हेलो दोस्तों मुझे उम्मीद है आप सब ठीक होंगे और जम कर चुदाई कर रहे होंगे मैं आपका दोस्त राकेश आज एक बार फिर से अपनी सच्ची घटना लेकर आया हूं मेरी आज यह कहानी अपनी जिंदगी की सच्ची घटना के ऊपर है.
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यह स्टोरी मेरी और मेरे ब्रदर इन लॉ की वाइफ यानी मेरी भाभी की चुदाई की है.. यह बात कुछ २ हफ्ते पहले की है, मेरी मैरिज को अभी बात ५-६ महीने हुए थे. मेरी भाभी का नाम रितु है और वह थोड़ी मोटी है. ३६-३४-३८, उसकी उम्र २८ साल है, कुछ दिन पहले मेरी वाइफ अपने मायके गई हुई थी, और भाभी जम्मू आई हुई थी, मेरी जॉब जम्मू में है और मेरा ससुराल उधमपुर.
मैंने शाम को वापस जाना था, तो वाइफ ने कहा कि प्लीज़ भाभी को उनके घर से पिक कर लेना, मैंने ओके कहा और भाभी को कॉल किया, जब उन्होंने कॉल उठाया तो उनकी सांस फुली हुई थी तो मैंने पूछा.
मै – कहां हो. सांस क्यों चढ़ी है?
वह – कुछ नहीं और हसी..
मैं – बताओ कोई प्रॉब्लम है क्या?
भाभी – मैं आपको नहीं बता सकती जीजू.
मैंने ऐसे ही कह दिया भाई साहब श्रीनगर गए हैं तो हाथ तो यूज कर तो नहीं रही?
भाभी – आपने क्या करना है?
मैं – ६ बजे तैयार रहिए मैं आपको लेने आ रहा हूं, फिर रास्ते में बताऊंगा मुझे क्या करना है.
भाभी – अच्छा जी देखते हैं.
भाभी ने फोन कट कर दिया.
मुझे लगा शायद भाभी आज दे देगी अगर दे दे तो मजा आ जाए, जाने से पहले मैंने कोहिनूर एक्स्ट्रा टाइम का पैकेट लिया.
मैं ऑफिस से निकलते लेट हो गया ६:३० बज गए थे.
गाड़ी चली और सिटी से बाईपास रोड पर आकर मैंने पूछा भाभी क्या हुआ आपने मुझे कॉल कर लेना था.
भाभी – कब?
मैं – मैं हेल्प कर देता शाम को. खुद से मजा आता है?
भाभी – पेरेंट घर पर थे, कभी बुलाकर देखूंगी आपको भी..
मैंने बड़े धीरे से भाभी के पैर पर हाथ रखा, तो भाभी बोली ऐसे मत करो, यह गलत है मैं आपकी भाभी हूं.
मैं – भाभी तो मेरे ससुराल में हो, यहां पर तो कुछ भी हो सकता है..
वह शर्मा गई और बाहर देखने लगी, मेरा लंड खड़ा हो चुका था. भाभी का हाथ पकड़ा और मेरे लंड पर रखा, मेरी तरफ देखे बिना लंड दबाने लगी. मैं समझ गया अब तो पक्का लेगी मेरा लंड.. मैंने अपनी पैंट की ज़िप खोल दी और लंड बाहर निकाला..
तो भाभी एकदम से मुड़ी और बोली गाड़ी रोक, मैंने गाड़ी रोक दिया तो बोली यह तो उनसे भी बड़ा है, उनका तो छोटा सा है. यह कहते ही भाभी ने लंड मुंह में ले लिया और चूसने लगी.
मैंने भाभी को कहा चलो चुदाई करते हैं, वह कुछ नहीं बोली. मैंने चार-पांच बार पूछा तो बोली ओके पर जल्दी करना और कहां करेंगे?
मैंने हाईवे से गाड़ी एक लिंक रोड पर उतारी जो नगरोटा से होकर जाती है. उस पर ट्रैफिक नहीं होता है. मैंने गाड़ी रोकी और भाभी का चेहरा अपनी साइड घुमाया और भाभी के होंठ पर किस करना शुरू किया, २ मिनट बाद भाभी साथ देने लगी..
मैंने भाभी की जीभ को भी किस किया और हम मस्त हो गए थे, मैंने उनके बोबे दबाए और फिर हाथ उनकी सलवार के अंदर पैंटी में डाल दिया, उनकी चूत गीली हो गई थी. चूत को सहलाते टाइम भाभी मचल रही थी.
अब वह पूरी गरम हो गई थी. मैंने भाभी की शर्ट उठाई और उनको बड़े-बड़े बूबे को चूसना निप्पल पर काटना शुरु किया. वह पागल हो गई थी और बोली जीजू अब और मत तड़पाओ, प्लीज फक मी… मैंने टीज करने के लिए पूछा क्या बोली? अपना लंड मेरी चूत में डाल दो प्लीज अब..
मैंने भाभी की सलवार उतार कर बेक सीट पर आने को कहा, उसने सलवार खोली और पीछे चली गई, मैंने खिड़की खोली और अंदर गया. और भाभी के पैर फैला दिए और चाटना शुरू किया, तीन-चार मिनट बाद उस ने पानी छोड़ दिया, अपना लंड बाहर निकाला और चुसवाने लगा.
