सुन रहे हो पानी मीठा है चूत का

HOT Free XXX Hindi Kahani

दोस्तों मेरा नाम समीर है। मेरी उम्र 25 साल की है। मेरे घर पर सब मुझे बड़ा ही प्यार करते हैं। सब लोग मुझे बहुत चाहते हैं क्योंकि घर में सबसे छोटा हूं। इसी वजह से सब लोग मुझे हर चीज के लिए पूछते रहते हैं। हमारी बहुत ही बड़ी फैमिली है। जिसमें कि मेरे दादा लोग चाची मेरे माता-पिता सब लोग रहते हैं। वह सब मुझे किसी न किसी तरीके से ही बस अपने पास रखना चाहते हैं। सभी चाहते हैं कि मैं उनके पास रहूं। लेकिन मैं इधर उधर ही रहता हूं।

मेरी पड़ोस में ही है गर्लफ्रेंड भी है। जिसे मैं कभी-कभी अपने घर पर बुला लेता हूं और उसे बहुत चाहता हूं। मेरे घर वालों ने मुझे कई बार उसके साथ देख लिया है। लेकिन वह कुछ बोलते नहीं है। मेरी चाची को उससे आपत्ति है। वह बीच में हमेशा अपनी टांग अड़ा देती है और ना जाने क्यों मेरी गर्लफ्रेंड को घर पर आने से मना करती है। जब वह आ भी जाती है। तो वह अपना मुंह बिगाड़ देती है। ना जाने ऐसी क्या समस्या है मेरी चाची को मुझसे लेकिन फिर भी मैं उन्हें कुछ नहीं बोलता।

मेरे चाचा बहुत ही ज्यादा शराब पीते हैं और वह जब भी आते हैं तो हमेशा नशे में ही रहते हैं। इसलिए मेरी चाची उन्हें ज्यादा पसंद नहीं करती है। एक दिन मैं अपनी चाची के साथ बैठा हुआ था। मैंने उनसे पूछ लिया चाची आप क्या मेरी गर्लफ्रेंड से नफरत करते हो या फिर तुम चाहती ही नहीं हो कि वह हमारे घर पर आए।

उन्होंने मुझे बोला ऐसी कोई बात नहीं है। लेकिन वह अच्छी लड़की नहीं है। इसलिए मुझे उसे दिक्कत होती है मैंने उसे पहले भी बाहर कई लड़कों के साथ देखा है। मैंने अपनी चाची से कहा मैं तो उसके साथ सेक्स करता हूं। और मुझे बहुत अच्छी लगती है वह मेरी सेक्स की पूर्ति करती है इसलिए मैं उसके साथ भी रहता हूं और उसे प्यार भी करता हूं। मेरी चाची ने बोला तुम्हारे साथ जो सेक्स करेगा तुम उसी से प्यार करोगे। मैंने कहा ऐसी कोई बात नहीं है। मेरे साथ तुम सेक्स करो मैं भी तुम्हारे से प्यार करने लगूगी। मैंने अपनी चाची को बोला ठीक है क्या आप मेरे साथ सेक्स करेंगे। वो कहने लगी हां क्योंकि मेरे अंदर भी सेक्स की भूख है।

हमें कभी समय ही नहीं मिल पाता था। एक दिन मैं अपने गर्लफ्रेंड को घर पर ले आया और अपने कमरे में बैठा हुआ था। मेरे पैरों पर वह सिर लगा कर बैठी हुई थी। मैंने उसे अपनी गोद में बैठा दिया। जैसे ही वह मेरी गोद में बैठी तो मैंने उसकी सलवार को थोड़ा सा नीचे कर दिया और अपने लंड को बाहर निकाल कर उसकी योनि में डाल दिया। बैठे-बैठे ही उसे मैं शॉट मारने लगा। थोड़ी देर बाद मैंने उसे खड़ा कर दिया और दीवार पर चिपका कर उसको चोदने लगा। मुझे बहुत मजा आ रहा था। तभी मेरी चाची ने मुझे देख लिया और वह मेरे कमरे में आ गई। मेरी गर्लफ्रेंड ने जल्दी से अपना सलवार ऊपर किया और वहां से चली गई क्योंकि उसे भी शर्म हो गई थी।

