छोटी साली की सील तोड़ी

HOT Free XXX Hindi Kahani

हेल्लो फ्रेंड्स मैं आपका अपना राघव आज मैं आप के लिए बहुत ही रोमांचक कहानी लेकर आया हूँ | ये मेरी पहली कहानी है | मुझे आशा है की आपको ये कहानी अच्छी लगेगी | मेरी उम्र 26 साल है और मैं एक प्राइवेट कम्पनी में जॉब करता हूँ | मैं आपको बता दूं की मेरी शादी हो चुकी और मेरी बीवी बहुत ही खूबसूरत और हसीन है | सुहागरात में मैंने उसकी मस्त चुदाई की थी | पर मैं आप लोगो को बता दूं की ये कहानी मेरी बीवी की नहीं बल्कि मेरी छोटी साली की है | तो अब मैं आपको ज्यादा इंतज़ार ना कराते हुए सीधे कहानी पर ले चलता हूँ |

मेरी शादी को तीन साल हो चुके है | शादी के बाद जब मैं पहली बार अपनी ससुराल गया तो मेरी साली मेरे लिए चाय लेकर आई मैं तो उसे देखता ही रह गया क्या खूबसूरत और मस्त बला थी उसका फिगर 34-30-36 होगा | उसके बूब्स बहुत ही मस्त थे एक दम गोल और उसके मस्त चूतड देखकर तो मेरा लंड खड़ा होने लगा | मैंने बड़ी मुश्किल से अपने लंड को सम्हाला | उसी दिन से मैं उसका दीवाना हो गया और मैं सोंचने लगा की उसकी चूत मिल जाये तो मेरा तो जीवन धन्य हो जाए | मैं अक्सर मजाक में उसके बूब्स को छू लेता तो कहीं उसके चूतड पर हाँथ मार देता पर वो कुछ नहीं कहती थी | बस वो हमेशा मुस्कुराकर कहती की आप भी जीजा जी बहुत शरारती हो | मैं और मेरी बीवी कुछ दिन बाद अपने घर चले आये पर मुझे अपनी साली की याद सताने लगी | मैं जब भी अपनी बीवी की चुदाई करता तो मुझे मेरी साली की याद आ जाती मैंने सोंच लिया की अगर मैं अबकी से ससुराल गया तो मैं उसकी चुदाई जरूर करूंगा चाहे जो हो जाए |

कुछ दिनों बाद मैं अपनी ऑफिस से वापस आया तो मेरी बीवी ने बताया की उसके भाई की शादी तय हो गयी है | उसने मुझसे कहा की 10 दिन बाद उसकी शादी है और आप जल्दी से ऑफिस से छुट्टी ले लीजिये | मैं बहुत खुश हुआ मैंने सोंच लिया था की ये मौका मैं हाँथ से नहीं जाने दूंगा | मैंने अपने ऑफिस से 10 दिन की छुट्टी ली और हम अगले ही दिन पहुँच गए | मेरी साली हम दोनों के लिए चाय लेकर आई क्या मस्त लग रही थी वो उसने रेड कलर का टॉप और ब्लू जींस पहन रखी थी | जब वो मुझे चाय देने के लिए झुकी तो उसके बूब्स मुझे साफ़ दिखाई दे रहे थे | उसके बूब्स देखकर तो मेरा दिमाग खराब हो गया | मैंने उससे कहा और साली जी क्या हाल है | उसने कहा ठीक है जीजा जी अपना बताईये मैंने कहा की और तो सब ठीक है पर आपकी याद बहुत आई | उसने मुझे देख कर एक प्यारी सी स्माइल दी फिर वो चली गयी |

