हॉट भाभी के साथ थ्रीसम सेक्स

HOT Free XXX Hindi Kahani

हेलो फ्रेंड. मैं नगमा खान, फिरसे हाज़िर हु एक और .. लंड को खड़ा कर देने वाली और चूत को गरम और गीली कर देने वाली कहानी के साथ. ये वाकिया तब हुआ था, जब मैं कॉलेज में आई थी और तब मैं अपनी भाभी के पास उनसे मिलने उनके घर पर गई थी. उस रात के पहले मुझे नहीं पता था, कि मेरे पास इतनी हॉट भाभी है. हॉट भाभी की चूत में इतनी गर्मी थी, जिसका मुझे उस दिन ही अंदाजा लगा.

वीकएंड पर भैया ऑफिस के किसी काम से बाहर गये हुए थे. तो वो कह गये थे, कि मैं उनके पीछे से भाभी के पास ही आकर रुक जाऊ और उनके साथ में टाइम स्पेंड करू. मैंने बोला – हाँ. जब मैं उनके उनके घर पहुची, तो वंहा उनके साथ, उनका एक पुराना मित्र बैठा हुआ था, काउच पर, एकदम नजदीक. चुकि, वीकेंड था तो वो दोनों ड्रिंक कर रहे थे. दोनों के हाथ में पेग थे और टेबल पर विह्स्की की बोटेल रखी हुई थी. मैंने भाभी से पूछा, तो उन्होंने मुझे उनसे इंट्रोडूयूज़ करवाया. हम थोड़ी देर, बातचीत करते रहे. उन्होंने मुझे भी ड्रिंक ऑफर की, पर मैं थोड़ी कम्फ़र्टेबल नहीं थी. वो बंदा नया था. तो मैंने इनकार कर दिया. उसके बाद, मैं जाकर बेडरूम में लेट गयी, क्योंकि मैं बहुत थकी हुई थी.

फिर इस हॉट भाभी ने अपने फ्रेंड को भेज दिया और थोड़ी देर बाद ही मेरे पास कमरे में आई. फिर, मेरे बालो को प्यार से सहलाने लगी. हमने थोड़े से गप्पे मारे और फिर वो मेरे करीब आ गयी और बोली – कि क्या मुझे पता है, कि शादी के बाद क्या – क्या है, हसबैंड और वाइफ के बीच में? मुझे थोड़ा सा अंदाज़ा था, तो मैंने कहा – हाँ. सुहागरात जैसे कुछ होता है. पर उसमे होता क्या है, वो मुझे ठीक से नहीं पता. मेरी हॉट भाभी ने कहा – आज तुम्हे सिखा दूंगी, क्या होता है शादी के बाद… असली में तुम्हारी प्रेक्टिस करके, ताकि तुम अच्छे से याद रखो और तुम्हे आगे कभी कोई दिक्कत ना आये.

मैंने भी हाँ में सिर हिला दिया. फिर क्या था, उन्होंने अपना मोबाइल उठाया और अपने एक फ्रेंड को फ़ोन किया और बुला लिया घर पर. शायद वो रहता भी पास में ही था. तभी वो जल्दी से आ गया और उसने डोरबेल बजायी. हॉट भाभी दरवाजा खोलने गयी. जब उनका फ्रेंड अन्दर आया, तो मैंने देखा कि वो वहीँ लड़का था. जिसके साथ बैठकर वो ड्रिंक कर रही थी. लड़का सुंदर और सेक्सी था. वो रूम के अन्दर आ गया, जहाँ मैं लेटी हुई थी. थोडा अनकम्फ़र्टेबल फील करके उठकर बैठ गयी. फिर, उसने मुझे हेलो करके मेरा नाम पूछा, भाभी भी वहीँ आ गयी थी तब तक. फिर मेरी हॉट भाभी ने उससे कहा – “शाहिद” हमें आज इसे सिखाना है, जो हर लड़की को शादी के बाद करना पड़ता है, बच्ची को प्रक्टिकली समझाते है. फिर, दोनों खिलखिलाकर हंसने लगे और एक दुसरे को गले से लगा लिया.

उसके बाद, भाभी मेरे पास आई और मुझे उन्होंने ३ गोली दी. मुझे पता नहीं था, कि किस चीज़ की गोली है. पर मैंने मेरी हॉट भाभी पर भरोसा करके खा ली थी. मैंने एक – एक करके तीनो गोली खा ली. दवाई खाने के कुछ देर के बाद, मुझे कुछ अजीब सी मस्ती छाने लगी थी. मेरी चूत भी गीली सी होने लगी. इतनी गीली तो मेरी चूत कभी पहले नहीं हुई थी. मदमस्ती सी छाने लगी थी. मज़े आने लगे थे. चुदवाने का मन होने लगा था. हॉट भाभी ने शाहिद को मेरे पास भेजा बेड पर और कहा – अब इसे सिखाना शुरू करो. भाभी ने मुझे ये भी कहा, कि जैसा ये बोले, मैं करती जाओ. मैं भी उत्सुकता वश हामी भर्ती रही. फिर शाहिद मेरे पास आया… बिस्तर पर.. मैं बहुत गरम होने लगी और मेरी साँसे तेज हो रही थी. उससे पहले कभी भी कोई लड़का इतना भी करीब नहीं आया था. मुझे उसकी सांसे अपने गालो पर फील हो रही थी. गरम – गरम साँसे. उसने धीरे – धीरे मुझे मेरे जिस्म के हर हिस्से पर चूमा और महसूस करना शुरू किया. मेरे पुरे बदन में गुद्गुद्दी सी हो गयी और मैं मचलने लगी. धीरे – धीरे वो मेरे कपड़े उतारने लगा और मेरी हॉट भाभी साइड में बैठकर मज़े ले रही थी और उसे आदेश दे रही थी… ऐसे करो..

