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बस में मिली भाभी का दुःख दूर किया
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नमस्कार दोस्तों मेरा नाम लव है और में चंडीगढ़  का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 25 साल है  ये मेरी पहली कहानी है आज जो कहानी मैं आपके लिए लेकर आया हूँ वो मेरी सच्ची कहानी है मुझे आशा है की ये आपको अच्छी लगेगी | अब मैं आपको ज्यादा इन्तजार ना करते हुए सीधे कहानी पर ले चलता हूँ |

मैं दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में काम करता हूँ | एक दिन की बात है मुझे अपने ऑफिस के किसी जरूरी काम से लखनऊ जाना था | मैंने बस से जाने के लिए फैसला किया | मैं बस अड्डे पर पहुंचा तो वहां कोई बस नहीं थी | मैंने पूछताछ पर जाकर पता किया तोवहां से मुझे पता चला की बस 1 घंटे बाद मिलेगी मैं खड़ा होकर बस का इन्तजार कर रहा था | मैंने देखा की पड़ोस में ही एक बहुत ही खूबसूरत भाभी खड़ी थी जो मुझे ही देखे जा रही थी | उनकी उम्र करीब 28 साल होगी और उनका फिगर 34-30-36 होगा | वो मुझे चुपके से देख रही थी पर मैंने उनपर ज्यादा ध्यान नहीं दिया | मैं अपनी बस का इन्तजार चुपचाप करने लगा थोड़ी देर बाद बस आ गयी सब लोग जल्दी जल्दी चढ़ने लगे पर मैं इतनी भीड़ में नहीं चढ़ा मैं खड़ा सबके चढ़ जाने का इन्तजार कर रहा था | जब सब लोग चढ़ गए तो मैं भी बस में घुसा और सीट ढूँढने लगा पर बस की सभी सीटे फुल हो चुकी थी | तभी मुझे लगा की जैसे मुझे कोई आवाज दे रहा हो मैंने पीछे मुड कर देखा तो वो भाभी जो मुझे बाहर कड़ी घूर रही थी उन्होंने मुझे अपने पास बुलाया | उन्होंने मेरे लिए एक सीट ले रखी थी मैं उनके पास जाकर बैठ गया | मैंने उनको धन्यवाद कहा तो वो कहने लगी इसमें धन्यवाद की क्या बात है |

हम दोनों आपस में बातें करने लगे उन्होंने मेरा नाम पूछा तो मैंने अपना नाम लव बताया | फिर मैंने भी उनका नाम पूछा तो उन्होंने अपना नाम कीर्ति बताया | मैंने उनसे पूछा की आप कहाँ जा रही है तो उन्होंने बताया की लखनऊ में उनकी एक बहन रहती है और वो उन्ही से मिलने जा रही है | उन्होंने मुझसे पुछा की तुम कहाँ जा रहे हो मैंने भी उनको बताया की मैं अपने ऑफिस के काम से लखनऊ जा रहा हूँ | वो मुझसे पूछने लगी की तुम्हारे घर में कौन-कौन है मैंने बताया की मम्मी-और पापा और मैं हम तीन लोग ही है | उन्होंने मुझसे पूछा की तुम्हारी अभी तक शादी नहीं हुई मैंने कह की जी नहीं मैंने अभी तक शादी के बारे में सोंचा नहीं | फिर वो मुझसे कहने लगी की तुम्हारी गर्लफ्रेंड तो जरूर होगी | मैंने बताया की मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है और मैं अभी तक सिंगल हूँ | उनको मुझपे विश्वास नहीं हो रहा था उन्होंने कहा मैं मान ही नहीं सकती की तुम जैसे हैण्डसम लड़के की कोई गर्लफ्रेंड नहीं होगी | मैंने कहा सच में कसम से मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है तब जाकर उनको मुझपे विश्वास हुआ |

मैंने उनसे पूछा की आपकी फैमिली में कौन-कौन है तो उन्होंने बताया की उनकी फैमिली में सिर्फ वो और उनके पति है और उनकी सास और ससुर गाँव में ही रहते है | उन्होंने बताया की उनके पति दिल्ली में एक सरकारी नौकर है | मैंने उनसे पुछा की आपके बच्चे नहीं है | मेरी ये बात पूछने पर वो उदास हो गयी उन्होंने कहा की अभी तक उनके बच्चे नहीं हुए है | फिर थोड़ी देर बाद एक जगह बस रुकी मैं उतरा और पानी की बोतल लेने चला गया | मैंने वहां से समोसे भी लिए और मैं वापस बस में आकर बैठ गया मैंने समोसे भाभी से लेने को कहा वो मन करने लगी | पर मैंने समोसा उठाया और उनको देने लगा | समोसा देते समय मेरा हाँथ उनकी चूचियों पर लगा गया पर उन्होंने कुछ नहीं कहा और मेरी तरफ देखकर मुस्कुराने लगी  | मैंने फिर उनको दूसरा समोसा देने के बहाने उनके बूब्स में जानबूझकर हाँथ लगा दिया | वो कुछ नहीं कह रही थी फिर मैंने पानी की बोतल उनकी तरफ बढाई और उनके बूब्स पर जानबूझकर थोडा सा पानी गिरा दिया | उनका ब्लाउस भीग गया और मैंने उनसे सॉरी बोला | उन्होंने कहा कोई बात नहीं धोखा तो किसी से हो सकता है और फिर वो अपना साडी का पल्लू हटा कर रुमाल दे अपने बूब्स को पोछने लगी | उनके बूब्स बहुत ही मस्त लग रहे थे | उनकी बूब्स की घुन्डियाँ ठंडा पानी गिरने के कारण कड़ी हो गयी थी और साफ़ नजर आने लगी थी | मेरा लंड खड़ा होने लगा था मैंने बड़ी मुश्किल से उसको सम्हाला |