थोड़ी देर बाद शाम हो गयी तो मैं टहलने के लिए मैं छत पर गया तो मैंने देखा की मेरी साली भी वही थी मैंने जाकर चुपके से उसको पकड़ लिया | वो एक दम से डर गयी और वो मुझसे छूटने की कोसिस करने लगी | मैंने उसको छोड़ दिया तो उसने मुझसे कहा की क्या जीजा जी आप थे मैं तो डर ही गयी थी | मैंने उससे कहा की मैं एक बात तुमसे कहना चाहता हूँ तो उसने कहा की क्या बात है | मैंने कहा की तुम मुझे बहुत ही अच्छी लगती हो | उसने कहा की अच्छा और दीदी नहीं अच्छी लगती है क्या | मैंने कहा की दीदी तो अच्छी है पर तुम्हारी बात कुछ और है | फिर वो मुस्कुराने लगी तो मैंने उसको बाँहों में भर लिया | मेरे दोनों हाँथ उसके बूब्स पर थे | वो मुझसे कहने लगी की छोड़ो ना जीजा जी कोई आ जायेगा | पर मैंने उसको कसकर पकड़ लिया और उसकी गर्दन पर किस करने लगा | वो कहने लगी की आप ये क्या कर रहे है कोई आ जायेगा | मैंने कहा की मुझे तुमसे प्यार हो गया है तो उसने कहा की पसंद तो मैं भी आपको करती हूँ पर आपकी शादी मेरी दीदी से हो चुकी है और ये सब ठीक नहीं है |

उसने कहा की अगर दीदी को पता चलेगा तो काण्ड हो जाएगा | मैंने कहा की किसी को कुछ नहीं पता चलेगा | बस तुम मेरी हो जाओ तो उसने कहा ठीक है पर अभी नहीं अभी कोई आ सकता है | मैंने कहा ठीक है तो तुम कब मुझसे मिलने आओगी | उसने कहा की रात को जब सो जायेंगे तो तुम यहीं छत पर आकर मुझसे मिलना | मैंने कहा ठीक है फिर हम दोनों नीचे गए और खाने का टाइम हो चुका था | तो मेरी बीवी ने मुझसे कहा की कहा थे आप | मैंने कहा की छत पर था उअर कहाँ उसने कहा चलो खाना खा लो फिर कहीं जाना | मैं बैठ गया और मेरी बीवी ने मेरी साली से कहा की अपने जीजा जी को खाना परोश दो | वो मुझे खाना देने आई तो मैं उसे देख कर मुस्कुरा रहा था और वो भी मुझे देखकर स्माइल कर रही थी | फिर मैंने खाना खाया और मेरा बिस्तर लगा दिया गया | मैं जाकर अपने बिस्तर पर लेट गया | मैं रात होने का इन्तजार कर रहा था लगभग 11 बजे रात में मुझे जब लगा की सब सो गए है तो मैं उठा और छत पर निकल गया |  मैंने देखा की मेरी साली वहां पहले से ही लेटी हुई थी मैं जाकर उसके पास लेट गया और उसको अपनी बाँहों में भर लिया |

वो जाग रही थी वो मेरी तरफ पलती और मुझसे कहने लगी क्या जीजा जी बहुत जल्दी है | मैंने कहा हाँ साली जी तुम्हारे जैसी साली अगर हो तो कंट्रोल कहाँ होता है | मैंने कहा की क्या तुम रोज यही लेटती हो तो उसने कहा हाँ मुझे नीचे गर्मी लगने लगती है इसीलिए मैं यहीं लेटती हूँ | मैंने मजाक में कहा की हाँ गरम तो तुम वैसे ही हो उसने कहा क्या मतलब | मैंने कहा अरे मेरे कहने का मतलब की हॉट तो तुम हो ही | फिर उसने कहा की आप भी ना जीजा जी फिर मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और उसको किस करने लगा | वो भी मुझे किस कर रही थी हम दोनों ने एक दूसरे को लगभग 15 मिनट तक किस किया | मैंने उसके कुरते के अन्दर अपना हाँथ डाल दिया और उसके बूब्स को सहलाने लगा | फिर मैंने उससे कुरता उतारने को कहा उसने अपना कुरता निकाल दिया | मैंने उसके ब्रा के हुक खोले और उसके बूब्स को आजाद कर दिया | मैं उसके बूब्स को अपने हांथों में लेकर मसलने लगा और फिर मैंने उसके बूब्स पर अपना मुहँ रख दिया और उसके निपल्स को चूसने लगा | वो गरम हो रही थी और उसके मुहँ से मादक सिस्कारियां निकलने लगी थी |

