कॉलेज वाली मैडम की अन्तर्वासना शांत की

HOT Free XXX Hindi Kahani

मेरा नाम आर्यन है  मेरी लम्बाई 5 फुट 6 इंच है रंग सावला है देखने में ठीक-ठाक लगता हूँ  दोस्तों ज्यादा बकवास न करते हुए मैं सीधे कहानी पर आता हूँ | वैसे तो मैंने कई लडकियों की प्यास बुझाई है पर बात उन दिनों की है जब मैं इंटर मैं पढता था | तब मेरी उम्र 19 साल थी और ये कहानी मेरी टीचर की है जो कि मेरे ही कॉलेज में पढ़ाती थी | उनका नाम रेखा था उनकी उम्र करीब 27-28 साल होगी | वो थोडा मोटी सी थी लेकिन वो बहुत गोरी और उनके मम्मे भी मस्त थे | साली की गांड बहुत मस्त थी और जिस दिन से मैंने उनकी गांड को देखा था उसी दिन से उसे चोदने के बारे में सोचने लगा था |

आप में से कुछ लोगो को ये सब झूठ लग रहा होगा तो बता दूं की घटना मेरे साथ सच में घटी है जिसे मैं कभी नहीं भूल सकता | क्या खूबसूरत बला थी बस नजरो से ही घायल कर जाती थी | मैं हो हमेशा उन्ही के बारे मैं सोचता रहता और उनके बूब्स को याद करके मुठ मार लिया करता था मैं उनको पटाने के बारे में सोच रहा था की मुझे आईडिया आया | मैंने उनके जाकर पुछा की मैडम मैं आप के पास ट्यूशन पढना चाहता हूँ | उन्होंने शरारती नजरो से मुझे देखते हुए अगले दिन से अपने घर पर बुलाया मैं अगले दिन मैं उनके घर पहुंचा वो घर पर अकेली थी | मैं अन्दर से बहुत खुश हुआ उन्होंने मुझसे चाय को पुछा | मैंने हाँ कर दी वो अन्दर से ट्रे मैं चाय लेकर आई मैं बस उनको घूरे जा रहा मुझे चाय देने के लिए वो जैसे ही झुकी उनके मम्मे काली ब्रा से बाहर झाकने लगे मन कर रहा था की बस उनको मसल दूं | शायद  उन्हें इस बात पर शक हो गया था | वो मुझसे पूछने लगी आर्यन क्या देख रहे हो मैं हडबडा गया मैंने कहा कुछ नहीं मैडम फिर वो मुझे देख कर मुस्कुराने लगी मुझे लगा की वो भी वही चाहती है जो की मैं मैंने उनसे उनके पति के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया की उनके पति आर्मी में है और साल में एक दो ही बार घर आते है | इसीलिए मैं स्कूल मे पढ़ाने जाती हूँ ताकि घर पर बोर न हूँ | फिर मैंने पूछा की आप के बच्चे नहीं है इस बात पर वो उदास हो गयी उन्होंने कहा की हमने बहुत कोसिस की पर हमें बच्चे नहीं हुए लगता है मेरे नसीब में ही नहीं है इतना कह कर वो रोने लगी |

मैं उनको शांत करने की कोशिश करने लगा मैं| ने कहा सॉरी मैडम मेरा वो मतलब नहीं था और मैंने अपने रुमाल निकाल कर दिया और उन्होंने आंसू पोछे | फिर हमने ढेर सारी बातें की और उन्होंने मुझे ट्यूशन पढाया और फिर मैं घर चला आया अब अगर उन्हें कुछ भी सामन मगाना होता था तो वो मुझसे ही माँगा लेती थी | हमारी काफी अच्छी दोस्ती हो गयी मैंने अपना नम्बर उनको दिया और कहा की अगर की चीज़ की ज़रुरत हो तो मुझको फोन कर देना |

एक दिन शाम को उनका फोन आया और उन्होंने मुझ से कहा की आर्यन मेरी तबियत कुछ टीक नहीं है मेरे घर पर आ जाओ और मुझे दवा ला दो | मैं तुरंत उनके घर पहुंचा उन्हें काफी तेज बुखार था मैंने उन्हें दावा ला के दी और गिलास मैं पानी लाकर दिया | उन्होंने दवा खाई और कहा की तुम बहुत अच्छे हो और मैं तुमसे प्यार करती हूँ क्या मैं तुम्हे पसंद हूँ ? मेरी तो ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा उन्होंने मेरे मुह की बात छीन ली | मैंने कहा मैडम मैं आप को बहुत प्यार करता हूँ पर आप को कह नहीं पाया फिर क्या था उन्होंने मुझे पकड़ा और जोर से किस करने लगी मैं भी उनका पूरा साथ दे रहा था |