मैंने धीरे से अपना हाँथ उनकी जांघ पर रख दिया उन्होंने कुछ नहीं कहा फिर मैं उनकी जांघ को सहलाने लगा | उन्होंने अपना हाँथ मेरे लंड पर रख दिया और सहलाने लगी मुझे बहुत ही मजा आ रहा था | मैंने अपना हाँथ उनकी चूत की तरफ बढाया और उनकी चूत को साडी के ऊपर से सहलाने लगा | कुछ देर हम लोग ये सब करते रहे फिर उन्होंने मुझसे मेरा नंबर माँगा | मैंने उनको अपना नंबर बताया और उनका नबर भी अपने मोबाइल में सेव कर लिया | हम लोग अपनी मंजिल पर  पहुँच गए थे | हम दोनों बस से उतर गए और उन्होंने मुझे देखकर एक प्यारी सी स्माइल की और फिर हम दोनों अलग हो गए | वो चली गयी और मैं भी अपने काम के लिए निकल पड़ा मैंने अपना काम निपटाया और फिर मैंने एक होटल में रूम लिया | रूम में पहुंचकर मैंने खाना आर्डर किया क्यूंकि बहुत भूंख लगी थी | रूम सर्विस से खाना मैंने रूम में ही मंगा लिया और फिर मैंने खाना खाया | जब मैंने खाना ख़तम कर लिया तो मैंने सोंचा की चलो अब भाभी को फोन लगाते है मैंने उनको फोन लगाया | उन्होंने फोन उठाया और कहने लगी बहुत देर में याद आई मेरी | मैंने कह नहीं कीर्ति जी बस अभी मीटिंग से वापस आया हूँ | उन्होंने कहा खैर कोई बात नहीं कैसी रही मीटिंग | मैंने कहा की डील फ़ाइनल हो गयी तो उन्होंने मुझसे कहा की अब क्या प्लान है | मैंने उनसे कहा की आज तो मैं वापस जाऊंगा नहीं मैंने होटल में रूम ले लिया है और कल निकलूंगा | मैंने उनसे कहा की क्या आज हम मिल सकते है तो उन्होंने कहा की इतनी बेसब्री ठीक नहीं है | मैंने कहा की मुझसे बर्दास्त नहीं हो रहा है तो उन्होंने कहा की सब्र रखो और तुम कल दिल्ली चलो मैं तुमको वहीँ मिलूंगी | मैंने कहा की कब उन्होंने कहा की वो मै वक्त आने पर बता दूँगी | फिर हम दोनों ने फोन सेक्स किया और खुद को शांत किया | मैं अगले दिन दिल्ली वापस चला आया हम दोनों की रोज बात होने लगी |

चार दिन बाद उनका फोन आया उन्होंने कहा की जान तुम्हारी इन्तजार की घड़ियाँ घतम हो गयी और आज मैं तुमको 8 बजे मिलूंगी | मैं ख़ुशी से पाकल होने लगा | मैंने उनसे कहा की हम कहाँ मिल रहे हैं उन्होंने मुझसे कहा की तुम मेरे घर ही चले आना क्यूंकि मरे पति दो दिन के लिए कोलकाता गए हुए है | मैंने कहा ठीक है मैंने उनसे पूछा की आप शराब पीती है | उन्होंने कहा क्यूँ नहीं मैंने उनके लिए एक वाइन की बोतल खरीदी और मैं उनके घर पहुंचा | उन्होंने दरवाजा खोला क्या मस्त लग रही थी नाइटी में मैंने उनको वाइन की बोतल पकड़ा दी | उन्होंने मुझसे बैठने को कहा फिर हम दोनों ने बैठकर पहले वाइन पी फिर उन्होंने मेरे लिए खाना बनाया था | हम दोनों ने खाना खाया और फिर हम दोनों बैठकर टीवी देखने लगे | मैंने सोंचा की मैं ही पहल करता हूँ मैंने उनको बाँहों में भर लिया और उनकी गर्दन पर किस करने लगा | वो भी मेरे लंड को पैंट के ऊपर से सहलाने लगी | मैंने उनको गोद में उठा लिया और उनको बेड पर ले जाकर लिटा दिया मैंने एक – करके उनके सारे कपडे निकाल दिए और उनको नंगी कर दिया | उन्होंने ने भी मेरी पैंट को निकाल दिया और मेरे लंड को निकाल कर सहलाने लगी | अब हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गये वो मेरे लंड को चूसने लगी और मैं उनकी चूत के दानो को अपनी जीभ से सहलाने लगा | वो मदहोश होने लगी और अपनी चूत को मेरे सिर की तरफ दबाने लगी मैं मस्ती से उनकी चूत को चाटे जा रहा था | फिर उन्होंने मुझसे कहा की अब मुझे मत तडपाओ प्लीज चूत में लंड डाल दो मैंने उनकी चूत पर अपना लंड रखा और एक झटके में अपना लंड उनकी चूत म डाल दिया | उनके मुहँ से आह की आवाज निकली मैं उनको किस करने लगा और उनको जोर से चोदने लगा लगभग  20 मिनट की चुदाई के बाद वो झड गयी पर मैंने धक्के  लगाने बंद ही नहीं किया और मैं चोदता रहा | थोड़ी देर बाद मैं भी झड गया | उस रात मैंने उनकी चार बार चुदाई की | उस दिन के बाद उन्होंने कई बार मुझसे चूत चुदवाई और अब वो प्रेग्नेनेट है और बहुत ही खुश है | उन्होंने मुझसे बताया की वो बच्चा मेरा है |

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