मेरी चाची ने उस समय कुछ नहीं बोला लेकिन एक दिन उन्होंने मुझे कहा तुम अपनी गर्लफ्रेंड को तो बड़े अच्छे से चोद रहे थे। मुझे यह देखकर बहुत ही मजा आया क्या तुम मेरे साथ भी ऐसा करोगे। मैंने उन्हें कहा क्यों नहीं चाची आपकी तो बहुत बड़ी गांड है। मै तो तुम्हें बहुत अच्छे से चोदूंगा वो कहने लगी लेकिन हम लोग कैसे करेंगे तुम बताओ। मैंने उन्हें कहा यह आप देख लो। आप ज्यादा घर में ही रहते हो। वह कहने लगी ठीक है तुम मेरी चूत की प्यास बुझा दो क्योंकि तुम्हारे चाचा मेरे साथ कुछ भी नहीं करते हैं। मैं बहुत ही परेशान हो गई हूं। तुम मुझे भी वैसे ही चोदना जैसे तुमने अपनी गर्लफ्रेंड को चोदा।

मैंने कहा कि उससे भी अच्छी तरीके से करूंगा क्योंकि आप भी बहुत ही एक्सपीरियंस खिलाड़ी हैं। मैं आपको बिल्कुल भी नहीं छोड़ूंगा। उसके बाद मेरी चाची ने मुझे पकड़ लिया और मेरी छाती पर अपने हाथ फेरने लगी। मेरा लंड पकड़ लिया। उसको जोर से दबाने लगी और कहने लगी तेरा तो बहुत ही कड़क है और बड़ा भी बहुत है।

मैंने कहा हां चाची बहुत बडा है मेरा अभी जब मैं तुम्हें दिखाऊंगा। तो तुम्हें पता चलेगा कितना बड़ा है। मेरी चाची मुझे बाथरूम में बुला लेती और मैं अपने हाथ उसके नंगे बदन पर फेरता। कभी-कभी तो उसकी योनि में उंगली भी डाल देता। जिससे उसका पानी पूरा निकल जाता। अब वह बहुत तड़पने लगी मेरे लिए लेकिन हमें ऐसा मौका कभी मिल नहीं पा रहा था। जब वह अच्छे से मेरे साथ सेक्स कर सके। मैं भी अब चाहने लगा था कि मैं चाची की बड़ी-बड़ी गांड को अपने हाथों से पकड़ लूं उसे चोदूं। लेकिन ना जाने क्यों ऐसा कोई मौका ही नहीं बन पा रहा था। जिससे कि हम दोनों आपस में ऐसा करें ।

