चूत गुलाबी और लंड शराबी

HOT Free XXX Hindi Kahani

आओ मेरे साथियो अपन सब अपना दुख बाटें | जिसके पास चूत है वो अपनी पुरानी चोट की चुदाई पर रोना और जिसके पास चूत का जुगाड़ नहीं है वो अपनी आँखों से और लंड से दोनों जगह से रोना | क्या लंड से कैसे रोते हैं समझ नहीं आया क्या ? अबे क्या लोग हो बे ? भोसड़ी वालों अगर ख़ुशी के आंसू हैं तो मुट्ठ निकालो और दुःख के आंसू हैं तो मूत मारो | देखो कितना आसान था पर सब अपनी मैय्या चुदवाने पर तुले रहते हैं | इसलिए आज मैं आपका साथी बबलू आपके सामने आया हूँ अपनी कहानी को लेकर | दोस्तों मैं एक अच्छा लड़का हूँ और अपने घर में रहता हूँ ज्यादा किसी से मतलब नहीं रखता क्यूंकि मेरे पास इतना फ्री का टाइम नहीं है | वैसे ये तो सब करते हैं और इसमें कोई नयी बात नहीं है तो बोलना चाहिए ना बहनचोद लग जाते हो कान लगाके कहानी सुनने | मैं एक हट्टा कट्टा नौजवान हूँ और फिलहाल पढ़ाई कर रहा हूँ | क्यूंकि मुझे इसके अलवा कुछ समझ नहीं आता | मुझे लगता है पढ़ाई से हम कुछ भी कर सकते हैं | ये बात सच भी है आपको अच्छी नौकरी ऐसे ही मिलेगी |

उसके अलावा दूसरा काम ये हो जाता है कि लडकियां भी आसानी से पट जाती हैं | मतलब पूरी नहीं पर फिर भी होशियार लौंडों से लडकियां ज्यादा बात करती हैं | ऐसा उनको लगता पर ऐसा है नहीं क्यूंकि सब साली काम निकलवाने आती हैं और उनको कोई मतलब नहीं रहता | मैं ये बात बहुत अच्छे से समझ चुका था इसलिए मैंने कभी इस चीज़ का फायदा नहीं उठाया बल्कि इसको अपने हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया | दोस्तों मुझे काफी सारी चीज़ें पसंद है मेहेंगी घडी, कपडे और जूते और भी बहुत कुछ पर पापा इतनी पॉकेट मनी तो देते नहीं थे | इसलिए मैंने ये तरीका अपना लिया | जो भी लड़की मेरे पास आती मदद के लिए मैं उससे कहता तुझे मेरे लिए ये करना पड़ेगा अगर करेगी तो मैं भी करूँगा | अगर कोई लड़की तैयार हो जाती तो मैं भी दिल खोल के उसकी मदद करता और जो मना कर देती या भाव खाती तो मैं उसको कहता चल जा तू मेरे लौड़े से | दोस्तों मेरा ये काम अच्छा चल रहा था तभी मेरा कॉलेज ख़तम हो गया और मुझे आगे की पढ़ाई के लिए कोचिंग लेनी पड़ी |

मुझे आगे की पढ़ाई विदेश से ही करनी थी इसलिए मैंने बहुत मेहनत की और मुझे विदेशी चूत में ज्यादा दिलचस्पी थी क्यूंकि वो गोरी और गुलाबी होती है | मैंने अक्सर ब्लू फिल्म में देखा कि गोरी लड़कियों की चूत एक दम गीली और कमसिन लगती है | मुझे तो ऐसा लगता कि इनकी चूत में कोई भी लंड जाता होगा तो वो पवित्र हो जाता होगा | मुझे ऐसा सोचके ही मज़ा आने लगता था और इसी वजह से मैं दिन में तीन चार बार मुट्ठ मार लेता था | ऐसे ही कट रही थी मेरी जिंदगी और मुझे इसमें मज़ा भी आने लगा था क्यूंकि सब खुश थे मेरे इस फैसले से | पापा तो गर्व से बोलते है शर्मा जी मेरा बेटा विदेश निकलने वाला है पढ़ाई के लिए | वाह क्या फीलिंग आती है ऐसा सोचके ही क्यूंकि माँ बाप सबसे बड़ा धन होते हैं | पापा ने तो साफ़ कह दिया था अगर तुझे कोई लड़की पसंद आ जाये तो बताने से डरना मत बस इतना देखना वो घर के लायक हो और सब कुछ संभाल सके | मेरे मन में पापा के लिए इज्ज़त उस दिन और ज्यादा बढ़ गयी क्यूंकि कोई माँ बाप अपने बच्चों को इस तरह से नहीं कहते |

मैं आज इस कहानी के माध्यम से हर उस इंसान को कहना चाहता हूँ जो एक पिता है या एक माँ है कि अपने बच्चों की ओच में शामिल हो जाइये फिर देखना वो आपके विरुद्ध कभी नहीं जाएंगे | तो ये सब हुआ घर में ड्रामा ख़तम हुआ और अगले दिन से फिर कोचिंग शुरू हो गयी और मैं हर रोज़ की तरह जाने लगा और वहां भी मेरा ही जलवा था | मतलब मैं अब इतना होशियार हूँ तो क्या करूँ यार | वहां भी लडकियां मेरी दीवानी थी | एक लड़की थी जो ऊपर से नीचे तक क़यामत थी | उसका नाम था क्रिया और वो वाकई में उस कोचिंग की सबसे खूबसूरत और सबसे होशियार लड़की थी | मतलब उसे देखकर लगता था कि अगर मुझसे कोई टक्कर ले सकता है तो वो ये लड़की है | पर वो मुझसे बात नहीं करती थी क्यूंकि हम दोनों में रेस लगी रहती थी नंबर्स की | पर एक दिन हम दोनों से एक सवाल नहीं बन रहा था और सर ने कहा तुम दोनों साथ बैठ जाओ और इसे हल करो | अब हम दोनों मुश्किल में फास गए |

