मेरा नाम *संजय*(name changed) है मैं कानपूर से हु
मेरी उम्र 23 साल है मेरी हाइट तक़रीबन 5.6 इंच होगी कहानी बताने से पहले
मैं आपको अपने शौक के बारे में बताता हूं लड़कियो की गांड मारना मुझे बहुत
ज्यादा पसंद है मैं जब भी कही बाहर जाता हूं लड़कियो गांड को देखता रहता हूं
अपनी x-ray वाली आँखों से उनकी गांड को देख के इमेजिन करता रहता हूं मुझे
लड़कियो की गांड की इतनी ठरक है कि मैं porn videos भी गांड मारने वाली ही
देखता हूं
अब मैं कहानी पे आता हूं ये कहानी मेरी और मेरी भाभी की है वैसे तो
हम कानपूर से है मगर मेरे भैया भाभी delhi में अपने काम की वजह से रहते थे
उस वक़्त मेरी उम्र 18 साल रही होगी मैं आप 12th कम्पलीट करके आगे की पढाई
के लिए delhi भैया भाभी के साथ रहने आया था
मेरी भाभी वैसे सावले रंग की है मगर बहुत खूबसूरत दिखती है उनकी उम्र लगभग 27 की हैउसका फिगर भी काफी अच्छा है खासकर के गांड !
गांड की जगह ऐसे उभर रही है मानो
“मिक्की माउस का झूला और भाभी का कुल्हा”
भाइयो सेक्स के वक़्त गांड चोदने से अच्छा कुछ भी नही गांड में लंड घुसाते ही स्वर्ग जैसा आनंद प्रापत होंने लगता है
खैर मैं आपको आगे की कहानी सुनाता हूं मुझे delhi आये हुए दो महीने
हो गए थे ऒर मैं हमेशा नए गांड की तलाश करता रहता था मेरी नजर मेरी भाभी
पे भी थी मैं भाभी के साथ काफी मज़ाक किया करता था हमेशा कोशिश करता रहता था
कि कैसे उसे अनटे में लू लेकिन कामयाबी हाथ नही लग पा रही थी
एक दिन की बात है भैया काम पे चले गए थे और भाभी भी किसी काम से
बाहर गई हुई थी मैं घर में अकेला था तो मैंने सोचा की पोर्न मूवी देखो तो
पोर्न मूवी की cassate लेके मैं भाभी वाले बैडरूम में चला गया और मूवी चालू
करके देखने लगा ऒर पूरा नंगा होकर मूवी देख रहा था अपने 7इंच वाले हथियार
को मशल रहा था मूवी में मेरा favourite सीन आ चुका था गांड मारने का तो
मैंने हथियार की मालिश तेज कर दी अचानक ही दरवाजा खुला मैंने देखा तो सामने
मेरी भाभी थी भाभी 3 -4 सेकंड रुकी और सॉरी कह कर कमरे से बहार चली गयी
फिर मैंने फटाफट अपना सामान समेटा और उनके बैडरूम से फटाफट भागा अब मुझे डर
लग रहा था कि भाभी कहि ये बात भैया से ना कहदे इतना डर लग रहा था मुझे की
पूछो मत फिर जैसे तैसे डर को साइड में रखकर मैं बाहर निकला भाभी किचन में
थी तो मैंने उनसे 1 कप चाय मांगी तो उन्होंने बिना बोले चाय का कप टेबल पे
रख दिया भाभी मुझसे बात नही कर रही थी और मुझे समझ नही आ रहा था की मैं
कैसे बात करू उनसे की वो भैया को ये बात न बोले मेरा डर बढ़ते जा रहा था
पूरा दिन बीत गया भाभी ने मुझसे बात नही कीअब शाम हो चुकी थी भाभी बात नही
कर रही थी और भैया का घर आने का टाइम हो चूका था डर से बुरा हाल था भैया घर
आचुके थे और मेरे दिमाग में एक ही बात चल रही थी कहि भाभी भाई को बता ना
दे डरते डरते मैंने खाना खाया और अब सब सोने के लिए चले गए मगर मुझे नींद
कहा आने वाली थी पूरी रात मैं सो नही पाया और पार्थना न करता रहा सुबह हुई
तो मैं बाहर आया तो पता चला की भैया किसी काम से 2-3 के लिए बाहर जा रहे है
दिल में थोड़ी शांति आयी मगर ये डर तो था ना की भाभी ने कही बता न दिया हो
सुबह 10 बजे निकल गए अब मेरी जान में थोड़ी जान आई लेकिन प्रॉब्लम अभी भी थी
की भाभी को कैसे मनाओ भैया के जाने के बाद 1दिन बीत गया पर भाभी मुझसे अब
तक बात नही की तो मैं क्या करता टेंशन बढे जा रही थीं की भैया के आने से
पहले कुछ तो करके मनाना पड़ेगा भाभी को