मैं थोड़ी असहज महसूस कर रही थी. इसलिए ज्यादा कुछ नहीं बोली और आँखों को मुदकर महसूस करने की कोशिश करने लगी. फिर, शाहिद ने देखते ही देखते मेरे सारे कपड़े उतार दिए और मैं शर्म के मारे पानी – पानी होने लगी. मैं पहली बार किसी लड़के के सामने नंगी हुई थी. मैंने थोड़ी – थोड़ी आँखे खोली, तो देखा की मेरी हॉट भाभी भी बिस्तर पर आ गयी थी और वो भी पूरी नंगी थी. मेरे हॉट भाभी के बूब्स बहुत बड़े – बड़े थे और चुचिया छोटी – छोटी. ३८डीडी होंगे शायद उनके स्तन. बहुत ही रसीले और मस्त लग रहे थे. मेरे स्तन उनके स्तनों के सामने बहुत छोटे थे. मुझे बहुत शर्म आ रही थी. पर मज़ा भी आ रहा था. इसलिए मैंने उन लोगो को रोका नहीं. मेरी हॉट भाभी आके मेरी चुचियो को चूसने लगी और मेरे स्तनों को जोर – जोर से दबाने लगी और मुझे इतना मज़ा आने लगा, कि मैं जोर – जोर से मस्ती में चीखने लगी. वहीं दूसरी तरफ शाहिद ने मुझे मेरी टाँगे चौड़ी करके लेटा दिया और मेरी चूत को चूसने लगा और चाटने लगा. वो मुझे अपनी जीभ से आनंद दे रहा था. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और मैं समझ नहीं पा रही थी, कि क्या करू!

मैंने बिना कुछ सोचे हुए, बस हॉट भाभी की चुचिया पकड़ ली और अपने मुह में ले ली. इतने में ही शाहिद ने अपना लंड निकाला और मेरी चूत पर रगड़ने लगा. भाभी ने उसे समझाया – बच्ची है. धीरे से करना. चाहो तो अन्दर ही झड जाना. मैंने गर्भ निरोधक गोली दे दी है. बस फिर क्या था. शाहिद ने अपना लंड मेरी फुद्दी में घुसाया और झटका दिया जोर से. मेरी चीख निकली और मैंने भाभी की चूची को जोर से काट लिया. तब भाभी ने उसे दुबारा समझाया – आराम से करो. फिर उसने अपना लंड निकाला और दुबारा डाला. पर इस बार हलके झटके से. मुझे कुछ ऐसा महसूस हुआ, जैसे पहले कभी नहीं हुआ था. दर्द भी हो रहा था, पर धीरे – धीरे जैसे वो अपने लंड को हिलाने लगा और अन्दर – बाहर करने लगा, मुझे मज़ा आने लगा. भाभी मुझे चूसती रही और वो मुझे चोदने लगा. मैं मज़े से लेटी हुई झडती जा रही थी बार – बार. चूत के नीचे की चद्दर भी गीली हो गयी थी, इतना रस निकला था मेरी चूत से. फिर थोड़ी देर में, शाहिद भी झड गया मेरी चूत में. मैं इतना थक गयी थी, सो गयी बिना कपड़ो के ही.

अगली सुबह भाभी ने मुझे उठाया और अच्छे से नहलाया – धुलाया और साफ़ किया. दवाई दी, ताकि पेट ना दुखे मेरा. फिर उन्होंने पूछा – कैसा लगा ये अनुभव, जो शादी के बाद मिलता है? मैंने शर्मा कर गर्दन नीचे झुका ली और कुछ नहीं कहा. उन्होंने कहा – ये सुख मैं हर रात भोगती हु. तुम्हारी उम्र में ही मैंने बहुत से लंड चखा दिए थे मेरी चूत को. चलो अच्छा हुआ, अब तुमने भी चख लिया मज़ा. अब आ जाना, जब भी दिल करे. पर एक शर्त पर, कि तुम अपने भैया को कुछ नहीं बताओगी. मैं भू वायदा करती हु, मैं भी किसी को नहीं बताउंगी. बस फिर क्या था. उस दिन से जब भी भैया बाहर जाते. हमारी तिगडी थ्रीसम जरुर क