मैंने उसकी सलवार का नाडा खोल दिया और उसकी सलवार को निकाल दिया | फिर मैंने उसकी पांति में हाँथ डाल दिया और उसकी चूत को सहलाने लगा | उसकी चूत ने थोड़ी ही देर में पानी छोड़ दिया | उसकी पैंटी पूरी गीली हो चुकी थी मैंने उसकी पैंटी निकाल दी और उसकी चूत को अपनी जीभ से चाटने लगा | उसकी चूत का पानी नमकीन था मैंने अपनी जीभ उसकी चूत में घुसा दी वो मचल उठी | मैं धीरे-धीरे उसकी चूत को अपनी जीभ से सहलाने लगा | वो गरम हो चुकी थी फिर मैंने अपनी पांत को निकाल दिया और अपने लंड को अंडरवियर से बाहर निकाला | मेरा 7 इंची लंड देखकर वो डर गयी उसने कहा की आपका लंड बहुत बड़ा है मैं इसको चूत में नहीं लूंगी मेरी चूत फट जायेगी | मैंने कहा नहीं डार्लिंग मैं बहुत ही आराम से करूंगा तुमको जरा सा भी दर्द नहीं होने दूंगा | मैंने फिर उससे लंड चूसने को कहा पहले तो वो नहीं मान रही थी पर जब मैंने कहा की चूस कर तो देखो बहुत मजा आएगा | मेरे नहुत कहने पर वो मान गयी और मेरे लंड को मुहँ में लेकर चूसने लगी | वो मेर लंड को ऐसे चूस रही थी जैसे की उसने पहले भी लंड चूसा हो मुझे शक हो रहा था की उसने पहले भी सेक्स किया है |

मैंने सोंचा चलो अभी पता चल ही जाएगा | मेरा लंड बहुत ही सख्त हो चुका था मैंने उसकी दोनों टांगो को फैलाया और उसकी चूत पर अपना लंड रख दिया | वो डर रही थी उसने कहा की जीजा जी आराम से डालना मुझे बहुत डर लग रहा है | मैंने खा चिंता मत करो फिर मैंने थोडा सा थूक अपने लंड के सुपाडे पर लगाया और उसकी चूत में डालने की कोसिस करने लगा | उसकी चूत बहुत ही टाइट थी मेरा लंड अन्दर नहीं जा रहा था | मैंने थोडा सा जोर लगाया तो मेरा आधा लंड उसकी चूत में घुस गया | वो चिल्ला उठी उसकी आवाज नीचे ना जाए इसलिए मैंने अपने होंठ उसकी होंठो पर रख दिए और उसको किस करने लगा | थोड़ी देर बाद वो कुछ शांत हुई तो मैंने देखा की उसकी चूत से खून निकल रहा था मैं समझ गया की वो अभी तक कुंवारी थी | जब वो शांत हो गयी तो फिर मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाने सुरु किये अब वो भी मेरा साथ देने लगी थी | वो भी अपनी कमर चला कर अपनी चुदाई करवा रही थी | मैंने उस रात उसको दो बार और चोदा फिर मैं जब तक वहां रुका रोज उसकी चूत मारी फिर मेरे साले की शादी के बाद हम अपने घर आ गए वो रोज मुझसे फोन पर बातें करती थी और अब उसकी भी शादी हो और वो जब भी मेरे घर आती है तो मैं उसकी चुदाई करता हूँ |