मैंने टेंशन कम करने के लिए मोबाइल पे पोर्न मूवी लगा के देखने लगा
कुछ देर बाद मेरा हथियार तन गया मेरे शरीर में बहुत तेज सा करंट दौड़ने लगा
मैंने अपने सारे कपडे उतार दिए दरवाजे से बाहर झांकने लगा पता नही उस वक़्त
मुझे क्या हुआ मैं कुछ सोचने समझने की शक्ति खो चुका था मैं भाभी के
बैडरूम की तरफ जाने लगा चुपके मैंने देखा की भाभी नहा धोकर बहार आई है
सिर्फ एक तौलिया लपटे अपने शरीर पर cream लगा रही थी ये देखते ही मेरा
दिमाग और शाक्रिय हो गया मैंने भाभी को पीछे से जाके पकड़ लिया और उन्हें
चूमना स्टार्ट कर दिया भाभी ने मुझे हटाना चाहा और वो मुझे हटा नही पाई
मैंने उन्हें बैड पे गिरा दिया और पागलो की तरह चूमने लगा मैंने गौर किया
भाभी का शरीर गर्म होता जा रहा था कुछ ही देर में भाभी ने ऊपर से हटा के
खुद मेरे ऊपर आ गई और मेरे होठो को कसके चूमने लगी मैं समझ गया कि भाभी अब
गर्म हो चुकी थी हम दोनों ही नंगे थे भाभी के बदन पे सिर्फ तौलिया ही था और
वो भी अब हट चूका था भाभी मेरा साथ देने लग गई थी
भाभी मुझे छोड़ ही नही रही थी मानो सालो से चुद ना पाई हो फिर मैंने
भाभी को अलग करके अपने बारे में बताया मुझे गांड की कितनी ठरक है भाभी ने
कहा मुझसे बस इतनी सी बात सामने है देवर कुछ बी भी करलो इतना कहते ही बस
मैंने भाभी का doggy स्टाइल पोज़ बनाया और गांड को अपनी जीभ से चोदना शुरू
कर दियाभाभी ने अब आवाज निकालनी शुरू कर दिअपनी पुसी को फिंगेरिंग कर रही
थी
और मैं मज्जे से अपनी जीभ से उनकी गांड को चाटते जा रहा था भाभी की
आवाज बढ़ते जा रही थी और मैं उनकी आवाज सुनके और उत्साहित होते जा रहा था
मैं खड़ा हुआ और भाभी को बिना बताए उनकी गांड में अपना लंड प्रवेश करने की
कोशिश की मग़र गांड में लण्ड घुसना आसान नही होता तीसरी बार में मेरा लंड
उनकी गांड में प्रवेश कर गया और मैं धीरे धीरे उससे आगे पीछे करने लगा
5मिनट धीरे करने के बाद भाभी ने मुझे अपनी स्पीड बढ़ाने को कहा जैसे मेरी
स्पीड बढ़ी भाभी की आवाज बहुत तेज हो गई लेकिन वो मुझे और जोर से करने को कह
रही थी भाभी का बदन आग जैसा तापित हो गया गया था वो जोर जोर से चिल्ला रही
थी मेरी खुर्क मैंने स्पीड और तेजी से करना चाहा फिर मैंने उनकी गांड से
हथियार निकल और उनके मुंह में डाल दिया वो पागलो की तरह चूसने लगी और मुझे
तो लग रहा था मैं स्वर्ग में हु सच है दोस्तों सेक्स में मज़ा चाटने और
चूसने का ही तो है फिर से मैंने भाभी को घोड़ी बनने को कहा और उनकी गांड में
फिर से लण्ड प्रवेश कर दिया अब की बारी स्पीड तेज ही शुरू की मैंने और
भाभी का चीख निकल सी रही थी और उनके आँखों से आंशू भी आ रहे थे थे मेरा
सख्खलन मुझे प्रतीत हुआ की होने ही वाला था स्वर्ग के द्वार सा प्रतीत होता
मैं जोर जोर से भाभी की गांड मारने 2मिनट मेरा सारा माल भाभी की गांड पे
था लेकिन भाभी अभी भी तापित ही थी मैंने उन्हें अपने फेस पे बैठने को कहा
और उनकी पुसी का मुखमैथुन करने लगा मेरे लंड फिर तन सा रहा था भाभी ने देख
और अपने मुंह में ले लिया हम दोनों 69 के पोज़ में आ चुके थे भाभी बहुत
ज्यादा उत्साहित होने लग गई मैं समझ गया भाभी का कभी भी झड़ सकती है थोड़ी
देर में भाभी का भी सख्खलन हो गया मैं उनका सारा माल पी गया भाभी ने भी
मेरे दोबारा सख्खलन करके मेंरा माल अपने मुंह में ले लिया सेक्स के बाद हम
दोनों बिस्तर निःवस्त्र होकर सोये रहे पूरे दिन औऱ अब मेरा डर भी खत्म हो
चूका था ये था मेरा एक्सपीरियंस जो मैंने आप लोगो के साथ शेयर किया.