हैल्लो दोस्तों, ये बात है की और उन दिनों की गुलाबी शहर जयपुर का जब मेरा सलेक्शन इंजिनीअरिंग में नहीं हुआ था और मैंने एक स्कूल में जॉब कर ली थी। मेरा नाम जिमित है और मेरा लंड शायद 6 इंच का होगा और हाँ में चोदने में काफ़ी एक्सपर्ट हूँ, जब भी मुझे मौका मिला तो मैंने छोड़ा नहीं।
मेरी मम्मी के ऑफिस में एक लेडी काम करती थी, जो एकदम अकेली रहती थी, जिस वजह से मम्मी उसको अपने घर ले आई थी। वो लेडी उम्र में करीब 27 साल की थी, लेकिन क्या हसीन लड़की थी? वो स्कूल में आया का काम करती थी, लेकिन बड़े-बड़े टीचर्स भी उसे लाईन मारते थे, क्या चूचीयाँ थी हाय?
जब मम्मी उसे घर ले आई, तो में मम्मी के ऊपर बहुत नाराज़ हुआ, लेकिन मन ही मन खुश भी बहुत था। फिर कुछ लोगों के कहने पर हम लोगों ने फ़ैसला किया कि हम लोग उसे घर में नही रखेंगे और उसी समय जहाँ में काम करता था वहाँ एक 24 घंटे लिए मैड चाहिए थी, तो मैंने उसे वहीं पर लगवा दिया।
फिर नौकरी के दूसरे दिन उसने मुझसे कहा कि में उसे घर तक छोड़ दूँ, जहाँ वो पहले किराए पर रहती थी, तो मैंने हाँ कर दिया। अब रास्ते में मैंने उससे कहा कि में उससे प्यार करता हूँ और क्या वो मेरी गर्लफ्रेंड बनेगी? तो उसने थोड़ी ना नुकुर के बाद हाँ कर दिया और फिर मेरा रास्ता साफ हो गया। आप ये कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है।
अब हमारे बीच तय हुआ कि हम लोग 27 अगस्त को शाम को बस स्टॉप पे मिलेंगे और वहाँ से में उसे अपनी बुआ के घर अपने साथ ले जाऊंगा, जहाँ कोई नहीं रहता था। में आपको एक बात तो बताना ही भूल गया, वो औरत शादीशुदा थी, लेकिन उसको उसके पति ने छोड़ दिया था इसलिए वो अकेले ही रहती थी।
फिर आख़िरकार वो दिन भी आ गया, फिर हम लोग बुआ के घर पहुँचे, मेरी बुआ के घर में सिर्फ़ मेरा कज़िन था जो मेरे पहुँचते ही दूसरे कमरे में चला गया। फिर मैंने जल्दी जल्दी में दरवाज़ा बंद किया और तुरंत उसके ऊपर चढ़ गया।
अब मैंने बहुत दिनों से सेक्स नहीं किया था तो मेरे लंड में बड़ी खुजली हो रही थी। फिर जैसे ही उसके ऊपर के कपड़े उतरे, वाह क्या गोरा बदन? एकदम दूध की तरह, देखकर मज़ा आ गया। फिर मैंने उसके बूब्स अपने मुँह में लेकर 15 मिनट तक चूसे और खूब दबाए।
अब वो साली जानबूझ कर आवाज़े निकाल रही थी। अब मुझे और भी मज़ा आ रहा था, ये दूसरी लड़की थी जो मेरे बिस्तर पर पहुँची थी, इससे पहले सिर्फ़ एक लड़की थी जिसने मेरा लंड अपने मुँह में लिया था और मैंने हर लड़की से अपना लंड मुँह में लेने के लिए कहा था, लेकिन साली माँ की लौडियां बिल्कुल भी तैयार नहीं होती थी, लेकिन ये साली तैयार हो गई थी।
फिर मैंने अपना लंड उसके मुँह में दे दिया और उसके बाल पकड़कर आगे पीछे करने लगा। अब मुझे खूब मज़ा आ रहा था, फिर मैंने उसके नीचे के कपड़े भी उतार दिए और उसकी चूत में उंगली डाल दी और खूब ज़ोर-ज़ोर से हिलाने लगा। साली क्या आवाज़ निकाल रही थी मादरचोद? कसम से भाई दुनिया में चुदाई से अच्छा कोई काम नहीं है। ।
फिर उसने मेरा लंड अपने हाथ में लिया और सहलाने लगी और फिर मैंने उसको बेड पर लेटाया और अपना लंड उसकी चूत पर रखा और हल्का सा धक्का मारा तो मेरा पूरा लंड उसकी चूत के अंदर चला गया। अब कहाँ में 20 साल का और वो साली 27 साल की, वो भी शादीशुदा। आप ये कहानी मस्तराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है।
अब वो साली आवाजें निकालने लगी आ आ आ चोदो मुझे, तुम्हारा केला मेरी चूत में डाल दो और चोदो और चोदो चोद दो मेरे राजा, मज़ा आ गया, लेकिन भाई जब मेरा लंड उसकी चूत को रगड़ते हुए अंदर गया, तो उसकी चीख निकल गयी। फिर करीब 5-6 मिनट के बाद मेरा तो पानी छूट गया, लेकिन वो साली शांत नहीं हुई।
फिर में थोड़ी देर तक लेटा रहा, फिर वो उठी और उसने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और वो फिर से मेरा लंड चूसने लगी।अब में फिर से सावधान मुद्रा पर आया और झट से उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया और इस बार मैंने सोच लिया था कि इसको भी तृप्त कर दूँगा।
भाई सबसे अच्छा तरीका है कि तुम नीचे लेट जाओ और लड़की को अपने लंड पर बैठा लो और अपना अंदर लंड उसकी चूत में डाल दो और लड़की से कह दो कि वो ऊपर नीचे करते रहे , में कसम से बता रहा हूँ कि तुम्हारा पानी बहुत देर तक नहीं निकलेगा और लड़की की गांड फट जायेगी और वही मैंने किया।
फिर करीब 9-10 मिनट में वो झड़ गई और कहने लगी कि बस अब वो थक गई है। तो मैंने कहा कि अभी मेरा कहाँ निकला है? तब मैंने उसको फिर लेटाया और चोदना चालू किया और बस 3-4 मिनट के बाद में भी छूट गया। फिर मैंने सिगरेट पी और थोड़ी देर लेटे रहे, फिर हमने रात में एक बार और सेक्स किया और रात भर नंगे लेटे रहे, याद रखना अगर असली मज़ा लेना है तो अपना लंड ज़रूर चुसवाना ।
मेरा सुग्गेस्तिओं कैसा लगा और मेरी लडकियों और औरतो को चोदने का स्टाइल आपको पसंद आया या नहीं अपने विचार और सुझाव मुझे जरुर बताये।