राइज मुझे ही मिलता था। मेरे दादा दादी लोग मम्मी पापा सभी लोग मुझसे बहुत खुश थे।और वह मेरे लिए पता नहीं क्या-क्या लेकर आते रहते थे। जैसे-जैसे मैं थोड़ा बड़ी होती गई मेरा योवन निखरता चला गया मैं बहुत सुंदर होती चली गई। जब मैं 16 साल की थी तो मुझ पर मेरे मोहल्ले के कई अंकल लाइन मारा करते थे। मुझे सब के बारे में मालूम था पर मैं कुछ नहीं कहती थी। उसके बाद हमारे घर पर एक अंकल आए और वह कहने लगे आकांक्षा बहुत अच्छी एक्टिंग करती है इसको हीरोइन बनाने के लिए क्यों नहीं भेजते। मेरे घरवाले कहने लगे अभी बहुत छोटी है। इसको हम अभी नहीं भेज सकते थोड़ा बड़ी हो जाएगी तो फिर तब देखेंगे।
थोड़े समय बाद मैंने स्कूल भी कंप्लीट कर दिया। अब मैं कॉलेज में आ चुकी थी। कॉलेज में एक लड़का था हमारे साथ उसके अंकल ऐड शूट करवाया करते थे। तो उन्होंने मुझे एक बार उस लड़के के साथ देखा था। उन्होंने मुझे ऐड के लिए ऑफर किया मैंने घर में पूछा और उन्होंने हां कर दी। मैने वह ऐड किया जिसका मुझे अच्छा पैसा भी मिला मुझे लगने लगा था। कि इन सब में अच्छा पैसा है तो अब मैं यही काम करूंगी। लेकिन मुझे सच्चाई के बारे में नहीं पता था यह तो सिर्फ हाथी के दांत हैं दिखाने के असलियत कुछ और ही थी। उन्हें अंकल ने मुझे दोबारा दूसरे ऐड के लिए कहा इस बार मैं ऐड करने के लिए उनके स्टूडियो पहुंची। अंकल खड़े थे और उन्होंने मुझे एक व्यक्ति से मिलाया उन्होंने कहा बेटा यही है जो इस ऐड को शूट करवा रहे हैं। उन्होंने मुझे हाथ मिलाया और अपनी नजरों से देखा मैं समझ गई थी कि इनकी नजरों में कुछ गलत तो है। शायद कुछ गंदा था इस एड मैं उन्होंने मुझे बिकनी पहनाई और मुझसे ऐड शूट करवाया। जैसे ही ऐड खत्म हुआ जो अंकल वहां ऐड करवा रहे थे। उन्होंने मुझे अपने कमरे में बुलाया। मैं कमरे में गई मैंने देखा वह अंकल वहां पर बैठे हुए हैं। अब वह मुझसे बात करने लगे और कहने लगे तुम इतनी खूबसूरत हो मैं तुम्हें लेकर और भी कुछ बनाना चाहता हूं। इसके लिए तुम्हें मेरा एक काम करना होगा मुझे भी कुछ बड़ा करना था अपनी जिंदगी में तो मैंने कहा ठीक है क्या करना होगा। तो उन्होंने कहा मेरे साथ तुम्हें एक रात के लिए सोना होगा।
जैसे कि हमारी बात हो गई थी। तो उन्होंने एक होटल का कमरा बुक करवा रखा था। मैं उस होटल में गई मैं अच्छे से सोच कर गई थी। वह हम अंकल भी वहां पर बैठे हुए थे। उन अंकल ने मुझसे कहा आओ बैठो मेरे पास आ जाओ। ऐसा कहते हुए उन्होंने मुझे अपनी गोद में बैठा लिया। गोद में उन्होंने बैठाया तो वह मुझे जगह जगह किस करने लगे। जो कि मुझे पहले तो अच्छा नहीं लग रहा था। पर अब मस्ती मुझे भी चढ़ने लगी थी। इस वजह से यह सब अच्छा लगने लगा था। अब उन्होंने मेरे होठों को अपने हाथ में लेकर किस करना शुरू कर दिया। जैसे जैसे वह किस करते जाते हैं मुझे अच्छा लगता जाता। वह मुझसे पूछने लगे क्या तुमने कभी सेक्स किया है। मैंने उनसे कहा है इस बात छोड़ो आप अपना काम करो। उन्होंने भी मेरे हाथ मैं अपना लंड पकड़ा दिया। उनका लंड बहुत बड़ा और काला था देखने में तो अच्छा नहीं था। पर था बहुत ज्यादा सख्त और कड़क मैं उसको अपने हाथों से हिलाने लगी। उनका लंड बड़ा होता गया। उन्होंने मुझे कहा इसको अपने मुंह में ले लो। मैंने उस उनके काले से लंड को अपने मुंह में ले लिया और उसको अच्छे से चूसने लगी। वह भी मेरे मुंह में अपने लंड को घुसाते जाते और बाहर निकालते जाते। उन्होंने मुझे मुझसे अच्छे से ओरल सेक्स करवाया। वह काफी पुराने खिलाड़ी थे लगता है ओरल सेक्स के मामले में पूरे अंदर तक डालते लंड को और फिर बाहर निकाल देते। ऐसा करते-करते काफी देर हो गई थी। और उनको भी मज़ा आने लगा था। शायद मुझे भी मजा आ रहा था। यह सब करने में उसके बाद उन्होंने मुझे कहा अपने सारे कपड़े उतार दो। और मेरे सामने खड़ी हो जाओ। मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिए और उनके सामने जाकर खड़ी हो गई।