उनका शरीर बुखार से अभी भी तप रहा था मैं उनके फ्रिज से आइस क्यूब निकाल लाया और उनके सर पर रख दिया | एक उनके मम्मो पर रख दिया और एक क्यूब नाभी मैं छुआते हुए  उनके पेटीकोट के अन्दर हाँथ डालकर उनकी पैंटी के ऊपर से ही उनकी चूत पर रख दिया | अब वो छटपटा उठी उन्होंने मेरे सर को अपने मम्मो पर रख लिया और दबाने लगी | जैसे की उनका सारा बुखार गायब हो गया हो मैंने भी मौके का फायदा उठाते हुए उनके ब्लाउस के सारे बटन तोड़ दी और उनकी मुसम्मियो को आज़ाद कर दिया और उनकी साडी खोलकर फेक दी अब वो मेरे सामने सिर्फ पेटीकोट में थी | उन्होंने मेरी टी-शर्ट उतर दी और मेरे बदन को सहलाते हुए मेरे लौड़े को अपने हाथ से सहलाने लगी और मेरी पैंट खोल कर उतार दिया और मेरे लंड को मेरी चड्डी से बाहर निकाल लिया और अपने गुलाबी होंठों से चूसने लगी क्या मज़ा आ रहा था मैं तो जैसे जन्नत की सैर कर रहा था अब हम दोनों 69 की पोजीसन में थे | मैं जोर-जोर से उनके मुह को चोदे जा रहा था |

मैंने अपना लंड उनके मुह से निकाल कर उनके मम्मो के बीच रख दिया और उनके मम्मो को चोदने लगा उनको भी पूरा मज़ा आ रहा था वो मेरे लौड़े के साथ ऐसे खेल रही थी जैसे कोई छोटा बच्चा खिलौनों के साथ खेलता है | फिर मैंने उनको बेड पे लिटा दिया और उनके पेटीकोट का नाडा खोलकर उनका पेटीकोट उतार दिया गुलाबी पैंटी में क्या मस्त उनकी चूत का उभार ऊपर से ही मालूम हो रहा था | मैंने उनकी पैंटी को उतार दिया और उनकी चूत पर हाथ फेरने लगा उनकी चूत पर एक भी बाल नहीं था और उनकी चूत में अपनी एक ऊँगली डाल दी और अन्दर-बाहर करने लगा | उनके मुह से अह्ह्ह्ह की सिस्कारियां निकलने लगी और फिर मैंने अपना मुह उनकी चूत पर रख उनकी चूत के दानो को अपनी जीभ से सहलाने लगा वो बहुत गरम हो गयी थी उन्होंने मेरे सर को अपने हांथो से अपनी चूत में दबाने लगी जैसे की वो मेरा सर अपनी चूत में घुसेड लेंगी मैं उनकी चूत को अपनी जीभ से चोदे जा रहा था |

फिर उन्होंने कहा बस अब मेरी चूत की प्यास बुझा दो, चोद दो इसे बहुत दिनों से प्यासी है, ये चूत इसे चोद कर भोसडा बना दो | फिर क्या था मैंने उनकी दोनों टांगो को फैलाते हुए उनकी चूत पर अपना लंड सेट किया और एक जोर का झटका लगाया और अपना पूरा लंड उनकी चूत मैं पेल दिया | वो एक दम चीख पड़ी उन्होंने कहा आराम से करो आर्यन मेरी चूत बहुत दिनों से सुखी पड़ी है | पर मैं कहा मानने वाला था मैं बराबर धक्के लगाये जा रहा था उनके मुह से येस्स्स्स अह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह  की आवाज़े तेज होती जा रही थी | मैंने अपने होंठ उनकी होंठो पर रख दिए और उनको चूमने लगा जिससे आवाज़े कम हो जाये और फिर लगभग 15 मिनट बाद वो झड गयी पर मैं अभी नहीं झडा था | मैंने अपना लंड निकाल कर उनके मुह मैं रख दिया वो मेरे लंड को लोलिपोप की तरह चूसने लगी धोड़ी देर बाद मैं उनके मुह मैं ही झड गया | वो मेरा सारा वीर्य पी गयी और मेरे लौड़े को चाट कर साफ़ कर दिया |

मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया था फिर मैंने उनसे घोड़ी बनने को कहा वो तुरंत मान गयी | शायद उन्होंने पहले भी गांड मरवाई थी उन्होंने पहले मेरे लंड पर थोड़ी वैसलीन लगाई फिर मुझसे डालने को कहा | मैंने धीरे से अपना लंड उनकी गांड मैं डाला और धक्के लगाने सुरु किया मेरा पूरा लंड उनकी गांड में  घुस गया | वो चुतड मटका कर मेरा पूरा साथ दे रही थी उन्हें बहुत मजा आ रहा था | मैं भी पहली बार किसी की गांड मार रहा था | मैंने अपने हाँथ मार-मार के उनके चूतडो को लाल कर दिया | फिर मैं थोड़ी देर बाद मैं झड गया और फिर हम दोनों थोड़ी देर ऐसे ही पड़े रहे | फिर मैडम नहाने के लिए बाथरूम मैं चली गयी कुछ देर बाद मैं भी उनके पीछे गुस गया | वो नंगी ही नहा रही थी मैंने पीछे से उनको पकड लिया और अपने हांथों से उनके मम्मे मसलने लगा |

वो मेरी तरफ घूम गयी और मुझे किस करने लगी | मैं उनके पूरे बदन को चूमे जा रहा था और उनकी चूत में ऊँगली डाल कर फिर हिलाने लगा | वो फिर से गरम होने लगी और उन्होंने मेरा लंड हाँथ में लेकर उसमे मुठ मारने लगी | मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया था उन्होंने मेरा लंड पकड़ा और अपनी चूत पर रगड़ने लगी | फिर मैंने उनकी चूत में अपना लंड डाल दिया और उनके मुह से सिसकियाँ निकलने लगी और बाथरूम में गूंजने लगी | मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी वो मुझे गालियाँ देने लगी और कहने लगी हां और जोर से चोदो, आज मैं धन्य हो गयी तुम से चुद के, आज तक मेरी चूत ने ऐसा लंड नहीं खाया, चोद भोसड़ी के चोद डाल, आज से ये चूत तुम्हारी, मादरचोद आज तक कहा था मेरी चूत ऐसे ही लंड की कब से प्यासी थी, आज मेरी प्यास बुझ जाएगी | करीब 10 मिनट तक चोदने के बाद उन्होंने मुझ से कहा की वो झड़ने वाली है मैंने सुन के भी अनसुना कर दिया और धक्के लगाता रहा |

फिर एकदम से उनके शरीर में कम्पन सा हुआ और मेरे लंड पर मुझे कुछ गर्म सा महसूस हुआ मैं समझ गया की वो झड चुकी थी| फिर भी मैं नहीं रुका और चोदता रहा | वो फिर से जोश मैं आ गयी और अपनी कमर चला कर मेरा साथ देने लगी | उनकी चूत से हल्का-हल्का पानी बहने लगा था जिसकी वजह से उनकी चूत चिपचिपी सी हो गयी थी करीब २० मिनट की चुदाई के बाद वो झड गयी | फिर मैंने उनसे कहा की मैं झड़ने वाला हूँ तुम मेरा लंड चूस कर सारा पानी पी जाओ | उन्होंने कहा नहीं तुम मेरी चूत में ही अपना पानी छोड दो  फिर मैं उनकी चूत में ही झड गया | फिर हम दोनों ने साथ में ही स्नान किया उन्होंने अपने हांथो से मुझे नहलाया | फिर हम दोनों बाहर आये और फिर हमने अपने कपडे पहने और लेट गए हम दोनों ने उस दिन रात भर बाते की | उन्होंने बताया की उनके पति की लुल्ली छोटी है आज तक उनको ऐसा मज़ा कबी नहीं मिला | वो बहुत खुश थी | फिर हमें जब भी मौका मिलता हम दोनों चुदाई किया करते थे और कुछ दिनों के बाद उन्होंने एक बच्चे को जन्म दिया और वो बच्चा मेरा है |