साला अब दोनों एके दुसरे की शक्ल देख रहे थे और फिर आखिर में साथ बैठना पड़ा | पहले तो थोड़ी अनबन हुयी फिर दिमाग लगने लगा | उसके बाद हलकी सी बात भी हुयी और मैंने उसे करीब से देखा तो वो हुस्न की रानी थी | मैंने मन में सोचा काश मैं इसकी चूत देख पाता कसम से इसकी चूत गुलाबी होगी | इतने में ही मैं उसके दूध को निहारने लगा और उसने मुझे देख लिया और तुरंत अपना दुपट्टा ऊपर किया और कहा पढाई करो इसमें कुछ नहीं रखा है | मैंने कहा यार सब कुछ तो यहीं है बस दुपट्टा नीचे हो जाये | उसने मुझे हल्का सा थप्पड़ मारा और कहा चल यार अब पढ़ भी ले बाद में बात कर लेना मैं कौनसा भागी जा रहीं हूँ | मैं भी दिमाग लगाने लगा और मुझसे वो सवाल बन गया पर मैं चुप रहा | उसने भी दस मिनट बाद सर से कहा सर ये लीजिये | सिर ने कहा वाह आज तुमने इसे पीछे कर दिया और उसकी कॉपी वापस कर दी | मेरे पन्ने पीछे हुए तो उसने देखा मैंने भी कर दिया था हल | जब हम कोचिंग से बाहर निकले तो उसने कहा तूने मेरे लिए ये किया ना |

मैंने कहा चल पागल क्यों करूँगा तेरे लिए तो उसने कहा नहीं तूने पहले कर लिया था | इतने में उसकी चुन्नी फिर से सरकी और मैं फिर उसके दूध देखने लगा और वो मुझपर चिल्लाती रही | जैसे ही उसे पता चला मैं फिर से उसके दूध देख रहा हूँ तो उसने कहा बेटा मुझे कही ले चल अकेले में मैं खोल के दिखा देती हूँ | मैंने कहा क्या ? तो उसने कहा देख मैं तुझसे बेपनाह प्यार करती हूँ पहले दिन से बस धोखा मत देना और उसके बदले में जो चाहिए ले ले | मैंने कहा ठीक है और उसे अपने घर ले गया | मेरे घरवाले नहीं थे इसलिए कोई दिक्कत नहीं हुयी | मैंने उसे गले लगा और कहा बस अब तेरे साथ सारी जिंदगी बितानी है और इतना बोल के उसके दूध पे किस कर दिया | उसने भी मुझे गले लगाया और कहा मेरी जान मुझे बी तो देख लो और इतना बोल के मुझे किस कर दिया | मैंने भी उसका साथ दिया और उसके बाद मैंने उसे पूरा नंगा का दिया और उसके दूध पीने लगा |

उसके निप्पल बिलकुल पिंक थी और जैसे ही मैंने उसकी निप्पल चूसना शुरू किया उसने भी मेरे कपडे उतारने के प्रयास किये | फिर मैंने अपने आप ही सारे कपडे उतार दिए | उसके बाद उसने कहा बस दूध ही पियोगे क्या और मेरा लंड पकड के चूसने लगी | जैसे ही उसने मेरा लंड मुँह में लिया मैं आहा ऊनंह ऊम्म्ह आहाआ ऊंह ऊम्मंह अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह आहा ऊनंह ऊम्म्ह आहाआ ऊंह ऊम्मंह अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह करते हुए आन्हे भरने लगा | उसने कहा बस अब से यही है मेरा लंड और तुम भी | मैंने कहा अब चूत चाहिए तो उसने कहा खुद ही ले लो और अपने पैर फैला दिए |

जैसे कि मैंने सोचा था उसकी चूत गुलाबी ही थी और मुझे उसकी चूत चाटने में बड़ा मज़ा आ रहा था | जो मैंने विदेश के लिए सोचा था वो मुझे यहीं मिल गया था | मैंने भी तबियत से उसकी चूत को अन्दर तक चाटा और वो आहा ऊनंह ऊम्म्ह आहाआ ऊंह ऊम्मंह अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह आहा ऊनंह ऊम्म्ह आहाआ ऊंह ऊम्मंह अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह करते हुए मेरा साथ दे रही थी | उसके बाद मैंने उसकी चूत में अपना लंड रखा और हलके से झटका मारा और अन्दर किया | वो रोने लगी और कहने लगी निकालो इसे | मैंने कहा डरो मत और हलके हलके चोदता गया | उसके बाद मैंने जोर से झटका मारा और अन्दर कर दिया | वो फिर से चिल्लाई पर थोड़ी देर बाद आहा ऊनंह ऊम्म्ह आहाआ ऊंह ऊम्मंह अह़ा ऊनंह ऊमंह ऊनंह करने लगी | हमे दो बार चुदाई की और उसके मेरा सारा माल हमेशा मैंने उसके पेट पर निकाला |

अब हम साथ में हैं और विदेश में एक साथ रहते हैं माँ बाप के साथ और उसकी चूत अभी भी गुलाबी है |