थोड़ी टाइम बाद मैं गाड़ी से नीचे उतरा और मैंने भाभी को विंडो के पास खींच लिया क्या मस्त चुत थी.. एक किस की चूत पर.. कंडोम निकाला और लंड पर चढ़ाकर भाभी की चूत पर थूक लगाई, लंड का टोपा भाभी की चूत में मसला.
वह बोली अब डालो भी.. जान लोगे क्या मेरी? फिर मैंने धीरे धीरे लंड भाभी की चूत में घुसाया, वह रो रही थी. बाहर निकालो, मैंने लंड अंदर बाहर करना शुरू किया.
अबी भाभी मजा लेने लगी. अह्ह्ह अय्य्य औउ ओह हां औउ ययय स्य्य्स हसिय ये ऊ फक मी आय य्स्यय्स इग ये ययग इई ययय अतत ओह उय यु मुझे चोदो चोदो.. और जोर से मेने एकदम स्पीड बढ़ाई तो मुझे मजा आने लगा तो कहने लगी चोदो चोदो और चोदो.. पूरी गाड़ी में पच पच की आवाज आ रही थी. मैंने झट से उठा और सीट पर बैठा और भाभी मेरे लंड पर आकर बैठ गई, अब पूरा मजा ले कर ऊपर नीचे होने लगी.
मुझे मजा आ रहा था और भाभी चिल्ला रही थी आह्ह आयी उऔ ओह औ य्य्य्स यस्स यस्यस हां ओह हां हु उओह उऔउ, फिर २० मिनट की चुदाई की और मैं झड़ गया भाभी ने मुझे सीट पर बैठाया और भाभी मेरा लंड चूसने लगी..
फिर मैंने भाभी को गांड के लिए कहा तो मना कर दिया, और बोली अगर मौका मिला तो घर पर दूंगी..
हम घर पहुंचे सब नॉर्मल था पर भाभी बहुत खुश थी.
अगले दिन संडे था और मेरी वाइफ का एग्जाम था, तो वह अपनी फ्रेंड के साथ गाड़ी लेकर एग्जाम देने के लिए गयी. मैं मेरी सास और भाभी घर पर थे, मैंने भाभी को अपने रूम से कॉल किया, मेरा रूम पहले फ्लोर पर था..
भाभी क्या कर रही हो? कल की याद करके खुश हो रही हो.. भाभी ऊपर आ जाओ सासू मां तो सो रही होगी, १५ मिनट में फ्री कर दूंगा, बड़ा मन है.. भाभी ने मना कर दिया.
पर २० मिनट के बाद मेरे रूम का दरवाजा नॉक हुआ, दरवाजा खुला तो भाभी थी. अंदर आए तो मैंने किस कर दिया और उन पर टूट पड़ा. पता नहीं कब दोनों ने कपड़े उतार दिए, मैंने भाभी के पैर फैला कर उनकी चूत चाटने लगा, भाभी मचलने लगी अहह औउ हो अह्ह्ह चाटो और चाटो फक मी. अब बस करो अब मेरी चूत में अपना बड़ा सा बड़ा डालो, मेरी चूत बड़े टाइम से प्यासी है..
मैंने भाभी को 69 पोजीशन में सेट किया और भाभी ने मेरा लंड मुंह में ले लिया. मैंने भाभी को कहा यार कंडोम गाड़ी में रह गए, भाभी बोली बिना कंडोम के चुदाई कर सकते हो कंडोम के बिना ही डाल दो अभी बस, माल मेरे मुंह में देना.
मैंने उसी टाइम अपने लंड का टोपा भाभी की चूत पर रखा और अंदर डाला और चोदना चालू कर दिया. भाभी उछल-उछलकर चूत चुदवा रही थी, फिर मैंने अपने ऊपर लिटा दिया और नीचे से हीलकर चोदता रहा, भाभी मजे ले कर मुझे किस कर रही थी थोड़े टाइम के बाद वह जड गई..
१० मिनट बाद भाभी नॉर्मल हो गई और बोली मैं चली, मैंने रोका और कहा अभी मेरा काम तो हुआ ही नहीं है. वह बोली आपका टाइम लगेगा और कोई आ जाएगा. मैंने भाभी को कहा प्लीज वह मान गई. मैंने भाभी को घोड़ी बनाया और चूत में लंड डाला मैंने लंड निकाला और गांड में डालने लगा, वह पहले मना करने लगी, थोड़ा रिक्वेस्ट किया तो मान गयी..
मैंने गांड के पास क्रीम लगाई, थोड़ा अंदर डाला तो चिल्ला उठी, मैंने भाभी के चेहरे पर हाथ रखा और जोर लगाया. भाभी की गांड में लंड तो गया पर आंखें आंसुओं से भर गई. लंड अंदर गया और मजा आ गया. हमने २५ मिनट चुदाई किया और फिर मैं भाभी की गांड में ही माल छोड़ दिया.
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मेरा तो मन कर रहा था कि आज कोई ना आए, तो मैं पूरी रात इसकी चूत में ही घुसा कर रखु अपना लंड, भाभी ने कपड़े पहने और खुशी में चली गई.