एक दिन रात को मैं अपने कमरे में बैठा हुआ था। तभी मेरी चाची ने मुझे आवाज़ लगाई। मुझे बुलाया और कहने लगी टॉयलेट में आ जाओ क्योंकि हमारी टॉयलेट पीछे की तरफ थी। तो हम लोग वहां पर चले गए। मैं अपनी चाची के पीछे पीछे चला गया। चाची में टॉयलेट का दरवाजा बंद कर दिया। मेरी चाची ने मुझे कहा अपना लंड़ दिखा मैंने अपने पेंट को नीचे करते हुए अपना लंड़ दिखाया। मेरी चाची ने कहा तेरा तो बहुत ही मोटा है। मुझे बहुत मजा आएगा तेरे साथ सेक्स करने में ऐसा कहते कहते मेरी चाची मेरे लंड़ को हिलाने लगी और धीरे से अपनी जीभ को मेरे लंड़ के मुंह पर लगा लिया। उन्होंने काफी देर तक मेरे लंड़ चुसा और अपने मुंह में लेने लगी। और कहती तेरा तो बहुत ही अच्छा है। इसे मैं बहुत अच्छे से चुसूगी। मैंने भी उसके मुंह में अंदर तक घुसा दिया। उसके गले तक अंदर तक जाता फिर मैं बाहर निकालता। मैं अपने लंड़ को अंदर डालता उसका बाहर निकालता। ऐसा करना मे मुझे भी अच्छा लग रहा था। मेरी चाची को भी बहुत मजा आ रहा था। उसने मेरे पूरा अंदर तक ले लिया और मेरे अंडों को भी दबा दिया। अब वह मेरे अंडों को भी अपने मुंह में लेकर चूसने लगी। जैसे ही वह ऐसे करती तो मुझे काफी अच्छा लगता। अब मेरी सेक्स की भूख बढ़ने लगी थी। मैंने भी अपनी चाची के सलवार उतार दी और उसकी योनि को चाटना लगा। उसकी योनि थोड़ी सी मोटी थी लेकिन मुझे काफी अच्छा लगा। उसमें थोड़े थोड़े बाल भी थे। मैंने अपनी चाची से कहा तुमने अपने बाल नहीं काटे हैं। वह कहने लगी समय ही नहीं मिल पाता है काम से, मैंने कहा कोई बात नहीं मुझे बाल वाली चूत अच्छी लगती है। मेरी चाची के भी चूत से पानी छूटने लगा।

मैं उस पानी को अच्छे से चाट लेता और उसकी चूत में उंगली करने लगा। मैंने उंगली पूरी अंदर तक घुस दी। वह कहती थोड़ा तेज तेज करो। ऐसा करते करते उसका एक बार झड़ गया। लेकिन वह पुरानी खिलाड़ी थी। उसका एक बर मे होने वाला नहीं था। अगर मैं ऐसा नहीं करता तो वह मुझे धो देती। अब मैंने उसके स्तनों को चूसना शुरू किया उसके सूट को उतार दिया और उसके स्तनों को दबाने लगा। जो की बहुत ही बड़े-बड़े थे। मैंने बड़े स्तन अपने जीवन में पहली बार हाथ से पकड़े थे। जैसे ही उसके स्तनों को चुसा करता। वह बहुत जोर से चिल्लाती और कहती मुझे सबसे ज्यादा मजा मेरे स्तनों को जब कोई चुसता है तब आता है। मैं उसे कहने लगा अब तो मैं छोड़ने वाला नहीं हूं। मैंने उसके निप्पल को भी काटना शुरु कर दिया और अच्छे से चूसने लगा। उसके चूचो को चूसते चूसते थोड़ी देर बाद वह पूरे मूड में आ गई और कहने लगी मुझे चोदो।  मैंने उससे घोड़ी बना दिया और अपने कड़क लौंडे को उसकी योनि में घुसाना शुरू किया। मैंने अपना लंड उसकी योनि में घुसया वह कहने लगी मुझे बड़ा मजा आ रहा है। पता नहीं कितने वर्षों बाद मेरी ऐसी  भूख मीटी है। वो काफी खुश होने लगी। मैंने उसकी बड़ी सी गांड को अपने दोनों हाथों से पकड़ लिया और उसको बड़ी तेज से धक्के मारने लगा। जैसे-जैसे में धक्का मारता रहता। उसके चूतड़ों से आवाज निकलती जो आवाज मेरे कानों में जाती तो मेरा सेक्स बढता  और जोश चढ़ जाता। अब मैंने इतनी तेजी से झटके मारने शुरू किए कि उसका पूरा बदन हिलने लगा। मैंने उसकी चूत को भोसड़ा बना दिया। वह मुझे कहने लगी तुमने तो मुझे आज अच्छा से रगड़ दिया। कुछ समय बाद मेरा झड़ने को हो गया। मैंने अपनी चाची के भूखी चूत में ही डाल दिया अपना माल जैसे ही मेरा माल मेरी  चाची की चूत के अंदर गिरा। वह कहने लगी तूने मेरी बरसो की प्यास बुझा दी। अब हम दोनों ने अपने कपड़े पहने। धीरे से वहां से बाहर निकल आएं और अपने अपने कमरे में चले गए।