उन्होंने मुझसे कहा अब तुम डांस करो। मैं डांस करने लगी और वह देखने लगे मेरे स्तन हिलते जा रहे थे और उन्हें मजा आ रहा था। ऐसा करने के बाद उन्होंने मुझे अपने पास बुलाया और मुझे बिस्तर पर लेटा दिया बिस्तर पर लेटाने के बाद उन्होंने मेरी योनि को चाटना शुरू कर दिया। जिससे मेरे शरीर में भी गर्मी पैदा हो गई और मुझे भी अच्छा लगने लगा।जब वह अपने जीभ से मेरी योनि पर चाटते तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता। मुझे ऐसा लगता जैसे मानो मुझे दुनिया की सबसे ज्यादा खुशी मिल रही हो और मैं पागल होती गई जब जब ऐसा कर रहे थे। उसने बहुत देर तक ऐसा किया और शायद मेरा झड भी गया मेरा झडने के बाद उन्होंने मेरे स्तन को चूसना शुरू कर दिया। वह मेरे स्तनों से अपनी प्यास बुझाने लगे। उन्होंने मेरे स्तनों का रसपान बहुत ही अच्छे से किया उन्होंने मेरा दूध बहुत अच्छे से पिया। ऐसा करने के बाद वह मेरे ऊपर से लेट गए और उन्होंने अपने लंड को मेरी चूत से सटा दिया। धीरे-धीरे वह मेरी योनि में अपने लंड को प्रवेश करवाते चले गए। बहुत धीरे धीरे मेरी योनि में उनका लंड प्रवेश करता चला गया। जैसे ही वह पूरा अंदर गया तो मानो मैं सातवें आसमान पर पहुंच गई। मुझे इतना अच्छा लगने लगा था। अब वह धीरे से उसे बाहर निकालते और कभी अंदर करते पहले तो वह धीरे-धीरे कर रहे थे। उसके बाद उन्होंने काफी तेजी पकड़ ली मेरा तो पहले ही झड चुका था। इसलिए मुझ में हिम्मत नहीं बची थी। लेकिन उनका नहीं झड़ा था। इसलिए वह अच्छे से करते जा रहे थे अब उन्होंने काफी स्पीड पकड़ ली और बड़ी तेजी से करने लगे। इतनी तेजी से कर रहे थे कि मानो ऐसा लग रहा था जैसे भूकंप आ गया हो मेरे स्तन और गांड दोनों ही बड़ी तेज तेज हिल रही थी। अब थोड़े समय बाद उनका भी गिरने वाला था और उन्होंने मेरे पेट पर पूरा वीर्य गिरा दिया। वह बहुत ज्यादा था जिससे मेरा पूरा पेट गिला हो गया। अब उनकी शांति हुई और वह सो गए मैं भी उनके साथ ही सो गई। सुबह जब हम लोग उठे तो उन्होंने मुझे पैसे दिए और कहने लगे ठीक है। मैं तुम्हारा काम करवा दूंगा। तुम्हें लेकर अगली ऐड शूट करवाता हूं। मैं वह पैसे देख कर खुश हो गई। अपने घर चली गई उसके बाद मैंने उनका ऐड शूट भी किया।
लेकिन उसके बाद मुझे मालूम पड़ा कि हर ऐड छूट मुझे सबके साथ सो कर ही मिलने वाला है। उसके बिना मुझे ऐड नहीं मिलने वाले तो मैं सबके साथ सोने लगी। वह लोग मुझे पैसा भी देते और काम भी इस तरीके से मैं पैसे भी कमाती और सबको खुश भी करती जैसे-जैसे मेरा जीवन थोड़ा ढलता गया। तो मेरे पास काम की भी कमी होने लगी।
अब मेरे पास सिवाय एक कॉल गर्ल बनने के कुछ और चारा नहीं था। तो मैंने यह फैसला कर लिया कि मैं अब एक कॉल गर्ल बन जाउंगी। उसके बाद मैं एक कॉल गर्ल बन गई और शहर में मशहूर होती चली गई। मेरे पास ग्राहकों की कोई कमी नहीं थी। मेरे पास एक से बढ़कर एक ग्राहक आते थे और मुझे अच्छा खासा पैसा देते थे क्योंकि मुझ में अभी भी रस बचा हुआ था। और मैं सबको अच्छे से खुश करती थी। इसी वजह से सब लोग मेरे से खुश रहते थे और वह मेरे पास ही आते थे। वह मेरे परमानेंट ग्राहक थे। कभी-कभी कुछ बड़े लोग भी आ जाते थे। जो मुझे कुछ काम भी दिलवा देते थे। मैं उनके काम भी करती थी उनसे चुदती भी इससे मुझे अच्छा भी लगता था और पैसे भी मिल जाया करते थे। धीरे-धीरे मेरी जवानी भी ढलती चली गई मेरी उम्र थोड़ा हो चुकी है पर फिर भी मेरी भारी मांग बनी हुई है। मैं सबको अच्छे से ओरल सेक्स देती हूं। जैसा वह चाहते हैं उसी तरीके से मैं करती हूं। अब मैं अपनी गांड भी मरवाती हूं क्योंकि मेरी गांड बहुत टाइट है। तो मुझे उसकी भी अच्छे खासे पैसे मिल जाते हैं।